कोरबा, 09 जुलाई। Senseless Incident : कोरबा जिले के बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र से एक अत्यंत अमानवीय और संवेदनहीन घटना सामने आई है, जिसने पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक वृद्ध महिला की जली हुई लाश को पोस्टमार्टम के लिए नगर निगम के कचरा ढोने वाले वाहन में भेजा गया। इस हैरान कर देने वाली घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश और हैरानी का माहौल है।
वायरल वीडियो से सामने आया मामला
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि महिला का शव कचरा ढोने वाले वाहन में रखकर ले जाया जा रहा है। यह नजारा देखकर लोगों में गुस्सा और दुख दोनों उभर कर सामने आए। वीडियो सामने आने के तुरंत बाद कोरबा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने इस मामले को गंभीरता से लिया।
ASI निलंबित, जांच जारी
SP सिद्धार्थ तिवारी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए एक सहायक उप-निरीक्षक (ASI) को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा: “एक अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। वीडियो के आधार पर जांच जारी है। और कौन-कौन इसमें दोषी हैं, इसकी पड़ताल की जा रही है।” इस कार्रवाई के बाद अब सवाल यह है कि क्या यह लापरवाही केवल एक अधिकारी की थी, या एक बड़ी व्यवस्थागत विफलता?
शव के सम्मानजनक निपटान पर उठे सवाल
इस घटना ने शवों के साथ मानवीय व्यवहार और गरिमामय निपटान की व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। लोगों का कहना है कि, मरने के बाद भी अगर किसी इंसान के साथ ऐसा व्यवहार हो, यह समाज और सिस्टम दोनों की विफलता है। प्रशासन की जिम्मेदारी तय हो।
मामले ने यह स्पष्ट किया है कि पुलिस और प्रशासन के बीच समन्वय की कमी, और जिम्मेदारियों को लेकर लापरवाही अब लोगों के सामने उजागर हो रही है। यह जरूरी है कि, शवों के निपटान के लिए तय मानकों का पालन हो, सभी जिम्मेदार अधिकारी जवाबदेह बनाए जाएं, आगे से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जाए।
कोरबा की यह घटना एक संवेदनहीन व्यवस्था (Senseless Incident) का आईना है, जहां मरने के बाद भी इंसान की गरिमा का ध्यान नहीं रखा जाता। अब देखने वाली बात यह है कि जांच में और कौन-कौन नाम सामने आते हैं, और प्रशासन इससे क्या सबक लेता है।
कोरबा में मानवता शर्मसार
गरिमा की हत्या