देहरादून, 23 अगस्त। Suicide Threats : उत्तराखंड की राजनीति और पुलिस व्यवस्था को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के भांजे विक्रम सिंह राणा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उन्होंने 18 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की धमकी दी है। वीडियो में राणा ने देहरादून पुलिस पर गंभीर लापरवाही और पक्षपात के आरोप भी लगाए हैं।
वीडियो में क्या बोले विक्रम सिंह राणा?
वायरल वीडियो में खुद को विक्रम सिंह राणा बताने वाले युवक ने कहा, दिसंबर 2024 में मैंने देहरादून पुलिस को धोखाधड़ी की लिखित शिकायत दी थी, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। मैं मानसिक रूप से टूट चुका हूं। अगर मुझे कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार सिस्टम और पुलिस होगी। उन्होंने पुलिस पर आरोपियों को बचाने, जांच को टालने और न्याय न देने की बात भी कही।
पुलिस प्रशासन हरकत में, दोबारा जांच के आदेश
वीडियो के सोशल मीडिया पर तूल पकड़ते ही देहरादून पुलिस हरकत में आ गई। एसएसपी देहरादून ने एक प्रेस बयान जारी कर बताया, विक्रम सिंह राणा की शिकायत की जांच पहले सीओ मसूरी को सौंपी गई थी। प्रारंभिक जांच में मामला “सिविल प्रकृति” का पाया गया, इसलिए उन्हें न्यायालय में वाद दायर करने की सलाह दी गई थी। अब, मामले की पुनः जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एसपी सिटी को नई जांच का जिम्मा सौंपा गया है, जो सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करेंगे।
मामले ने कानून-व्यवस्था, पुलिस की जवाबदेही (Suicide Threats) और आर्थिक धोखाधड़ी के मामलों में प्राथमिक जांच के स्वरूप को लेकर बहस छेड़ दी है। कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि, यदि मामला सिर्फ लेन-देन का है, तो यह सिविल कोर्ट के अंतर्गत आता है। लेकिन अगर धोखाधड़ी, जालसाजी, आपराधिक साजिश के तत्व स्पष्ट रूप से सामने आते हैं, तो पुलिस जांच और FIR दर्ज करना अनिवार्य हो जाता है।