नई दिल्ली, 17 जुलाई। UIDAI Alert : आधार कार्ड को लेकर UIDAI ने अलर्ट किया है। दरअसल, यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ये अलर्ट बच्चों के आधार कार्ड यानी बाल आधार के लिए किया है। इसमें कहा गया है कि 5 से 7 साल के बच्चों के आधार के आधार कार्ड का बायोमैट्रिक अपडेट जरूर कराएं, ये काम अभी बिल्कुल फ्री में हो सकता है।
बाल आधार बायोमैट्रिक अपडेट (5–7 वर्ष)
कहाँ से आई खबर?
UIDAI ने आज (17 जुलाई 2025) सोशल मीडिया (X पर), SMS और प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से अभिभावकों को गंभीर रूप से अलर्ट किया है कि वे 5–7 वर्ष के बच्चों का आधार बायोमैट्रिक फ्री में अभी अपडेट करवाएँ, अन्यथा 7 साल की आयु के बाद ₹100 का शुल्क लगेगा और आधार डिएक्टिवेट भी हो सकता है।
किसके लिए जरूरी?
0–5 वर्ष के बच्चों का ‘ब्लू बाल आधार’ केवल फोटो और विवरण पर आधारित होता है। 5 साल की उम्र के बाद अनिवार्य रूप से फिंगरप्रिंट, आइरिस और नवीनतम फोटो अपडेट करवाना चाहिए। यदि यह अपडेट 7 वर्ष से पहले पूरा हो जाए तो यह बिल्कुल मुफ्त है।
क्या होगा अगर नहीं कराया?
7 वर्ष की आयु के पार होने के बाद अभी भी बायोमैट्रिक अपडेट नहीं कराया गया तो उस बच्चे का Aadhaar कार्ड निष्क्रिय (डिएक्टिवेट) किया जा सकता है, जिससे उन्हें स्कूल एडमिशन, परीक्षा, छात्रवृत्ति, DBT योजनाएं आदि पाने में बाधा हो सकती है।
शुल्क संबंधी जानकारी
5–7 वर्ष: फ्री में बायोमैट्रिक अपडेट
7+ वर्ष: ₹100 शुल्क लगेगा यदि अपडेट अब कराया जाए
कैसे करवाएँ अपडेट?
माता‑पिता या अभिभावक को बच्चों को लेकर पास के Aadhaar Seva Kendra या किसी मान्य आधार केंद्र में जाना होगा, साथ में ब्लू आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र और माता‑पिता के आधार रखने होंगे। UIDAI द्वारा SMS और X प्लेटफ़ॉर्म पर समय‑समय पर रिमाइंडर भेजे जा रहे हैं।
सारांश
आयु वर्ग | क्या शामिल | शुल्क | समय सीमा | असर |
---|---|---|---|---|
0–5 वर्ष | फोटो और डेमोग्राफिक | ₹0 | तुरंत | — |
5–7 वर्ष | बायोमैट्रिक (फ्री) | ₹0 | 7 वर्ष से पहले | — |
7+ वर्ष | बायोमैट्रिक (यदि पहले न हुआ हो) | ₹100 | जितनी जल्दी हो सके | डिएक्टिवेशन जोखिम |
माता‑पिता के लिए सुझाव
अभी तुरंत 5–7 वर्ष के बच्चों का बायोमैट्रिक अपडेट (UIDAI Alert) करवाएँ, यह मुफ्त है और उनके स्कूल एडमिशन व सरकारी लाभों के लिए जरूरी है। यदि वे अब 7 वर्ष के पार हो चुके हैं, तो ₹100 देकर अपडेट कराएँ और आधार सक्रिय रखवाएँ। यह UIDAI का मानक और महत्वपूर्ण अलर्ट है और ज़रूरत है कि इसे प्राथमिकता से पूरा कर लिया जाए ताकि बच्चों को भविष्य में कोई समस्या न हो।