रायपुर, 18 अप्रैल। Shock in Elections : बस्तर में चुनाव से ठीक एक दिन पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। इस बार दंतेवाड़ा जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुभाष सुराना, प्रदेश सचिव जोगराज बुरड़, वाइस चेयरमैन और आरटीआई प्रदेश यूथ कांग्रेस ने संयुक्त रूप से पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद सभी ने संयुक्त रूप से भाजपा में प्रवेश किया।
प्रथम चरण के चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा फायदा
प्रथम चरण के चुनाव से पहले भाजपा ने प्रवेश कार्यक्रम का आयोजन किया। इस प्रवेश कार्यक्रम में भाजपा को बड़ा फायदा मिला। कांग्रेस पूर्व विधायक समेत 700 से अधिक लोगों ने भाजपा का दामन थामा है। प्रवेश कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव मौजूद रहे।
भाजपा प्रवेश कार्यक्रम में पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार की बहन प्रियंका गुरु ने भाजपा का दामन थामा। मुख्यमंत्री साय ने बीजेपी का गमछा पहनाकर उनका स्वागत किया। वहीं पूर्व विधायक शिशुपाल सोरी भी बीजेपी में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने उन्हें भी गमछा पहनाकर स्वागत किया। बताया जा रहा है कि शिशुपाल सोरी लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में अब चला चली की बेला है।पतझड़ की तरह कांग्रेस रूपी वृक्ष को उनके नेता और कार्यकर्ता पार्टी को छोड़कर उसे ठूँठ में बदलने का काम कर रहे हैं। वैसे तो पूरे देश में यही आलम है। केंद्रीय राजनीति में भी कई दिग्गज नेता कांग्रेस छोड़ रहे हैं।
कांग्रेस के नेता एक-एक कर छोड़ते जा रहे हैं पार्टी
सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नेता एक-एक कर पार्टी छोड़ते जा रहे हैं। कांग्रेस में आम कार्यकर्ताओं की कोई पूछ-परख नहीं हो रही है, उल्टे अपनी व्यथा व्यक्त करने, बड़े नेताओं को खरी-खरी सुनाने, सरकार से लेकर संगठन तक मचाई गई लूट पर बोलने वालों को ‘स्लीपर सेल’ तक कहकर अपमानित किया गया। उन्होंने कहा कि इसीलिए अब कांग्रेस अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। सीएम साय ने सभी कार्यकर्ताओं से प्रदेश की सभी 11 लोकसभा सीटों पर भाजपा की विजय के लिए प्राण-पण से जुटने का आह्वान किया।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस रूपी जहाज को अब डूबने से कोई नहीं बचा सकता, ऐसा कोई दिन नहीं जब कांग्रेस के दिग्गज कांग्रेस पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं अब सभी को यह मालूम हो चल चुका है कि कांग्रेस राष्ट्रहित की राजनीति करने वाला दल नहीं रहा। कांग्रेस ने कई कार्य ऐसे किए हैं जो राष्ट्र का भारत का अपमान और अहित करने वाले हैं इसीलिए कांग्रेस के नेता राष्ट्रहित सर्वोपरि के उद्देश्य से आगे बढ़ रही भाजपा का दामन थाम (Shock in Elections) रहे हैं।