Sacrifice on Bakrid : सनसनीखेज वारदात…! बकरीद के दिन खुद की कुर्बानी…भुजाली से काट दिया अपना ही गला…आत्महत्या से पहले लिखा सुसाइड नोट…यहां देखें

Spread the love

देवरिया, 08 जून। Sacrifice on Bakrid : उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां बकरीद के पर्व पर ईसमुहम्मद अंसारी ने बकरा काटने वाले भुजाली नामक हथियार से अपनी गर्दन काटकर कुर्बानी दे दी।

इस घटना से इलाके के लोग सन्न हैं। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें ईसमुहम्मद ने लिखा है कि इंसान बकरे को अपने बेटे की तरह पालता है और उसकी कुर्बानी देता है। वह भी एक जीव है। मैं अपनी कुर्बानी खुद अल्लाह के रसूल के नाम पर कर रहा हूं। किसी ने कत्ल नहीं किया है और मेरा कब्र खूंटे के पास बनाना उसी में दफनाना।

भूत-प्रेत की बात भी आई सामने

मृतक की पत्नी हाजरा खातून ने बताया कि उनके पति पर भूत-प्रेत का साया था और वे अक्सर आज़मगढ़ की दरगाह जाया करते थे। तीन दिन पहले ही दरगाह से लौटे थे। शनिवार को वे झोपड़ी में धूपबत्ती जलाकर तंत्र-मंत्र कर रहे थे, तभी अचानक वे खून से लथपथ गिर पड़े। पास में ही भुजाली (धारदार हथियार) पड़ा था। आनन-फानन में डायल 112 पर सूचना दी गई। पुलिस ने घायल को देवरिया मेडिकल कॉलेज और फिर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

परिवार में तीन बेटे–दो बेटियां

ईसमुहम्मद के परिवार में पत्नी, तीन बेटे अहमद, फैज़ और ताज अंसारी और दो बेटियां हैं। बेटियां शादीशुदा हैं। वे लेबर का काम करते थे, घर में ई-रिक्शा और आटा चक्की भी है। बड़ा बेटा मुर्गा काटने और बेचने का काम करता है। परिजनों और गांव वालों का कहना है कि ईसमुहम्मद का किसी से कोई विवाद नहीं था, वे शांत और धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे। बकरीद के दिन भी वे नमाज अदा कर घर लौटे थे और कुर्बानी की तैयारियों में लगे थे।

मृतक के भतीजे शमीम अंसारी ने बताया कि चाचा आज मस्जिद में मिले थे। उन्होंने किसी से कोई विवाद नहीं किया। कुर्बानी का दिन था, और उन्होंने खुद की ही कुर्बानी दे दी। फिलहाल, पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है। ग्रामीण इस अलौकिक घटना से बेहद हैरान और भयभीत हैं।

ईश मोहम्मद का सुसाइड नोट

प्रधान महोदय प्रशासन महोदय तीनों दरबार की मदद

इंसान बकरे को अपने बेटे की तरह पोसकर कुर्बानी करता है। वो भी जीव है। कुर्बानी करनी चाहिए, मैं खुद अपनी कुर्बानी अल्लाह के रसूल के नाम से कर रहा हूं। किसी ने मेरा कत्ल नहीं किया है। सुकून से मिट्‌टी देना। किसी से डरना नहीं है। जिस जगह खूंटा (घर के बाहर जमीन पर गड़ा लकड़ी टुकड़ा) है, उसी जगह पर कब्र होनी चाहिए।