जोधपुर, 13 दिसम्बर| Wife Tortured In-Laws : राजस्थान के जोधपुर में पत्नी की प्रताड़ना से परेशान होकर पति ने अपनी मां और भाई के साथ सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली। मामला ओसियां थाना क्षेत्र में का है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार को एक ही परिवार के तीन लोगों ने घर की बहू से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया
इस सामूहिक आत्महत्या मामले में सोशल मीडिया पर कुछ स्क्रीन शॉट वायरल हुए थे। जिसके बाद मृतकों के दोस्तों और समाज के लोगों ने दोषियों की गिरफ्तारी नही होने तक शव उठाने से इनकार कर दिया। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया (Wife Tortured In-Laws)है।
इसके बाद लोगों ने पोस्टमार्टम करवाने के लिए सहमति दी। एएसपी भोपाल सिंह लखावत ने बताया कि परिजनों की मांग पर दो जनों को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है।
मरने से पहले सुसाइड नोट दोस्त को दिया
गौरतलब है कि बिगमी गांव में 27 वर्षीय नवरत्न सिंह, 24 वर्षीय प्रदीप सिंह और उनकी मां भंवरी देवी ने जहर खाकर आत्महत्या कर लिया था। उस समय घर पर नवरत्न की पत्नी नीतू मौजूद थी। आत्महत्या से पहले दोनों भाइयों ने अपने दोस्त को डिब्बी में सोने के आभूषण और एक नोट दिया और कहा था कि इसे दो घंटे बाद खोलना।
जब दोस्त ने डिब्बा खोला तो उसमें एक सुसाइड नोट (Wife Tortured In-Laws)निकला। इसमें उसने पत्नी और उसके परिवार पर परेशान करने का आरोप लगाया। इसके बाद उसने पुलिस को सूचित किया, लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी।
स्क्रीन शॉट्स हुए वायरल
इस आत्महत्या को लेकर कुछ स्क्रीनशॉट वायरल हुए थे, जिनमें मृतक नवरत्न सिंह और उसके भाई ने अपनी पत्नी नीतू, ससुर लाल सिंह और साले श्रवण सिंह और हुकुम सिंह पर आरोप लगाए (Wife Tortured In-Laws)थे। ऐसे मैसेज पुलिस को भी भेजे गए हैं। बुधवार को नवरत्न सिंह के मामा ने लालसिंह, नीतू कंवर, हुक्मसिंह व श्रवणसिंह के खिलाफ रिपोर्ट दी थी, जिस पर मामला दर्ज किया गया है।
सुसाइड नोट में वसीयत भी लिखी
इस मामले में मृतक ने सुसाइड नोट के साथ ही अपनी अंतिम वसीयत भी लिख दी। इस लिहाज से मृतक के परिजन और समाज के लोग इस बात को लेकर खड़े हुए हैं कि उनकी अंतिम वसीयत और इच्छा के अनुसार उनकी तमाम संपत्ति का निस्तारण किया जाए।
एसडीएम ने भी उन्हें आश्वासन दिया है हालांकि यह रिवेन्यू बोर्ड से जुड़ा मामला है क्योंकि सुसाइड नोट के साथ वसीयत का संभावित यह पहला मामला सामने आया है। ऐसे में प्रशासन भी विधिक पहलुओं पर इस मामले के निस्तारण को लेकर जुटा है।