इंदौर, 09 जुलाई। Unique Case : स्कूल से एक अनोखा मामला सामने आया है। स्कूल प्रवेश के दौरान विद्यार्थियों को माथे पर तिलक लगाने का रिवाज होता है, लेकिन इंदौर के एक स्कूल में इसका उल्टा देखने को मिला।
ये है पूरा मामला
दरअसल यह पूरा मामला इंदौर के धार रोड स्थित श्री बाल विज्ञान शिशु विहार हाई सेकेंडरी स्कूल का है। शनिवार को सुबह जब छात्र तिलक लगाकर स्कूल पहुंचे, तब एक शिक्षिका पदमा सिसोदिया ने बच्चे को थप्पड़ मार दिया। बच्चे की गलती यह थी कि उसने माथे पर तिलक लगाया हुआ था। टीचर ने उसे न सिर्फ मारा बल्कि स्कूल से भी भगा दिया। यह जानकारी जब परिजनों को लगी तो सभी स्कूल पहुंचे और उन्होंने हंगामा किया।
हंगामा बढ़ते देख के प्रिंसिपल पहुंचे लेकिन उन्होंने भी शिक्षिका का पक्ष लेते हुए तिलक न लगाने की बात पर अड़ी रही। उन्होंने स्कूल में बच्चों को दाखिल नहीं किया। दूसरी और बच्चों का आरोप था कि वह तिलक लगाकर स्कूल पहुंचे तो उन्हें तिलक मिटाने के लिए कहा गया। इसके साथ ही शिक्षिका ने कहा कि, स्कूल में कोई भी बच्चा तिलक लगाकर नहीं आएगा तो उसे टीसी दे दिया जाएगा।
जबकि प्रिंसिपल का कहना था कि, तिलक लगाने पर बैन का नियम नहीं है लेकिन हम धर्मवाद नहीं चाहते। वहीं परिजनों का कहना था कि बच्चे स्कूल जाने से पहले सुबह मंदिर जाते हैं और उसके बाद सीधे स्कूल चले जाते हैं। प्रिंसिपल ने कुछ नहीं मानी और उनका कहना था कि, कलेक्टर जैसा आदेश देंगे वैसा हम कर लेंगे।