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BIG Success Story: 'Week student' Nirbhay Thakkar did engineering at the age of 15, now entered IIT...amazing career graph
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BIG Success Story : ‘वीक स्‍टूडेंट’ निर्भय ठक्‍कर 15 साल की उम्र में की इंजीनियरिंग अब IIT में एंट्री…गजब कर‍ियर ग्राफ

डेस्क, 17 सितंबर। BIG Success Story : निर्भय ठक्‍कर का करियर ग्राफ बड़े-बड़े चक्‍कर में पड़ जाते हैं। उन्‍होंने किशोरावस्‍था में ही स्‍कूली शिक्षा के साथ अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लिया था। निर्भय ने एक साल में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बीई) डिग्री कोर्स पूरा कर सुर्खियां बटोरी थीं। अमूमन लोग 17 साल की उम्र में स्‍कूली शिक्षा और 20-23 साल में ग्रेजुएशन पूरा कर पाते हैं। संयोग देखिए कि कुछ साल पहले ही निर्भय को स्कूल में शिक्षकों ने ‘वीक स्‍टूडेंट’ बताया था। 6 महीने में की 8वीं से 10वीं पास ​अकैडमिक इयर 2015-16 में निर्भय को क्‍लास 8-10 पास करने में सिर्फ छह महीने लगे। फिर 11वीं और 12वीं क्‍लास पास करने में निर्भय ने केवल 3 महीने लगाए। 2002 में जन्मे निर्भय ने 13 साल की उम्र में एचएससी पूरी कर ली थी। वह सिर्फ 15 साल की उम्र में गुजरात के सबसे कम उम्र के इंजीनियर बन गए थे। उन्हें 4 साल का डिग्री कोर्स पास करने में सिर्फ एक साल लगा था। वह ज्‍वाइंट एंट्रेस एग्जाम (मेन) में शामिल हुए थे और 75/360 अंक हासिल किए थे। उन्होंने 2018 में 15 साल की उम्र में गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (जीटीयू) से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। निर्भय का इरादा डिग्रियां जुटाने का था। उन्होंने तीन साल के दौरान 10 इंजीनियरिंग डिग्री हासिल करने का लक्ष्य रखा। चार साल में उनकी इंजीनियरिंग की पांच शाखाएं पूरी करने की इच्‍छा है। इनमें इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कंप्यूटर, इंस्ट्रूमेंटेशन एंड ऑटोमेशन और केमिकल शामिल हैं। पिता इंजीनियर मां डॉक्‍टर निर्भय के पिता धवल ठक्‍कर इंजीनियर और मां डॉक्टर हैं। निर्भय ने अपनी स्कूली शिक्षा इंटरनेशनल जनरल सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (आईजीसीएसई) के तहत की। यह तेजी से सीखने वालों को कम समय में स्कूली शिक्षा पूरी करने का मौका देता है। निर्भय अनुसंधान और उत्पाद विकास पर काम करने के लिए प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), गांधीनगर से जुड़े। वह रक्षा क्षेत्र में अगली पीढ़ी की तकनीक पर काम करना चाहते हैं। वह 10 इंजीनियरिंग डिग्रियों के अलावा पीएचडी भी करना चाहते हैं। उन्हें वर्ल्ड एजुकेशन कांग्रेस की ओर से यंग अचीवर अवार्ड मिला था। इस तरह पार की सीढ़‍ियां निर्भय ने पुरस्कार लेते वक्‍त कहा था कि उनका मानना है कि अगर आप जो पढ़ रहे हैं उसे समझते हैं तो आप किसी भी परीक्षा को पास कर सकते हैं। रटने से कभी भी मदद नहीं मिलती है। इसी तरह उन्‍होंने अपनी स्कूली शिक्षा और जूनियर कॉलेज पास किया। छठी कक्षा तक वह सीबीएसई स्कूल में थे। उस स्कूल में कक्षा VI की पढ़ाई पूरी होने तक स्‍टूडेंट को किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति नहीं थी। ऐसे में उन्‍होंने स्कूल बदलने का फैसला किया। उन्‍होंने एक प्राइवेट कैंडिडेट के तौर पर आईजीसीएसई स्कूल में प्रवेश लिया। इससे उन्‍हें एक वर्ष में पांच ग्रेड (BIG Success Story) पास करने में मदद मिली। कोई नहीं होता है कमजोर निर्भय ठक्‍कर के मुताबिक, कोई स्‍टूडेंट तेज या कमजोर नहीं होता है। सबका दिमाग एक जैसा होता है। बात सिर्फ इतनी होती है कि उसको किस तरह प्रोग्राम किया जाता है। वह और ज्‍यादा छात्रों तक इस समझ को विकसित करना चाहते हैं।

Murder: Dead body of a young man found soaked in blood...murdered with a sharp weapon...created a stir
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Murder : खून से सनी मिली युवक की लाश…धारदार हथियार से की हत्या…मचा हड़कंप

जबलपुर, 17 सितंबर। Murder : जबलपुर के रांझी में शनिवार की शाम को खून से सनी एक लाश मिलने के बाद से हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही ASP प्रदीप के साथ एफएसएल की टीम और रांझी पुलिस स्टाफ मौके पर पहुंचा और देखा कि एक युवक खून से सनी अवस्था में मृत पड़ा हुआ है। मृतक युवक का नाम राज बहादुर सोलंकी है जो की प्राइवेट जॉब करता था और बीती कुछ दिनों से अकेला ही घर पर रह रहा था। पुलिस की जांच में सामने आया है कि किसी धारदार हथियार से राजबहादुर की हत्या की गई है। पुलिस ने शव का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया है साथ इस पूरी हत्याकांड की जांच भी शुरू कर दी है। कुछ माह पहले बेटी की कैंसर से हुई मौत जानकारी के मुताबिक मृतक राज बहादुर सोलंकी का पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद हो रहा चल रहा था। कुछ माह पहले ही उसकी बड़ी बेटी का कैंसर से देहांत हो गया था। जबकि दो बेटी मृतक की पत्नी के साथ रह रही थी। राज बहादुर सोलंकी घर पर अकेला ही रह रहा था। हत्याकांड की सूचना मिलने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शेन्ड़े सहित स्टॉप मौके पर पहुंचा और इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस को शक है कि पड़ोस में रहने वाली ही एक महिला संभवत इस हत्याकांड में शामिल हो सकती है इसलिए उसे हिरासत में भी पुलिस ने दिया है। हालांकि एएसपी का कहना है कि अभी इस विषय में इन्वेस्टिगेशन की जा रही है जल्द ही इस हत्याकांड का खुलासा कर लिया जाएगा। संपत्ति को लेकर हत्याकांड राजबहादुर सोलंकी हत्याकांड को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शनिवार की शाम को रांझी थाना पुलिस को सूचना मिली कि बढ़ा पत्थर चौकी स्थित आमानाला के पास रहने वाला एक युवक अपने घर में मृत अवस्था में पड़ा हुआ है और उसके शरीर से खून बह रहा है। घटना की सूचना मिलते ही एएसपी मौके पर पहुंचे और आसपास के रहने वाले लोगों से पूछताछ भी की। प्रथमदृष्टया बताया जा रहा है कि संभवत संपत्ति को लेकर यह हत्याकांड हो सकता है। मृतक के पास काफी बड़ा मकान था जिस पर वह अकेला रह रहा था। इसके अलावा पड़ोस में रहने वाली एक महिला की भी मृतक राज बहादुर के मकान पर नजर थी। फिलहाल पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Pitru Paksha 2023: Pitru Paksha is from 28th September...Plant these 5 trees and plants on this day...Why? Know here
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Pitru Paksha 2023 : 28 सितंबर से है पितृ पक्ष…इस दिन लगाएं ये 5 पेड़-पौधे…क्यों? यहां जानें

नई दिल्ली, 14 सितंबर। Pitru Paksha 2023 : सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। पितृपक्ष की शुरुआत प्रत्येक वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा के साथ होती है साथ ही आश्विन मास में इसका समापन होता है। पितृपक्ष को पितरों का तर्पण और श्राद्ध कर्म आदि करने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस वर्ष पितृपक्ष की शुरुआत 28 सितंबर 2023 से हो रही है, जिसका समापन 14 अक्टूबर 2023 को होगा। बेलपत्र बेलपत्र भगवान शिव जी को प्रिय है। शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। यदि आप पितृपक्ष के दौरान बेलपत्र का पौधा अपने घर पर लगाते हैं, तो इससे पूर्वजों की आत्मा को तृप्ति मिलती है। वहीं अमावस्या के दिन भगवान शिव को बेलपत्र और गंगाजल अर्पित करने से पितरों को मुक्ति प्राप्त होती है। तुलसी का पौधा तुलसी को सनातन धर्म में बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना गया है। यदि पितृपक्ष के दौरान तुलसी का पौधा लगाया जाता है और उसकी अच्छे से देखभाल की जाती है। तो निश्चित रूप से पितरों का आशीर्वाद व्यक्ति पर बना रहता है। वहीं, नियमित रूप से तुलसी में जल अर्पित (रविवार और एकादशी तिथि को छोड़कर) करने और उसकी पूजा करने से पितरों को तृप्ति मिलती है। अशोक का पेड़ अशोक का पेड़ भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इसे घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है, साथ ही पितृ दोष की समस्या से भी व्यक्ति को छुटकारा मिलता है। ऐसे में पितृपक्ष के दौरान घर में अशोक का पेड़ जरूर लगाना चाहिए। बरगद का पेड़ हिंदू धर्म में बरगद के पेड़ को आयु देने वाला माना गया है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष होता है तो उसे बरगद का वृक्ष लगाने से लाभ मिल सकता है। वहीं, बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर भगवान शिव की पूजा करने और पेड़ की परिक्रमा करने से पितरों को मुक्ति मिल सकती है। पीपल का पेड़ पीपल के पेड़ का भी सनातन धर्म में विशेष महत्व है। इसे बेहद ही पवित्र माना गया है। इस पेड़ में सभी देवी-देवताओं और पितरों का वास माना गया है। इसीलिए पीपल के पेड़ की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में पीपल के पेड़ के नीचे नियमित रूप से दीपक जलाएं और उसमें जल डालें। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही पीपल का पेड़ लगाने से व्यक्ति को लाभ मिल (Pitru Paksha 2023) सकता है। डिसक्लेमर : ‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’

Women Reservation Bill: Historic decision...only 2 votes against...see how many votes in favor
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MLA Salary Hike : मंत्रियों-विधायकों की बल्ले-बल्ले… वेतन में बंपर बढ़ोतरी…यहां CM नहीं लेती हैं वेतन देखें

कोलकाता, 07 सितंबर। MLA Salary Hike : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सरकार के मंत्रियों और विधायकों का वेतन बढ़ाने का ऐलान किया है। कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम ने कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्रियों और विधायकों के वेतन में बड़ी बढ़ोतरी की घोषणा की। इसमें जिसमें प्रत्येक के लिए मासिक वेतन 40,000 रुपये प्रति माह बढ़ाया जाएगा। वेतन वृद्धि तीन तीन श्रेणियाें में हुई कैबिनेट के फैसले के अनुसार वेतन वृद्धि तीन तीन श्रेणियाें में हुई है। इस बढ़ोतरी के बाद विधायक अब 10,000 रुपये की मौजूदा राशि के बजाय 50,000 रुपये प्रति माह के मासिक वेतन के हकदार होंगे। राज्य के मंत्रियों का मासिक वेतन 10,900 रुपये से बढ़ाकर 50,900 रुपये कर दिया गया है। कैबिनेट मंत्रियों के मामले में यह राशि 11,000 रुपये से बढ़ाकर 51,000 रुपये कर दी गई है। कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री और विधायक मासिक वेतन के अलावा जो अन्य अतिरिक्त भत्ते और भत्ते पाने के हकदार हैं, वे वही रहेंगे। प्रति महीने मिलेंगे 1.21 लाख रुपये राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि वेतन, भत्ते और भत्तों सहित विधायकों को मिलने वाला वास्तविक मासिक भुगतान अब 81,000 रुपये प्रति माह की मौजूदा दर से बढ़कर 1.21 लाख रुपये हो जाएगा। इसी तरह, अब से मंत्रियों को मिलने वाला वास्तविक मासिक भुगतान 1.10 लाख रुपये प्रति माह से बढ़कर लगभग 1.50 लाख रुपये प्रति माह हो जाएगा। सीएम ममता बनर्जी ने राज्य विधानसभा में बढ़े हुए वेतन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वेतन बढ़ाने का निर्णय इस तथ्य के मद्देनजर लिया गया है कि पश्चिम बंगाल में विधायकों का वेतन अन्य राज्यों के विधायकों की तुलना में बहुत कम है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि मंत्री और विधायकों के लिए ये बढ़ा हुआ वेतन राज्य सरकार के कर्मचारियों को और अधिक परेशान करने के लिए बाध्य है, जो लंबे समय से केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर बढ़े हुए महंगाई भत्ते और उस पर मिलने वाले बकाया की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नहीं लेती हैं वेतन विधायकों और मंत्रियों की वेतन वृद्धि से मुख्यमंत्री पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मुख्यमंत्री के वेतन में कोई संशोधन नहीं होगा क्योंकि वह लंबे समय से कोई वेतन नहीं ले रही हैं। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में वेतन वृद्धि को जरूरी बताते हुआ है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा के विधायकों का वेतन अन्य राज्यों की तुलना (MLA Salary Hike) में बहुत कम है। इसलिए यह निर्णय लिया गया है।

Misal Settlement Recorded Online: Now you will get misal settlement record in one click on mobile
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Misal Settlement Recorded Online : अब मोबाईल पर एक क्लिक में मिलेगा मिसल बंदोबस्त रिकार्ड

रायपुर। Misal Settlement Recorded Online : राजधानी और जिले के लोगों को जमीन रिकार्ड की एक ऑनलाइन सुविधा से और जोड़ दिया गया है। प्रशासन के इंतज़ाम से अब मिसल बंदोबस्त रिकार्ड एक क्लिक पर मोबाईल में मिल जाएगा। जिला प्रशासन ने रायपुर जिले का मिसल बंदोबस्त ऑनलाइन पोर्टल शुरू कर दिया है। इस पोर्टल से अब लोग आसानी से अपने जमीनों का रिकार्ड मोबाईल पर ही देख सकते है और उसे डाउनलोड कर सकेंगे। कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे के मुताबिक दस्तावेजी जरूरतों के लिए वर्ष 1929-1945 के पुराने मिसल बंदोबस्त रिकार्ड की जरूरत पड़ती है और उन्हें इसके लिए कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते है, परन्तु अब यह रिकार्ड ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध है। लोग इसे अब अपने मोबाईल पर ही देख और डाउनलोड कर सकते है। कलेक्टर ने यह भी बताया कि डाउनलोड किए गए दस्तावेज प्रिंट भी लिए जा सकते है। मोबाईल पर ऐसे लिंक और अपलोड करें मिसल रिकार्ड मिसल बंदोबस्त संबंधी समस्त रिकार्ड पोर्टल का लिंक https:/revenue.cg.nic.in/missal/ है जिसमें प्रदान की गई व्यवस्था में रिकॉर्ड खोजे ग्राम वार एवं रिकॉर्ड खोजे नाम वार के माध्यम से सामान्य जन अपने कंप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से वर्ष 1929-1945 के अपने रिकॉर्ड आसानी से प्राप्त कर सकते है। मिसल बंदोबस्त रिकार्ड ऑनलाइन चेक करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट https:/revenue.cg.nic.in/missal/ पर जाएँ। होम पेज पर आपको पूछी गयी जानकारियों जैसे- जिला, तहसील, राजस्व नंबर, प.ह.नं, गांव, अभिलेख का चुनाव करें। सभी पूछी गयी जानकारियों को दर्ज कर के खोजें पर क्लिक कर दें। अब आपकी स्क्रीन पर मिसल बंदोबस्त रिकार्ड लिस्ट खुल जाती है। खुले हुए पेज में नाम ढूंढे और उसके आगे सलेक्ट लिखा होगा वहां क्लिक करें। लाभार्थी लिस्ट को डाउनलोड भी कर सकते हैं व प्रिंट के ऑप्शन पर जा कर प्रिंटआउट भी निकाल सकते हैं।

Shocking Video: Buffalo, be present…when people heard this voice in court…VIDEO
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Shocking Video : भैंस, हाजिर हो…कोर्ट के पेशी में जब लोगों ने सुनी ये आवाज…VIDEO

जयपुर, 11 अगस्त। Shocking Video : भैंस, हाजिर हो…कोर्ट परिसर में इस आवाज से कोई स्तब्ध हो गया। ये किसी फिल्मी सीन नहीं बल्कि सच्चाई है। इसके बाद भैंस को कोर्ट में हाजिर किया गया। राजस्थान के जयपुर में ऐसा ही अनोखा मामला सामने आया है जहां चौमू कोर्ट में भैंस की बाकायदा पेशी की गई। कोर्ट में भैंस को देख वकील भी हैरान रह गए। हैरानी हो भी क्यों ना क्योंकि अमूमन कोर्ट कैंपस में आम लोग, अपराधी वकील और जज साहब ही होते हैं। क्या था पूरा मामला दरअसल, पूरा मामला आज से 11 साल पहले की है। 26 जुलाई 2012 की बिशनपुरा नींदड़ बालाजी निवासी 48 वर्षीय चरण सिंह सेरावत की 3 बेशकीमती भैंसे चोरी हो गई थीं। अब चूंकि लाखों की भैंस चोरी हुई थीं लिहाजा भैंस के मालिक ने हड़माड़ा पुलिस थाने में भैंस चोरी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। 3 बेशकीमती भैंसे चोरी महीनों बाद भरतपुर के नगर के रहने वाले आरोपी अरशद मेव को गिरफ्तार किया और आरोपी के कब्जे से 3 में से 2 भैंस बरामद हो गईं जबकि इस दौरान तीसरी भैंस की मौत हो गई थी। भैंस मिलने के बाद मालिक को भैंस दे दी गई। सरकारी वकील ने भैंस की शिनाख्त के लिए कोर्ट परिसर में भैंस को लाने की गुहार लगाई थी। जिसके बाद कोर्ट ने भैंस को कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए थे। इस पर 10 अगस्त को भैंस मालिक चरण सिंह ने भैंस को कोर्ट में पेश कर दिया।

PYAR KE KHATIR: 'Shravan' became 'Sahil' in love…there mother is searching for seven months
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PYAR KE KHATIR : प्यार में ‘श्रवण’ बना ‘साहिल’…उधर सात महीने से ढूंढ रही है मां

मैरवा/सिवान, 02 अगस्त। PYAR KE KHATIR : बिहार के सिवान जिले के मैरवा प्रखंड स्थित नई बस्ती मिस्करही गांव में किराए पर रहने वाला श्रवण प्यार में साहिल बन गया है। अब वह जींस-पैंट नहीं, बल्कि मौलवी की तरह वेश-भूषा में रहता है। परिवारवाले बेटे के मतांतरण का आरोप लगा रहे हैं। युवक के परिवार ने बताया कि उनका बेटा 25 दिसंबर 2022 से लापता है। काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चला तो युवक की मां नैना देवी ने मैरवा थाने में 17 जुलाई को बेटे के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई। अपहरण कर मतांतरण करने का लगाया आरोप मां ने पड़ोस में रहने वाली मां-बेटी पर बेटे का अपहरण कर मतांतरण करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि पड़ोसी मुस्लिम युवती ने युवक को प्रेम जाल में फंसाकर उसका मतांतरण कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही थी, इसी बीच युवक ने एक वीडियो जारी कर सबको हैरान कर दिया।

Ex CM Tweet: The girl student was kicked in the hostel….She fell unconscious…VIDEO was tweeted by the former CM…Questions were raised on the government…! see
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Ex CM Tweet : छात्रावास में छात्रा को मारी लात….बेसुध गिरी…VIDEO को पूर्व CM ने किया ट्विट…सरकार पर उठाये सवाल…! देखें

रायपुर, 01 अगस्त। Ex CM Tweet : छत्तीसगढ़ में आगामी दिनों विधानसभा चुनाव होना है। विपक्ष एक-एक मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने से नहीं चूक रही है।अब इसी कड़ी में पूर्व सीएम रमन सिंह ने एक वीडियो जारी कर सरकार पर कई सवाल दागा। उन्होंने वीडिओ को ट्वीट कर सीएम को साधते हुए लिखा- दाऊ @bhupeshbaghel युवाओं के सामने आप बड़ी-बड़ी डींगे हांक रहें हैं यदि हिम्मत हो तो उन्हें इन परिस्थितियों के बारे में भी बताइए। छत्तीसगढ़ की बेटियों का कभी छात्रावास में शारीरिक शोषण हो रहा है और कभी उनको हिंसा झेलनी पड़ रही है लेकिन यह निर्लज्ज सरकार सब देखकर भी मौन में है। सामने आए इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक लड़का जो पीला कपड़ा पहना हुआ है युवती के बेड में बैठा हुआ है। इसके बाद वह कुछ सामान लेकर जाने लगता तो युवती उसे रोकती है। युवती उस युवक को रोकने के लिए दरवाजे के सामने खड़े हो जाती है। इतने में युवक गुस्से में आ जाता है और उसे जोरदार लात मार देता है। बताया जा रहा है कि ये किसी हॉस्टल का वीडियो है। बता दें कि इस वीडियो को पूर्व सीएम रमन सिंह ने शेयर किया है। इस वीडियो की एक जनता की आवाज पुष्टि नहीं करता है और न ही किसी के बारे में दुष्प्रचार करने का इराद रखता है।

Royal Family Dispute: Dispute once again after the property in the royal family of Khairagarh…Now both the wives are on this issue face to face.
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Royal Family Dispute : खैरागढ़ के राजघराने में संपत्ति के बाद फिर एक बार विवाद…अब दोनों पत्नियां इस मुद्दे पर है आमने-सामने सुने VIDEO

खैरागढ़, 30 जुलाई। Royal Family Dispute : खैरागढ़ के पूर्व विधायक राजा देवव्रत सिंह के निधन के बाद से उनकी पहली पत्नी पदमा सिंह और विभा सिंह के बीच चल रहे संपत्ति विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। रानी विभा सिंह ने आरोप लगाया है कि जिस बाड़े में कृषि वाहन और उपकरण रखे गए हैं, वहां ताला लगाकर कृषि कार्य करने से रोका जा रहा है। इसके साथ उन्होंने छुईखदान टीआई पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। बता दें कि खैरागढ़ राजपरिवार से ताल्लुकात रखने वाले राजनांदगांव के पूर्व सांसद देवव्रत सिंह और उनकी पत्नी पद्मा सिंह के बीच सितंबर 2016 में तलाक हो गया था। दोनों ने आपसी समझौते के तहत तलाक लिया था। नवंबर 2021 को उनका हार्ट अटैक से निधन हो गया था, जिसके बाद संपत्ति विवाद शुरू हो गया था। विवाद की स्थिति को देखते हुए विभा सिंह की अपील पर प्रशासन ने उदयपुर पैलेस और खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेस को सील कर दिया था। वर्तमान में राज परिवार से नया मामला सामने आया है।रानी विभा सिंह ने छुईखदान थाने में आवेदन देकर शिकायत किया है। विभा सिंह के नाम पर ज़मीन के साथ-साथ कृषि कार्यों में उपयोग किये जाने वाले कुछ कृषि यंत्र व वाहन हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके नाम के कृषि वाहन (ट्रैक्टर) को बाड़े से निकालने से उनके केयर टेकर को रोका जा रहा है, जबकि एक-दो दिन पूर्व ही उक्त वाहन खैरागढ़ में थे। रानी विभा सिंह के अनुसार उदयपुर पैलेस को सील किया गया है, न कि पैलेस के बाहर स्थान को। इसके साथ ही उन्होंने छुईखदान टीआई जितेंद्र बंजारे पर पैसे मांगने और पैसे देने वालों के लिए काम करने का सीधा सीधा आरोप लगाया है। रानी विभा सिंह ने वर्तमान में केयरटेकर द्वारा वाहन रखे बाड़े के गेट पर खुद का ताला लगाते हुए छुईखदान थाना में लिखित शिकायत देते हुए अपनी संपत्ति की सुरक्षा की मांग की है। इसके साथ ही टीआई द्वारा दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए उनकी शिकायत जिला एसपी और दुर्ग आईजी सहित डीजीपी को करने की बात कही है।

Vignesh Inspiring Story: Jomato's delivery boy became a big officer... read undoubtedly inspirational
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Vignesh Inspiring Story : जोमैटो का डिलीवरी बॉय बना बड़ा अधिकारी…पढ़ें निसंदेह प्रेरणादायी

डेस्क, 25 जुलाई। Vignesh Inspiring Story : किसी लक्ष्य के प्रति अगर लगन और निष्ठा हो तो कोई भी मजबूरी उसे प्राप्त करने से रोक नहीं सकती। सफलता मिलने के बाद किया गया संघर्ष भी सुख देने लगता है। आगर आप भी इसी तरह का प्रयास कर रहे हैं तो तमिलनाडु के विग्नेश की कहानी आपके लिए प्रेरणादायी हो सकती है।  जोमैटो ने अपने ट्विटर पर अपने डिलिवरी एजेंट की कहानी शेयर की है। विग्नेश ने घर का खर्च और पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए जोमैटो के लिए डिलिवरी एजेंट के तौर पर काम करने का फैसला किया था। लेकिन अब उन्होंने तमिलनाडु लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर ली है। जोमैटो ने ट्विटर पर लिखा, विग्नेश के लिए आप एक लाइक जरूर कीजिए क्योंकि उन्होंने डिलिवरी पार्टनर के तौर पर काम करते हुए भी तमिलनाडु पब्लिक सर्विस कमीशन का परीक्षा पास कर ली। जोमैटो ने विग्नेश की परिवार के साथ तस्वीर भी ट्वीट की। कुछ ही समय में इस पोस्ट पर हजारों लाइक्स आ गए और लोगों ने जमकर शेयर किया। एक यूजर ने लिखा, बड़ी सफलता। दूसरे यूजर ने लिखा, इसी तरह का समर्पण मैं अपने जीवन में भी चाहता हूं। तीसरे यूजर ने लिखा, सच्ची मेहनत करने वाले युवक की सफलता।  हाल ही में एक और शख्स की मेहनत और लगन की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। इंस्टाग्राम पर एक यूजर शरण हेगड़े ने लिखा था कि CAT की परीक्षा में 98 फीसदी अंक पाने के बावजूद उन्हें आईआईएम बेंगलुरु में एडमिशन नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने यूएस एमबीए प्रोग्राम की तैयारी की और अमेरिका की नामी यूनिवर्सिटी में दाखिला मिल गया। उन्होंने कहा कि जिस आईआईएम में उन्हें ऐडमिशन (Vignesh Inspiring Story) नहीं मिला उसी में गेस्ट स्पीकर के तौर पर आमंत्रित किया गया।