ढाका, 21 जुलाई। Training Aircraft : बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरा इलाके में सोमवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया, जब बांग्लादेश वायु सेना का एक F-7 BGI ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
आग और धुएं ने मचाई दहशत
प्रत्यक्षदर्शियों और टेलीविजन फुटेज के अनुसार, विमान के क्रैश होते ही उसमें तेज विस्फोट हुआ और आग लग गई, जिससे गहरा धुआं उठता दिखा जो दूर-दूर तक देखा गया। हादसे के समय स्कूल परिसर में बच्चे और स्टाफ मौजूद थे, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई।
आधिकारिक पुष्टि और बचाव कार्य
बांग्लादेश सेना के जनसंपर्क कार्यालय (Public Relations Office) ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर बताया कि यह विमान वायु सेना का था और इसे ट्रेनिंग मिशन के तहत उड़ाया गया था। वहीं बांग्लादेश के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि विमान ने दोपहर 1:06 बजे उड़ान भरी और उसके तुरंत बाद यह कॉलेज परिसर में क्रैश हो गया।
फायर सर्विस और सेना की संयुक्त कार्रवाई
फायर सर्विस के 8 यूनिट तुरंत मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का कार्य शुरू किया। bdnews24 के अनुसार, फायर सर्विस सेंट्रल कंट्रोल रूम की ड्यूटी ऑफिसर लीमा खानम ने बताया कि एक शव बरामद किया गया है, हालांकि उसकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है। वायु सेना ने चार घायलों को रेस्क्यू किया और उन्हें अपने साथ ले गई। उनकी स्थिति और पायलटों की जानकारी अभी अज्ञात है।
स्कूल में बच्चों की मौजूदगी से बढ़ा खतरा
माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज एक घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थित है। स्कूल समय के दौरान हुए इस हादसे से बच्चों और अभिभावकों में भारी दहशत फैल गई। स्कूल प्रशासन द्वारा फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
F-7 BGI विमान क्या है?
F-7 BGI एक चाइनीज़-निर्मित सुपरसोनिक फाइटर जेट है, जिसे बांग्लादेश वायु सेना मुख्य रूप से प्रशिक्षण और इंटरसेप्शन कार्यों के लिए उपयोग करती है। इससे पहले भी इस मॉडल के कुछ विमान तकनीकी खराबी के चलते हादसों का शिकार हो चुके हैं।
फिलहाल की स्थिति
- एक शव बरामद, पहचान शेष
- चार घायल, वायु सेना ने किया रेस्क्यू
- पायलटों की स्थिति अज्ञात
- वायु सेना और प्रशासन की जांच शुरू
यह हादसा बांग्लादेश की सैन्य एविएशन सुरक्षा और ट्रेनोंग प्रोटोकॉल पर गंभीर सवाल उठाता है। माइलस्टोन जैसे शैक्षणिक संस्थान के इतने करीब इस तरह की दुर्घटना से भविष्य में ऐसे क्षेत्रों में फ्लाइट ज़ोन की समीक्षा की मांग उठ सकती है।