नई दिल्ली, 16दिसम्बर| Ustad Zakir Hussain Passes Away : मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में निधन हो गया है। रविवार को उनकी हालत अचानक से बिगड़ गई थी, जिसके बाद जाकिर हुसैन को अमेरिका के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जहां इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया। पांच बार ग्रैमी अवॉर्ड विजेता रहे हुसैन के मित्र और बांसुरी वादक राकेश चौरसिया ने रविवार को उनके अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दी थी। उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस की वजह से हुई है।
उस्ताद जाकिर हुसैन का हुआ निधन
राकेश चौरसिया ने बताया था कि अमेरिका में रह रहे संगीतकार को रक्तचाप की समस्या थी। उन्होंने कहा, ‘हुसैन को पिछले सप्ताह हृदय संबंधी समस्या के कारण सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।’ हालांकि, रात तक उनके निधन की खबर को गलत बताया जा रहा (Ustad Zakir Hussain Passes Away)था। तबला वादक के लिए वह विश्वभर में प्रसिद्ध हैं और देश-विदेश के कई बड़े सम्मानों से नवाजे जा चुके हैं। पद्म विभूषण से सम्मानित प्रख्यात तबला वादक जाकिर हुसैन के निधन की पुष्टि सोमवार, 16 दिसंबर की सुबह उनके परिवार ने PTI की।
संगीत की दुनिया में जाकिर हुसैन को मिले कई पुरस्कार
जाकिर हुसैन ने 1991 में प्लैनेट ड्रम के लिए ‘ड्रमर मिकी हार्ट’ के साथ काम किया, जिसे उन्हें ग्रैमी अवॉर्ड मिला था। हुसैन ने कई फिल्मों के साउंडट्रैक के लिए भी काम किया। जाकिर हुसैन को 1991 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह अटलांटा में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के लिए संगीत तैयार करने वाली टीम का हिस्सा बने (Ustad Zakir Hussain Passes Away)थे।
वह पहले भारतीय संगीतकार भी हैं, जिन्हें 2016 में एक्स अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा ‘ऑल-स्टार ग्लोबल कॉन्सर्ट’ में भाग लेने के लिए व्हाइट हाउस में इनवाइट किया गया था। जाकिर हुसैन को भारत सरकार द्वारा 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
7 साल की उम्र में बने तबला वादक
जाकिर हुसैन एक प्रसिद्ध तबला वादक हैं, जिनका जन्म 9 मार्च, 1951 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता उस्ताद अल्लाह रक्खा खान अपने दौर के मशहूर तबला वादक थे। उन्होंने तबला वादन की कला अपने पिता से सीखी। उस्ताद जाकिर हुसैन ने 7 साल की उम्र में संगीत समारोहों में तबला बजाना शुरू किया था। उन्होंने वाशिंगटन विश्वविद्यालय से संगीत में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की थी।