अंबिकापुर, 24 अप्रैल। Resignation of Constable : अंबिकापुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस विभाग में कार्यरत एक आरक्षक ने खुद को प्रताड़ित बताया और एसपी को इस्तीफा सौंप दिया। इस आरक्षक ने अपने पत्र में आईजी के स्टेनो पुष्पेंद्र शर्मा पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं।
आईजी के स्टेनो पर लगे गंभीर आरोप
आरक्षक का आरोप है कि लुण्ड्रा थाना क्षेत्र में बार-बार चोरी की शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद FIR नहीं ली जाती थी, और जब वह कार्रवाई की मांग करता तो उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था।
मिली जानकारी अनुसार शिकायत के बाद से स्टेनो पुष्पेंद्र शर्मा, आरक्षक अमित रजवाड़े को धमकी देता था। ये बातें भी सामने आ रही है की सरगुजा जिले के लुण्ड्रा थाने के आरक्षक अमित रजवाड़े का स्टेनो पुष्पेंद्र शर्मा ने बलराम पुर जिला रामानुजगंज में ट्रांसफर करा दिया था। आरक्षक के त्यागपत्र के बाद आईजी ऑफिस के कार्यशैली पर गंभीर सवाल भी उठ रहे है।
आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप
उसका यह भी कहना है कि कुछ अधिकारियों द्वारा आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा था, जिससे न्याय की उम्मीद खत्म होती जा रही थी। आरक्षक ने इस संबंध में आईजी और एसपी दोनों से कई बार शिकायतें की, लेकिन जब कोई समाधान नहीं निकला, तो अंत में नौकरी छोड़ने का फैसला करना पड़ा।
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, मामला जमीन और घर से संबंधित चोरी से जुड़ा हुआ है। आरक्षक ने यह भी आरोप लगाया कि संबंधित अधिकारी जानबूझकर एफआईआर दर्ज नहीं करते थे, जिससे अपराधियों को हौसला मिलता रहा।
जांच की मांग तेज
इस पूरे घटनाक्रम के सामने आने के बाद अब पुलिस महकमे के भीतर पारदर्शिता और जवाबदेही पर सवाल उठने लगे हैं। आरक्षक द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की मांग उठ रही है और उम्मीद की जा रही है कि आला अधिकारी जल्द ही इस मामले में संज्ञान लेंगे।
