रायपुर, 23 जुलाई। Amit Shah Meeting : पूर्व मंत्री और वर्तमान में कोरबा जिले के रामपुर से वरिष्ठ विधायक ननकी राम कंवर को अमित शाह की मीटिंग में जाने से रोक दिया गया। इस बात से ननकी राम बिफर पड़े और वह गुस्से में वापस लौट गए।
प्रदेश भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बीजेपी नेताओं की मीटिंग ले रहे थे। इस दौरान बोरियाकला में गेट पर ही उन्हें रोक लिया गया और उन्हें कहा गया कि अंदर आने वालों की सूची में आपका नाम नहीं है। आप प्रवेश नहीं कर सकते हैं। इस बात पर नाराजगी व्यक्त करते हुए वरिष्ठ आदिवासी नेता और विधायक ननकीराम कंवर कार्यालय से वापस अपने निवास को लौट गए।
आपको बता दे कि, अमित शाह का रायपुर दौरा सोमवार को बिल्कुल ही साधारण रहा। ना तो एयरपोर्ट पर ज्यादा फूल-माला दिखा और ना ही पार्टी कार्यालय में तामझाम नजर आया। एयरपोर्ट पर सिर्फ पार्टी अध्यक्ष अरूण साव ही स्वागत के लिए पहुंचे। ना कार्यकर्ताओं का हुजूम दिखा और ना ही नेताओं का रेला नजर आया।
मुखर नेता की नाराजगी BJP को पड़ सकती है भारी
पार्टी कार्यालय में भी ऐसा ही कुछ आलम दिखा। कार्यालय पहुंचने पर सिर्फ तीन लोगों ने ही गुलदस्ता दिया। शाह ने पार्टी कार्यालय में अपने स्वागत को सिर्फ 18 सेकंड में ही निपटाया और फिर सीधे मीटिंग रूम की तरफ बढ़ गये। आगे-आगे अमित शाह, उनके पीछे रमन सिंह, नारायण चंदेल और पवन साय।
नंदकुमार साय भी अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ संगठन में बात रखते रहे हैं, जिसे लेकर पार्टी नाराज चल रही थी। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। गृहमंत्री की बैठक में रोके जाने को लेकर ननकीराम कंवर की नाराजगी बीजेपी को भारी पड़ सकती है। ऐसे हालात में ननकीराम कंवर यदि अब कांग्रेस का दामन थाम लेते हैं तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।
बैठक में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी नितिन नबीन, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय अन्य शामिल रहे। बैठक के मद्देनजर पार्टी कार्यालय के बाहर सुरक्षा का खास इंतजाम (Amit Shah Meeting) किया गया।