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मेरठ, 12 मार्च| Soldier Strange Answer Reaching Late Duty : मेरठ से हैरान कर देने वाले मामला सामने आ रहा है। यहां एक 44वीं वाहनी पीएसी के जवान ने अपने लेट ऑफिस पहुंचने का जवाब काफी हैरानी भरा दिया है। प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) के एक जवान ने अनुशासन तोड़ने के आरोप में जारी नोटिस पर अजीबोगरीब जवाब देते हुए कहा कि उसकी पत्नी रात में उसके सपने में उस पर हमला करती है और उसका खून पीने की कोशिश करती है, जिससे वह रात भर सो नहीं पाता। इसके बाद इस जवाब की कॉपी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।

जांच के दिए गए आदेश

इधर मामला सामने आने के बाद 44वीं बटालियन पीएसी के कमांडेंट सचिंद्र पटेल ने बुधवार को बताया कि इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पत्र की प्रामाणिकता, नोटिस प्राप्त करने वाले कांस्टेबल की पहचान और पत्र के वायरल होने की परिस्थितियों की भी जांच की जा रही (Soldier Strange Answer Reaching Late Duty)है।

मामला बटालियन प्रभारी दलनायक मधुसूदन शर्मा द्वारा ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में पीएसी कांस्टेबल को पिछली 17 फरवरी को जारी किए गए नोटिस से जुड़ा है।

देर से आने पर मांगा गया था जवाब

नोटिस में पीएसी जवान पर 16 फरवरी की सुबह देर से ब्रीफिंग में पहुंचने, अनुचित तरीके से तैयार होने और यूनिट की गतिविधियों में अक्सर मौजूद न रहने का आरोप लगाया गया था, जिसे अनुशासन का गंभीर उल्लंघन माना गया था और उससे इसे लेकर जवाब मांगा गया था।

कांस्टेबल ने दिया ये जवाब

इसी नोटिस के जवाब में, कांस्टेबल ने लिखा कि वह अपनी पत्नी के साथ चल रहे विवाद के कारण उसे नींद नहीं आती है। साथ ही कहा कि उसे रात में लगता है कि उसके सपने में पत्नी उसकी छाती पर बैठती (Soldier Strange Answer Reaching Late Duty)है और उसका खून पीने की कोशिश करती है जिस कारण वह सो नहीं पाता है और इसी वजह से वह उस दिन ब्रीफिंग में देर से पहुंचा था।

कांस्टेबल ने नोटिस में आगे कहा कि वह डिप्रेशन और चिड़चिड़ेपन का इलाज करवा रहा है और इसलिए उसकी दवा भी वह ले रहा है। इसके अलावा उसकी माँ को नशों से संबंधित बीमारी है जिससे वह परेशान रह रहा है। आगे जवान ने कहा कि अब उसने जीने की इच्छा खो दी है और खुद को भगवान के चरणों में समर्पित करना चाहता है।

उसने लिखा कि उसकी जीने की इच्छा अब खत्म हो चुकी है जिस कारण वह अपने आप को भगवान के चरणों में समर्पित करना चाहता है। आगे कहा कि महोदय से हाथ जोड़कर निवेदन है कि उसे भगवान की शरण तक पहुंचाने का रास्ता बताने की कृपा करें जिससे वह अपने दुखों से मुक्ति पा सके।

हालांकि अधिकारियों ने अभी तक नोटिस और कांस्टेबल के जवाब की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है और यह पता लगाने में जुट गए हैं कि यह पत्र कैसे लीक हुआ और सोशल मीडिया पर कैसे वायरल हुआ।