रायपुर, 27 दिसंबर। BJP MLA : छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार बनते ही मंत्रियों और उनके बंगलों की चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि अभी तक राज्य में कैबिनेट में नाम तय नहीं हुआ है, लेकिन उससे पहले अंदरखाने इस बात पर जोरों से चर्चा चल रही है कि कौन मंत्री किस बंगले में रहेगा। इन चर्चाओं में एक और बात हो रही है वो ये कि कौन-कौन से बंगले पनौती है। वो बंगले जिनमें रहने पर विधायक या मंत्री दोबार चुनाव नहीं जीत पाते हैं। इन चर्चाओं में एक और बात हो रही है कि विधायकों को कौन सा बंगला ज्यादा पसंद है और कौन सा बंगला पनौती है।
25 वर्षों से एक ही बंगले में रहने वाले पहले MLA
अगर मंत्रियों की पसंद की बात करें तो सबसे पहला नाम जेहन में आता है वह है बीजेपी के कद्दावर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का, क्योंकि वे लगातार 20 साल से एक ही बंगले में रह रहे हैं। पंद्रह साल तक वह मंत्री रहे तब भी शंकर नगर का बंगला वही था फिर साल 2018 में भाजपा की सत्ता जाने के बाद भी कांग्रेस सरकार ने बृजमोहन से उस बंगले को खाली नहीं करवाया। बृजमोहन छत्तीसगढ़ में पहले नेता है जो विधायक रहते हुए किसी एक बंगले में इतने लंबे समय तक रहेंगे। अब 2023 का चुनाव जीतने के बाद यह भी साफ हो गया है कि अग्रवाल 25 साल तक एक ही बंगले में रहने वाले पहले नेता होंगे।
वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ का सागौन बंगला। यह वो बंगला है जहां छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी रहते थे। अजीत जब पूर्व सीएम हुए तब वो सागौन बंगले में आए फिर कभी उनके बेटे विधायक थे तब भी वहीं रहे फिर उनकी तब भी और कई बार वे खुद भी विधायक रहने के बाद एक ही बंगले में रहे। परिवार में हर बार कोई सदस्य विधायक रहता था लेकिन साल 2023 में कोई चुनाव नहीं जीता है ऐसे में सागौन बंगले की भी चर्चा खूब चल रही है।
इन बंगलों को लेकर अफवाहों का बाजार है गर्म
इन अफवाहों के साथ ही छत्तीसगढ़ में कुछ मंत्री के बंगलों के टोटके की खूब हवा है। माना जाता है की जो इन बंगलों में रहता है वह चुनाव में दोबोरा वापसी नहीं करता है। जिन बंगले की यह चर्चा है उनमें पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर, पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे, पूर्व मंत्री गुरू रूद्र का। अफवाह है कि यह मंत्री भी जिन बंगले में रहते थे वहां भाजपा के पहले भी हारे फिर बाद में जीते ऐसे विधायक और मंत्री थे। जिसमें पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर जहां बाद में रूद्र गुरू रहे वो चुनाव हार गए। शंकर नगर के बंगले में पूर्व मंत्री राम विचार नेताम रहते थे जहां बाद में मोहम्मद अकबर थे वो भी चुानव हार गए। इसी तरह पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल जहां साल 2018 में रविंद्र चौबे रहते थे वो भी साल 2023 का चुनाव (BJP MLA) हारे।