मणिपुर, 05 दिसंबर। Tribal Community : सुरक्षा बलों ने सोमवार को म्यांमार की सीमा से सटे मणिपुर के तेंग्नौपाल जिले के लिथिथु गांव से 13 अज्ञात व्यक्तियों के शव बरामद किए। सूत्रों ने कहा कि कुकी आदिवासी समुदाय के प्रभुत्व वाले क्षेत्र में प्रतिद्वंद्वी समूहों के बीच भारी गोलीबारी के बाद सुरक्षा बल जंगल में बसे गांव में पहुंचे, जहाँ शव बरामद किए गए। एक अन्य सूत्र ने दावा किया कि सभी शव एक उग्रवादी संगठन के कैडरों के हैं।
इंडिया टुडे की बेबी शिरीन की रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि तेंगनोउपल के लेतीथू गांव के पास दो गुटों के बीच फायरिंग हुई। फायरिंग की सूचना मिलने पर सुरक्षाबल मौके पर पहुंचे, जहां से 13 शव बरामद किए गए हैं। पुलिस को उन शवों के पास से कोई हथियार नहीं मिले हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मृतक गांव के स्थानीय निवासी नहीं लग रहे। ऐसा लग रहा है कि ये लोग कहीं और से आए थे और फायरिंग में शामिल थे। अभी मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। 3 दिसंबर को ही तेंगनोउपल जिले में कुकी-जो जनजातीय समूहों ने भारत सरकार और UNLF के बीच हुए ‘शांति समझौते’ का स्वागत किया था।
मणिपुर (Tribal Community) में बीते कई महीनों से मैतई और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा जारी है। इसमें बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है। हालांकि बीते कुछ दिनों से हालात थोड़े सामान्य दिखने लगे थे। इसके चलते सरकार ने राज्य में 3 दिसंबर को इंटरनेट पर लगे बैन को भी हटा लिया (कुछ क्षेत्रों को छोड़ कर) था। ये राहत 18 दिसंबर तक के लिए थी, लेकिन उससे पहले ही गोलीबारी की इस घटना ने मणिपुर के अंदरूनी हालात की हकीकत सामने रख दी है।