बिलासपुर, 06 मार्च। Bilaspur Collector : राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा के पास एक पटवारी अपना ट्रांसफर रूकवाने की मांग लेकर पहुंच गया। बगैर किसी सक्षम अधिकारी से अनुमति लिये सीधे मंत्री के बंगले पहुंचे पटवारी की इस हरकत से राजस्व मंत्री खासे नाराज हो गये। जिसके बाद अब बिलासपुर कलेक्टर ने पटवारी को शो काॅज नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब नही देने पर एक पक्षीय कार्रवाई की चेतावनी दी है।
दरअसल पूरा मामला बिलासपुर राजस्व विभाग का है। आपको बता दे कि कलेक्टर अवनीश शरण ने 29 फरवरी को जिले के पटवारियों का तबादला आदेश जारी किया था। इस तबादला आदेश में पटवारी आलोक तिवारी का तबादला बेलगहना तहसील के हल्का बहेरामुडा में किया गया था। इस आदेश के बाद एसडीएम ने पटवारी आलोक तिवारी को उसी दिन बहेरामुड़ा में ज्वाइनिंग देने के लिए भारमुक्त भी कर दिया गया। पद से भारमुक्त होने के बाद पटवारी ने अपने नवीन पदस्थापना स्थल पर ज्वाइनिंग करने के बजाये अपने तबादले को रूकवाने के लिए सीधे राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा के बंगले पहुंच गया।
मंत्री के बंगले में पहुचने के बाद पटवारी ने बकायदा मंत्री टंकराम वर्मा से अपना तबादला मोपका से बाहर नहीं करने की गुहार लगाई।पटवारी के इस हरकत पर मंत्री टंकराम वर्मा ने गहरी नाराजगी जताई, और इसे सिविल सेवा आचरण नियमों के विपरीत बताया। नाराज मंत्री ने सीधे बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण से इस मामले की शिकायत करते हुए वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिये।
मंत्री से इस पूरे मामले की जानकारी मिलते ही कलेक्टर ने पटवारी आलोक तिवारी को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। इसके साथ ही नोटिस मिलने के 24 घंटे के भीतर जवाब नही मिलने पर एक पक्षीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है। पटवारी के इस हरकत के बाद अब कभी भी इस प्रकरण पर निलंबन की कार्रवाई की आशंका (Bilaspur Collector) जतायी जा रही है।