गुजरात, 30 अगस्त। Sorry mom I kill you : गुजरात के राजकोट से हत्या एक का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक बेटे ने मां की गला दबाकर हत्या कर दी। फिर Instagram पर मां के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘Sorry mom, i killed you, I miss youस Om shanti’. (‘सॉरी मां, मैंने तुम्हें मार डाला, मैं तुम्हें मिस करूंगा, ओम शांति’) इस घटना के सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की।
बेटे ने मां को उतारा मौत के घाट
यह घटना शहर के यूनिवर्सिटी रोड पर हुई, बताया जा रहा है कि 48 साल की ज्योतिबेन गोसांई मानसिक रूप से बीमार थीं। इस बात से उनके घर में रोज झगड़ा होता था। बेटे ने परेशान होकर अपनी ही मां को मार डाला। इसके बाद अपने सोशल मीडिया अकाउंट Instagram पर मां के साथ खुद की फोटो लगाकर लिखा।‘Sorry mom, I killed you, I miss you’। पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
राजकोट वेस्ट ज़ोन की एसीपी राधिका भारद्वाज ने बताया कि भारत नामक व्यक्ति ने पुलिस को फोन करके घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने 48 साल की ज्योतिबेन गोसाई की लाश को उनके घर से बरामद किया। पुलिस ने पुत्र निलेश गोसाई से पूछताछ की, जिसने अपनी माँ की हत्या करना कबूल किया। पूछताछ में पता चला कि निलेश ने पहले छुरी से मारने की कोशिश की, लेकिन माँ ने छुरी छीन ली और खून निकलने लगा। इसके बाद उसने ब्लेंकेट से माँ का मुँह और गला दबाकर हत्या कर दी।
बेटे ने बीमार मां की कर दी हत्या
हत्या के बाद उसने अपने मित्र भारत को सूचित किया, जिसने पुलिस को खबर दी। निलेश ने अपने इंस्टाग्राम पर माँ के साथ की फोटो लगाकर स्टेटस में लिखा, मैंने अपनी माँ को मार डाला, मैंने अपनी जिंदगी खो दी, सॉरी माँ, ओम शांति, मिस यू माँ”।पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी निलेश की मृत मा ज्योतिबेन कई सालों से मानसिक रूप से बीमार थीं और अक्सर झगड़े होते थे और मारपीट भी होती थी। घटना के दिन भी ऐसा ही हुआ और आरोपी निलेश ने अपनी मा की हत्या कर दी।
तलाकशुदा पति ने लाश लेने से किया इनकार
आरोपी की माँ ज्योतिबेन और उनके पिता का लगभग 20 साल पहले तलाक हो गया था। इसलिए आरोपी निलेश और उसकी मा दोनों ही साथ में रहते थे। उनके अन्य बच्चों के साथ उनका कोई संबंध नहीं था। कई सालों से मृत ज्योतिबेन का मानसिक बीमारी का इलाज चल रहा था, लेकिन पिछले एक महीने से उन्होंने दवा लेना बंद कर दिया था, जिससे उनका दिमाग और अधिक उग्र हो गया था। इस मामले में और भी दर्दनाक सच यह है कि ज्योतिबेन के पूर्व पति और उनके अन्य बच्चों ने शव को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और फरियादी भी नही बने। उन्होंने पुलिस को बताया कि हमारा उनसे कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए, अंत में पुलिस ने खुद फरियादी बनकर शिकायत दर्ज की और मृतक की अंतिम संस्कार का इंतेजाम किया।