रायबरेली, 6 दिसंबर। Suicide After Mass Murder : रायबरेली के मॉडर्न रेल कोच फैक्ट्री के आवासीय परिसर में दर्दनाक वाकया सामने आया है। रेलकोच फैक्ट्री में तैनात एडिशनल डिवीजनल मेडिकल अफसर अरुण सिंह ने अपनी पत्नी अर्चना, बेटा आरव और बेटी अदिवा की हत्या करने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मामला लालगंज कोतवाली के मॉडर्न रेलकोच फैक्ट्री के आवासीय परिसर का है। नेत्र चिकित्सक अरुण कुमार ने अपने परिवार को पहले नशीले इंजेक्शन दिए, उसके बाद सभी की हथौड़े से मारकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद को धारदार औजार से काटने की कोशिश करते हुए फांसी लगा ली। रेलकोच आवासीय परिसर के भीतर एक साथ चार मौतों से हड़कंप मच गया.
आरपीएफ ने मामले की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस महकमा सन्न रह गया। आनन-फानन में एसपी आलोक प्रियदर्शी, एडिशनल एसपी, सीओ और फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंची। टीम के पहुंचने पर घर का दरवाजा बलपूर्वक तोड़कर टीम अंदर दाखिल हुई। घर के अंदर डॉक्टर का शव लटकता मिला। जबकि अन्य सभी के शव खून से लथपथ बेड पर पड़े मिले।
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि डॉक्टर मिर्जापुर के रहने वाले अरुण कुमार डिप्रेशन के मरीज थे। उन्होंने पहले अपने परिवार जनों को नशीला पदार्थ दिया, क्योंकि मौके पर नशीले इंजेक्शन मिले हैं। परिजनों की भारी चीज मार कर हत्या की गई। फिर खुद को घायल किया। इसके साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आखिरी बार इनको रविवार को देखा गया था तब से नजर नहीं आए। बाकी की चीजें पोस्टमार्टम के बाद ही साफ होंगी।
एसपी ने कहा कि डॉक्टर साहब रेल कोच फैक्ट्री में एडिशनल डिवीजनल मेडिकल अफसर थे। आंख के स्पेशलिस्ट थे। डिप्रेशन के मरीज थे। मौके पर मिले साक्ष्यों के आधार पर उन्होंने कई तरह के इंजेक्शन का प्रयोग किया था। ऐसा लगता है कि बच्चों को कोई नशा की दवा खिलाकर पहले बेहोश किया गया। फिर अटैक करके उनको मारा गया और फिर डॉक्टर ने अपनी नसों को काटने का प्रयास (Suicide After Mass Murder) किया। उसके बाद सफल न होने के बाद उन्होंने फांसी लगा ली। बाकी पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा।