रायपुर, 08 जुलाई। Smart City Project Fraud : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ठगी मामले में एक और बड़ी गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने यूथ कांग्रेस नेता आशीष शिंदे को गिरफ्तार किया है। आशीष पर आरोप है कि उसने 300 करोड़ के ठगी आरोपी केके श्रीवास्तव को फरार कराने में मदद की थी। इससे पहले आरोपी केके श्रीवास्तव को पुलिस ने लंबी तलाश के बाद पकड़ा था और अब वह न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है।
पूछताछ में खुला राज
केके श्रीवास्तव से रिमांड पर पूछताछ के दौरान ही आशीष शिंदे का नाम सामने आया था। केके ने स्वीकार किया कि शिंदे ने उसे अपनी गाड़ी में छिपाकर कई दिनों तक इधर-उधर घुमाया और भागने में मदद की। इतना ही नहीं, शिंदे पर यह भी आरोप है कि उसने कुछ लोगों से टिकट दिलाने के नाम पर पैसे भी वसूले।
म्यूल खातों से देशभर में ठगी का नेटवर्क
केके श्रीवास्तव ने पुलिस पूछताछ में यह भी बताया कि उसने म्यूल बैंक खातों (फर्जी या अन्य के नाम पर खोले गए खातों) के जरिये पूरे देश से करोड़ों की ठगी की। उसके अनुसार, उसने नकद में कई बड़े नेताओं तक पैसा पहुंचाया, हालांकि पुलिस को इस बारे में अभी तक कोई दस्तावेजी प्रमाण नहीं मिला है।
जांच एजेंसियों को मिली 300 करोड़ की जानकारी
केके श्रीवास्तव ने अपनी संपत्तियों और ट्रांजेक्शन से जुड़ी लगभग 300 करोड़ रुपये की जानकारी भी जांच एजेंसियों को दी है। पुलिस अब इस आर्थिक घोटाले से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच कर रही है। श्रीवास्तव के बेटे कंचन श्रीवास्तव को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है।
क्यों महत्वपूर्ण है यह केस?
यह मामला केवल एक आर्थिक घोटाले तक सीमित (Smart City Project Fraud) नहीं रह गया है, बल्कि इसमें कई राजनीतिक नाम और पिछली सरकार से जुड़े प्रभावशाली लोग भी शामिल बताए जा रहे हैं। यूथ कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी से इस केस ने एक नया मोड़ ले लिया है। जांच एजेंसियां अब इस मामले को और गहराई से खंगाल रही हैं और आने वाले दिनों में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।