Author name: Ek Janta Ki Awaaz

Golden Girl Death: Suspicious death of Gariaband's 'Golden Girl' Sandhya Sahu...! National level weightlifter found hanging from a noose in the room... Murder suspected
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Golden Girl Death : गरियाबंद की ‘गोल्डन गर्ल’ संध्या साहू की संदिग्ध मौत…! कमरे में फंदे से लटकी मिलीं राष्ट्रीय स्तर की वेटलिफ्टर…हत्या की आशंका

गरियाबंद, 09 जुलाई। Golden Girl Death : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के छुरा क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। वेटलिफ्टिंग की राष्ट्रीय खिलाड़ी और कई राज्य एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकीं संध्या साहू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। वे अपने घर के एक कमरे में फंदे से लटकी हुई पाई गईं, जिससे पूरे इलाके में शोक और सनसनी का माहौल बन गया है। छत्तीसगढ़ की ‘गोल्डन गर्ल’ के नाम से थीं प्रसिद्ध संध्या साहू को छत्तीसगढ़ में ‘गोल्डन गर्ल’ के नाम से जाना जाता था। वे वेटलिफ्टिंग में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीत चुकी थीं। खेल जगत में उभरती प्रतिभा के रूप में वे युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत थीं। मौत के पीछे कारण अब तक स्पष्ट नहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार, परिजनों ने जब उन्हें काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं आते देखा, तो दरवाज़ा तोड़कर अंदर पहुंचे। वहां संध्या का शव फंदे से लटका मिला। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस इस मामले की संदिग्ध मौत मानते हुए जांच शुरू कर चुकी है। हालांकि अब तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे घटना के पीछे की वजह स्पष्ट हो सके। खेल जगत में शोक की लहर संध्या की असामयिक मौत से छत्तीसगढ़ के खेल जगत में शोक की लहर है। उनके कोच, साथी खिलाड़ी और खेलप्रेमियों ने दुख और स्तब्धता जताई है। उनका कहना है कि संध्या एक संघर्षशील और मेहनती खिलाड़ी थीं, और उनका इस तरह अचानक चले जाना समझ से परे है। आगे की जांच में जुटी पुलिस छुरा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और परिवार के सदस्यों व आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची है ताकि सभी पहलुओं की जांच कर सही निष्कर्ष तक पहुंचा जा सके। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश (Golden Girl Death) कर रही है कि क्या संध्या किसी मानसिक दबाव में थीं या किसी तरह की परेशानी से जूझ रही थीं। छत्तीसगढ़ की यह ‘गोल्डन गर्ल’ अपने प्रदर्शन और उपलब्धियों के लिए जानी जाती थीं। उनकी असमय मृत्यु एक बड़ी क्षति है, जिसे भरना मुश्किल है।

Fire in the Gym: Huge fire in Raipur's Gold Gym...! Loss of lakhs... major accident averted
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Fire in the Gym : रायपुर के गोल्ड जिम में भीषण आग…! लाखों का नुकसान…बड़ा हादसा टला

रायपुर, 09 जुलाई। Fire in the Gym : राजधानी रायपुर के तेलीबांधा क्षेत्र में स्थित गोल्ड जिम में बुधवार सुबह भीषण आग लग गई, जिससे जिम में रखा सारा उपकरण और सामान जलकर खाक हो गया। हालांकि इस आगजनी की घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन जिम मालिक को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है। सुबह तड़के उठी लपटें, राहगीरों ने दी सूचना घटना तेलीबांधा थाना क्षेत्र की है, जहाँ तेलीबांधा तालाब के पास स्थित गोल्ड जिम से आज सुबह राहगीरों ने धुआं और आग की लपटें उठती देखीं। तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। जब तक दमकल की गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं, तब तक आग भीषण रूप ले चुकी थी। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दमकलकर्मियों की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया, क्योंकि जिम आमतौर पर सुबह जल्दी खुल जाता है और उस समय कई लोग वर्कआउट के लिए मौजूद रहते हैं। सौभाग्य से आग जिम खुलने से पहले लगी, जिससे किसी भी व्यक्ति को नुकसान नहीं हुआ। शॉर्ट सर्किट की आशंका, जांच जारी तेलीबांधा पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण कर आगजनी की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी हो सकती है, हालांकि अंतिम पुष्टि जांच रिपोर्ट के बाद ही की जा सकेगी। पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर विस्तृत जांच शुरू कर दी है। पूरी तरह जलकर खाक बता दें कि गोल्ड जिम रायपुर के सबसे बड़े जिमों में से एक माना जाता है। यहां सैकड़ों लोग नियमित रूप से एक्सरसाइज और फिटनेस के लिए आते हैं। आग लगने से जिम में रखे महंगे उपकरण, कार्डियो मशीनें, वेट सेट्स और इंटीरियर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। कोई हताहत नहीं हालांकि इस घटना में जानमाल की कोई हानि नहीं हुई, लेकिन अगर आग कुछ देर बाद लगती, जब जिम खुल चुका होता, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। फिलहाल पुलिस और प्रशासन सतर्कता के साथ जांच में जुटे हैं।

Major Accident in Vadodara: Big news...! Bridge over the river broke...many vehicles fell...2 dead...search for dozens continues...see the VIDEO here
Accident

Major Accident in Vadodara : बड़ी खबर…! नदी पर बना पुल टूटा…कई वाहन गिरे…2 की मौत…दर्जनों की तलाश जारी…यहां देखें VIDEO

वडोदरा/गुजरात, 09 जुलाई। Major Accident in Vadodara : गुजरात के वडोदरा जिले में आज एक भीषण हादसा हुआ, जब महीसागर नदी पर बना 43 साल पुराना पुल अचानक बीच से टूट गया। यह पुल वडोदरा को आणंद जिले से जोड़ता था और क्षेत्र का एक व्यस्त यातायात मार्ग था। हादसे के दौरान पुल पर चल रहे कई वाहन सीधे नदी में गिर गए, जिससे मौके पर हड़कंप मच गया। हादसे में दो की मौत, पाँच रेस्क्यू प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि पाँच लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। नदी में बचे हुए वाहनों और संभावित घायलों की तलाश अब भी जारी है। रेस्क्यू अभियान तेज घटना की सूचना मिलते ही 108 एम्बुलेंस सेवा और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंच गईं। राहत और बचाव कार्य में स्थानीय तैराकों, दमकल विभाग, और NDRF की टीमें जुटी हुई हैं। नदी में गिरे वाहनों को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। 43 साल पुराना पुल, बड़ी चूक? हादसे में टूटे पुल की उम्र 43 वर्ष बताई जा रही है। यह पुल वर्षों से वडोदरा और आणंद जिलों के बीच आवागमन का महत्वपूर्ण जरिया था। अब इस हादसे ने इंफ्रास्ट्रक्चर की गुणवत्ता और नियमित निरीक्षण को लेकर प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच के आदेश संभावित स्थानीय प्रशासन की ओर से जांच के आदेश की संभावना जताई जा रही है। साथ ही इस हादसे के पीछे की असली वजह जानने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की टीम से सर्वे कराए जाने की तैयारी भी शुरू हो गई है। जनमानस में आक्रोश घटना के बाद स्थानीय लोगों और राहगीरों में रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि पुल की स्थिति लंबे समय से जर्जर थी, लेकिन इसके रखरखाव पर कभी ध्यान नहीं दिया गया। अगर समय रहते मरम्मत होती, तो यह हादसा टल सकता था। वडोदरा में हुआ यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी विफलता (Major Accident in Vadodara) नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का बड़ा उदाहरण बनकर सामने आया है। अब देखना होगा कि सरकार और संबंधित विभाग कितनी तत्परता से जवाबदेही तय करते हैं। पुराने पुल की दर्दनाक तस्वीर

Anganwadi in Balrampur: Tragic accident in Balrampur...! 4-year-old girl who went to Anganwadi died after drowning in a pond... relatives demanded strict action
Chhattisgarh

Anganwadi in Balrampur : बलरामपुर में दर्दनाक हादसा…! आंगनबाड़ी गई 4 साल की बच्ची की तालाब में डूबने से मौत…परिजनों ने की सख्त कार्रवाई की मांग

बलरामपुर, 09 जुलाई। Anganwadi in Balrampur : बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र स्थित डीपाडीह खुर्द गांव से एक बेहद दर्दनाक और चिंताजनक हादसा सामने आया है। यहां एक 4 वर्षीय मासूम बच्ची की तालाब में डूबने से मौत हो गई, जो पढ़ाई के लिए आंगनबाड़ी केंद्र गई थी। यह घटना आंगनबाड़ी केंद्र की लापरवाही को उजागर करती है, जिसने एक मासूम की जान ले ली। खेलते-खेलते पहुंच गई तालाब के पास मिली जानकारी के अनुसार, बच्ची आंगनबाड़ी केंद्र में अध्ययन के दौरान खेलते-खेलते पास ही स्थित तालाब तक पहुंच गई। वहां फिसलकर वह पानी में गिर गई और डूबने लगी। दुर्भाग्य से उस वक्त वहाँ कोई देखरेख करने वाला मौजूद नहीं था, जिससे समय रहते उसे बचाया नहीं जा सका। मौके पर मचा कोहराम जब गांव में बच्ची के डूबने की खबर फैली, तो मौके पर चीख-पुकार मच गई। ग्रामीणों ने बच्ची को तालाब से बाहर निकाला, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मासूम की मौत हो चुकी थी। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में शोक का माहौल है। परिजनों ने की कार्रवाई की मांग इस हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों और परिजनों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की लापरवाही पर सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई और उच्चस्तरीय जांच की मांग की है, ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में दोबारा न हों। प्रशासन पर उठे सवाल इस हादसे ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि छोटे बच्चों की सुरक्षा को लेकर आंगनबाड़ी केंद्र कितने सतर्क हैं? क्या कोई मानिटरिंग व्यवस्था मौजूद है? इस तरह की घटनाएं सरकारी तंत्र की निगरानी और जवाबदेही को कठघरे में खड़ा करती हैं। एक मासूम बच्ची की मौत ने पूरे गांव को झकझोर कर (Anganwadi in Balrampur) रख दिया है। यह केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक प्रणालीगत लापरवाही का नतीजा है। अब देखना होगा कि प्रशासन इसपर क्या कदम उठाता है।

Child Communication: Big revelation in Durg Child Communication Home...! Officer had unnatural sexual relations with a boy...accused arrested
Chhattisgarh, Crime

Child Communication : दुर्ग बाल संप्रेषण गृह में बड़ा खुलासा…! अधिकारी ने लड़के के साथ बनाए अप्राकृतिक यौन संबंध…आरोपी गिरफ्तार

दुर्ग, 09 जुलाई। Child Communication : दुर्ग जिले के पुलगांव स्थित बाल संप्रेषण गृह में पदस्थ परिवीक्षा अधिकारी रामकुमार सूर्यवंशी को एक अपचारी बालक से अननेचुरल सेक्स (अप्राकृतिक यौन शोषण) के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी अधिकारी को पाॅक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। क्या है मामला? जानकारी के अनुसार, पीड़ित बालक हत्या के एक मामले में पिछले 35 महीनों से बाल संप्रेषण गृह में बंद है। वह दूसरे जिले का निवासी है। बीते सप्ताह जब न्यायालय की टीम निरीक्षण के लिए संप्रेषण गृह पहुंची, तब बालक ने टीम को अपने साथ हुई आपबीती की जानकारी दी। पीड़ित ने क्या बताया? बालक ने बताया कि अधिकारी रामकुमार सूर्यवंशी ने उसे उसके भाई से मिलाने का झांसा देकर यौन शोषण किया। इस गंभीर आरोप के सामने आने के बाद न्यायालय की टीम ने तत्काल इसकी सूचना दुर्ग पुलिस को दी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सूचना मिलते ही दुर्ग पुलिस ने पॉक्सो एक्ट व अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया और रामकुमार सूर्यवंशी को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजते हुए जेल भेज दिया है। प्रशासन में हड़कंप इस घटना के सामने आने के बाद जिला प्रशासन और बाल संरक्षण तंत्र (Child Communication) में हड़कंप मच गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में तेजी लाई जा रही है। बाल संप्रेषण गृह की सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। मामला बेहद संवेदनशील है और बाल अधिकारों से जुड़ा हुआ है। सभी पक्षों की गहन जांच के बाद ही अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा। पुलिस व न्यायालय की कार्रवाई जारी है।

Old Notes Recovered: The officer died… the bribe remained alive…! Ex CMO's room was closed for 11 years… 22 lakh old notes of 1000 and 500 rupees recovered from the closed room
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Old Notes Recovered : अफसर मर गया…रिश्वत रही जिंदा…! 11 सालों से बंद पड़ा था Ex CMO का कमरा…बंद कमरे से 1000 और 500 रुपये के 22 लाख पुराने नोट बरामद

रायपुर, 08 जुलाई। Old Notes Recovered : एक बंद दरवाजा खुला… और सालों से दबी एक सड़ती हुई सच्चाई बाहर आ गई। उत्तर प्रदेश में एक सरकारी दफ्तर के ग्यारह सालों से बंद पड़े कमरे को जब हाल ही में खोला गया, तो वहां एक अटैची मिली, जिसमें भरे थे पुराने 500 और 1000 रुपये के ‘एक्सपायर्ड’ नोट। यह सनसनीखेज मामला उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले से सामने आया है, जहां जिला अस्पताल परिसर में स्थित एक पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) के बंद आवास से 22 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है। यह रकम 2016 में हुई नोटबंदी के बाद भी बिना बदले हुई अवस्था में मिली है। दीवारें झड़ रही थीं, पर रिश्वत का बोझ जस का तस कमरा खंडहर बन चुका था, दीवारों की पपड़ी गिर रही थी, फर्श उखड़ चुका था, लेकिन कोने में रखी वह अटैची अब भी वैसी ही थी, जैसे किसी का राज़ अभी तक खुलने से डर रहा हो। अटैची में रखे गए पुराने नोट आज कोई मोल नहीं रखते, लेकिन उनका अतीत बहुत कुछ कहता है। ये वही पैसे हैं जो कभी ‘ऊपरी आमदनी’ के रूप में किसी भ्रष्ट अधिकारी की अलमारी में चुपचाप घुसाए गए थे। जब सरकारी योजनाओं के लिए “फंड की कमी” का रोना रोया जाता है, किसान इंतजार करते हैं कर्ज माफी का, स्कूल बच्चे बिना बेंच-पुस्तक के चलाते हैं पढ़ाई, ग्रामीण अस्पतालों में दवा नहीं, तो उसी तंत्र में कहीं सड़ा पड़ा ये ‘फंड’ अपनी कहानी कहता है। एक चुप्पी, जो सब कुछ कह गई इस घटना ने एक बार फिर प्रशासनिक भ्रष्टाचार की परतें उधेड़ दी हैं। अटैची जैसे मौन होकर चीख रही हो, “मुक्त कर दो मुझे।” एक समय था जब यह पैसा किसी की मेहनत से निकला था, फिर किसी की लालच बन गया, और अब ‘रद्दी’ होकर बेकार पड़ा है। “मर गया अधिकारी, जिंदा रही रिश्वत” यह पंक्ति अब सिर्फ व्यंग्य नहीं, एक कटु यथार्थ बन चुकी है। अब सवाल ये है क्या ऐसे सड़ते हुए पैसों की गंध कभी व्यवस्था (Old Notes Recovered) को जागा पाएगी? क्या अब भी “फंड की कमी” कहने वालों को इन अलमारियों की तलाशी लेनी चाहिए? यह घटना एक सबक है कि रिश्वत चाहे जितनी भी सुरक्षित रखी जाए, उसकी उम्र भी ‘नोटबंदी’ से तय हो जाती है। और अंत में, वह सिर्फ एक बोझ बनकर ही रह जाती है।

Reel on Railway Track: Social media craze...! Deadly stunt on railway track for Instagram reel... Police prevented a major accident... Three minors arrested... Watch the video here
National

Reel on Railway Track : सोशल मीडिया की सनक…! इंस्टाग्राम रील के लिए रेलवे ट्रैक पर जानलेवा स्टंट…पुलिस ने रोका बड़ा हादसा…तीन नाबालिग गिरफ्तार…यहां देखें VIDEO

बौध/ओडिशा, 08 जुलाई। Reel on Railway Track : सोशल मीडिया पर कुछ लाइक, फॉलोअर्स और वायरल होने की चाहत अब बच्चों को खतरनाक रास्तों पर ले जा रही है। ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना ओडिशा के बौध जिले से सामने आई है, जहां तीन नाबालिग लड़कों ने इंस्टाग्राम रील बनाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डाल दिया। रेलवे ट्रैक पर कर रहे थे स्टंट जानकारी के मुताबिक, तीनों लड़के रेलवे ट्रैक के पास खतरनाक स्टंट कर रहे थे। वे इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर अपलोड कर ‘वायरल’ करना चाहते थे। लेकिन स्थानीय लोगों की सतर्कता से समय रहते बड़ा हादसा टल गया। पुलिस ने रोका, परिजनों को दी चेतावनी मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने बच्चों को तुरंत रोक लिया और उनके परिजनों को बुलाकर पूछताछ की। जांच में पता चला कि वे एक वायरल वीडियो को रीक्रिएट करने की कोशिश कर रहे थे। बच्चों को समझाइश देने के साथ-साथ पुलिस ने उनके माता-पिता को भी आगाह किया कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखें। बच्चों की डिजिटल दुनिया से बढ़ती दूरी वास्तविकता से यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि सोशल मीडिया पर ‘लाइक’ और ‘व्यूज’ की दौड़ अब बच्चों के मनोविज्ञान को किस कदर प्रभावित कर रही है। वर्चुअल पहचान पाने की होड़ में बच्चे हकीकत और खतरे में फर्क नहीं कर पा रहे हैं। क्या कहते हैं विशेषज्ञ? मनोविज्ञानियों का मानना है कि सोशल मीडिया पर ‘वैलिडेशन’ की चाह अब किशोरों में तुरंत प्रसिद्धि और पहचान पाने की ललक को जन्म दे रही है, जो कई बार उन्हें जोखिम भरे निर्णय लेने को प्रेरित करती है। जरूरत है जागरूकता और संवाद की, ताकि युवा सोशल मीडिया का इस्तेमाल रचनात्मकता के लिए करें, न कि जान जोखिम में डालने के लिए। रेलवे ट्रैक पर रील बनाने (Reel on Railway Track) की घटना से यह साफ है कि बच्चों में डिजिटल प्रसिद्धि की चाह किस हद तक हावी हो चुकी है। माता-पिता और शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे समय रहते बच्चों को समझाएं और सोशल मीडिया की सीमाएं बताएं, ताकि कोई भी वायरल वीडियो उनकी ज़िंदगी पर भारी न पड़े।

Smart City Project Fraud: Youth Congress leader Ashish Shinde, who helped KK Srivastava escape, arrested...second major action in the fraud case worth crores
Chhattisgarh

Smart City Project Fraud : केके श्रीवास्तव को भगाने में मददगार यूथ कांग्रेस नेता आशीष शिंदे गिरफ्तार…करोड़ों की ठगी मामले में दूसरी बड़ी कार्रवाई

रायपुर, 08 जुलाई। Smart City Project Fraud : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ठगी मामले में एक और बड़ी गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने यूथ कांग्रेस नेता आशीष शिंदे को गिरफ्तार किया है। आशीष पर आरोप है कि उसने 300 करोड़ के ठगी आरोपी केके श्रीवास्तव को फरार कराने में मदद की थी। इससे पहले आरोपी केके श्रीवास्तव को पुलिस ने लंबी तलाश के बाद पकड़ा था और अब वह न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है। पूछताछ में खुला राज केके श्रीवास्तव से रिमांड पर पूछताछ के दौरान ही आशीष शिंदे का नाम सामने आया था। केके ने स्वीकार किया कि शिंदे ने उसे अपनी गाड़ी में छिपाकर कई दिनों तक इधर-उधर घुमाया और भागने में मदद की। इतना ही नहीं, शिंदे पर यह भी आरोप है कि उसने कुछ लोगों से टिकट दिलाने के नाम पर पैसे भी वसूले। म्यूल खातों से देशभर में ठगी का नेटवर्क केके श्रीवास्तव ने पुलिस पूछताछ में यह भी बताया कि उसने म्यूल बैंक खातों (फर्जी या अन्य के नाम पर खोले गए खातों) के जरिये पूरे देश से करोड़ों की ठगी की। उसके अनुसार, उसने नकद में कई बड़े नेताओं तक पैसा पहुंचाया, हालांकि पुलिस को इस बारे में अभी तक कोई दस्तावेजी प्रमाण नहीं मिला है। जांच एजेंसियों को मिली 300 करोड़ की जानकारी केके श्रीवास्तव ने अपनी संपत्तियों और ट्रांजेक्शन से जुड़ी लगभग 300 करोड़ रुपये की जानकारी भी जांच एजेंसियों को दी है। पुलिस अब इस आर्थिक घोटाले से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच कर रही है। श्रीवास्तव के बेटे कंचन श्रीवास्तव को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है। क्यों महत्वपूर्ण है यह केस? यह मामला केवल एक आर्थिक घोटाले तक सीमित (Smart City Project Fraud) नहीं रह गया है, बल्कि इसमें कई राजनीतिक नाम और पिछली सरकार से जुड़े प्रभावशाली लोग भी शामिल बताए जा रहे हैं। यूथ कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी से इस केस ने एक नया मोड़ ले लिया है। जांच एजेंसियां अब इस मामले को और गहराई से खंगाल रही हैं और आने वाले दिनों में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।

Rationalization: Strict action against teachers who do not accept transfer after rationalization...! Salary payment will be stopped
Chhattisgarh, Education

Rationalization : युक्तियुक्तकरण के बाद स्थानांतरण न मानने वाले शिक्षकों पर सख्ती…! वेतन भुगतान रोका जाएगा…यहां देखें आदेश

रायपुर, 08 जुलाई। Rationalization : शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के पश्चात नए स्थान पर ज्वाइनिंग न करने वाले शिक्षकों पर अब शिक्षा विभाग सख्त रुख अपनाने जा रहा है। डीपीआई (संचालक लोक शिक्षण) ने ऐसे शिक्षकों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यदि वे तत्काल प्रभाव से नये स्थान पर कार्यभार ग्रहण नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही ऐसे शिक्षकों के वेतन भुगतान पर भी रोक लगाने का आदेश दिया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश में सभी संभागीय संयुक्त संचालक (JDs), जिला शिक्षा अधिकारी (DEOs) और संबंधित विद्यालय प्राचार्यों को निर्देशित किया गया है कि वे ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार कर कार्रवाई सुनिश्चित करें। आपत्तियों के निपटारे के लिए बनी समितियां शिक्षकों के स्थानांतरण व युक्तियुक्तकरण के बाद उत्पन्न आपत्तियों और अभ्यावेदनों के निवारण के लिए राज्य और जिला स्तर पर दो समितियों का गठन किया गया है: राज्य स्तर पर: डीपीआई की अध्यक्षता में समिति जिला स्तर पर: संबंधित जिला कलेक्टर/कमिश्नर की अध्यक्षता में समिति शिक्षक आगामी 15 दिनों के भीतर अपनी आपत्तियां और आवेदन संबंधित समिति को सौंप सकते हैं। इसके बाद उन पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा। क्या है युक्तियुक्तकरण युक्तियुक्तकरण का उद्देश्य शिक्षकों की संख्या को विद्यालयों की छात्र संख्या और आवश्यकता के अनुसार संतुलित करना है। इस प्रक्रिया में शिक्षक का एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में स्थानांतरण किया जाता है ताकि सभी स्कूलों में शिक्षकों की पर्याप्त उपस्थिति सुनिश्चित हो सके। शिक्षा विभाग (Rationalization) का यह सख्त कदम स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और शिक्षक व्यवस्था को संतुलित करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।

B.Ed Exam: The girl going to take the exam was waiting at the signal...! The school bus coming from the wrong direction crushed her...painful death on the spot
National

B.Ed Exam : परीक्षा देने जा रही लड़की सिग्नल पर कर रही थी इंतजार…! गलत दिशा से आ रही स्कूल बस ने कुचल दिया…On Spot दर्दनाक मौत

राजनांदगांव, 08 जुलाई। B.Ed Exam : शहर के आरके नगर चौराहे पर मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ, जिसमें 28 वर्षीय युवती त्रिलोका यादव की स्कूली बस की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब वह अपने भांजे के साथ बीएड परीक्षा में शामिल होने शहर आ रही थी। बोरतलाव क्षेत्र के बुढ़ानछापर निवासी त्रिलोका यादव अपने बहन के बेटे लोकनाथ यादव के साथ रॉयल किड्स स्कूल में परीक्षा देने जा रही थीं। पीटीएस-रामकृष्ण चौक के ट्रैफिक सिग्नल पर रुकने के बाद जैसे ही हरी बत्ती हुई, तभी गलत दिशा से तेज रफ्तार में आ रही अजीज पब्लिक स्कूल की बस ने उनकी मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में युवती सड़क पर मुंह के बल गिर गई और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण गंभीर रूप से घायल हो गई। राहगीरों की मदद से तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। वहीं, उसका भांजा इस हादसे में मामूली रूप से घायल हुआ है। घटना के बाद पुलिस ने स्कूल बस (B.Ed Exam) के चालक को गिरफ्तार कर लिया है और मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने और गलत दिशा से आने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।