Author name: Ek Janta Ki Awaaz

Tribal Girls Hostel: The case of tribal girls hostel in Bijapur...! A 12th class student turned out to be three months pregnant... uproar in the administrative department
Chhattisgarh

Tribal Girls Hostel : बीजापुर में आदिवासी बालिका छात्रावास का मामला…! 12वीं कक्षा की छात्रा तीन महीने की गर्भवती निकली…प्रशासनिक महकमे में हड़कंप

बीजापुर, 23 जुलाई। Tribal Girls Hostel : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिले के भोपालपटनम क्षेत्र में स्थित आदिवासी कन्या छात्रावास में रहकर पढ़ाई करने वाली कक्षा 12वीं की एक 17 वर्षीय छात्रा तीन माह की गर्भवती पाई गई है। मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। गर्मी की छुट्टियों के बाद 10 जुलाई को लौटी छात्रावास प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्रा गर्मी की छुट्टियों के बाद 10 जुलाई को छात्रावास लौटी थी। 20 जुलाई को उसने पेट दर्द और चक्कर आने की शिकायत की, जिसके बाद हॉस्टल वार्डन तोंडेश्वरी शेट्टी ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भोपालपटनम में भर्ती कराया। प्राथमिक जांच के बाद छात्रा को बीजापुर जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां मेडिकल जांच में उसके साढ़े तीन महीने की गर्भवती होने की पुष्टि हुई। इस घटना की जानकारी मिलते ही छात्रा के परिजनों को सूचित किया गया। परिजन तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे और बिना इलाज कराए ही छात्रा को जबरन अपने साथ घर ले गए। जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉ. रत्ना ठाकुर ने बताया, “छात्रा को हमने भर्ती करने की प्रक्रिया पूरी कर ली थी, लेकिन उसकी मां इलाज नहीं कराना चाहती थी और उसे अपने साथ ले गई।” हॉस्टल वार्डन तोंडेश्वरी शेट्टी ने कहा कि उनकी हाल ही में पोस्टिंग हुई है और उन्हें इस मामले की ज्यादा जानकारी नहीं है। वहीं, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त देवेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें मामले की सूचना मिली है और उन्होंने मंडल संयोजक को तलब किया है ताकि विस्तृत जांच की जा सके। कांग्रेस विधायक का सरकार पर तीखा हमला इस संवेदनशील मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। कांग्रेस विधायक विक्रम शाह मंडावी ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के कार्यकाल में न आदिवासी सुरक्षित हैं, न महिलाएं, और न ही छात्रावासों में रहने वाली बेटियां।” उन्होंने प्रशासन से दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस पार्टी की ओर से आश्रम का दौरा कर पीड़िता से मुलाकात की योजना भी बनाई जा रही है। अब तक की स्थिति अब देखना यह होगा कि छात्रावास (Tribal Girls Hostel) में रह रही छात्रा के गर्भवती होने की परिस्थितियों की जांच किस दिशा में जाती है और प्रशासन दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है। वहीं, इस घटना ने आदिवासी छात्रावासों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।

DEO Strict Action: Two head teachers suspended in Bemetara...! Financial irregularities exposed...Governor Ramen Deka has adopted a school
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ASI Promotion : PHQ ने जारी की योग्यता सूची…! 68 पुलिसकर्मी पदोन्नति के लिए घोषित किए गए योग्य…यहां देखें List

रायपुर, 22 जुलाई। ASI Promotion : छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय (PHQ) द्वारा सहायक उप निरीक्षक (ASI) पद के लिए प्रमोशन की योग्यता सूची जारी कर दी गई है। इस सूची में प्रदेश के 68 पुलिसकर्मियों को पदोन्नति के लिए योग्य माना गया है। लंबे समय से प्रतीक्षित इस सूची के जारी होने से प्रमोशन का इंतजार कर रहे पुलिसकर्मियों में उत्साह का माहौल है।

Suicide in Court: Clerk commits suicide in court...! In the suicide note, he accused the judicial officer of pressure
BREAKING NEWS, Chhattisgarh

Suicide in Court : कोर्ट में क्लर्क ने की आत्महत्या…! सुसाइड नोट में न्यायिक अधिकारी पर लगाया दबाव का आरोप

दुर्ग, 22 जुलाई। Suicide in Court : जिले के भिलाई तीन स्थित व्यवहार न्यायालय परिसर में मंगलवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां कोर्ट के एक क्लर्क ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 46 वर्षीय सोमनाथ ठाकुर के रूप में हुई है, जो मजिस्ट्रेट अभिनव डहरिया के कोर्ट में कार्यरत था। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज करें विवेचना कर रही है। दरअसल मंगलवार सुबह जब न्यायालय का कामकाज शुरू होने वाला था, उसी दौरान कोर्ट रूम के भीतर सोमनाथ का शव फंदे से लटका हुआ पाया गया। घटना की सूचना मिलते ही भिलाई तीन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला भेज दिया। पुलिस को मृतक की जेब से एक मोबाइल और एक एक्सरसाइज नोटबुक मिली, जिसमें सुसाइड नोट था। इस सुसाइड नोट (Suicide in Court) में लिखा गया था कि न्यायिक अधिकारी द्वारा अत्यधिक काम का दबाव बनाया जा रहा था, जिससे मानसिक तनाव में आकर उन्होंने यह कदम उठाया।घटना के बाद कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया। अन्य न्यायिक कर्मचारी स्तब्ध रह गए। न्यायिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मनोहर कुमार ने कहा कि उन्हें जैसे ही सूचना मिली, वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि यूनियन स्तर पर इस मामले को गंभीरता से उठाया जाएगा और न्याय की मांग की जाएगी।

Ruckus in Congress: Ruckus in Chhattisgarh Congress...! 2 senior leaders clashed on stage...deep impact on the party's image...see viral VIDEO
Chhattisgarh, Politics

Ruckus in Congress : छत्तीसगढ़ कांग्रेस में घमासान…! मंच पर भिड़े 2 वरिष्ठ नेता…पार्टी की छवि पर गहरा असर…देखें वायरल VIDEO

रायपुर, 22 जुलाई। Ruckus in Congress : छत्तीसगढ़ कांग्रेस इन दिनों गंभीर आंतरिक संकट से गुजर रही है। पार्टी के दो वरिष्ठ पदाधिकारियों रायपुर शहर जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे और संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला के बीच सार्वजनिक मंच पर हुई तीखी नोकझोंक और अशोभनीय व्यवहार का वीडियो सामने आने के बाद प्रदेश कांग्रेस की साख को जबरदस्त झटका लगा है। मंच पर अपशब्दों का आदान-प्रदान यह विवाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की ईडी गिरफ्तारी के विरोध में आयोजित नाकाबंदी कार्यक्रम के दौरान हुआ। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि, दोनों नेताओं के बीच काफी तीखी बहस हुई। मंच पर ही अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल हुआ। स्थिति शारीरिक झड़प तक पहुंचने वाली थी, लेकिन कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव कर हालात संभाले। जनता और विश्लेषकों की तीखी प्रतिक्रिया इस घटना के सामने आने के बाद, राजनीतिक विश्लेषकों और आम नागरिकों ने कांग्रेस की आंतरिक स्थिति और अनुशासन पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के चलते पार्टी की लोकप्रियता और भरोसे को गहरा आघात पहुंचा है। यह विवाद ऐसे वक्त पर हुआ है जब, पार्टी पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रही है। चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी, कवासी लखमा, और कई वरिष्ठ IAS अधिकारियों के खिलाफ चल रही जांचों से पार्टी की साख पहले ही कमजोर हो चुकी है। राहुल गांधी और पार्टी का शीर्ष नेतृत्व अक्सर संविधान, नैतिकता और अनुशासन की बात करता है। लेकिन छत्तीसगढ़ कांग्रेस के भीतर उभरती ये तस्वीरें इन मूल्यों को सार्वजनिक रूप से चुनौती देती हैं। सवालों के घेरे में प्रदेश कांग्रेस की चुप्पी अब तक प्रदेश कांग्रेस की ओर से इस पूरे विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है। यदि जल्द ही स्थिति पर नेतृत्व द्वारा नियंत्रण नहीं किया गया, तो आगामी चुनावों में इसका राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के भीतर का यह टकराव (Ruckus in Congress) अब पार्टी के लिए सिर्फ आंतरिक मामला नहीं, बल्कि एक सार्वजनिक संकट बन गया है। यह घटना दिखाती है कि कांग्रेस को यदि अपनी साख बचानी है, तो उसे न केवल ईडी और भ्रष्टाचार के आरोपों से लड़ना होगा, बल्कि अपने भीतर की अनुशासनहीनता और गुटबाजी से भी निपटना होगा।

Liquor Scam: Big news from Raipur…! Bhupesh Baghel's son Chaitanya Baghel appeared in Chhattisgarh liquor scam… judicial remand extended till September 15
Chhattisgarh, Politics

Chhattisgarh Liquor Scam : चैतन्य बघेल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत…ED रिमांड के बाद अदालत ने भेजा जेल

रायपुर, 22 जुलाई। Chhattisgarh Liquor Scam : छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया। ईडी की पांच दिन की रिमांड पूरी होने के बाद अदालत में पेशी हुई, जहां विशेष न्यायाधीश डमरूधर चौहान की अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। क्या है मामला? ईडी ने 18 जुलाई को चैतन्य बघेल को भिलाई से गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से जुड़ी काली कमाई में से 16.70 करोड़ रुपए प्राप्त किए, जिसे उन्होंने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया। मामले में चैतन्य को 5 दिन की ईडी रिमांड पर भेजा गया था, जो सोमवार को समाप्त हुई। अदालत में पेशी और आदेश रिमांड पूरी होने के बाद चैतन्य बघेल को विशेष पीएमएलए कोर्ट रायपुर में पेश किया गया। न्यायाधीश डमरूधर चौहान ने सुनवाई के बाद चैतन्य को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। अब चैतन्य बघेल को जेल भेजा गया है, जहां वे न्यायिक हिरासत में रहेंगे। इस मामले को लेकर राजनीतिक घमासान (Chhattisgarh Liquor Scam) जारी है। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक साजिश बताया है, वहीं भाजपा का कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है। इससे पहले चैतन्य की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस ने राज्य के 33 जिलों में दो घंटे का चक्काजाम कर विरोध जताया था।

Rapist Councillor: Serious allegation of rape on Congress councillor in Kanker...! FIR registered on victim's complaint...accused absconding
Politics

Rapist Councillor : कांकेर में कांग्रेस पार्षद पर दुष्कर्म का गंभीर आरोप…! पीड़िता की शिकायत पर FIR दर्ज…आरोपी फरार

कांकेर, 22 जुलाई। Rapist Councillor : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक बार फिर जनप्रतिनिधि पर आपराधिक आरोप लगे हैं। कांकेर नगर पालिका क्षेत्र के उदयनगर वार्ड से कांग्रेस पार्षद त्रिलोक सिंह ठाकुर पर एक विधवा महिला ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। महिला की शिकायत पर कांकेर कोतवाली पुलिस ने IPC की धारा 376 (दुष्कर्म) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। क्या है मामला? कोतवाली थाना प्रभारी मनीष नागर के अनुसार, 20 जुलाई को पीड़िता ने लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया है कि 2025 के स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान उसकी त्रिलोक सिंह ठाकुर से पहचान हुई थी। धीरे-धीरे यह जान-पहचान नजदीकी संबंधों में बदल गई। महिला का आरोप है कि पार्षद ने शादी का वादा करते हुए शारीरिक संबंध बनाए। शिकायत के अनुसार, समय बीतने के साथ पार्षद का व्यवहार बदलता गया। हाल ही में महिला को पता चला कि त्रिलोक सिंह की शादी कहीं और तय कर दी गई है। जब उसने इस पर सवाल किया तो पार्षद ने नजरअंदाजी और दूरी बनानी शुरू कर दी। आहत महिला ने आखिरकार पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। FIR दर्ज, आरोपी फरार राजनीतिक हलकों में हलचल यह मामला सामने आने के बाद स्थानीय राजनीतिक गलियारों में हलचल है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

Congress Chakka Jam: Congress's Chakka Jam in Chhattisgarh...! Protests across the state against the arrest of Bhupesh Baghel's son
Chhattisgarh, Politics

Congress Chakka Jam : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का चक्काजाम…! भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेशभर में प्रदर्शन

रायपुर, 22 जुलाई। Congress Chakka Jam : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में सोमवार को छत्तीसगढ़ की सड़कों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। पार्टी ने राज्य के सभी 33 जिलों में दो घंटे का चक्काजाम किया। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और सरगुजा संभागों में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे और ED और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी और ED का आरोप 18 जुलाई को ED ने भिलाई से चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया। आरोप है कि वह छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले में शामिल है और उसे करीब 16.70 करोड़ रुपए की अवैध रकम मिली, जिसे रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया गया। रायपुर की विशेष अदालत ने उसे 22 जुलाई तक ED की पांच दिन की रिमांड पर भेजा है। सरकार अहमदाबाद से चल रही है : भूपेश बघेल चक्काजाम के दौरान रायपुर में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ में आर्थिक नाकेबंदी सफल रही है। यहां विष्णुदेव की सरकार अहमदाबाद से चलाई जा रही है। सरकार को रमन सिंह कार्यकाल के मुख्य सचिव रहे अमन सिंह और अडाणी ग्रुप चला रहे हैं। ये लोग छत्तीसगढ़ की जल-जंगल-जमीन को लूटने की साजिश कर रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के आने के बाद बस्तर, हसदेव, तमनार और सरगुजा जैसे आदिवासी इलाकों में पेड़ों की अवैध कटाई हुई, लेकिन किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। जिलों में विरोध के दृश्य: कांग्रेस की मांग कांग्रेस का कहना है कि चैतन्य बघेल को राजनीतिक षडयंत्र (Congress Chakka Jam) के तहत फंसाया गया है और केंद्र सरकार की एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। पार्टी ने मांग की है कि ED की कार्रवाई को रोका जाए और चैतन्य बघेल को तुरंत रिहा किया जाए।

Ex CM Bhupesh Baghel got angry on ED's press note...! Said this by sharing the screenshot... see here
Chhattisgarh, Politics

Ex CM भूपेश बघेल ED के प्रेस नोट पर भड़के…! स्क्रीनशॉट शेयर कर कही ये बात…यहां देखिए

रायपुर, 22 जुलाई। Ex CM : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को 18 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई। चैतन्य को रायपुर स्थित विशेष न्यायालय (PMLA) में पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 जुलाई तक ईडी रिमांड में भेजा गया है। चार दिन की चुप्पी के बाद ईडी ने 21 जुलाई को इस गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से की। ईडी का कहना है कि चैतन्य बघेल पर 16.70 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है, जो कथित शराब घोटाले से अर्जित धन था। जांच एजेंसी के अनुसार, इस रकम को उन्होंने रियल एस्टेट परियोजनाओं में निवेश कर वैध दिखाने की कोशिश की। भूपेश बघेल का तीखा हमला पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेटे की गिरफ्तारी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा: “ED अब भाजपा की एजेंसी बन गई है। यह कार्रवाई पूरी तरह से राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है। भाजपा लोकतांत्रिक संस्थानों का खुला दुरुपयोग कर रही है।” भूपेश बघेल ने यह सवाल भी उठाया कि अगर उनके बेटे की गिरफ्तारी में कोई गंभीरता थी, तो ईडी ने चार दिन तक इस सूचना को सार्वजनिक क्यों नहीं किया? अब तक की जांच पर एक नजर राजनीतिक हलचल तेज चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया तूफान आ गया है। कांग्रेस ने इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है, जबकि भाजपा इसे “कानून के शासन की जीत” बता रही है। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है, खासकर जब चैतन्य की रिमांड खत्म होने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। छत्तीसगढ़ का यह शराब घोटाला केवल आर्थिक अपराध तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि अब यह राजनीतिक संग्राम में बदल चुका है। चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से ईडी की कार्रवाई और भाजपा-कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर और तेज हो गया है। जांच एजेंसी की अगली कार्रवाई और कोर्ट की सुनवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।

Tradition of Hatti Tribe: Two brothers married the same bride...! Listen here what all three said in one voice...?
National

Tradition of Hatti Tribe : दो भाइयों ने रचाई एक ही दुल्हन से शादी…! यहां सुनिए तीनों ने एक स्वर में क्या कहा…?

सिरमौर, हिमाचल प्रदेश, 22 जुलाई। Tradition of Hatti Tribe : महाभारत की तरह एक ही महिला के कई पतियों की प्रथा आज भी देश के कुछ हिस्सों में जीवित है। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई गांव में इसी परंपरा का ताजा उदाहरण देखने को मिला, जहां हट्टी जनजाति के दो सगे भाइयों ने एक ही दुल्हन से विवाह किया। इस विवाह समारोह का वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने बहुपतित्व (Polyandry) की सदियों पुरानी परंपरा को फिर से चर्चा में ला दिया है। विवाह समारोह 12 जुलाई से शुरू होकर तीन दिन चला, जिसमें गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए। दोनों भाइयों प्रदीप और कपिल नेगी ने सुनीता चौहान नामक युवती से विवाह किया। सुनीता ने स्पष्ट किया कि यह उसका स्वतंत्र और स्वेच्छा से लिया गया फैसला है। दोनों दूल्हों ने भी कहा कि उन्होंने यह विवाह बिना किसी सामाजिक दबाव के किया है। दूल्हे कपिल, जो विदेश में रहते हैं, ने कहा, “हमने पारदर्शिता में विश्वास किया है। इस विवाह के जरिए हम एक संयुक्त परिवार के रूप में एक-दूसरे को सहयोग, स्थिरता और प्यार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” बहुपतित्व की परंपरा क्या है? बहुपतित्व का अर्थ है एक महिला का एक से अधिक पुरुषों से विवाह करना। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर और किन्नौर जिलों में यह परंपरा भ्रातृ बहुपतित्व (Fraternal Polyandry) के रूप में प्रचलित है, जिसमें एक महिला सगे भाइयों की पत्नी बनती है। इस परंपरा का उद्देश्य परिवार की पैतृक संपत्ति के विभाजन को रोकना और आर्थिक मजबूती बनाए रखना था। इससे परिवार संयुक्त रहता है और भूमि व संसाधनों पर अधिकार बना रहता है। हट्टी समुदाय और परंपरा का सामाजिक संदर्भ हट्टी समुदाय, जो हिमाचल-उत्तराखंड सीमा क्षेत्र में निवास करता है, को 2022 में अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिला था। इस समुदाय में बहुपतित्व एक स्वीकृत सामाजिक प्रथा रही है, हालांकि आधुनिक शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और बदलती सोच के चलते अब ये मामले कम हो गए हैं। गांव के बुजुर्गों के अनुसार, आजकल ऐसी शादियां अधिकतर गोपनीय रूप से होती हैं, और समाज इसमें हस्तक्षेप नहीं करता। जो लोग इस परंपरा को नहीं अपनाना चाहते, उन्हें मजबूर नहीं किया जाता। इतिहास और शोध हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री वाईएस परमार ने इस परंपरा पर गहन शोध किया था और अपनी पीएचडी इसी विषय पर पूरी की थी। यह दिखाता है कि बहुपतित्व केवल सामाजिक प्रथा नहीं, बल्कि हिमाचल की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संरचना का भी हिस्सा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल शिलाई गांव में हुए इस विवाह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जहां लोग इस परंपरा को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग इसे सांस्कृतिक विरासत बता रहे हैं, वहीं कुछ इसे बदलते समाज के बीच टकराती परंपरा के रूप में देख रहे हैं। बहुपतित्व की यह परंपरा अब बहुत कम देखने को मिलती है, लेकिन यह घटनाक्रम दिखाता है कि भारत के कुछ क्षेत्रों में पुरातन सामाजिक व्यवस्थाएं अभी भी जीवित हैं, और लोग उनमें अपनी मर्जी से हिस्सेदारी भी निभा रहे हैं।

Resignation of the Vice President: Vice President Jagdeep Dhankhar suddenly resigned...! The race for the successor intensifies
BREAKING NEWS, National

Resignation of the Vice President : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक दिया इस्तीफा…! उत्तराधिकारी की दौड़ तेज़

नई दिल्ली, 22 जुलाई। Resignation of the Vice President : देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। उनके इस्तीफे की कोई पूर्व सूचना नहीं थी, जिससे सत्तारूढ़ भाजपा और सहयोगी दलों को भी आश्चर्य हुआ है। धनखड़ का तीन साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही यह कदम चौंकाने वाला माना जा रहा है। अब नए उपराष्ट्रपति की खोज तेज हो गई है। भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पास संसद के दोनों सदनों में बहुमत है, जिससे उन्हें उत्तराधिकारी चुनने में अपेक्षाकृत सुविधा होगी। सूत्रों के अनुसार, संभावित उम्मीदवारों में कुछ राज्यपाल, अनुभवी संगठनात्मक नेता और केंद्रीय मंत्री शामिल हो सकते हैं। भाजपा के पास वरिष्ठ नेताओं का एक बड़ा समूह है, जिससे चुनाव की प्रक्रिया पर काफी ध्यान दिया जा रहा है। पार्टी इस पद के लिए एक गैर-विवादास्पद और अनुभवी चेहरे की तलाश में है। उल्लेखनीय है कि उपराष्ट्रपति बनने से पहले धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। उनके पूर्ववर्ती एम. वेंकैया नायडू भी भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रह चुके थे। इस बीच, जनता दल (यूनाइटेड) के राज्यसभा सांसद और वर्तमान उपसभापति हरिवंश का नाम भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल किया जा रहा है। हरिवंश 2020 से इस पद पर हैं और सरकार के साथ उनका सामंजस्य अच्छा रहा है। धनखड़ के कार्यकाल के दौरान कई बार विपक्ष से उनकी तीखी नोकझोंक देखी गई थी। उन्होंने कई विवादास्पद मुद्दों पर सख्त टिप्पणियां भी की थीं, जो कभी-कभी सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा कर देती थीं। अब सबकी निगाहें भाजपा (Resignation of the Vice President) के अगले कदम पर टिकी हैं, और आने वाले दिनों में इस अहम संवैधानिक पद के लिए नामों पर विचार और घोषणा की संभावना है।