Mahasamund News : ओडिशा व छत्तीसगढ़ के बार्डर महासमुंद जिले में खरियार रोड के स्थानीय वार्ड-12 के पास ठेलकोबेड़ा के करीब एक सुनसान इलाके में एक निर्माणाधीन मकान में पुलिस ने छापा मार कर एक बड़े जुआ अड्डा का पर्दाफाश किया। बड़े स्तर पर चल रहे अंतरराज्यीय जुआ अड्डे से 81 जुआरियों को गिरफ्तार किया गया, जो ओडिशा समेत छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के हैं।
छापे के दौरान पुलिस ने फड़ से 29 लाख 55 हजार रुपए, 27 कार, 5 बाइक, 88 मोबाइल सहित कई ताश की गड्डी बरामद की है। इसके बाद ओडिशा के डीजी योगेश बहादुर खुरानिया ने जोंक थाना प्रभारी (आइआइसी) गुरुदेव कर्मी को निलंबित (TI Suspended) कर दिया। अगले आदेश तक वे डीआइजी कोरापुट के अनुशासनात्मक नियंत्रण में रहेंगे।
दरअसल, थाना प्रभारी गुरुदेव कर्मी पर कर्तव्य में लापरवाही के चलते यह कार्रवाई हुई है। इंस्पेक्टर गुरुदेव की गिनती जिले के तेजतर्रार पुलिस अधिकारियों में होती रही है। उन्हें पुलिस मेडल फार गैलेंट्री (पीएमजी), डीजीपी डिस्क, एंटी नक्शल आपरेशन के लिए केंद्रीय गृह मंत्री स्पेशल आपरेशन मेडल जैसे पुरस्कार भी मिल चुका है। किन्तु कई महीनों से चल रहे जुआ रैकेट पर उनके हाथ क्यों बंधे थे, यह सवाल उठ रहा है।
इन्हें भेजा गया न्यायिक हिरासत में (TI Suspended)
जुआ फड़ कार्रवाई में पुलिस ने ओडिशा, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुल 81 आरोपितों को पकड़ा था। इनमें से 19 को जुआ एक्ट और संगठित अपराध की धारा के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इनमें महासमुंद जिला निवासी गजानन सेठ, बागबाहरा निवासी सतीश चंद्राकर, जयेश साहू, सरायपाली निवासी दलजीत सिंह, देवकरण अग्रवाल, पुनीत राम पटेल, मोहन यादव, राजेश साहू, रायपुर निवासी हामिद उद्दीन, स्थानीय निवासी गौरीशंकर बेहेरा, एमस गुरुदत्ता, सलमान खान, एमडी सदाम, एमडी साबिर, दिलीप सतनामी, खेमराज साहू, बसंत गुप्ता, संतोष अदा और बिलासपुर निवासी दिलीप सिंधी शामिल हैं। बाकी आरोपितों को नोटिस जारी कर थाना से छोड़ दिया गया।