Vaishno Devi Yatra : भारी बारिश…! वैष्णो देवी यात्रा रूट पर लैंडस्लाइड से 31 मौतें…जम्मू-कटरा हाईवे बंद…22 ट्रेनें भी रद्द…यहां देखें

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जम्मू, 27 अगस्त। Vaishno Devi Yatra : जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश ने राज्य में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के यात्रा मार्ग पर बुधवार को हुए बड़े भूस्खलन में कम से कम 31 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 23 लोग घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है, और आशंका जताई जा रही है कि मलबे के नीचे और लोग फंसे हो सकते हैं।

वैष्णो देवी यात्रा पर ब्रेक

त्रिकूट पर्वत पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर के रास्ते का बड़ा हिस्सा भारी भूस्खलन के कारण मलबे में तब्दील हो गया है। भारी वर्षा के कारण कई जगह पत्थर गिरने और रास्ता धंसने की घटनाएं हुईं। यात्रा फिलहाल स्थगित कर दी गई है। कई जगहों पर भूस्खलन और मलबा जमा होने से जम्मू-कटरा राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है। वैकल्पिक मार्गों से आवाजाही बहुत कठिन हो गई है।

रेल सेवाएं प्रभावित

नॉर्दर्न रेलवे ने 22 ट्रेनें रद्द कर दी हैं और 27 ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है। इससे वैष्णो देवी बेस कैंप कटरा से चलने वाली 9 ट्रेनें भी शामिल हैं। पठानकोट–कंदरोरी सेक्शन पर चक्की नदी में बाढ़ के कारण रेल यातायात रोक दिया गया है।

जान-माल का नुकसान

जम्मू में तवी नदी पर बना चौथा पुल ढह गया है। कुछ गाड़ियां फंस गई थीं, जिन्हें बाद में सुरक्षित निकाला गया। 3,500+ लोगों का रेस्क्यू। जिला प्रशासन, जेके पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और स्थानीय वॉलंटियर्स की मदद से 3,500 से अधिक लोगों को बाढ़ग्रस्त और जोखिम वाले इलाकों से निकाला गया है। कई इलाकों में मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवा बाधित है। इससे हजारों लोग संपर्क से बाहर हो गए हैं।

सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र

वर्तमान में जम्मू और आसपास के इलाकों में तेज आंधी-तूफान और भारी बारिश हो रही है। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र हैं- जम्मू शहर, आरएसपुरा, सांबा, अखनूर, नगरोता, कोट भलवाल, बिश्नाह, विजयपुर, पुरमंडल, कठुआ और ऊधमपुर। वहीं रियासी, रामबन, डोडा, बिलावर, कटरा, रामनगर, हीरानगर, गूल और बनिहाल में हल्की बारिश हो रही है।

प्रशासन द्वारा की गई राहत व्यवस्था

अस्थायी शेल्टर बनाए गए हैं, जहां खाना, पानी और मेडिकल सहायता (Vaishno Devi Yatra) दी जा रही है। हाई-रिस्क इलाकों से निकासी का कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है। इस बीच, प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति नदी के किनारे, पुलों या भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में न जाए।