PAC Meeting : छत्तीसगढ़ कांग्रेस PAC बैठक में चढ़ा सियासी तापमान…! भूपेश बघेल ने नेतृत्व और अनुशासन पर उठाए सवाल…सचिन पायलट की मौजूदगी में गूंजे असंतोष के स्वर

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रायपुर, 24 जून। PAC Meeting : छत्तीसगढ़ कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर कमेटी (PAC) की बैठक में सोमवार को भीतरू कलह खुलकर सामने आ गई। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर सवाल दागे, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। यह घटनाक्रम न सिर्फ पार्टी के भीतर गहरे मतभेदों को उजागर करता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि विपक्ष में रहते हुए भी कांग्रेस भीतर से दो ध्रुवों में बंटी हुई है।

भूपेश की नाराजगी खुलकर सामने आई

बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट की मौजूदगी में भूपेश बघेल ने प्रदेश नेतृत्व की कार्यशैली और अनुशासनहीनता पर सीधा सवाल उठाते हुए कहा: “नेता प्रतिपक्ष को सरकार पर आक्रामक होना चाहिए, लेकिन वे चुप क्यों हैं?”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि संगठन में अनुशासन खत्म हो चुका है और उनके खिलाफ बयान देने वाले नेताओं पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती, खासकर राजनांदगांव की घटना का हवाला देते हुए उन्होंने नेतृत्व पर अप्रत्यक्ष हमला बोला।

महंत-टीएस सिंहदेव की नज़दीकियां बनी टकराव की वजह

कहा जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और टीएस सिंहदेव के बीच सरगुजा बेल्ट में बढ़ती सियासी केमिस्ट्री से भूपेश बघेल असहज हैं। महंत का यह बयान कि “अगला चुनाव टीएस बाबा के नेतृत्व में लड़ा जाएगा”, बघेल को रास नहीं आया और बैठक में उनके तेवर इसी असंतोष की झलक दे रहे थे।

पायलट ने अनुशासन और एकजुटता पर दिया जोर

सचिन पायलट ने हालांकि किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन अपने वक्तव्य में संगठन में अनुशासन और एकता की आवश्यकता पर बल देते हुए यह भी कहा कि: “रायपुर का नियंत्रण कमजोर हुआ है, अब दिल्ली से मैनेजमेंट हो रहा है।”

उन्होंने यह भी संकेत दिया कि पार्टी अब बूथ स्तर से प्रदेश स्तर तक समीक्षा करेगी, और जिलाध्यक्षों व चुनावी चेहरों को लेकर जल्द ही बड़ा बदलाव संभव है।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस की PAC बैठक (PAC Meeting) में उपजा असंतोष यह स्पष्ट करता है कि पार्टी एकजुट नहीं है। भूपेश बघेल और प्रदेश नेतृत्व के बीच तालमेल की कमी, तथा संगठन में अनुशासनहीनता ने कांग्रेस के सामने आंतरिक स्थिरता की बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। आगामी संगठनात्मक बदलावों के जरिए पार्टी इसे कितना संभाल पाएगी, यह आने वाले समय में तय होगा।