रायपुर/भोपाल, 23 जून। Smart City Contract Scam : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुए बहुचर्चित स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ठेका घोटाले में बड़ी कार्रवाई हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले केके श्रीवास्तव को रायपुर पुलिस और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की संयुक्त टीम ने भोपाल के एमराल्ड होटल से गिरफ्तार कर लिया है। 10 माह से फरार चल रहे श्रीवास्तव पर 15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और 50 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।
क्या है मामला
दिल्ली के रावत एसोसिएट्स कंपनी के मालिक अर्जुन रावत ने केके श्रीवास्तव और उनके बेटे कंचन श्रीवास्तव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। आरोप है कि केके ने 500 करोड़ के स्मार्ट सिटी ठेके दिलाने का झांसा देकर 15 करोड़ रुपये वसूले। राशि अलग-अलग फर्जी खातों में ट्रांसफर कराई गई, जिनमें से कुछ नाम ज़ोमैटो और स्विगी के डिलीवरी बॉयज़ के नाम पर निकले।
केके श्रीवास्तव की पृष्ठभूमि
बिलासपुर निवासी श्रीवास्तव व्यापारी होने के साथ तांत्रिक गतिविधियों में भी सक्रिय थे। प्रदेश के कई बड़े नेता उनके माध्यम से तंत्र अनुष्ठान करवाते थे। बताया जाता है कि पीड़ित व्यापारी की श्रीवास्तव से मुलाकात आध्यात्मिक गुरु प्रमोद कृष्णन के ज़रिए हुई थी, जहां श्रीवास्तव ने अपनी ऊंची राजनीतिक पहुंच का दावा किया था।
जांच और कार्रवाई
- रायपुर के तेलीबांधा थाने में एफआईआर
- हाईकोर्ट और जिला कोर्ट से अग्रिम जमानत खारिज
- SSP ने भगोड़ा घोषित कर इनाम रखा
- ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग में 50 करोड़ का केस दर्ज किया
- EOW भी कर रहा जांच
गिरफ्तारी और अगला कदम
भोपाल से गिरफ्तार केके श्रीवास्तव को रायपुर लाया जा रहा है। ईडी और EOW भी आगे की पूछताछ और संपत्ति जब्ती की तैयारी में हैं। वहीं, उनके बेटे कंचन श्रीवास्तव की तलाश अब भी जारी है।
बहरहाल, केके श्रीवास्तव की गिरफ्तारी (Smart City Contract Scam) छत्तीसगढ़ की सियासत और नौकरशाही से जुड़े एक बड़े कथित घोटाले की परतें खोल सकती है। इस मामले में और भी प्रभावशाली नामों की संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है।