Author name: Ek Janta Ki Awaaz

Ex CM Bhupesh Baghel got angry on ED's press note...! Said this by sharing the screenshot... see here
Chhattisgarh, Politics

Ex CM भूपेश बघेल ED के प्रेस नोट पर भड़के…! स्क्रीनशॉट शेयर कर कही ये बात…यहां देखिए

रायपुर, 22 जुलाई। Ex CM : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को 18 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई। चैतन्य को रायपुर स्थित विशेष न्यायालय (PMLA) में पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 जुलाई तक ईडी रिमांड में भेजा गया है। चार दिन की चुप्पी के बाद ईडी ने 21 जुलाई को इस गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से की। ईडी का कहना है कि चैतन्य बघेल पर 16.70 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है, जो कथित शराब घोटाले से अर्जित धन था। जांच एजेंसी के अनुसार, इस रकम को उन्होंने रियल एस्टेट परियोजनाओं में निवेश कर वैध दिखाने की कोशिश की। भूपेश बघेल का तीखा हमला पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेटे की गिरफ्तारी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा: “ED अब भाजपा की एजेंसी बन गई है। यह कार्रवाई पूरी तरह से राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है। भाजपा लोकतांत्रिक संस्थानों का खुला दुरुपयोग कर रही है।” भूपेश बघेल ने यह सवाल भी उठाया कि अगर उनके बेटे की गिरफ्तारी में कोई गंभीरता थी, तो ईडी ने चार दिन तक इस सूचना को सार्वजनिक क्यों नहीं किया? अब तक की जांच पर एक नजर राजनीतिक हलचल तेज चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया तूफान आ गया है। कांग्रेस ने इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है, जबकि भाजपा इसे “कानून के शासन की जीत” बता रही है। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है, खासकर जब चैतन्य की रिमांड खत्म होने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। छत्तीसगढ़ का यह शराब घोटाला केवल आर्थिक अपराध तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि अब यह राजनीतिक संग्राम में बदल चुका है। चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से ईडी की कार्रवाई और भाजपा-कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर और तेज हो गया है। जांच एजेंसी की अगली कार्रवाई और कोर्ट की सुनवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।

Tradition of Hatti Tribe: Two brothers married the same bride...! Listen here what all three said in one voice...?
National

Tradition of Hatti Tribe : दो भाइयों ने रचाई एक ही दुल्हन से शादी…! यहां सुनिए तीनों ने एक स्वर में क्या कहा…?

सिरमौर, हिमाचल प्रदेश, 22 जुलाई। Tradition of Hatti Tribe : महाभारत की तरह एक ही महिला के कई पतियों की प्रथा आज भी देश के कुछ हिस्सों में जीवित है। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई गांव में इसी परंपरा का ताजा उदाहरण देखने को मिला, जहां हट्टी जनजाति के दो सगे भाइयों ने एक ही दुल्हन से विवाह किया। इस विवाह समारोह का वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने बहुपतित्व (Polyandry) की सदियों पुरानी परंपरा को फिर से चर्चा में ला दिया है। विवाह समारोह 12 जुलाई से शुरू होकर तीन दिन चला, जिसमें गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए। दोनों भाइयों प्रदीप और कपिल नेगी ने सुनीता चौहान नामक युवती से विवाह किया। सुनीता ने स्पष्ट किया कि यह उसका स्वतंत्र और स्वेच्छा से लिया गया फैसला है। दोनों दूल्हों ने भी कहा कि उन्होंने यह विवाह बिना किसी सामाजिक दबाव के किया है। दूल्हे कपिल, जो विदेश में रहते हैं, ने कहा, “हमने पारदर्शिता में विश्वास किया है। इस विवाह के जरिए हम एक संयुक्त परिवार के रूप में एक-दूसरे को सहयोग, स्थिरता और प्यार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” बहुपतित्व की परंपरा क्या है? बहुपतित्व का अर्थ है एक महिला का एक से अधिक पुरुषों से विवाह करना। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर और किन्नौर जिलों में यह परंपरा भ्रातृ बहुपतित्व (Fraternal Polyandry) के रूप में प्रचलित है, जिसमें एक महिला सगे भाइयों की पत्नी बनती है। इस परंपरा का उद्देश्य परिवार की पैतृक संपत्ति के विभाजन को रोकना और आर्थिक मजबूती बनाए रखना था। इससे परिवार संयुक्त रहता है और भूमि व संसाधनों पर अधिकार बना रहता है। हट्टी समुदाय और परंपरा का सामाजिक संदर्भ हट्टी समुदाय, जो हिमाचल-उत्तराखंड सीमा क्षेत्र में निवास करता है, को 2022 में अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिला था। इस समुदाय में बहुपतित्व एक स्वीकृत सामाजिक प्रथा रही है, हालांकि आधुनिक शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और बदलती सोच के चलते अब ये मामले कम हो गए हैं। गांव के बुजुर्गों के अनुसार, आजकल ऐसी शादियां अधिकतर गोपनीय रूप से होती हैं, और समाज इसमें हस्तक्षेप नहीं करता। जो लोग इस परंपरा को नहीं अपनाना चाहते, उन्हें मजबूर नहीं किया जाता। इतिहास और शोध हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री वाईएस परमार ने इस परंपरा पर गहन शोध किया था और अपनी पीएचडी इसी विषय पर पूरी की थी। यह दिखाता है कि बहुपतित्व केवल सामाजिक प्रथा नहीं, बल्कि हिमाचल की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संरचना का भी हिस्सा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल शिलाई गांव में हुए इस विवाह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जहां लोग इस परंपरा को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग इसे सांस्कृतिक विरासत बता रहे हैं, वहीं कुछ इसे बदलते समाज के बीच टकराती परंपरा के रूप में देख रहे हैं। बहुपतित्व की यह परंपरा अब बहुत कम देखने को मिलती है, लेकिन यह घटनाक्रम दिखाता है कि भारत के कुछ क्षेत्रों में पुरातन सामाजिक व्यवस्थाएं अभी भी जीवित हैं, और लोग उनमें अपनी मर्जी से हिस्सेदारी भी निभा रहे हैं।

Resignation of the Vice President: Vice President Jagdeep Dhankhar suddenly resigned...! The race for the successor intensifies
BREAKING NEWS, National

Resignation of the Vice President : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक दिया इस्तीफा…! उत्तराधिकारी की दौड़ तेज़

नई दिल्ली, 22 जुलाई। Resignation of the Vice President : देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। उनके इस्तीफे की कोई पूर्व सूचना नहीं थी, जिससे सत्तारूढ़ भाजपा और सहयोगी दलों को भी आश्चर्य हुआ है। धनखड़ का तीन साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही यह कदम चौंकाने वाला माना जा रहा है। अब नए उपराष्ट्रपति की खोज तेज हो गई है। भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पास संसद के दोनों सदनों में बहुमत है, जिससे उन्हें उत्तराधिकारी चुनने में अपेक्षाकृत सुविधा होगी। सूत्रों के अनुसार, संभावित उम्मीदवारों में कुछ राज्यपाल, अनुभवी संगठनात्मक नेता और केंद्रीय मंत्री शामिल हो सकते हैं। भाजपा के पास वरिष्ठ नेताओं का एक बड़ा समूह है, जिससे चुनाव की प्रक्रिया पर काफी ध्यान दिया जा रहा है। पार्टी इस पद के लिए एक गैर-विवादास्पद और अनुभवी चेहरे की तलाश में है। उल्लेखनीय है कि उपराष्ट्रपति बनने से पहले धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। उनके पूर्ववर्ती एम. वेंकैया नायडू भी भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रह चुके थे। इस बीच, जनता दल (यूनाइटेड) के राज्यसभा सांसद और वर्तमान उपसभापति हरिवंश का नाम भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल किया जा रहा है। हरिवंश 2020 से इस पद पर हैं और सरकार के साथ उनका सामंजस्य अच्छा रहा है। धनखड़ के कार्यकाल के दौरान कई बार विपक्ष से उनकी तीखी नोकझोंक देखी गई थी। उन्होंने कई विवादास्पद मुद्दों पर सख्त टिप्पणियां भी की थीं, जो कभी-कभी सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा कर देती थीं। अब सबकी निगाहें भाजपा (Resignation of the Vice President) के अगले कदम पर टिकी हैं, और आने वाले दिनों में इस अहम संवैधानिक पद के लिए नामों पर विचार और घोषणा की संभावना है।

Liquor Scam: Big Breaking... Chaitanya Baghel got Rs 16.70 crore in the liquor scam... ED issued an official press release
BREAKING NEWS, Chhattisgarh

Liquor Scam : बिग ब्रेकिंग…शराब घोटाले में चैतन्य बघेल को मिले थे 16.70 करोड़ रुपये…ED ने जारी किया आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति

रायपुर, 21 जुलाई। Liquor Scam : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित और बहुस्तरीय शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल को 18 जुलाई 2025 को धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने उन्हें विशेष न्यायालय (PMLA), रायपुर में प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें 22 जुलाई तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया गया है। ईडी द्वारा जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह जांच ACB/EOW रायपुर द्वारा दर्ज प्राथमिक FIR के आधार पर शुरू हुई थी, जिसमें IPC और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज है। जांच में सामने आया कि 2019 से 2022 के बीच हुए इस घोटाले के कारण राज्य सरकार को भारी वित्तीय नुकसान हुआ और करीब 2500 करोड़ रुपये की अवैध आय (Proceeds of Crime – POC) अर्जित की गई। ED ने जारी की एक अधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति चेतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर ईडी ने एक अधिकारिक प्रेस  विज्ञप्ति जारी की है। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि ईडी की यह जांच ACB/EOW रायपुर द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर शुरू की गई थी, जिसमें आईपीसी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस और ईडी की जांच में यह सामने आया है कि 2019 से 2022 के बीच हुए इस शराब घोटाले से राज्य सरकार को भारी वित्तीय नुकसान हुआ और करीब 2500 करोड़ रुपये की अवैध आय (Proceeds of Crime – POC) अर्जित की गई। अब तक कौन-कौन फंसे? इस मामले में ईडी ने अब तक कई प्रभावशाली व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें शामिल हैं: ईडी का कहना है कि यह घोटाला केवल शराब बिक्री तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे अर्जित धन का उपयोग राजनीतिक उद्देश्यों और निजी निवेशों में किया गया है। जांच अभी जारी ईडी के अनुसार, इस घोटाले में धन के अंतिम उपयोग (end-use) की जांच जारी है। आने वाले समय में और भी खुलासे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। यह मामला छत्तीसगढ़ की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था को झकझोर देने वाला बन गया है।

Malaria free Bastar Campaign: Malaria free Bastar campaign is the first priority of the government...! Commissioner cum Director gave instructions to visit the area regularly
Raipur

Malaria free Bastar Campaign : मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान शासन की पहली प्राथमिकता…! आयुक्त सह निदेशक ने नियमित क्षेत्र भ्रमण करने के दिए निर्देश

रायपुर, 21 जुलाई। Malaria free Bastar Campaign : स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की प्रगति और क्रियान्वयन की समीक्षा हेतु जिला अस्पताल सुकमा के सभाकक्ष में आयुक्त सह संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. प्रियंका शुक्ला की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख योजनाओं, उनके लक्ष्यों, प्राप्तियों और कार्यों की विस्तार से चर्चा की गई।  डॉ. प्रियंका शुक्ला ने कहा कि मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल की प्राथमिकता वाले कार्यों में से एक है और मलेरिया को खत्म करने लिये शासन हर संभव प्रयास कर रही है। मलेरिया पैरासाइट को खत्म करने के लिए शत प्रतिशत जनसंख्या का स्क्रीनिंग करना अनिवार्य है। उन्होंने निर्देश दिया कि मलेरिया पॉजिटिव मरीज के ठीक हो जाने के बाद 1 महीने पश्चात फिर से उस मरीज का फॉलो अप करके ब्लड सैंपल लेकर जांच किया जाए। प्रभावी कार्ययोजना बनाकर करें काम : डॉ. प्रियंका शुक्ला साथ ही छिन्दगढ़ और कोंटा विकासखंड के गांव मलेरिया के अधिक प्रभाव वाले स्थानों में आते हैं, यहां विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिया कि फील्ड के अधिकारी और स्वास्थ्य कार्यकर्ता लगातार क्षेत्र का भ्रमण करें और बुखार से पीड़ित व्यक्ति का मलेरिया जांच भी करना सुनिश्चित करें।  डॉ. शुक्ला ने जानकारी देते हुए कहा कि जल्द ही स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल भी मलेरिया मुक्त अभियान की तैयारियों और कार्यों का जायजा लेने के लिए  बस्तर संभाग का भ्रमण करेंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हॉस्टल, आश्रम और गांवों में मच्छरदानी के उपयोग को प्रोत्साहित करना जरूरी है। उन्होंने मलेरिया नियंत्रण के लिए फील्ड में जाकर जागरूकता फैलाने और चिकित्सा कार्यों को और अधिक सघन करने के निर्देश दिए।  डॉ. शुक्ला ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु पूरी मेहनत, पारदर्शिता और आपसी समन्वय से कार्य करें। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और इसके लिए जमीनी स्तर पर ठोस कार्यवाही जरूरी है।

Mahtari Vandan Yojana: Mahtari Vandan Yojana becomes an economic support...! Women are building a better tomorrow
Chhattisgarh

Mahtari Vandan Yojana : महतारी वंदन योजना बनी आर्थिक संबल…! महिलाएं गढ़ रहीं बेहतर कल

रायपुर, 21 जुलाई। Mahtari Vandan Yojana : छत्तीसगढ़ शासन की महतारी वंदन योजना ग्रामीण महिलाओं के जीवन में बदलाव की नई इबारत लिख रही है। यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि परिवार की जरूरतों में भी सहभागी बन रही हैं।  मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के ग्राम पंडरीतराई निवासी श्रीमती रबीना पिस्दा जो एक गृहिणी हैं। उन्हें योजना के अंतर्गत प्रतिमाह 1000 रुपये की आर्थिक सहायता मिल रही है। उन्होंने बताया कि इस राशि को वह अपने बेटे की शिक्षा और जरूरी घरेलू कार्यों में उपयोग कर रही हैं। इस वर्ष जब उनके बेटे का पहली कक्षा में प्रवेश हुआ, तो उन्होंने महतारी वंदन योजना की राशि से बेटे के लिए बस्ता, स्लेट, पेंसिल, जूते सहित अन्य शिक्षण सामग्री खरीदी। श्रीमती रबीना बताती हैं कि उनके पति कृषि कार्य करते हैं और वह स्वयं भी खेती में हाथ बंटाती हैं। पहले किसी भी प्रकार की बचत कर पाना मुश्किल था, लेकिन इस योजना से अब हर माह थोड़ी-बहुत राशि बचाकर वह अपने बेटे के उज्जवल भविष्य की नींव मजबूत कर पा रही हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के प्रति आभार व्यक्त करते हुए श्रीमती रबीना ने कहा कि महतारी वंदन योजना उनके जैसी हजारों-लाखों महिलाओं के लिए संबल बनी है। इससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने और परिवार में योगदान (Mahtari Vandan Yojana) देने का अवसर मिल रहा है।

Inauguration of Atal Complex: Inauguration of newly constructed government buildings in Sariya...! Finance Minister OP Choudhary inaugurated it
Chhattisgarh

Inauguration of Atal Complex : सरिया में नवनिर्मित सरकारी भवनों का लोकार्पण…! वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने किया उद्घाटन

रायपुर, 21 जुलाई। Inauguration of Atal Complex : वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने रविवार को सरिया में नवनिर्मित तहसील कार्यालय, उप-पंजीयक कार्यालय और अटल परिसर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने तहसीलदार कोमल साहू और उप-पंजीयक पूनम सिदार को उनके पदीय दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन करने के लिए शुभकामनाएं दीं और विधिवत रूप से उन्हें उनके कार्यस्थल की कुर्सी पर आसीन कराया। जनसेवा और विकास को लेकर प्रतिबद्धता दोहराई लोकार्पण समारोह के दौरान वित्त मंत्री चौधरी ने कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया और सरिया चौक में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके उपरांत नगर पंचायत कार्यालय परिसर में अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा के साथ अटल परिसर का उद्घाटन भी किया गया। मंगल भवन में आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों, महिलाओं और आमजन के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकार के गठन के 12 दिनों के भीतर किसानों को दो वर्षों का लंबित बोनस दिया गया। पहले वर्ष धान खरीदी का भुगतान लगभग 13 हजार करोड़ रुपये और दूसरे वर्ष 12 हजार करोड़ रुपये किया गया। उन्होंने बताया कि सरिया क्षेत्र में किसानों की मांग पर अपेक्स बैंक की स्थापना की गई है और अब यहां रजिस्ट्री कार्यालय भी आरंभ हो गया है। साथ ही 100 बिस्तरों वाले अस्पताल का निर्माण कार्य भी तेज़ी से प्रगति पर है। भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन का दिया संदेश वित्त मंत्री चौधरी ने कहा  कि राजनीति में आने का उनका उद्देश्य लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है और वे भ्रष्टाचार या कमीशनखोरी को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। उप-पंजीयक को उन्होंने भ्रष्टाचारमुक्त सेवा देने की सख्त हिदायत दी और सभी जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से जनता की सेवा में ईमानदारी और समर्पण की अपेक्षा जताई। तहसील एवं उप-पंजीयक कार्यालय भवन का निर्माण छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल, रायगढ़ द्वारा 72.12 लाख रुपये की लागत से किया गया है, वहीं अटल परिसर का निर्माण 19.95 लाख रुपये की लागत से पूरा हुआ है। कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष कमलेश अग्रवाल,  जिला पंचायत उपाध्यक्ष अजय नायक, जगन्नाथ पाणिग्राही, कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे, पुलिस अधीक्षक आञ्जनेय वार्ष्णेय समेत बड़ी संख्या में नागरिक, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

PM Janman Yojana: Governor reviewed the implementation of Pradhan Mantri Janman Yojana...! Emphasis on schemes at the ground level
Chhattisgarh

PM Janman Yojana : राज्यपाल ने की प्रधानमंत्री जनमन योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा…! जमीनी स्तर पर योजनाओं पर जोर

रायपुर, 21 जुलाई। PM Janman Yojana : राज्यपाल रमेन डेका ने आज राजभवन में प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (प्रधानमंत्री जनमन योजना) के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे केवल फील्ड रिर्पाेर्ट पर निर्भर न रहें बल्कि निचले स्तर पर जाकर योजनाओं का क्रियान्वयन देंखें। निचले स्तर पर जाकर योजनाओें का क्रियान्वयन देखें : श्री डेका राज्यपाल श्री डेका ने प्रदेश के पीएम जनमन क्षेत्रों में विभिन्न विभागों के कार्याे की समीक्षा की और संचालित कार्याे की जमीनी हकीकत देखने के लिए इन ग्रामों का दौरा करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि योजना का मूल उद्देश्य विशेष पिछड़ी जनजातियों को केन्द्र द्वारा तय सुविधाओं का लाभ पहुंचाना है। इन वर्गाे तक मूलभूत सुविधाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क आदि देना पहली प्राथमिकता है। जो योजनाएं संचालित है वे तय समय पर पूर्ण हो जाएं। पिछड़ी जनजातीय क्षेत्रों में सुविधाएं पहुंचे इसके लिए सही एप्रोच जरूरी है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के सहयोग और समन्वय से योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। बैठक में राज्यपाल के सचिव डॉ. सी.आर. प्रसन्ना सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव एवं सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। श्री डेका ने निर्देश दिया कि सतत् विकास की प्रक्रिया मे पर्यावरण को अनदेखा न किया जाए। जो विकास के कार्य हो रहे है, उसमें पेड़ों को बचाकर रखा जाए। उन्होंने कहा कि पानी को लेकर गंभीर होना है। जमीनी जल स्तर और वर्षा का मापन करे जमीनी जल स्तर और वर्षा का मापन करे और उसके अनुसार योजनाएं बनाएं। रेन वाटर हार्वेस्टिंग को प्राथमिकता दे। सौर विद्युतीकरण की प्रगति पर उन्होंने असंतोष जताया और कहा कि इस क्षेत्र में जो चुनौतियां है उसका सभी मिलकर निराकरण करेंगे। बैठक मे राज्यपाल श्री डेका ने पीएम जनमन क्षेत्रों में आंगनबाड़ी निर्माण की प्रगति की जानकारी ली और कहा कि आंगनबाड़ीयों में लाइवलीहुड के लिए कार्य होना चाहिए। उन्होंने राज्य में स्व सहायता समूहों के गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि पिछड़ी जनजातीय क्षेत्रों में भी नवाचार को प्रोत्साहित करे। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में नवाचार करने वाले स्व सहायता समूहों को राजभवन द्वारा भी पुरूस्कृत किया जाएगा। श्री डेका ने जनजातीय क्षेत्रों में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देने एवं स्वयंसेवी संस्थाओं की सहभागिता से नवाचार करने पर बल दिया।

Training Aircraft: Major accident in Uttara area of Dhaka...! Army's F-7 BGI training aircraft crashes in Milestone School campus...death and condition of pilots unknown...watch the video here
Accident, BREAKING NEWS

Training Aircraft : ढाका के उत्तरा इलाके में बड़ा हादसा…! सेना का F-7 BGI ट्रेनिंग विमान माइलस्टोन स्कूल परिसर में गिरा…मौत और पायलटों की स्थिति अज्ञात…यहां देखें VIDEO

ढाका, 21 जुलाई। Training Aircraft : बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरा इलाके में सोमवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया, जब बांग्लादेश वायु सेना का एक F-7 BGI ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आग और धुएं ने मचाई दहशत प्रत्यक्षदर्शियों और टेलीविजन फुटेज के अनुसार, विमान के क्रैश होते ही उसमें तेज विस्फोट हुआ और आग लग गई, जिससे गहरा धुआं उठता दिखा जो दूर-दूर तक देखा गया। हादसे के समय स्कूल परिसर में बच्चे और स्टाफ मौजूद थे, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। आधिकारिक पुष्टि और बचाव कार्य बांग्लादेश सेना के जनसंपर्क कार्यालय (Public Relations Office) ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर बताया कि यह विमान वायु सेना का था और इसे ट्रेनिंग मिशन के तहत उड़ाया गया था। वहीं बांग्लादेश के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि विमान ने दोपहर 1:06 बजे उड़ान भरी और उसके तुरंत बाद यह कॉलेज परिसर में क्रैश हो गया। फायर सर्विस और सेना की संयुक्त कार्रवाई फायर सर्विस के 8 यूनिट तुरंत मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का कार्य शुरू किया। bdnews24 के अनुसार, फायर सर्विस सेंट्रल कंट्रोल रूम की ड्यूटी ऑफिसर लीमा खानम ने बताया कि एक शव बरामद किया गया है, हालांकि उसकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है। वायु सेना ने चार घायलों को रेस्क्यू किया और उन्हें अपने साथ ले गई। उनकी स्थिति और पायलटों की जानकारी अभी अज्ञात है। स्कूल में बच्चों की मौजूदगी से बढ़ा खतरा माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज एक घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थित है। स्कूल समय के दौरान हुए इस हादसे से बच्चों और अभिभावकों में भारी दहशत फैल गई। स्कूल प्रशासन द्वारा फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। F-7 BGI विमान क्या है? F-7 BGI एक चाइनीज़-निर्मित सुपरसोनिक फाइटर जेट है, जिसे बांग्लादेश वायु सेना मुख्य रूप से प्रशिक्षण और इंटरसेप्शन कार्यों के लिए उपयोग करती है। इससे पहले भी इस मॉडल के कुछ विमान तकनीकी खराबी के चलते हादसों का शिकार हो चुके हैं। फिलहाल की स्थिति यह हादसा बांग्लादेश की सैन्य एविएशन सुरक्षा और ट्रेनोंग प्रोटोकॉल पर गंभीर सवाल उठाता है। माइलस्टोन जैसे शैक्षणिक संस्थान के इतने करीब इस तरह की दुर्घटना से भविष्य में ऐसे क्षेत्रों में फ्लाइट ज़ोन की समीक्षा की मांग उठ सकती है।

Train Blast Breaking: Mumbai local train blast 2006...! Historic verdict came after 19 years...Bombay High Court acquitted 11 out of 11 accused...Court called the evidence 'unreliable'
BREAKING NEWS, National

Train Blast Breaking : मुंबई लोकल ट्रेन ब्लास्ट 2006…! 19 साल बाद आया ऐतिहासिक फैसला…बॉम्बे हाई कोर्ट ने 11 में से 11 दोषियों को किया बरी…अदालत ने सबूतों को बताया ‘अविश्वसनीय’

मुंबई, 21 जुलाई। Train Blast Breaking : बॉम्बे हाई कोर्ट ने 11 जुलाई 2006 को मुंबई लोकल ट्रेनों में हुए सिलसिलेवार धमाकों के मामले में सोमवार को एक ऐतिहासिक और चौंकाने वाला फैसला सुनाया। अदालत ने निचली अदालत द्वारा दोषी ठहराए गए 12 में से 11 आरोपियों को सभी आरोपों से बरी कर दिया है। एक आरोपी की मौत अपील प्रक्रिया के दौरान हो चुकी थी। फैसले में अदालत ने क्या कहा? हाई कोर्ट की विशेष पीठ ने कहा कि, सबूत विश्वसनीय नहीं थे और गवाहों की गवाही संदेह के घेरे में थी। कबूलनामे जबरदस्ती लिए गए, जो कानूनन अमान्य हैं। गवाहों की पहचान परेड संदिग्ध रही, कई गवाह वर्षों तक चुप रहे और फिर अचानक आरोपियों की पहचान की। बरामद आरडीएक्स और अन्य सामग्री के कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिले। प्रॉसिक्यूशन पूरी तरह असफल रहा, और आरोपी यह साबित करने में सफल रहे कि उनके खिलाफ मामला कमजोर था। जेल से रोते हुए जुड़े आरोपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमरावती, नागपुर, पुणे और नासिक की जेलों से जुड़े सभी 11 आरोपी बरी किए जाने के बाद भावुक हो उठे। किसी ने खुशी नहीं जताई, सभी की आंखों में आंसू थे। वकीलों की प्रतिक्रिया आरोपियों के वकील युग मोहित चौधरी ने कहा कि, “यह फैसला उन हजारों लोगों के लिए उम्मीद की किरण है, जो सालों से गलत तरीके से जेल में बंद हैं।” जबकि सरकारी वकील राजा ठकारे ने कहा कि “यह फैसला मार्गदर्शक की तरह है, जो भविष्य की जांचों में ध्यान रखने योग्य है।” क्या हुआ था 2006 में? 11 जुलाई 2006 की शाम मुंबई की भीड़भाड़ वाली लोकल ट्रेनों में महज 11 मिनट के भीतर सात धमाके हुए थे। इन विस्फोटों में 189 लोग मारे गए और 827 से ज्यादा घायल हुए। ATS ने जांच कर 13 लोगों को गिरफ्तार किया था और 15 अन्य को फरार बताया, जिनमें से कई के पाकिस्तान में छिपे होने का शक था। अब तक का कानूनी सफर 2015 में विशेष अदालत ने 12 आरोपियों को दोषी ठहराया, जिनमें से 5 को फांसी और 7 को उम्रकैद की सजा दी गई थी। राज्य सरकार ने फांसी की सजा की पुष्टि के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की, जबकि आरोपियों ने खुद को निर्दोष बताते हुए अपील की। 2023 में आरोपी एहतेशाम सिद्दीकी ने हाई कोर्ट से सुनवाई में तेजी की मांग की, जिसके बाद विशेष पीठ गठित हुई। करीब 6 महीने तक रोजाना सुनवाई चली और फिर 6 महीने में फैसला तैयार किया गया। अब आगे क्या? राज्य सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकती है। हालांकि, फैसले में गंभीर खामियों की ओर इशारा करते हुए यह साफ कर दिया गया है कि अगर जांच निष्पक्ष और वैज्ञानिक तरीके से न हो, तो इतने बड़े मामले भी अदालत में टिक नहीं पाते। यह फैसला न केवल 11 निर्दोष (Train Blast Breaking) बताए जा रहे लोगों की रिहाई का मार्ग प्रशस्त करता है, बल्कि भारत की न्यायिक प्रणाली पर गंभीर प्रश्न भी खड़े करता है, क्या हमारे जांच तंत्र में सुधार की आवश्यकता है?