जयपुर, 8 दिसंबर। Sukhdev Singh Gogamedi : राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद उनकी बेटी उर्वशी ने कहा, ‘अब चारों तरफ पुलिस ही पुलिस है, पहले पापा को कोई सुरक्षा नहीं दी। अगर दी होती तो ये दिन ना देखने पड़ते।’
पिता की आखिरी ख्वाहिश पूरी करूंगी
उर्वशी ने कहा कि ये बदमाश ये सोच रहे हैं कि हत्या करने से इनका पूरा परिवार दबाव में आ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं होगा। सूरमा कभी मरते नहीं हैं। अमर होते हैं। पापा की तरह करणी सेना को संभालेंगे। गोगामेड़ी की बेटी ने बताया कि पिता ने हमेशा उनको अपने बेटे की तरह पाला। कभी ऐसा महसूस नहीं होने दिया कि मैं उनकी बेटी हूं।
दिवंगत पिता की बेटी का कहना है कि उनके पिता हमेशा यही कहते थे कि मैं तुम्हें अपना बेटा मानता हूं, जब मैं न रहूं तब तुम मेरी जगह संभालना और लोगों के लिए काम करना। गोगामेड़ी की बेटी ने कहा कि जैसे उनके पिता सर्व-समाज के लिए खड़े रहते थे, ठीक वैसे ही अब वह खुद और उनकी माता मदद के लिए खड़ी रहेंगी। बेटी का कहना है कि वह अपने पिता की ख्वाहिश पूरा करने के लिए राजनीति में कदम रखेंगी।
हत्या की साजिश दस महीने पहले रची
उधर, इस मामले की लगातार जांच की जा रही है। पता चला है कि गोगामेड़ी की हत्या की साजिश करीब दस महीने पहले पंजाब की बठिंडा सेंट्रल जेल में रची गई थी। पंजाब पुलिस ने उनकी हत्या की आशंका जताते हुए मार्च में राजस्थान पुलिस को इनपुट भेजकर अलर्ट किया था। पंजाब पुलिस ने मार्च में राजस्थान पुलिस को एक औपचारिक पत्र लिखा था। पत्र में बताया गया कि बठिंडा जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई गैंग का गैंगस्टर संपत नेहरा सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रच रहा है। उसने वारदात के लिए एके-47 का इंतजाम किया था।
सुखदेव प्रापर्टी का भी काम करता था और वो राजपूतों को सपोर्ट किया था। इसी को लेकर रोहित गोदारा उससे नाराज था। करीब डेढ़ साल पहले पहली बार रोहित गोदारा ने दुबई और पाकिस्तान के नंबरों से कॉल कर सुखदेव को धमकी दी थी, लेकिन सुखदेव ने तब इसे गंभीरता से नहीं लिया था। बाद में उन्होंने पहली बार राजस्थान पुलिस को इस धमकी की जानकारी दी और सुरक्षा की मांग की थी। हार कर सुखदेव ने खुद ही सुरक्षा कर्मी रख लिए थे।
व्यापारियों और प्रॉपर्टी कारोबारियों के पक्ष में खुलकर बोलते थे
मामले की जांच से जुड़े एक शीर्ष पुलिस सूत्र ने बताया कि राजू ठेहट हत्याकांड के बाद लॉरेंस गैंग ने शेखावाटी में दहशत फैलाने के लिए रोहित गोदारा के जरिए व्यापारियों और प्रॉपर्टी कारोबारियों से फिरौती वसूलना शुरू कर दिया था। इनमें से कई कारोबारी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) के करीबी थे। लॉरेंस गैंग की धमकियों के बाद गोगामेड़ी और आनंदपाल के छोटे भाई मंजीत पाल सिंह उन पीड़ित व्यापारियों और प्रॉपर्टी कारोबारियों के पक्ष में खुलकर सामने आ गए थे।