रायपुर, 14 सितंबर। Barish Alert : अगले 24 घंटों में बलौदाबाजार, धमतरी, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, महासमुंद, रायगढ़, रायपुर में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। यह चेतावनी अभी रायपुर मौसम विभाग ने आज फिर से जारी की है। गरियाबंद, कोंडागांव, बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा के लिए ऑरेंज अलर्ट और प्रदेश के 16 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गरज-चमक के साथ भारी बारिश होगी।
न लें ऐसा जोखिम
बीते सोमवार से बुधवार तक रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, बस्तर, सरगुजा सहित कई जिलों में तेज बारिश हुई है। बारिश के चलते कई जगहों के नदी, तालाब और नाले उफान पर है। बस्तियों में जलभराव हो गया है। कुछ जिलों में तो सड़के पानी से डूब गई है। भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं, इसलिए ऐसा जोखिम न लें।
13 सितम्बर को भी राजधानी में दोपहर के बाद से झमाझम बारिश हुई थी। तेलीबांधा, पचपड़ी नाका, प्रोफेसर कालोनी, गोलबाजार, घड़ी चौक के पास जलभराव हुआ था। बारिश की वजह से आज (गुरुवार) को सुबह से ही मौसम सुहावना है। करीब ढाई बजे के बाद फिर से मौसम ने करवट ली और असमान में काले बदल व गरज-चमक के साथ फिर से बारिश शुरू हो गई।
मौसम विभाग की माने तो अगले 24 घंटों के दौरान मौसम ऐसे ही रहने वाला है। मौसम विभाग ने जिन 16 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है उनमें बलरामपुर, जशपुर, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, महासमुंद, बिलासपुर,कबीरधाम, बेमेतरा, रायपुर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर शामिल है।
रायपुर मौसम विभाग के मुताबिक, औसत समुद्र तल पर मॉनसून ट्रफ अब जैसलमेर, शिवपुरी, रांची, दीघ से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी तक स्थित है। एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्र पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों और निकटवर्ती उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर स्थित है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकते हुए औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिम और निकटवर्ती पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है तथा अगले 24 घंटों के दौरान और अधिक चिह्नित होने तथा दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तट से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। पूर्व-पश्चिम ट्रफ अब दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश और उसके आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती परिसंचरण से लेकर बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों और उससे सटे उत्तर बंगाल की खाड़ी के दक्षिणा पूर्व उत्तर प्रदेश, झारखंड, उत्तरी ओडिशा में चक्रवाती परिसंचरण (Barish Arlt) तक स्थित है और औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैली हुई है।