गरियाबंद, 26 जून। Transfer of Medical Officers : गरियाबंद जिला अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग में पिछले दो महीनों से चल रही आंतरिक कलह आखिरकार बड़ा प्रशासनिक फेरबदल लेकर आई है। विवादों के केंद्र में रहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) गार्गी यदु को धमतरी स्थानांतरित कर दिया गया है। अब उनकी जगह यू.एस. नवरत्न को गरियाबंद का नया CMHO नियुक्त किया गया है।
विवाद और आरोपों की श्रृंखला
डीडीओ प्रभार (ड्रॉइंग एंड डिस्बर्सिंग ऑफिसर) संभालने के बाद से ही गरियाबंद के जिला अस्पताल में आंतरिक मतभेद और कर्मचारियों की नाराज़गी सामने आने लगी थी। कर्मचारियों ने CMHO गार्गी यदु की छोटी बहन सृष्टि, जो बतौर कंसल्टेंट नियुक्त थीं, के दुर्व्यवहार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए सृष्टि को पहले ही राजधानी रायपुर वापस बुला लिया गया था।
प्रशासनिक निर्णय
15 दिन बाद गार्गी यदु को भी गरियाबंद से हटा दिया गया है। रातोंरात आदेश जारी कर राज्य सरकार ने 58 मेडिकल अफसरों का तबादला कर दिया। आदेश के अनुसार:
जिला अस्पताल गरियाबंद में अन्य बदलाव
- डॉ. के.के. सहारे को रायपुर संचनालय में प्रभारी संचालक बनाया गया है।
- एक महिला चिकित्सक, जिन पर “रजिस्टर में केवल ड्यूटी दर्ज” होने का आरोप था, ने स्ववित्तीय आधार पर राजनांदगांव तबादला करवा लिया।
- दो नए मेडिकल अफसरों की नियुक्ति भी गरियाबंद जिले में की गई है।
क्या कहती है ये हलचल?
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है कि स्वास्थ्य विभाग, विशेषकर जिला अस्पताल स्तर पर, प्रशासनिक अनुशासन और कार्य व्यवहार को लेकर गंभीर चिंताओं का सामना कर रहा है। कर्मचारी और प्रशासनिक स्तर पर संवाद की कमी और पारिवारिक हस्तक्षेप जैसे आरोपों ने पूरे तंत्र की विश्वसनीयता को प्रभावित किया है।




