Crime

Punishment for Murder: Heartbreaking...! Mother who killed 3 children sentenced to death...! There was no remorse on the mother's face after the incident...the testimony of the saved son became decisive...watch the video here
Crime

Punishment for Murder : हृदयविदारक…! 3 बच्चों की हत्या करने वाली मां को मौत की सजा…! घटना के बाद मां के चेहरे पर कोई ग्लानि नहीं…बच गया बेटे की गवाही बनी निर्णायक…यहां देखें Video

औरैया, 11 जुलाई। Punishment for Murder : साल 2020 में उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में घटी एक दिल दहला देने वाली घटना में अदालत ने बड़ा फैसला सुनाया है। अपने ही चार मासूम बच्चों को नदी में फेंकने वाली महिला प्रियंका को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। इस हृदयविदारक घटना में 3 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि एक बच्चा चमत्कारिक रूप से बच गया था। उसी बच्चे की गवाही ने मां को आज कानून के कठघरे में खड़ा कर दिया। क्या था पूरा मामला साल 2020 में प्रियंका के पति अवनीश की करंट लगने से मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद प्रियंका ने अपने चचेरे देवर आशीष के साथ संबंध बना लिए। लेकिन जब आशीष ने बच्चों को अपनाने से इनकार कर दिया, तब प्रियंका ने अमानवीय कदम उठाया। उसने अपने चार बच्चों को नदी में फेंक दिया, जिसमें तीन की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक बच्चा किसी तरह बच गया। बेटे की गवाही बनी निर्णायक जिंदा बचे बच्चे ने समय के साथ साहस दिखाते हुए अदालत में अपनी मां के खिलाफ गवाही दी। उसने बताया कि किस तरह उसकी मां ने उसे और उसके भाई-बहनों को खुद अपने हाथों से नदी में फेंका। इस गवाही को अदालत ने निर्णायक सबूत माना। अदालत का फैसला सभी साक्ष्य, गवाहों और मेडिकल रिपोर्ट्स को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने प्रियंका को दोषी ठहराया और इस कृत्य को समाज के लिए “अत्यंत जघन्य अपराध” करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई। कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा कि “मां जैसे पवित्र रिश्ते को कलंकित करने वाली यह घटना सभ्य समाज को झकझोर देने वाली है।” फैसले के बाद यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग कह रहे हैं कि “जिसने जन्म दिया, उसी ने जीवन छीन लिया, इससे बड़ा अपराध कुछ नहीं हो सकता।” समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना बताती है कि पारिवारिक टूटन, सामाजिक असुरक्षा और मानसिक अवसाद किस हद तक एक महिला को क्रूरता के कगार तक पहुंचा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, पारिवारिक काउंसलिंग और प्रशासनिक हस्तक्षेप की इस समय सख्त जरूरत है। यह फैसला न सिर्फ एक अपराध (Punishment for Murder) के खिलाफ न्याय है, बल्कि पूरे समाज को यह संदेश भी देता है कि कानून किसी भी रिश्ते की आड़ में अपराध करने वालों को बख्शता नहीं है।

Dirty Harassment: Big punishment for not being able to pay the debt...! Forced to do 'oral sex' by stripping naked in the car...video also made
Crime

Dirty Harassment : कर्ज न चुका न पाने की बड़ी सजा…! कार में नंगा करके ‘ओरल सेक्स’ को किया मजबूर…Video भी बनाया

महाराष्ट्र, 11 जुलाई। Dirty Harassment : महाराष्ट्र में दो नाबालिग लड़कों को कर्ज न चुका पाने पर अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ा। उन्हें कार में ओरल सेक्स करने के लिए मजबूर किया गया। इतना ही नहीं, आरोपियों ने इस शर्मनाक हरकत का वीडियो भी बनाया। इस घटना के खुलासे के बाद हड़कंप की स्थिति है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। पीड़ितों को कराया अस्पताल में भर्ती यह घटना महाराष्ट्र के परभणी जिले में हुई। पीड़ित लड़कों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां उनका शारीरिक और मानसिक इलाज चल रहा है। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। इनमें अप्राकृतिक यौन संबंध, अपहरण, मारपीट और गलत तरीके से बंधक बनाने जैसे आरोप शामिल हैं। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट भी लगाया है। जानकारी के मुताबिक, दो युवा लड़कों ने एक व्यक्ति से कुछ पैसे उधार लिए थे। जब लड़के पैसे नहीं लौटा पाए, तो पैसे उधार देने वाले व्यक्ति ने उन्हें एक कार में बंधक बना लिया। चलती कार में पहले उन्हें नग्न किया गया और फिर दोनों किशोरों को एक-दूसरे के साथ मुख मैथुन करने के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने गौतम दिलीप गोस्वामी को किया गिरफ्तार आरोपियों ने मुख मैथुन का वीडियो भी बनाया। जानकारी के मुताबिक, इस अपमानजनक घटना का शिकार बने दो लड़कों में से एक 19 साल का है और एक नाबालिग है। इस मामले में पुलिस ने गौतम दिलीप गोस्वामी उर्फ ​​ऋतिक (25) नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गौतम पर लड़कों को पैसे उधार देने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, अन्य आरोपियों की पहचान पंजूभाई गोस्वामी और अन्य दो की पहचान देराज और भरत के रूप में हुई है। उनकी तलाश जारी है। नाबालिग लड़के (Dirty Harassment) की मां ने एलटी मार्ग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें मां ने बताया है कि गौतम गोस्वामी पिछले शुक्रवार को उनके बेटे और उसके दोस्त को बहला-फुसलाकर ले गया था। गंदी हरकत के बाद आरोपी ने धमकी दी कि अगर उधार लिए पैसे नहीं लौटाए तो वीडियो ऑनलाइन अपलोड कर दिया जाएगा। पुलिस के मुताबिक, आरोपी लड़कों को पुणे भी ले गया। वहां उन्हें एक कमरे में बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान उनके साथ मारपीट भी की गई। लड़कों को तभी छोड़ा गया जब उन्होंने पैसे वापस करने का वादा किया।

Killer Bride: Uncle-niece's tainted relationship...! The bride along with her lover uncle killed her husband...the incident was carried out just 45 days after marriage
Crime

Killer Bride : फूफा-भतीजी का कलंकित रिश्ता…! दुल्हन ने अपने प्रेमी फूफा के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या…शादी के महज 45 दिन बाद ही घटना को दिया अंजाम

औरंगाबाद, 10 जुलाई। Killer Bride : बिहार के औरंगाबाद जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। शादी के मंडप में सात फेरे लेते वक्त जहां हर कोई जिंदगी भर साथ निभाने की कसमें खाता है, वहीं 27 साल की गुंजा सिंह ने उसी मंडप में अपने पति प्रियांशु उर्फ छोटू की हत्या की साजिश रच डाली। वजह? 60 साल के अपने फूफा जीवन सिंह के साथ 15 साल पुराना प्रेम संबंध। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने गुंजा और दो शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फूफा जीवन सिंह अभी फरार है। आइए, जानते हैं इस खौफनाक कहानी की पूरी सच्चाई। मंडप में शुरू हुई हत्या की साजिश 21 मई 2025 को प्रियांशु और गुंजा की शादी हुई थी। लेकिन गुंजा का मन इस शादी में बिल्कुल नहीं था। उसका दिल तो अपने फूफा जीवन सिंह पर आ चुका था, जिसके साथ उसका 15 साल से प्रेम संबंध चल रहा था। गुंजा ने पुलिस को बताया, “मैं बचपन से फूफा के घर रहती थी। वहीं पढ़ाई की। धीरे-धीरे हम करीब आए और प्यार हो गया। मुझे पता था कि वो मुझसे उम्र में दोगुने हैं, लेकिन प्यार में उम्र कहां मायने रखती है?” गुंजा के मुताबिक, उसकी बुआ को कभी इस रिश्ते का शक नहीं हुआ। लेकिन अप्रैल 2025 में बुआ ने दोनों को एक साथ देख लिया। बात परिवार तक पहुंची, और गुंजा के पिता ने आनन-फानन में उसकी शादी प्रियांशु से तय कर दी। गुंजा ने विरोध किया, लेकिन समाज और परिवार की इज्जत के आगे उसे झुकना पड़ा। मंडप में वरमाला डालते वक्त ही उसने ठान लिया था कि वह प्रियांशु के साथ नहीं रहेगी और उसकी हत्या करवा देगी। झारखंड से बुलाए शूटर शादी के बाद भी गुंजा और जीवन सिंह का मिलना-जुलना जारी रहा। गुंजा ने बताया, “मैं फूफा से मायके, ससुराल, या उनके घर पर मिलती थी। एक दिन उनके मुंह से निकला कि प्रियांशु को रास्ते से हटा देते हैं। मैंने भी हामी भर दी।” इसके बाद जीवन सिंह ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए झारखंड से दो शूटरों, जयशंकर चौबे और मुकेश शर्मा, को हायर किया। 24 जून 2025 की रात को साजिश को अंजाम देने का मौका आया। प्रियांशु वाराणसी के चंदौली में अपने रिश्तेदार के घर से ट्रेन से लौट रहा था। उसने अपनी लोकेशन गुंजा को फोन पर बताई, और गुंजा ने यह जानकारी शूटरों तक पहुंचाई। नवीनगर थाना क्षेत्र के लेंबोखाप गांव के पास शूटरों ने प्रियांशु की बाइक रुकवाई और उस पर चार गोलियां दाग दीं। गोली लगने के बाद प्रियांशु जख्मी हो गया। गांव के दो लड़के, जो उसे स्टेशन लेने गए थे, उसे अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस की जांच में हुआ सनसनीखेज खुलासा इस हत्याकांड ने औरंगाबाद पुलिस को सकते में डाल दिया। SP अंबरीश राहुल के निर्देश पर एक विशेष जांच दल (SIT) गठन किया गया। SIT ने CCTV फुटेज, कॉल डिटेल्स, और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की। शुरुआत में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। प्रियांशु को लेने गए दो लड़कों से घंटों पूछताछ हुई, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस ने प्रियांशु के फोन की जांच की। कॉल डिटेल्स से पता चला कि वह लगातार गुंजा से संपर्क में था। जब पुलिस ने गुंजा की कॉल डिटेल्स खंगाली, तो एक नंबर पर 50 से ज्यादा बार बात होने का खुलासा हुआ। यह नंबर जीवन सिंह का था। गुंजा से फोन मांगने पर उसकी आनाकानी ने पुलिस का शक गहरा कर दिया। हिरासत में लेने के बाद गुंजा ने सारी सच्चाई उगल दी। उसने हत्या की साजिश और अपने फूफा के साथ 15 साल पुराने रिश्ते को कबूल किया। SP अंबरीश राहुल ने बताया, “गुंजा ने अपने फूफा जीवन सिंह के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। शूटरों को सिम कार्ड जीवन सिंह ने उपलब्ध करवाया था। गुंजा और दोनों शूटर जयशंकर चौबे और मुकेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। जीवन सिंह की तलाश जारी है।” समाज में बढ़ता नैतिक पतन यह मामला औरंगाबाद में रिश्तों (Killer Bride) के कत्ल की एक और कड़ी है। हाल के महीनों में जिले में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते को प्रेम प्रसंग ने तार-तार कर दिया। इससे पहले भी औरंगाबाद में एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को गाड़ी से कुचलकर मार डाला था। संक्षेप में मुख्य बिंदु विषय विवरण हत्या की तारीख 24 जून 2025 मृतक प्रियांशु कुमार सिंह आरोपी पत्नी गुंजा सिंह, उसका फूफा जीवन सिंह मोटिव 15 साल पुराना अवैध रिश्ता गिरफ्तार गुंजा, जयशंकर, मुकेश फरार जीवन सिंह (फूफा), दो शूटर कानूनी धारा हत्या, षड्यंत्र, IPC और अन्य संगीन अपरा

POCSO Case: Shameful attitude towards menstruation...! Girls' underwear checked in school...Principal and peon arrested
Crime

POCSO Case : मासिक धर्म को लेकर शर्मनाक रवैया…! स्कूल में की गई बच्चियों के अंतर्वस्त्रों की जांच…प्रिंसिपल और चपरासी गिरफ्तार

मुंबई, 10 जुलाई। POCSO Case : महाराष्ट्र के ठाणे जिले के शाहापुर स्थित आर.एस. दमानी निजी स्कूल में मंगलवार को कक्षा 5 से 10 की नाबालिग छात्राओं से मासिक धर्म की जांच के नाम पर विवादास्पद और शर्मनाक कार्रवाई की गई, जिसके बाद अभिभावकों में भारी आक्रोश मचा हुआ है। घटना का क्रम स्कूल के बाथरूम में खून के धब्बे पाए जाने के बाद, प्रिंसिपल ने छात्राओं को हॉल में बुलाया और प्रोजेक्टर पर इन धब्बों की तस्वीरें दिखाई। कक्षा 5 से 10 की छात्राओं को दो समूहों में बांटा गया, जो मासिक धर्म से गुजर रही थीं और जो नहीं थीं। 10–12 वर्षीय कुछ लड़कियों का तब ‘जांच’ के लिए अंतर्वस्त्र के ज़रिए परीक्षण किया गया। एक लड़की सैनिटरी नैपकिन इस्तेमाल करती मिली, तो प्रिंसिपल ने उसके ऊपर आरोप लगाते हुए उसे कड़ी डांट लगाई और अन्य छात्राओं के सामने अपमानित किया। कानूनी कार्रवाई & गिरफ्तारी बुधवार को एक अभिभावक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। प्रिंसिपल और महिला चपरासी को गिरफ्तार किया गया, जबकि चार अन्य शिक्षकों व दो ट्रस्टियों समेत कुल आठ लोगों पर कार्रवाई हुई है। आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 74‑76 (महिला की लज्जा भंग/नग्नता के प्रयास) और पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। कुल छह आरोपियों (प्रिंसिपल, चपरासी, दो शिक्षकों, दो ट्रस्टियों) के खिलाफ पोक्सो के तहत मामला दर्ज हुआ । अभिभावकों की प्रतिक्रिया घटना की जानकारी मिलने के बाद कई अभिभावक नाराज़ होकर स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अभिभावक बोले कि इस तरह की जांच से छात्राओं की मानसिक पीड़ा और शर्मिंदगी हुई है, उन्हें जरूरत थी सेक्स एजुकेशन की, न कि अपमानित करने की । आगे की कार्यवाही पोलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की भूमिका स्पष्ट हो रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सभी आरोपी पोक्सो एवं IPC धाराओं के तहत सजा के लिए कठोर कार्रवाई का सामना करेंगे । यह घटना बच्चों का मनोवैज्ञानिक और शारीरिक (POCSO Case) सम्मान भंग करने वाली है। मासिक धर्म पर खुलकर चर्चा और सेक्स एजुकेशन की आवश्यकता से इनकार संभव नहीं है। दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा के साथ स्कूलों में बच्चों की गरिमा पर आधारित नीतियाँ लागू करने पर समाज और प्रशासन का ध्यान जाना चाहिए।

Child Communication: Big revelation in Durg Child Communication Home...! Officer had unnatural sexual relations with a boy...accused arrested
Chhattisgarh, Crime

Child Communication : दुर्ग बाल संप्रेषण गृह में बड़ा खुलासा…! अधिकारी ने लड़के के साथ बनाए अप्राकृतिक यौन संबंध…आरोपी गिरफ्तार

दुर्ग, 09 जुलाई। Child Communication : दुर्ग जिले के पुलगांव स्थित बाल संप्रेषण गृह में पदस्थ परिवीक्षा अधिकारी रामकुमार सूर्यवंशी को एक अपचारी बालक से अननेचुरल सेक्स (अप्राकृतिक यौन शोषण) के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी अधिकारी को पाॅक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। क्या है मामला? जानकारी के अनुसार, पीड़ित बालक हत्या के एक मामले में पिछले 35 महीनों से बाल संप्रेषण गृह में बंद है। वह दूसरे जिले का निवासी है। बीते सप्ताह जब न्यायालय की टीम निरीक्षण के लिए संप्रेषण गृह पहुंची, तब बालक ने टीम को अपने साथ हुई आपबीती की जानकारी दी। पीड़ित ने क्या बताया? बालक ने बताया कि अधिकारी रामकुमार सूर्यवंशी ने उसे उसके भाई से मिलाने का झांसा देकर यौन शोषण किया। इस गंभीर आरोप के सामने आने के बाद न्यायालय की टीम ने तत्काल इसकी सूचना दुर्ग पुलिस को दी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सूचना मिलते ही दुर्ग पुलिस ने पॉक्सो एक्ट व अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया और रामकुमार सूर्यवंशी को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजते हुए जेल भेज दिया है। प्रशासन में हड़कंप इस घटना के सामने आने के बाद जिला प्रशासन और बाल संरक्षण तंत्र (Child Communication) में हड़कंप मच गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में तेजी लाई जा रही है। बाल संप्रेषण गृह की सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। मामला बेहद संवेदनशील है और बाल अधिकारों से जुड़ा हुआ है। सभी पक्षों की गहन जांच के बाद ही अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा। पुलिस व न्यायालय की कार्रवाई जारी है।

Private School: Heart wrenching incident...! Inhumanity with a 5 year old girl... Beating her mercilessly and trying to hang her by tying a belt around her neck... School operator absconding
Crime, National

Private School : हृदय विदारक घटना…! 5 साल की बच्ची से अमानवीयता…बेदम पिटाई कर गर्दन में बेल्ट बांधकर फांसी लगाने की कोशिश…स्कूल संचालक फरार

मधेपुरा/बिहार, 08 जुलाई। Private School : बिहार के मधेपुरा जिले से एक निर्मम और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शंकरपुर थाना क्षेत्र के मौरा कबियाही पंचायत अंतर्गत नया गांव स्थित एक निजी स्कूल में 5 साल की मासूम बच्ची के साथ बेरहमी की सारी हदें पार कर दी गईं। स्कूल संचालक के भतीजे पर बेल्ट से पीटने, गर्दन से टांगने की कोशिश करने और सीरिंज की सुई से घायल करने का आरोप लगा है। फिलहाल पीड़िता की हालत गंभीर है और उसे जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मासूम पर दरिंदगी घटना शनिवार को न्यू पब्लिक स्कूल, शंकरपुर में हुई। परिजनों के अनुसार, बच्ची को बेल्ट से पीटा गया, फिर बेल्ट से गर्दन में बांधकर टांगने की कोशिश की गई, हाथ और पैर में सीरिंज की निडिल चुभोई गई। घटना के बाद से स्कूल में ताला बंद है, और आरोपी फरार है। हालत नाज़ुक, इलाज जारी बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। पीड़िता की बुआ रीना देवी ने बताया कि बच्ची की मां उस समय हटिया में अपनी दुकान पर थी, जब स्कूल संचालक अनिल यादव बच्ची को गंभीर हालत में दुकान के पास छोड़कर भाग गया। अब तक नहीं हुई FIR इस मामले में अभी तक शंकरपुर थाना को आवेदन प्राप्त (Private School) नहीं हुआ है। थाना प्रभारी रौशन कुमार ने बताया कि आवेदन मिलने पर जांच और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आखिर एक निजी स्कूल में बच्चों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी किसकी है? प्रशासन की निगरानी क्यों नाकाफी साबित हो रही है? आरोपी खुलेआम फरार है, पर कार्रवाई अब तक क्यों नहीं? यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल (Private School) उठाती है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा के प्रति सामाजिक संवेदनशीलता को भी कठघरे में खड़ा करती है। पीड़िता के परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है। प्रशासन और समाज को अब जवाब देना होगा।

Doctor Couple Murder Case: Doctor couple murder case...! The accused made shocking revelations... the doctor killed the wife and the driver killed the doctor... after 8 years the horrifying truth of 2 murders came to the fore... the police department was shaken
Chhattisgarh, Crime

Doctor Couple Murder Case : डॉक्टर दंपति हत्याकांड…! आरोपी ने किए चौंकाने वाले खुलासे…पत्नी को मारा डॉक्टर ने और डॉक्टर को मारा ड्राइवर ने…8 साल बाद 2 हत्याओं का खौफनाक सच आया सामने…हिला पुलिस महकमा

कबीरधाम, 05 जुलाई। Doctor Couple Murder Case : जिले के बहुचर्चित डॉक्टर दंपति हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार 8 साल बाद सुलझ गई है। पुलिस ने इस डबल मर्डर केस में मृतक डॉक्टर के पूर्व वाहन चालक सत्यप्रकाश साहू को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने पूछताछ में न सिर्फ दोनों हत्याओं की साजिश और घटना का सच उजागर किया, बल्कि इस मामले से जुड़ी कई नई और चौंकाने वाली जानकारियां भी पुलिस के सामने रखीं। क्या था मामला? घटना 6 अप्रैल 2017 की है, जब कबीरधाम के कैलाश नगर क्षेत्र में निवासरत डॉ. गणेश सूर्यवंशी और उनकी पत्नी डॉ. उषा सूर्यवंशी की लाशें उनके घर के आंगन में पड़ी मिली थीं। दोनों की निर्मम हत्या पत्थर से की गई थी। घटनास्थल पर मिले हालातों ने यह साफ कर दिया था कि मामला सुनियोजित हत्या का है, लेकिन कोई ठोस सुराग न मिलने के कारण यह केस ठंडे बस्ते में चला गया। एसपी ने दोबारा खोली फाइल, सुलझी गुत्थी 2025 में जिले की कमान संभालने के बाद एसपी धर्मेन्द्र सिंह (IPS) ने इस पुराने मामले को फिर से खोलने का निर्णय लिया और विशेष टीम गठित कर जांच शुरू करवाई। गहन छानबीन के बाद पुलिस की नजर पूर्व ड्राइवर सत्यप्रकाश साहू पर गई, जिसे हिरासत में लेकर जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो पूरी सच्चाई सामने आ गई। हत्या की कहानी आरोपी की जुबानी आरोपी सत्यप्रकाश ने बताया कि वह डॉक्टर के यहां ड्राइवर के रूप में काम करता था और डॉ. गणेश को 1.80 लाख रुपये उधार भी दे चुका था। बाद में ब्लैकमेलिंग के एक केस में नाम आने के बाद वह गंडई भाग गया, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते दोबारा कवर्धा लौटा और डॉक्टर से पैसे मांगने गया। वहीं, उसी वक्त पति-पत्नी के बीच झगड़ा चल रहा था, जो देखते ही देखते हिंसक रूप ले बैठा। सत्यप्रकाश के अनुसार, डॉक्टर ने गुस्से में अपनी पत्नी के सिर पर पत्थर से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। यह सब देखकर डरा और सहमा हुआ ड्राइवर वहां से भागने के बजाय डॉक्टर पर हमला कर बैठा और उसकी भी पत्थर से हत्या कर दी। हत्या के बाद सबूत मिटाकर बना दर्शक हत्या के बाद आरोपी ने कमरे में फैले खून को साफ किया, शवों को आंगन में खींचकर रखा और रातभर वहीं रुका। सुबह 5 बजे वह वहां से निकलकर दुर्ग चला गया और जाते समय डॉक्टर का मोबाइल भी अपने साथ ले गया, जिसे उसने बाद में गिरवी रख दिया। हैरानी की बात यह है कि हत्या के अगले दिन जब मामला उजागर हुआ, तो आरोपी मौके पर पहुंचकर भीड़ में शामिल हो गया था, ताकि किसी को शक न हो। पुलिस टीम को इनाम इस जटिल हत्याकांड को सुलझाने में थाना कोतवाली और साइबर सेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसमें शामिल रहे पुलिसकर्मियों को आईजी अभिषेक शांडिल्य द्वारा ₹30,000 और एसपी धर्मेन्द्र सिंह द्वारा ₹10,000 का इनाम देने की घोषणा की गई। टीम में थाना प्रभारी लालजी सिन्हा, साइबर प्रभारी मनीष मिश्रा, उप निरीक्षक संतोष ठाकुर, ASI बंदे सिंह मरावी, और अन्य अधिकारियों का विशेष योगदान रहा। यह हत्याकांड न केवल कबीरधाम जिले (Doctor Couple Murder Case) का सबसे सनसनीखेज मामला था, बल्कि इसे सुलझाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती भी थी। मानसिक धैर्य, तकनीकी दक्षता और गहन जांच के बल पर कबीरधाम पुलिस ने 8 साल पुराने अंधेरे में छिपे सच को उजागर कर न्याय की उम्मीदों को जीवित रखा है।

Murder of Mother in Law: Horrifying conspiracy of a murderous 'daughter-in-law' who is fond of men...! Brutally murdered mother-in-law by tying her hands and legs and stuffing a cloth in her mouth... CCTV exposed the secret
Crime, National

Murder of Mother in Law : मर्दों की शौकीन हत्यारी ‘बहू’ की खौफनाक साजिश…! सास के हाथ-पैर बांध मुंह में कपड़ा ठूंसकर कर दी बेरहमी से हत्या…CCTV से राजफाश

झांसी, 04 जुलाई। Murder of Mother in Law : उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के टहरौली थाना क्षेत्र अंतर्गत कुम्हारिया गांव में 24 जून को घटित एक दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा पुलिस ने किया है। प्रारंभ में जो मामला संपत्ति विवाद और पारिवारिक झगड़े का लग रहा था, वह बाद में एक साजिशन हत्या निकला, जिसकी मास्टरमाइंड निकली मृतका की छोटी बहू पूजा। 29 वर्षीय पूजा के शांत और भोले चेहरे के पीछे छिपा खूनी दिमाग जब पुलिस के सामने आया, तो सभी हैरान रह गए। पूजा ने अपने तथाकथित पति संतोष और ससुर अजय प्रताप को झांसा देकर ग्वालियर बुलाया, ताकि वारदात के वक्त कोई शक न हो। इसी बीच उसने अपनी बहन कामिनी और कामिनी के प्रेमी अनिल वर्मा को घर बुलाकर हत्या की साजिश को अंजाम देने की योजना बनाई। नशीला इंजेक्शन देकर की गई सास की हत्या हत्या से पहले तीनों आरोपियों ने घर में बैठकर चाय पी। इस दौरान मृतका सुशीला देवी को नशीला इंजेक्शन दिया गया, फिर मुंह में कपड़ा ठूंसकर और हाथ-पैर बांधकर उसकी निर्मम हत्या कर दी गई। इसके बाद आरोपी घर से करीब 8 लाख रुपये के गहने और नकदी लेकर फरार हो गए। CCTV से खुला राज, बड़ी बहू नहीं, छोटी बहू थी साजिशकर्ता पहले मृतका के पति अजय प्रताप ने अपनी बड़ी बहू रागिनी और उसके भाई आकाश पर हत्या का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस ने जब CCTV फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगालीं तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पूछताछ में जब कामिनी को दबोचा गया तो उसने कबूल किया कि हत्या की साजिश पूजा ने रची थी। इसके बाद पूजा को भी गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि अनिल अभी फरार है। पूजा का आपराधिक इतिहास और साजिश की गहराई पूजा पहले भी अपने पहले पति, जो एक रेलकर्मी था, पर जानलेवा हमला कराने के आरोप में जेल जा चुकी है। जेल से छूटने के बाद उसके संबंध सुशीला के छोटे बेटे कल्याण से बने। कल्याण की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इसके बाद जब गांव में भोज चल रहा था, तभी वह रोती हुई वहां पहुंची और परिवार ने उसे तरस खाकर घर में जगह दी- जो उनकी सबसे बड़ी भूल साबित हुई। बाद में पूजा के संबंध अपने जेठ संतोष से बन गए, जिससे एक बच्ची भी हुई। हालांकि पूजा और संतोष ने कभी शादी नहीं की थी। इस रिश्ते को लेकर बड़ी बहू रागिनी और पूजा के बीच लगातार विवाद चलता था। पूजा ने कई बार सिम बदलकर घर पर फोन किया और जानकारी जुटाने की कोशिश की ताकि उस पर किसी को शक न हो। मौके से मिले सुराग और पुलिस की जांच घटना स्थल पर इंजेक्शन, चाय के कप और एक डंडा बरामद हुआ है। मृतका के भतीजे सौरभ ने बताया कि पूजा ने घटना के दिन दोपहर 3:10 बजे फोन कर मम्मी की तबीयत पूछी थी। जब परिवार के लोग घर लौटे, तो सुशीला का शव मिला, हाथ-पैर बंधे हुए और मुंह में कपड़ा ठूंसा था, एक आंख नीली पड़ी थी। रागिनी का बयान: “हमें कभी नहीं लगा कि वह इतनी शातिर है” बड़ी बहू रागिनी ने बताया, “हमारे पति संतोष, पूजा से ज्यादा बात करते थे। हमें कभी महसूस नहीं हुआ कि वह इतनी चालाक है। हम छह साल एक ही घर में साथ रहे, काम भी बांटकर करते थे। पूजा की बेटी होने के बाद हमने उसे स्वीकार भी कर लिया था।” पुलिस की कार्रवाई जारी फिलहाल पूजा और कामिनी पुलिस हिरासत में हैं, जबकि अनिल वर्मा की तलाश (Murder of Mother in Law) जारी है। पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए घर की कॉल डिटेल्स, इलेक्ट्रॉनिक सबूत और गहनों की बरामदगी के लिए विशेष टीम गठित की है। यह घटना न केवल पारिवारिक विश्वास के टूटने की मिसाल है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि किस तरह व्यक्तिगत लालच और अवैध संबंध एक पूरे परिवार को तहस-नहस कर सकते हैं।

Double Murder: When the mistress scolded him, the servant brutally murdered the mother and son...the area is in a state of panic due to the double murder
Crime, National

Double Murder : मालकिन ने डांटा तो नौकर ने मां और बेटे की कर दी निर्मम हत्या…दोहरे हत्याकांड से हड़कंप इलाका

नई दिल्ली, 03 जुलाई। Double Murder : दिल्ली के दक्षिण-पूर्वी इलाके लाजपत नगर से एक सनसनीखेज डबल मर्डर का मामला सामने आया है। बुधवार देर शाम एक घर में मां और बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी गई। शुरुआती जांच में यह खुलासा हुआ है कि यह खौफनाक वारदात घर के नौकर ने ही अंजाम दी, जिसने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। घटना का विवरण नौकर ने कबूला जुर्म घर में काम करने वाले नौकर को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। हत्या के पीछे की वजह अब तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन पुलिस पारिवारिक तनाव, पैसे या आपसी विवाद की आशंका जता रही है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती पूछताछ में नौकर ने बताया कि मालकिन ने डांटा था, इसलिए डबल मर्डर को अंजाम दिया है।  पुलिस की कार्रवाई स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश घटना के बाद स्थानीय निवासियों में दहशत और गहरा आक्रोश है। सभी ने पुलिस से मांग की है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाई जाए। यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर (Double Murder) करती है कि घर के भीतर भी सुरक्षा कितनी असुरक्षित हो सकती है, खासकर तब जब विश्वास करने वाले ही विश्वासघात कर जाएं। मृतक महिला रुचिका (बाएं) और हत्यारोपी मुकेश (दाएं)

Woman Raped in Salon: A heart wrenching incident in Silatra, Raipur...! A woman who entered the salon fearing molestation was raped...kept hostage overnight
Crime, Raipur

Woman Raped in Salon : रायपुर के सिलतरा में एक दिल दहला देने वाली घटना…! छेड़छाड़ के डर से सैलून में घुसी महिला के साथ बलात्कार…रातभर बंधक बनाकर रखा

रायपुर, 03 जुलाई। Woman Raped in Salon : रायपुर के सिलतरा में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक शादीशुदा महिला के साथ दो आरोपियों ने बर्बरता की। आरोपियों की पहचान शिव धृतलहरे और योगेश सेन के रूप में हुई है। घटना का विवरण पुलिस कार्रवाई दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। शिव धृतलहरे के खिलाफ छेड़छाड़ और योगेश सेन के खिलाफ बलात्कार (Woman Raped in Salon) और बंधक बनाने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।