रामनगरी/अयोध्या, 31 जुलाई। Son Evil Deeds : रामनगरी में लगभग एक सप्ताह पहले (23–24 जुलाई की रात), एक 80 वर्षीय कैंसर से पीड़ित बुजुर्ग महिला भगवती को उसके परिवार ने ई-रिक्शा में लाकर रात के अंधेरे में सड़क किनारे छोड़ दिया था।
वह तीन घंटे तक तड़पती रही और बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान वेंटिलेटर सपोर्ट रहते हुए मौत हो गई। घटना का वीडियो (CCTV फुटेज) सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें दो महिलाएं और एक पुरुष वृद्धा को ई-रिक्शा से उतारकर सड़क किनारे छोड़ते दिखे।
गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने दत्तक पुत्र राजू सिंह, बहू और एक अन्य महिला (जिसे परिवार मित्र बताया जा रहा है) को अरेस्ट कर लिया है।पुलिस ने बताया कि आरोपी राजू सिंह नशे का आदी भी हैं। वह भी इस घटना में शामिल माना जा रहा है और अब तलाश में हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करते समय कहा कि इस पर FIR दर्ज की गई है, BNS 105 (culpable homicide not amounting to murder) और आरोपितों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
घटना का विस्तृत विवरण
बुजुर्ग महिला की पहचान भगवती (लगभग 80 वर्ष) के रूप में की गई है, जो गोंडा जिले के नागवा गाँव की निवासी एवं ब्रजपाल की पत्नी थीं। कैंसर तथा गंभीर गले की चोट से पीड़ित महिला सड़क पर छोड़ दिए जाने पर न बोल सकीं, न चल सकीं और इलाज के दौरान अस्पताल में ही उनका निधन हो गया। घटना स्थल की CCTV फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा गया कि कैसे आरोपी वृद्धा को ई-रिक्शा से सड़क किनारे एक चादर में लपेटकर छोड़कर भाग गए।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने चार टीमें बनाई हैं, आसपास के जिलों में चौकसियां बढ़ा दी गई हैं और सोशल मीडिया, पोस्टर व पम्पलेट सहायता से परिजनों की पहचान की कोशिश चल रही है। SSP गौरव ग्रोवर और IG Praveen Kumar ने इस घटना को एक भयानक पारिवारिक क्रूरता (Son Evil Deeds) बताया और कहा कि “जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।”
क्यों महत्वपूर्ण है यह मामला
यह केवल एक व्यक्तिगत घटना नहीं, बल्कि बुजुर्गों के अधिकारों और सामाजिक मूल्य संकट को उजागर करती है। भारत में वृद्धाओं को सम्मान और संरक्षण देने वाले कानून हैं, जैसे दिल्ली में Maintenance & Welfare of Parents and Senior Citizens Act, लेकिन इस तरह की घटनाएं सामाजिक जागरूकता की कमी को रेखांकित करती हैं।
इलाज के पैसे नहीं था इसलिए छोड़ दिया: आरोपी बहू
गिरफ्तार की गई बहू जया सिंह ने पुलिस को बताया कि उसका पति राजू सिंह शराब का आदी है और घर खर्च में कोई मदद नहीं करता है। सास का इलाज नहीं हो पा रहा था, इसलिए पड़ोस की एक महिला और एक युवक की मदद से उसने सास को सड़क पर लावारिस छोड़ दिया था।
1 मिनट 22 सेकंड के CCTV वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक युवक और दो महिलाएं एक बुजुर्ग को सड़क किनारे लिटाते हैं। एक महिला चादर से उन्हें ढंकती है। कुछ देर बाद एक और महिला आकर चादर हटाकर उनके चेहरे को देखती है। फिर तीनों लोग ई-रिक्शा में बैठकर वहां से चले जाते हैं। वहीं, बुजुर्ग महिला रात भर पड़ी-पड़ी कराहती रहती हैं।