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बाराबंकी, 17 मार्च। Video That Shames Humanity : उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां मजदूरी मांगने गए मजदूर को दबंगों ने बंधक बना कर दो बार पिटाई की और आरोप है कि मुंह में पेशाब भी कर दिया। घटना से आहत मजदूर ने एक बाग में पेड़ से लटक कर सुसाइड कर लिया।

घटना के बाद मृतक का आत्महत्या से पहले पेड़ पर बैठे वीडियो और ऑडियो वायरल होने पर पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है। मामले में पुलिस ने रविवार दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एएसपी अखिलेश नारायण सिंह ने जांच शुरू कर दी है।

टिकैतनगर थाना क्षेत्र के गोबरहा गांव निवासी राकेश मिश्रा के मुताबिक इनका बेटा योगेंद्र मिश्रा मजदूरी का कार्य करता है। गांव के रहने वाले ठेकेदार राम कुमार उर्फ रामू द्विवेदी के घर 12 मार्च को सुलतानपुर जिले में किए कार्य का बकाया 3500 रुपये लेने गया (Video That Shames Humanity)था। पैसे न होने की बात कह कर योगेंद्र मिश्रा की पिटाई कर दी।

योगेंद्र वहां से बच कर घर पहुंचा था कि पीछे-पीछे रामकुमार उर्फ रामू द्विवेदी, मनीष, सोनू, कल्लू और कल्लू के पुत्र अमरीष एवं मोहन भी पहुंच गए। वे घर से योगेंद्र को घसीट कर ले आए। बेटे को बचाने आए पिता राकेश को भी उन लोगों ने मारा पीटा।

बंधक बनाकर पिटाई, मुंह पर पेशाब

परिजनों का आरोप है कि बंधक बना कर लाए योगेंद्र मिश्रा को लाठी डंडों से पीटा और फिर मुंह पर पेशाब कर दिया। इतना ही नहीं 14 मार्च होली के दिन करीब 2 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मन बढ़ दबंगों ने एक बार फिर योगेंद्र मिश्रा से मारपीट कर अपमानित किया। सूचना पर पहुंची डायल 112 पुलिस ने थाने पर आने की बात कह कर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया।

पेड़ से लटक कर आत्महत्या

पिता राकेश ने बताया कि बेटा योगेंद्र मजदूरी 3500 रुपये मांगने पर दबंगों की पिटाई से आहत था। इससे 15 मार्च की सुबह घर के पीछे बाग में योगेंद्र का पेड़ में गमछे से लटकता शव (Video That Shames Humanity)मिला। पिता ने आरोप लगाते हुए बताया कि दबंगों पर पुलिस की कार्यवाही न होने पर बेटे ने खौफनाक कदम उठा लिया। बेटे का मौत से पहले गले में गमछा डाले हुए 15 सेकंड का वीडियो और एक ऑडियो सामने आया है। यह सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।

दो आरोपियों को किया गया अरेस्ट  

अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण सिंह ने रविवार को बयान जारी करते हुए बताया कि मृतक योगेंद्र अपनी मजदूरी का पैसा लेने 12 मार्च को रामू द्विवेदी के घर गया था। वहां मजदूरी के 3500 रुपये देने से मना करने पर योगेंद्र उसके घर लगी एलईडी ले जाने लगा।

इसके विरोध में रामू द्विवेदी और उसके घर वालों के बीच मारपीट हुई थी। इसके पश्चात 14 मार्च को अस्पताल के पास विवाद हुआ। इसके बाद योगेंद्र मिश्रा का शव हैंगिंग अवस्था में पाया गया। मामले में तहरीर के आधार पर टिकैतनगर थाने में मुकदमा लिखा गया है।

एएसपी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि मामले में दो मुख्य आरोपी राम कुमार उर्फ रामू द्विवेदी मनीष द्विवेदी को गिरफ्तार किया गया है। योगेंद्र मिश्रा ने वायरल अपने वीडियो में बंधक बना कर पिटाई और मुंह में पेशाब करने की बात का उल्लेख नहीं किया है। मृतक की मां के द्वारा लगाए आरोप कि योगेंद्र के मुंह पर पेशाब करने और पिटाई की वारदात पर गहनता से छानबीन की जा रही है।