रायपुर, 14 जुलाई। Success Story : अनुकृति शर्मा 2020 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। वह राजस्थान के अजमेर से ताल्लुक रखती हैं। उनकी मां एक टीचर थीं। पिता 20 सूत्री विभाग में कार्यरत थे। अनुकृति ने अपनी स्कूली शिक्षा जयपुर के इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने कोलकाता में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च से बैचलर ऑफ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएसएमएस) की डिग्री हासिल की।
अनुकृति की मुलाकात बनारस के वैभव मिश्रा से तब हुई जब वह स्टूडेंट थीं। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती मजबूत हुई। फिर यह प्यार में बदल गई। दोनों को पीएचडी के लिए चुना गया। 2012 में ह्यूस्टन के टेक्सास में राइस यूनिवर्सिटी में दोनों का चयन हुआ था। वैभव ने अनुकृति को अपने साथ अमेरिका ले जाने की इच्छा जताई। उनके परिवार ने उन्हें पहले शादी करने की सलाह दी। नतीजतन, उन्होंने 2013 में शादी कर ली।
नासा में मिली नौकरी
अनुकृति को अपनी पीएचडी के दौरान ही अमेरिका में नौकरी का ऑफर मिल गया। उन्हें ज्वालामुखी पर शोध करने के लिए नासा ने नियुक्त किया था। दोनों हर महीने लाखों कमा रहे थे। हालांकि, वह भारत वापस लौट आईं। अनुकृति ने 2014 में राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) परीक्षा में 23वां स्थान हासिल किया। उनके पति वैभव मिश्रा ने इसमें टॉप किया।
इसके बाद अनुकृति और उनके पति वैभव ने बनारस में रहकर सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की। यूपीएससी की तैयारी के दौरान अनुकृति और उनके पति ने एक-दूसरे की खूब मदद की।
कई बार मिली नाकामयाबी
अनुकृति और उनके पति वैभव ने 2015 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी। लेकिन, अनुकृति सिर्फ प्रिलिम्स ही क्लीयर कर सकीं। मेन्स क्वालिफाई करने से वह चूक गईं। अपने दूसरे प्रयास में वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाईं। वह अपने तीसरे प्रयास में इंटरव्यू स्टेज तक पहुंच गईं। हालांकि, उन्हें नहीं चुना गया।
2018 में अपने चौथे प्रयास में अनुकृति ने 355वीं रैंक हासिल की। इसके बाद उन्हें भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के लिए चुना गया था। लेकिन, लक्ष्य आईपीएस बनने का था। 2020 में पांचवीं बार यूपीएससी के लिए अप्लाई करने के बाद अनुकृति आईपीएस अधिकारी बन गईं। इसके बाद उन्होंने लखनऊ में आईपीएस ट्रेनी के रूप में काम किया। अनुकृति के जीवनसाथी वैभव दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में टीचर (Success Story) के रूप में पढ़ाते हैं।