बेंगलुरू, 22 अप्रैल। Retired DGP Murder Case : रिटायर्ड DGP ओमप्रकाश मर्डर केस अपडेट सामने आया है। इस केस में आरोपी नम्बर एक और पूर्व डीजीपी की पत्नी पल्लवी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। सोमवार की देर शाम ओमप्रकाश के शव का अंतिम संस्कार के बाद पत्नी पल्लवी को गिरफ्तार किया गया,
पहले जयानगर के सरकारी हॉस्पिटल में उनका मेडिकल करवाया गया जिसके बाद HSR ले आउट में मौजूद घटना स्थल पर ले जाकर महाजर की प्रक्रिया पूरी हुई। देर रात उन्हें 39 ACMM कोर्ट के जज के घर पर ले जाया गया जहां से उन्हें 14 दिन की जेल हो गई। बता दें कि इस मामले की जांच अब CCB आगे बढ़ाएगी।
अब तक की पूछताछ में आरोपी पत्नी ने सिर्फ इतना कहा है कि वो और उनकी बेटी घरेलू हिंसा का शिकार थीं, पति ओम प्रकाश उन्हें बहुत टॉर्चर करते थे। गन दिखाकर जान से मारने की बात कहते थे रविवार को भी ऐसा ही हुआ जिसके बाद आत्म रक्षा में उन्होंने ओमप्रकाश का मर्डर कर दिया।
सिजोफ्रेनिया बीमारी की शिकार हैं पल्लवी
पुलिस की अब तक की जांच में ये बात सामने आई है कि पल्लवी एक अजीब तरह के मनोरोग से पीड़ित थीं। ओमप्रकाश ने उनके इलाज पर लाखों रुपये खर्च भी किये (Retired DGP Murder Case)थे लेकिन उसका कुछ ज्यादा फायदा नहीं हुआ था।
ओमप्रकाश के करीबियों के मुताबिक वो घर पर आने जाने वाले हर व्यक्ति पर शक करती थीं और उन पर चिल्लाती थीं और ये कहती थीं कि मेरे पति ने मुझे मारने के लिए तुम्हें भेजा है। ऑफिसर्स वाईव्स के एक व्हाट्सऐप ग्रुप में भी वो समय समय पर ऐसे अजीबोगरीब मैसेज भेजती थीं।
सूत्रों के मुताबिक तीन दिन पहले भी पल्लवी ने एक ऐसा मैसेज भेजा था जिसमें उन्होंने लिखा था कि ओमप्रकाश से उनकी और उनकी बेटी की जान को खतरा है। मैसेज में लिखा गया कि ”मैं एक बंधक हूं. मैं जहां भी जाती हूं ओम प्रकाश के एजेंटों की निगरानी में रहती हूं।
मैं उनसे सालों से अलग रहने के लिए कह रही हूं, लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा है। मैं जहां भी जाती हूं, खाना-पानी में जहर मिलाकर दिया जाता (Retired DGP Murder Case)है। घरेलू नौकरों को मुझे जहर देने को कहा जाता है, यहां तक कि स्वीगी और जोमैटो की डिलीवरी से भी मिलावटी खाना दिया जाता है। पैसा सब कुछ इतना आसान बना देता है सत्ता भ्रष्ट करती है। इसके साथ धन की शक्ति भी हो, तो कोई भी कुछ भी कर सकता है।”
इसके साथ ही पल्लवी ने ओमप्रकाश पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्य होने का भी आरोप लगाया, उन्होंने अपने लोगों से ये भी कहा कि मेरी और बेटी की मौत चाहे स्वाभाविक हो या फिर आकस्मिक इसके जिम्मदार ओमप्रकाश ही होंगे।
भाई ने बहन पर लगाया है आरोप
ओमप्रकाश के बेटे कार्तिकेश की शिकायत पर पुलिस ने बेटी कृति को भी इस केस में आरोपी नम्बर दो बनाया है। ओमप्रकाश के मर्डर के दौरान कृति घर पर ही मौजूद थीं, तो क्या उन्होंने पिता के मर्डर में अपनी मां का साथ दिया, अगर नहीं तो उन्होंने अपनी मां को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की। अब इस बात की जांच पुलिस को करनी है।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक कृति पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही है, यहां तक कि FSL की टीम को उनके फिंगर प्रिंट्स लेने में जबरदस्त मशक्कत करनी पड़ी, कृति ने पुलिस वैन में बैठने में आनाकानी की। महिला कॉन्स्टेबल को उन्हें छूने पर गम्भीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।
बेटी की क्या है भूमिका, पुलिस करेगी जांच
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पिछले सप्ताह ही ओमप्रकाश और उनकी पत्नी के बीच जबरदस्त झगड़ा हुआ था जिससे परेशान होकर ओमप्रकाश अपनी बहन सरिता के घर जाकर रहने लगे थे, लेकिन शुक्रवार को कृति अपनी बुआ के घर गई और पापा से घर लौटने की विनती करने लगी। जिसके बाद ओमप्रकाश ने घर लौटने का फैसला किया, और रविवार को उनका बर्बरता से मर्डर कर दिया गया।
ये मात्र एक संयोग था कि किसी प्लान के तहत अपनी मां के कहने पर कृति ने पिता ओमप्रकाश को घर बुलाया था ये जांच का विषय है। मेडिकल जांच में ये पाया गया कि कृति डिप्रेशन में है इसीलिए उसे फिलहाल पुलिस कस्टडी में ही निमहान्स में एडमिट करवाया गया है।