Author name: Ek Janta Ki Awaaz

Wild Buffalo: A herd of Gaur was seen in Fingeshwar...! High alert issued in more than 10 villages...Video
Chhattisgarh

Wild Buffalo : फिंगेश्वर में गौर का झुंड देखा गया…! 10 से अधिक गांवों में हाई अलर्ट जारी…Video

गरियाबंद, 24 अगस्त। Wild Buffalo : गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर क्षेत्र अंतर्गत सोरिद खुर्द गांव में गौर (जंगली भैंसा) का एक झुण्ड देखा गया है। झुण्ड में करीब 5 गौर शामिल हैं, जो आसपास के खेतों में घूमते देखे गए हैं। इसकी जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम सक्रिय हो गई है। गौर के झुण्ड के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंच रहा है। ग्रामीणों में दहशत का माहौल है, क्योंकि गौर आमतौर पर भारी-भरकम और आक्रामक माने जाते हैं। वन विभाग ने एहतियात के तौर पर 10 से अधिक गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों से अपील की है कि वे जंगल के किनारे या खेतों की ओर अकेले न जाएं। वन अमला लगातार गश्त कर रहा है और झुण्ड पर नजर बनाए हुए है। ग्रामीणों से किसी भी तरह की हलचल दिखने पर तत्काल सूचना देने को कहा गया है। वन विभाग ने क्षेत्र के लोगों से सतर्क रहने और बच्चों व बुजुर्गों को घर के आसपास ही रहने को कहा है। वन विभाग की मदद से फसलों पर भी नज़र रखें।

Suicide Threats : BREAKING...! Former CM's nephew's video goes viral on social media...suicide threat...watch the video here
Politics

Suicide Threats : ब्रैकिंग…! Ex CM के भांजे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल…आत्महत्या की धमकी…यहां देखें VIDEO

देहरादून, 23 अगस्त। Suicide Threats : उत्तराखंड की राजनीति और पुलिस व्यवस्था को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के भांजे विक्रम सिंह राणा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उन्होंने 18 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की धमकी दी है। वीडियो में राणा ने देहरादून पुलिस पर गंभीर लापरवाही और पक्षपात के आरोप भी लगाए हैं। वीडियो में क्या बोले विक्रम सिंह राणा? वायरल वीडियो में खुद को विक्रम सिंह राणा बताने वाले युवक ने कहा, दिसंबर 2024 में मैंने देहरादून पुलिस को धोखाधड़ी की लिखित शिकायत दी थी, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। मैं मानसिक रूप से टूट चुका हूं। अगर मुझे कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार सिस्टम और पुलिस होगी। उन्होंने पुलिस पर आरोपियों को बचाने, जांच को टालने और न्याय न देने की बात भी कही। पुलिस प्रशासन हरकत में, दोबारा जांच के आदेश वीडियो के सोशल मीडिया पर तूल पकड़ते ही देहरादून पुलिस हरकत में आ गई। एसएसपी देहरादून ने एक प्रेस बयान जारी कर बताया, विक्रम सिंह राणा की शिकायत की जांच पहले सीओ मसूरी को सौंपी गई थी। प्रारंभिक जांच में मामला “सिविल प्रकृति” का पाया गया, इसलिए उन्हें न्यायालय में वाद दायर करने की सलाह दी गई थी। अब, मामले की पुनः जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एसपी सिटी को नई जांच का जिम्मा सौंपा गया है, जो सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करेंगे। मामले ने कानून-व्यवस्था, पुलिस की जवाबदेही (Suicide Threats) और आर्थिक धोखाधड़ी के मामलों में प्राथमिक जांच के स्वरूप को लेकर बहस छेड़ दी है। कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि, यदि मामला सिर्फ लेन-देन का है, तो यह सिविल कोर्ट के अंतर्गत आता है। लेकिन अगर धोखाधड़ी, जालसाजी, आपराधिक साजिश के तत्व स्पष्ट रूप से सामने आते हैं, तो पुलिस जांच और FIR दर्ज करना अनिवार्य हो जाता है।

Chaitanya Baghel: Big news from Raipur...! Chaitanya Baghel sent to jail on 14-day judicial remand till September 6
BREAKING NEWS, Chhattisgarh

Chaitanya Baghel : रायपुर से बड़ी खबर…! चैतन्य बघेल को 14 दिन की न्यायिक रिमांड…6 सितंबर तक भेजा गया जेल

रायपुर, 23 अगस्त। Chaitanya Baghel : प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए गए चैतन्य बघेल को शुक्रवार को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। अब उन्हें 6 सितंबर 2025 तक जेल में न्यायिक हिरासत में रखा जाएगा। ED ने नहीं मांगी कस्टोडी की मियाद ED ने चैतन्य बघेल की 5 दिन की कस्टोडियल रिमांड समाप्त होने पर उन्हें रायपुर स्थित स्पेशल ED कोर्ट में पेश किया।चौंकाने वाली बात यह रही कि इस बार ईडी ने रिमांड बढ़ाने का कोई आवेदन पेश नहीं किया, जिससे कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश जारी कर दिए। कोर्ट का आदेश ED स्पेशल कोर्ट ने सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया। आदेश के अनुसार, चैतन्य बघेल को सीधे जेल भेज दिया गया और अगली सुनवाई 6 सितंबर 2025 को होगी। मामला क्या है? हालांकि इस पेशी में मामले से जुड़े विस्तृत आरोपों पर चर्चा नहीं हुई, लेकिन चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी धनशोधन (Money Laundering) से जुड़े एक बड़े मामले में हुई थी, जिस पर ईडी पिछले कुछ समय से जांच कर रही है। अब अगली सुनवाई तक चैतन्य बघेल न्यायिक हिरासत (Chaitanya Baghel) में रहेंगे। ED की ओर से यदि आगे कोई पूरक आवेदन या चार्जशीट दाखिल की जाती है, तो उस पर अगली सुनवाई में फैसला होगा।

Digital Crop Survey: Big administrative news from Raipur...! Notice to 46 Patwaris for negligence in survey...see the list here
Chhattisgarh

Digital Crop Survey : रायपुर से बड़ी प्रशासनिक खबर…! सर्वे में लापरवाही पर 46 पटवारियों को नोटिस…यहां देखें सूची

रायपुर, 23 अगस्त। Digital Crop Survey : कोरिया जिले में चल रहे डिजिटल क्रॉप सर्वे और फार्मर रजिस्ट्री जैसे शासन के महत्वाकांक्षी कार्यों में लापरवाही बरतने पर 46 पटवारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यह कार्रवाई कोरिया कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी के निर्देश पर की गई है। लापरवाही बरतने वाले पटवारियों की सूची क्या है मामला? शासन के निर्देशानुसार जिले में डिजिटल फसल सर्वेक्षण का कार्य तेजी से चल रहा है, जिसमें पटवारियों को कुछ जिम्मेदारियां सौंपी गई। जिसमें सर्वेक्षक आईडी तैयार करना, सर्वेक्षक के लिए खसरा ऑनलाइन उपलब्ध कराना और सर्वेक्षित खसरों को स्वीकृत करना था, लेकिन संबंधित पटवारियों द्वारा इन कार्यों में स्पष्ट रूप से लापरवाही की गई, जिससे प्रगति प्रभावित हुई और समयसीमा में योजनाओं के पूर्ण होने पर संकट उत्पन्न हो गया। प्रशासन की सख्त चेतावनी इस देरी से धान खरीदी व्यवस्था और किसानों को मिलने वाले लाभों पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना को देखते हुए कलेक्टर चन्दन त्रिपाठी ने गंभीर नाराजगी जताई और एसडीएम बैकुंठपुर व सोनहत को संबंधित पटवारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। सभी पटवारियों को तीन दिवस के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा गया है। जवाब संतोषजनक न होने की स्थिति में विभागीय कार्रवाई तय मानी जा रही है। 30 सितम्बर सर्वे की डेडलाइन कोरिया जिले के 161 ग्रामों में डिजिटल क्रॉप सर्वे कार्य जारी है, जिसे 30 सितम्बर 2025 तक हर हाल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह कार्रवाई जिले के प्रशासनिक अमले में स्पष्ट संकेत है कि शासन की प्राथमिकताओं में लापरवाही या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Dog Attacked: Student attacked by dog...! Student's cheek split into two parts...17 stitches on face
National

Dog Attacked : छात्रा पर कुत्ते ने किया हमला…! दो हिस्सों में बंटा गाल…चेहरे पर लगे 17 टांके

कानपुर/उत्तर प्रदेश, 23 अगस्त। Dog Attacked : कानपुर में कॉलेज से लौट रही एक बी.बी.ए. छात्रा पर आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया, जिससे उसके चेहरे पर गंभीर चोटें आईं और उसे 17 टांके लगाने पड़े। छात्रा की हालत नाजुक है और उसे खाने-पीने में भी दिक्कत हो रही है। यह घटना इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर रही है, जहाँ लोग अब घरों से निकलने में भी डर रहे हैं। दरअसल, सोमवार 20 अगस्त को श्याम नगर इलाके में कॉलेज से लौट रही छात्रा पर तीन आवारा कुत्तों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गई। सबसे भयावह बात यह है कि उसका गाल फटकर दो टुकड़ों में बंट गया, और डॉक्टरों को उसके चेहरे पर एक-दो नहीं बल्कि 17 टांके लगाने पड़े। पीड़िता की पहचान वैष्णवी साहू के रूप में हुई है, जो एलन हाउस रूमा कॉलेज में BBA अंतिम वर्ष की छात्रा है। घटना उस वक्त हुई जब वह रोज़ की तरह कॉलेज से घर लौट रही थी। कुत्तों और बंदरों के बीच झगड़ा बना काल रिपोर्ट्स के मुताबिक, इलाके में आवारा कुत्तों और बंदरों के बीच लड़ाई चल रही थी। इसी अफरा-तफरी में वैष्णवी जैसे ही वहां से गुजर रही थी, तीन कुत्तों ने उस पर झपट्टा मार दिया। उसे सड़क पर घसीटा गया, चेहरे, नाक और शरीर को नोचा गया, और खून से लथपथ हालत में छोड़ा गया। आवाज सुनकर दौड़े लोग स्थानीय लोगों ने जब छात्रा की दिल दहला देने वाली चीखें सुनीं, तो लाठी-डंडे लेकर दौड़ पड़े और बड़ी मुश्किल से कुत्तों को भगाया। उस वक्त तक छात्रा का चेहरा लहूलुहान हो चुका था। परिवार को सूचना दी गई, और उसे तत्काल कांशीराम अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर बोले– चोटें बेहद गहरी, खाना तक नहीं खा पा रही डॉक्टरों के मुताबिक, छात्रा के दाहिने गाल पर गहरी चोटें हैं, जो दो हिस्सों में बंट चुका था। उसे सिर्फ तरल आहार दिया जा रहा है, वो भी स्ट्रॉ के ज़रिए। परिवार का कहना है कि वैष्णवी शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से भी टूट चुकी है। परिवार की गुहार, सरकार कुछ करे, वरना हर दिन किसी की बेटी यूँ ही कटेगी। वैष्णवी के परिजनों ने राज्य सरकार और नगर निगम से अपील की है कि, या तो इन कुत्तों को शेल्टर में ले जाएं, या सड़कों से हटाएं। हमारी बेटी की ज़िंदगी बर्बाद हो गई, हम नहीं चाहते किसी और की बेटी भी ऐसा झेले। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बीच उठे सवाल यह घटना उस वक्त सामने आई है जब हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि आवारा कुत्तों को नसबंदी के बाद वापस सड़कों पर छोड़ा जा सकता है। यह निर्णय पशु अधिकारों और मानव अधिकारों के बीच संतुलन बनाने के प्रयास के तहत लिया गया था। लेकिन कानपुर की इस भयावह घटना ने एक बार फिर इस फैसले की व्यावहारिकता और ज़मीनी हकीकत पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह सवाल उठने लगा है, क्या नसबंदी भर से कुत्ते शांत (Dog Attacked) और सुरक्षित हो जाएंगे?जब शहरों की सड़कों पर कुत्ते खुलेआम हमला कर रहे हैं, तो क्या उन्हें वहीं छोड़ देना सही है? इंसान की जान की कीमत और सड़क पर चलने का हक क्या कमतर हो गया है?

Tragic Road Accident: Horrible road accident...! Auto and truck collide head-on...8 killed
Accident, BREAKING NEWS

Tragic Road Accident : भीषण सड़क हादसे…! ऑटो और ट्रक की आमने-सामने से टक्कर…8 की मौत

पटना, 23 अगस्त। Tragic Road Accident : बिहार की राजधानी पटना में शनिवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 5 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के दनियावां-हिलसा स्टेट हाईवे पर हुआ, जहां एक यात्री ऑटो और अज्ञात ट्रक में आमने-सामने की टक्कर हो गई। गंगा स्नान का सफर बना अंतिम यात्रा सभी मृतक नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के रेरा मलामा गांव के निवासी थे। वे गंगा स्नान के लिए एक ऑटो में सवार होकर पटना आ रहे थे। जैसे ही ऑटो अल्ट्राटेक फैक्ट्री के पास पहुंचा, तभी तेज रफ्तार से आ रहे एक अज्ञात ट्रक ने उसे सामने से टक्कर मार दी। ऑटो हुआ चकनाचूर, 7 महिलाएं और 1 पुरुष की मौत इस भीषण टक्कर में सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतकों में सात महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो पूरी तरह चकनाचूर हो गया। आसपास के लोगों ने तेज आवाज सुनकर मौके की ओर दौड़ लगाई और घायलों को बाहर निकालने में मदद की। ट्रक चालक फरार हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घायलों को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दनियावां थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस का कहना है कि ट्रक की पहचान (Tragic Road Accident) और चालक की गिरफ्तारी के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। फिलहाल इलाके में शोक और दहशत का माहौल है।

EOU Raid: EOU's big blow to corruption...! Jewellery and notes worth crores recovered from government engineer's house
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EOU Raid : बड़ी खबर…! सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के 4 मंजिला घर से 55 लाख रुपये नकद…अधजले नोटों से सबूत मिटाने की कोशिश

पटना, 23 अगस्त। EOU Raid : आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने शुक्रवार को ग्रामीण कार्य विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर विनोद कुमार राय के पटना स्थित चार मंजिला आवास पर छापेमारी कर एक बार फिर भ्रष्टाचार की गहराई को उजागर किया है। कार्रवाई में 55 लाख रुपये नकद, लाखों के सोने-चांदी के गहने, और करोड़ों की संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अधजले नोटों से सबूत मिटाने की कोशिश EOU की टीम गुरुवार देर रात ही भूतनाथ रोड स्थित आवास पर पहुंच गई थी, लेकिन घर में अकेली महिला की मौजूदगी का हवाला देते हुए टीम को रातभर भीतर नहीं जाने दिया गया। शुक्रवार सुबह जब टीम घर में दाखिल हुई, तो वहां भारी मात्रा में नकदी जलाने की कोशिश के सबूत मिले। टीम ने अधजले नोटों को जब्त (EOU Raid) किया और FSL और नगर निगम की टीम को भी जांच में शामिल किया गया। करोड़ों की संपत्तियों का खुलासा छापेमारी में जो दस्तावेज मिले हैं, उनके अनुसार राय के पास, 12 से अधिक बैंक खातों का विवरण, कई भूखंडों की रजिस्ट्री, महंगे गहनों के सेट, और आय से कई गुना अधिक संपत्ति के प्रमाण मौजूद हैं। सीतामढ़ी में पोस्टिंग, मधुबनी का अतिरिक्त प्रभार विनोद कुमार राय वर्तमान में सीतामढ़ी में पदस्थापित हैं और मधुबनी जिले का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं। उनके खिलाफ लंबे समय से अवैध कमाई और बेनामी संपत्ति अर्जित करने की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। 36 घंटे में तीसरी बड़ी छापेमारी बीते 36 घंटे में EOU द्वारा यह तीसरी बड़ी छापेमारी है। एक के बाद एक खुलासों से सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। जांच एजेंसी का मानना है कि बैंक डिटेल और ज़मीन से जुड़े दस्तावेजों की जांच से और भी बड़े नामों का खुलासा हो सकता है।

Tiger Attack: Heartbreaking incident from Maholi...! A tiger ate a young man who went to the field to get fodder... Watch the gruesome video here
Accident, BREAKING NEWS

Tiger Attack : महोली से हृदयविदारक घटना…! खेत में चारा लेने गए युवक को बाघ ने खाया…यहां देखें वीभत्स VIDEO

सीतापुर/महोली, 23 अगस्त। Tiger Attack : सीतापुर ज़िले के महोली थाना क्षेत्र के नन्हीं कटघरा गांव में बाघ के हमले में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। यह हृदयविदारक घटना शनिवार सुबह उस वक्त हुई जब युवक मवेशियों के लिए चारा लेने खेतों की ओर गया था, तभी अचानक बाघ ने उस पर हमला कर दिया। परिजन जब युवक की तलाश में खेत की ओर पहुंचे, तो वहां खून से लथपथ शव मिला, जिसे देख गांव में सनसनी फैल गई। घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, वहीं गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। मामले की सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है। ग्रामीणों ने बताया कि इलाके में पिछले कुछ दिनों से बाघ की हलचल देखी जा रही थी, लेकिन इस तरह के हमले से लोग डर और आक्रोश में हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से बाघ को पकड़ने की मांग की है और मृतक परिवार को उचित मुआवज़ा देने की अपील की है।

Adopted Tuberculosis Patient: Chhattisgarh Governor becomes sensitive guardian...! Ramen Deka becomes the first Governor of the country... Know the reason here
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Adopted Tuberculosis Patient : छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बने संवेदनशील अभिभावक…! देश के पहले राज्यपाल बने रमेन डेका…यहां जानें कारण

रायपुर, 23 अगस्त। Adopted Tuberculosis Patient : छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने एक मिसाल कायम करते हुए देश के पहले ऐसे राज्यपाल बनने का गौरव हासिल किया है, जिन्होंने टीबी (क्षय रोग) से जूझ रहे मरीजों को व्यक्तिगत तौर पर गोद लिया है। राज्यपाल डेका ने प्रदेश के सभी 33 जिलों के कुल 330 टीबी मरीजों को ‘निक्षय मित्र’ के रूप में अपनाया है। इस पहल के तहत अब इन मरीजों को उनके उपचार की अवधि में प्रति माह 500 रुपये का पौष्टिक आहार प्रदान किया जाएगा। राज्यपाल ने इस मौके पर उद्योगपतियों, स्वयंसेवी संस्थाओं और समाजसेवियों से भी अपील की कि वे ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ से जुड़ें और टीबी मरीजों की सेवा में सहभागी बनें। राज्यपाल रमेन डेका ने कहा, सामूहिक प्रयासों और जनभागीदारी (Adopted Tuberculosis Patient) से ही हम छत्तीसगढ़ और पूरे भारत को टीबी मुक्त बना सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने राज्यपाल की इस पहल की सराहना की है और इसे एक प्रेरणादायी कदम बताया है, जिससे आम लोगों में भी टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और सामाजिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।

Fungus Paracetamol: Big news...! Fungus in 48 thousand tablets of 500 mg paracetamol...distribution banned...notice to the company
Chhattisgarh

Fungus Paracetamol : छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर…! 500 मिलीग्राम पैरासिटामोल की 48 हजार गोलियों में फंगस…वितरण पर रोक…कंपनी को नोटिस

रायपुर, 23 अगस्त। Fungus Paracetamol : छत्तीसगढ़ में इस समय वायरल संक्रमण और इन्फ्लुएंजा का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। अस्पताल बुखार के मरीज़ों से खचाखच भरे हैं। ऐसे संकटपूर्ण समय में आमतौर पर बुखार की पहली और सबसे अहम दवा मानी जाने वाली पैरासिटामोल की गुणवत्ता को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आई है। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CGMSCL) ने जांच में पाया है कि महासमुंद स्थित 9M इंडिया कंपनी द्वारा सप्लाई की गई पैरासिटामोल 500 एमजी और 650 एमजी टैबलेट की गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरी। इन दवाओं में काले धब्बे पाए गए हैं, जिससे यह मरीजों के इस्तेमाल के लिए असुरक्षित मानी गई हैं। स्वास्थ्य इकाइयों और दवा गोदामों से लगातार मिल रही शिकायतों के बाद वर्ष 2024 में तैयार बैचों की जांच कराई गई, जिसमें दवा की गुणवत्ता में प्रथमदृष्टया कमी पाई गई। CGMSCL की लैब रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई है। इस गंभीर लापरवाही के चलते निगम ने कंपनी को सभी संदिग्ध बैच तुरंत वापस लेने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही निर्देश दिया गया है कि उसकी जगह गुणवत्तापूर्ण नई खेप शीघ्र उपलब्ध कराई जाए। निगम ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित शर्तों का पालन नहीं किया गया, तो कंपनी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और इसकी पूर्ण जिम्मेदारी कंपनी की होगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वायरल के इस दौर में इस तरह की लापरवाही जनस्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा है और प्रशासन को चाहिए कि ऐसी कंपनियों पर कड़ी निगरानी रखे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। अभी भी 19,93,497 टैबलेट अस्पतालों में एक अप्रैल 2024 से आज तक 19,93,497 टैबलेट अस्पतालों में भेजी जा चुकी हैं। वित्तीय वर्ष 2025-26 में संचालनालय चिकित्सा शिक्षा ने 1.30 करोड़ टैबलेट और स्वास्थ्य सेवाओं ने 43.67 लाख टैबलेट की मांग रखी, जिसकी कुल कीमत 6.32 करोड़ रुपये है, लेकिन एक अप्रैल 2024 से अब तक केवल 19.93 लाख टैबलेट जारी हो सकी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि महंगी और घटिया दवा खरीद न केवल सरकारी धन की बर्बादी है, बल्कि मरीजों की जान से खिलवाड़ भी है। ऐसे खुला मामला मामला तब सामने आया जब प्रदेश के 90 से ज्यादा सरकारी अस्पतालों (Fungus Paracetamol) में स्ट्रिप खोलते ही गोलियों पर स्पष्ट धब्बे दिखे। इसकी सूचना तत्काल जिलों के सीएमएचओ को दी गई। जांच के बाद पूरे बैच को वेयरहाउस वापस भेज दिया गया। यह पहला मामला नहीं है। छोटे-बड़े अस्पताल पहले ही पैरासिटामोल के खराब बैच की शिकायतें भेज चुके हैं। कई बार दवाओं में फंगस, रंग बदलना और टूटने जैसी शिकायतें मिली हैं। करोड़ों रुपये की दवाएं वेयरहाउस और अस्पतालों से वापस की जा चुकी हैं। यह है खराब दवा की जानकारी कई दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल