नई दिल्ली, 27 दिसंबर। BJP Leader Breaking : पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता अनुपम हाजरा को राष्ट्रीय मंत्री पद से हटा दिया गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर हाजरा के खिलाफ ये एक्शन लिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि हाल ही में अनुपम हाजरा ने जो पार्टी विरोधी बयान दिए थे, उसी की वजह से ये कार्रवाई हुई है। हाजरा पर एक्शन तब लिया गया, जब गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा कोलकाता दौरे पर थे।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने नोटिस जारी करते हुए लिखा, “भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के निर्देशानुसार अनुपम हाजरा को राष्ट्रीय मंत्री पद से पदमुक्त किया जाता है। ये सूचना तत्काल प्रभाव से लागू होगी।”
अनुपम हाजरा ने किया था ये पोस्ट
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है जिसमें दावा किया है कि भाजपा में जिन लोगों को जिले में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंडल सभापति जैसे पद मिल जाते हैं वे नेता जमीनी स्तर पर जुड़े सामान्य कार्यकर्ताओं को महत्व नहीं देते। यहां तक कि सहज तरीके से ना मिलते हैं और ना ही सीधे मुंह बात करते हैं। जबकि यही नेता जब पद से हटा दिए जाते हैं तो मीठी मीठी बातें करने वाले नेता के तौर पर खुद को साबित करने की कोशिश करते हैं। हालांकि उन्होंने साथ ही यह भी स्पष्ट किया था कि यह उनका निजी अनुभव है। बाकी लोग भी ऐसा महसूस कर सकते हैं या नहीं भी कर सकते हैं।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पर भी की थी टिप्पणी
राजनीतिक नेताओं को निर्देश रहते हैं कि अगर पार्टी के खिलाफ कुछ बोलना है तो पार्टी फोरम में ही बात रखी जाए। इंटरनेट, मीडिया अथवा सार्वजनिक तौर पर कुछ कहने पर समस्या के समाधान के बजाय विपक्ष को बेवजह सवाल खड़ा करने का मौका मिलता है। बावजूद इसके अनुपम हाजरा इसके पहले भी लगातार सार्वजनिक मंच पर इस तरह की बयानबाजी करते रहे हैं। इसके पहले उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के खिलाफ भी इसी तरह से मोर्चा खोला था।
2014 में टीएमसी से बने थे सांसद
अनुपम हाजरा (BJP Leader Breaking) 2014 के लोकसभा चुनाव में TMC की टिकट पर लड़े थे और बोलपुर सीट से सांसद चुने गए थे। हालांकि 2019 चुनाव से पहले उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था। बीजेपी ने अनुपम हाजरा को पश्चिम बंगाल के अनुसूचित जाति के युवा चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट किया था, इसके बाद उन्हें पहली बार साल 2020 में पार्टी का राष्ट्रीय मंत्री भी बनाया गया। इस दौरान उन्हें बिहार में सह-प्रभारी भी जिम्मेदारी भी मिली। साल 2023 में भी उन्हें यही जिम्मेदारी दी गई, लेकिन पार्टी विरोधी बयानों की वजह वो बीजेपी आलाकमान के निशाने पर आ गए और अब उन पर एक्शन लिया गया है।