रायपुर, 03 अप्रैल। Surrender of Congress : छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण की सीटों के लिए नामांकन का दौर शुरू हो चुका है। आज ही कांग्रेस के 2 वरिष्ठ नेताओं पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने नामांकन दाखिल किया। बीजेपी की तरफ से कांकेर प्रत्याशी भोजराज नाग ने भी नामांकन फार्म जमा किया।
नामांकन की प्रक्रिया के बीच चुनाव प्रचार अभियान भी जोर पकड़ने लगा है। इस बीच नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. चरणदास महंत ने आज एक ऐसा बयान दे दिया जिसकी वजह से कांग्रेसी ही असहज हो गए हैं। डॉ. महंत के इस बयान के बाद बीजेपी को कांग्रेस पर हमला करने का एक और मौका मिल गया है। बीजेपी इसे जंग से पहले ही कांग्रेस का सरेंडर बता रही है।
डॉ. महंत ने आज मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ में हमसे गलती हुई है। मुख्यमंत्री, मंत्रियों से गलती हुई है। कार्यकर्ताओं से भी कुछ गलती हुई है। डॉ. महंत ने कहा कि मैं स्वीकार करता हूं, भूपेश बघेल जी स्वीकार करते हैं। इसी का नतीजा है कि हमारी सरकार गिरी। उन्होंने कहा कि कोरबा में विधानसभा चुनाव के बाद से जो कांग्रेस के खिलाफ माहौल बना वो अभी भी बरकरार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पक्ष में अभी तक माहौल नहीं बन पाया है।
एक के बाद एक नेता छोड़ रहे हैं पार्टी
विधानसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस में भगदड़ की स्थिति बनी हुई है। तीन- चार महीने में पार्टी के कई पुराने और वरिष्ठ नेता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। जगदलपुर में कांग्रेस की महापौर ने बीजेपी ज्वाइन कर लिया है। उन्होंने ऐसे दिन कांग्रेस का साथ छोड़ा जब पूर्व सीएम सहित प्रदेश के कई बड़े नेता बस्तर से कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में शामिल होने के लिए बस्तर में मौजूद थे। इधर, महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष अनीता रावटे ने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अपने त्याग पत्र में उन्होंने महासमुंद में प्रत्याशी चयन को लेकर आपत्ति की है।
पूर्व सीएम को मानहानि का नोटिस
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में स्लीपर सेल को लेकर ठन गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस बयान से आहत पार्टी के पूर्व महामंत्री अरुण सिंह सिसोदिया ने उन्हें कानूनी नोटिस भेजा दिया है। वकील के माध्यम से भेजे गए इस मानहानि के नोटिस में सिसोदिया के वकील ने पूर्व सीएम से नोटिस मिलने के 15 दिनों के भीतर सार्वजनिक रुप से काफी मांगनें की मांगने वरना कानूनी कार्यवही का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है।