बीजापुर, 23 जुलाई। Tribal Girls Hostel : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिले के भोपालपटनम क्षेत्र में स्थित आदिवासी कन्या छात्रावास में रहकर पढ़ाई करने वाली कक्षा 12वीं की एक 17 वर्षीय छात्रा तीन माह की गर्भवती पाई गई है। मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।
गर्मी की छुट्टियों के बाद 10 जुलाई को लौटी छात्रावास
प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्रा गर्मी की छुट्टियों के बाद 10 जुलाई को छात्रावास लौटी थी। 20 जुलाई को उसने पेट दर्द और चक्कर आने की शिकायत की, जिसके बाद हॉस्टल वार्डन तोंडेश्वरी शेट्टी ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भोपालपटनम में भर्ती कराया। प्राथमिक जांच के बाद छात्रा को बीजापुर जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां मेडिकल जांच में उसके साढ़े तीन महीने की गर्भवती होने की पुष्टि हुई।
इस घटना की जानकारी मिलते ही छात्रा के परिजनों को सूचित किया गया। परिजन तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे और बिना इलाज कराए ही छात्रा को जबरन अपने साथ घर ले गए। जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉ. रत्ना ठाकुर ने बताया, “छात्रा को हमने भर्ती करने की प्रक्रिया पूरी कर ली थी, लेकिन उसकी मां इलाज नहीं कराना चाहती थी और उसे अपने साथ ले गई।”
हॉस्टल वार्डन तोंडेश्वरी शेट्टी ने कहा कि उनकी हाल ही में पोस्टिंग हुई है और उन्हें इस मामले की ज्यादा जानकारी नहीं है। वहीं, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त देवेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें मामले की सूचना मिली है और उन्होंने मंडल संयोजक को तलब किया है ताकि विस्तृत जांच की जा सके।
कांग्रेस विधायक का सरकार पर तीखा हमला
इस संवेदनशील मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। कांग्रेस विधायक विक्रम शाह मंडावी ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के कार्यकाल में न आदिवासी सुरक्षित हैं, न महिलाएं, और न ही छात्रावासों में रहने वाली बेटियां।” उन्होंने प्रशासन से दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस पार्टी की ओर से आश्रम का दौरा कर पीड़िता से मुलाकात की योजना भी बनाई जा रही है।
अब तक की स्थिति
- छात्रा 3 माह की गर्भवती पाई गई
- मेडिकल जांच के बाद मामला उजागर
- परिजन बिना इलाज के छात्रा को ले गए
- प्रशासन व आदिवासी विभाग ने जांच के संकेत दिए
- राजनीतिक घमासान शुरू
अब देखना यह होगा कि छात्रावास (Tribal Girls Hostel) में रह रही छात्रा के गर्भवती होने की परिस्थितियों की जांच किस दिशा में जाती है और प्रशासन दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है। वहीं, इस घटना ने आदिवासी छात्रावासों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।