भोपाल, 25 जुलाई। Youth Congress President : मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला अब सबसे ज्यादा चर्चा में है। जहां पहले 19 उम्मीदवार थे, अब मुख्य रूप से तीन युवा नेता, यश घनघोरिया, शिवराज यादव, और अभिषेक परमार के बीच चुनावी टक्कर हो रही है। इन तीनों का क्षेत्रीय आधार भी मजबूत है, जिससे चुनाव में इनकी पकड़ और दिलचस्प हो जाती है। खासकर जबलपुर, भोपाल और ग्वालियर जैसे बड़े जिलों में इन तीनों की लीडरशिप को लेकर माहौल गरम है।
सदस्यता अभियान ने तोड़ा रिकॉर्ड
युवा कांग्रेस के सदस्यता अभियान ने भी रिकॉर्ड तोड़ा है। पहली बार 15 लाख से ज्यादा सदस्य बने हैं, जो इस चुनावी प्रक्रिया को और भी महत्वपूर्ण बनाता है। अब, जैसे ही सदस्यता प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, मतदान की प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है, जिसमें ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक के चुनाव होंगे। फिलहाल, चुनाव की प्रक्रिया और स्क्रूटनी का दौर चल रहा है, जिससे यह तय किया जाएगा कि किन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति मिलेगी और किसे दस्तावेज़ों के आधार पर बाहर किया जाएगा।
इसके अलावा, महासचिव पदों पर भी काफी रुचि देखने को मिल रही है। प्रदेश महासचिव के चुनाव में 182 उम्मीदवारों की मौजूदगी यह दर्शाती है कि प्रतिस्पर्धा कितनी तगड़ी है। इसमें भी कई आरक्षित श्रेणियों के लिए पद आरक्षित किए गए हैं, जैसे महिला, ओबीसी, अल्पसंख्यक, दिव्यांग और ट्रांसजेंडर।
उमंग सिंघार के जिले में सबसे ज्यादा दावेदार
युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष के चुनाव में भी गर्मी है, खासकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के जिले धार में, जहां 15 उम्मीदवारों ने जिलाध्यक्ष पद के लिए दावेदारी की है। वहीं, पूर्व सीएम कमलनाथ के जिले छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में स्थिति शांत है, क्योंकि वहां एक-एक उम्मीदवार हैं, जो निर्विरोध चुने जाएंगे।
यह चुनाव न केवल युवा कांग्रेस के भविष्य (Youth Congress President) के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि मध्य प्रदेश की राजनीति में युवा नेतृत्व का आना और इस चुनावी प्रक्रिया से गहरे असर डालने का भी संकेत है।