मंदसौर/मध्य प्रदेश, 27 अप्रैल। Road Accident in Mandsaur : मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में रविवार को हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के बूढ़ा-टकरावत फंटे पर एक तेज रफ्तार ईको वैन ने बाइक को टक्कर मार दी और फिर बेकाबू होकर पास के खुले कुएं में जा गिरी। इस हादसे में अब तक कुल 10 लोगों की जान जा चुकी है।
वैन की रफ्तार तेज
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वैन की रफ्तार बहुत तेज थी। पहले उसने सामने से आ रही बाइक को जोरदार टक्कर मारी, जिसमें बाइक सवार गोबर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद वैन कुएं में जा समाई। वैन में सवार आठ लोगों की भी दर्दनाक मौत हो गई।
हादसा दोपहर करीब 1:15 बजे कछारिया चौपाटी के पास हुआ। पुलिस के मुताबिक, वैन उज्जैन जिले के उन्हेल से नीमच जिले के मनासा क्षेत्र में आंतरी माता मंदिर दर्शन के लिए जा रही थी। वैन में 13 लोग सवार थे, जिनमें दो बच्चे शामिल थे। रास्ते में वैन का ड्राइवर नियंत्रण खो बैठा और एक मोटरसाइकिल से टकरा गया। टक्कर के बाद वैन सड़क से उतरकर करीब 15 फीट गहरे अर्ध-सूखे कुएं में गिर गई। बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कुएं में फंसे यात्रियों को बचाने की कोशिश में भारी चुनौतियां आईं।
गांव में गूंजे विलाप
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग मदद के लिए मौके पर पहुंचे। बचाव कार्य के दौरान एक ग्रामीण मनोहर सिंह जब कुएं में उतरा, तो जहरीली गैस की चपेट में आकर उसकी भी दम घुटने से मौत हो गई।
हादसे में चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें तत्काल मंदसौर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और मामले की जांच की जा रही है। इस हादसे ने पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ा दी है। मुख्यमंत्री ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने की घोषणा की है।
बचाव कार्य और जहरीली गैस की बाधा
हादसे की सूचना मिलते ही उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, कलेक्टर अदिति गर्ग, एसपी अभिषेक आनंद और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची। क्रेन की मदद से वैन को बाहर निकाला गया और दो शव बरामद किए गए। चार घायलों में माया कीर, प्रियांशी, देवेंद्र और मुकेश को सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। हालांकि, कुएं में मौजूद जहरीली गैस ने बचाव कार्य को मुश्किल बना दिया। स्थानीय ग्रामीण मनोहर सिंह ने 2-3 लोगों को बचाने के लिए कुएं में उतरकर बहादुरी दिखाई, लेकिन जहरीली गैस की चपेट में आने से उनकी भी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, गैस संभवतः वैन के एलपीजी सिस्टम या कुएं में मौजूद अन्य रसायनों से निकली हो सकती है।
उपमुख्यमंत्री ने दी जानकारी
उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य का जायजा लिया। उन्होंने बताया, “वैन में दो बच्चों सहित 13 लोग सवार थे। चार लोगों को बचा लिया गया है, लेकिन मृतकों की सटीक संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। कुएं में जहरीली गैस के कारण बचाव कार्य में दिक्कत हो रही है।” उन्होंने प्राथमिकता के आधार पर बचाव कार्य तेज करने और घायलों के इलाज के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर समेत सभी जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिए।
मंदसौर के एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ड्राइवर की लापरवाही सामने आई है, जिसने तेज गति में वैन चलाते हुए नियंत्रण खो दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हादसे के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है, और वे खुले कुएं को ढकने की मांग कर रहे हैं, जिसे पहले भी खतरे के रूप में चिह्नित किया गया था।