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Big Breaking: Union Home Minister Amit Shah reached Raipur, JP Nadda and BL Santosh are present along with him…
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Big Breaking : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे रायपुर, जेपी नड्डा और बीएल संतोष साथ में हैं मौजूद…

रायपुर, 28 सितम्बर। Big Breaking : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रायपुर पहुंचे गए हैं. उनके साथ भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी मौजूद हैं. गृह मंत्री एयरपोर्ट से सीधे भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर के लिए रवाना हुए, जहां प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन करेंगे.

Illegal Business: RPF action against drugs... Young man and girl arrested with ganja worth Rs 1.5 lakh
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Illegal Business : नशे के खिलाफ आरपीएफ की कार्रवाई… डेढ़ लाख रूपये गांजे के साथ युवक व युवती गिरफ्तार

बिलासपुर। Illegal Business : जिले की पुलिस अवैध कारोबार करने वालों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में आरपीएफ ने रेलवे स्टेशन में सघन जांच करते हुए प्लेटफार्म नम्बर 2 में संदिग्ध अवस्था में गांजा लेकर बैठे एक युवती व युवक को गिरफ्तार किया है। जीआरपी प्रभारी डीएन श्रीवास्तव ने बताया कि ओड़िसा निवासी लालिमा एक्का और अजीत कुमार दोनों प्लेटफार्म नम्बर 2 पर बैठे हुए थे। पुलिस इनसे पूछताछ और तलाशी की गई।  इस तलाशी में दो बैग से 1 लाख 60 हजार रुपये कीमती 16 किलो गांजा बरामद हुआ। जिसके बाद आरपीएफ ने आरोपियों को जीआरपी के हवाले किया। जहां आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए न्यायायिक रिमांड पर भेज दिया गया।

Child Rape: 12 year old girl raped in Ujjain, victim kept wandering half naked in injured condition for two and a half hours
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Child Rape : उज्जैन में 12 साल की बच्ची से बलात्कार, जख्मी हालत में अर्धनग्न ढाई घंटे भटकती रही पीड़िता

उज्जैन, 27 सितम्बर। Child Rape : मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में महाकाल थाना इलाके में एक नाबालिग बच्ची से दरिंदगी का मामला सामने आया है। बच्ची को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां से उसे इंदौर रेफर कर दिया गया। वारदात के बाद बच्ची खून से लथपथ कई घंटों तक दर-दर भटकती रही, कई लोगों से मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है। अर्धनग्न खून से लथपथ मिली पीड़िता उज्जैन के बड़नगर रोड स्थित दांडी आश्रम के पास बच्ची अर्धनग्न खून से लथपथ मिली थी। बच्ची ने घर के बाहर खड़े एक युवक से मदद मांगी, लेकिन उसने मदद नहीं की। बाद में महाकाल थाना पुलिस ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उसकी नाजुक हालत को देखते हुए इंदौर रेफर कर दिया। पुलिस आरोपी की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। इसके अलावा पुलिस ने यूपी पुलिस से भी संपर्क किया है। बच्ची के साथ दरिंदगी के बाद उसके प्राइवेट पार्ट को भी डैमेज किया गया है। जिसके चलते उसकी हालत बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि बच्ची घटना के बाद करीब ढाई घंटे तक अर्धनग्न अवस्था में इधर-उधर मदद के लिए भटकती रही, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। घटना सोमवार की बताई जा रही है। आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है। पुलिस स्थानीय लोगों से पूछताछ कर जानकारी जुटाने के अलावा अन्य माध्यमों के जरिए जांच-पड़ताल में जुटी हुई है। वहीं बच्ची की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

Gang Rape: Disgusting human being...! The lover along with two friends took turns to rape the 'dead girl'
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MP VIDHAN SABHA CHUNAV : बिग ब्रेकिंग…! आचार संहिता की तारीख-चुनाव की तारीख देखें

भोपाल, 24 सितंबर। MP VIDHANSABHA CHUNAV : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घड़ी आ गई है। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से निर्धारित कर लिया गया है कि चुनाव कब होंगे। मतदान कब होगा और रिजल्ट कब आएगा। वोटिंग की तारीख के आधार पर चुनाव आचार संहिता की तारीख भी निर्धारित कर ली गई है। अब केवल अंतिम औपचारिकता वोटर लिस्ट का प्रकाशन शेष रह गई है।  आचार संहिता 15 अक्टूबर से पहले निर्वाचन कार्य से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में वोटिंग और रिजल्ट नवंबर महीने के लास्ट वीक में आएंगे। इसके लिए मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव आचार संहिता 15 अक्टूबर से पहले लगानी होगी। चुनाव आयोग के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 4 अक्टूबर को वोटर लिस्ट की फाइनल कॉपी रिलीज कर दी जाएगी। सनत रहेगी इस बार 18.86 लाख मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 19 वर्ष के आसपास है और जो पहली बार वोट करेंगे। यह वोट चुनाव का रुख बदल सकते हैं।  मध्य प्रदेश में चुनाव की तैयारी को लेकर भारत निर्वाचन आयोग की प्रिंसिपल बेंच का दौरा हो चुका है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से बताया गया है कि विधानसभा चुनाव 2023 में कुल मतदाताओं की संख्या 5.52 करोड़ होने की संभावना है। इनमें से 2.85 करोड़ पुरुष और 2.76 करोड़ महिलाएं हैं। यहां इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि 2.76 करोड़ महिलाओं में से 1.25 करोड़ महिलाएं लाडली बहन योजना से लाभान्वित (MP VIDHANSABHA CHUNAV) है और 1.51 करोड़ महिलाएं इस बात से नाराज है कि उन्हें किसी भी योजना का लाभ क्यों नहीं दिया गया।   

Ganesh Chaturthi: The destroyer of obstacles will sit...! All troubles go away with this name only… Know the method of establishment and auspicious time
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Ganesh Chaturthi : विराजेंगे विघ्नहर्ता…! इस नाम से ही दूर हो जाते हैं सारे कष्ट…जानें- स्थापना की विधि और शुभ मुहूर्त

डेस्क रिपोर्टर, 19 सितम्बर। Ganesh Chaturthi : भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से गणेश उत्सव की शुरुआत होती है। इस साल गणेश उत्सव की शुरुआत 19 सितंबर से हो रही है। गणेश उत्सव का यह पावन पर्व 10 दिनों तक चलता है। वहीं अनंत चतुर्दशी के दिन इस उत्सव का समापन होता है। इस दौरान लोग ढोल नगाड़ों के साथ बड़ी ही धूमधाम से बप्पा को अपने घर लाते हैं। पूरे गणेश उत्सव के दिनों में चारों ओर बप्पा के नाम का उद्घोष सुनाई पड़ता है। गणेश उत्सव का पर्व हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। गणपति बप्पा बुद्धि और शुभता के देवता हैं। उन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है, उनका हर नाम बहुत चमत्कारी है। कहा जाता है कि जहां पर बप्पा विराजते हैं वहां हर समय सुख-समृद्धि रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं इस साल गणेश स्थापना और गणेश विसर्जन कब है… इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की गणेश चतुर्थी 19 सितंबर 2023 को है। इसी दिन से गणेश चतुर्थी की शुरुआत हो रही है। वहीं इसका समापन 28 सितंबर 2023 को अनंत चतुर्थी वाले दिन होगा। इसी दिन बप्पा की मूर्ति का विसर्जन होता है। गणेश तचुर्थी 2023 मुहूर्त भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि शुरुआत 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से हो रही है। इसका समापन 19 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 43 मिनट पर होगा। गणेश स्थापना का शुभ समय गणेश स्थापना का शुभ समय 19 सितंबर 2023 को सुबह 11 बजकर 07 मिनट से दोपहर 01 बजकर 34 मिनट तक है।  गणेश उत्सव का महत्व गणेश जी बुद्धि और शुभता के देवता हैं, जहां पर बप्पा विराजते हैं वहां हर समय सुख-समृद्धि रहती है। मान्यता है कि जो व्यक्ति गणेश उत्सव के दिनों में गणेश जी को घर में बैठाकर सच्चे मन से उनकी आराधना करता है, उसके जीवन में खुशियां आती हैं। गणेश चतुर्थी पूजा विधि गणेश चतुर्थी पर गणपति स्थापना से पहले पूजा स्थल को अच्छी तरह साफ कर लें। फिर पूजा की चौकी पर पीला या लाल कपड़ा बिछा कर गणपति बप्पा को चौकी पर स्थापित करें। अब गणेश जी पर दूर्वा से गंगाजल छिड़कें। उन्हें हल्दी, चावल, चंदन, गुलाब, सिंदूर, मौली, दूर्वा,जनेऊ, मिठाई, मोदक, फल, माला और फूल अर्पित करें। अब गणपति बप्पा के साथ-साथ शिव जी और माता पार्वती की भी पूजा करें। फिर लड्डू या मोदक का भोग लगाएं और आरती करें। इसी तरह 10 दिन तक रोज सुबह शाम पूजा और आरती (Ganesh Chaturthi) करें।

BIG Success Story: 'Week student' Nirbhay Thakkar did engineering at the age of 15, now entered IIT...amazing career graph
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BIG Success Story : ‘वीक स्‍टूडेंट’ निर्भय ठक्‍कर 15 साल की उम्र में की इंजीनियरिंग अब IIT में एंट्री…गजब कर‍ियर ग्राफ

डेस्क, 17 सितंबर। BIG Success Story : निर्भय ठक्‍कर का करियर ग्राफ बड़े-बड़े चक्‍कर में पड़ जाते हैं। उन्‍होंने किशोरावस्‍था में ही स्‍कूली शिक्षा के साथ अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लिया था। निर्भय ने एक साल में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बीई) डिग्री कोर्स पूरा कर सुर्खियां बटोरी थीं। अमूमन लोग 17 साल की उम्र में स्‍कूली शिक्षा और 20-23 साल में ग्रेजुएशन पूरा कर पाते हैं। संयोग देखिए कि कुछ साल पहले ही निर्भय को स्कूल में शिक्षकों ने ‘वीक स्‍टूडेंट’ बताया था। 6 महीने में की 8वीं से 10वीं पास ​अकैडमिक इयर 2015-16 में निर्भय को क्‍लास 8-10 पास करने में सिर्फ छह महीने लगे। फिर 11वीं और 12वीं क्‍लास पास करने में निर्भय ने केवल 3 महीने लगाए। 2002 में जन्मे निर्भय ने 13 साल की उम्र में एचएससी पूरी कर ली थी। वह सिर्फ 15 साल की उम्र में गुजरात के सबसे कम उम्र के इंजीनियर बन गए थे। उन्हें 4 साल का डिग्री कोर्स पास करने में सिर्फ एक साल लगा था। वह ज्‍वाइंट एंट्रेस एग्जाम (मेन) में शामिल हुए थे और 75/360 अंक हासिल किए थे। उन्होंने 2018 में 15 साल की उम्र में गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (जीटीयू) से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। निर्भय का इरादा डिग्रियां जुटाने का था। उन्होंने तीन साल के दौरान 10 इंजीनियरिंग डिग्री हासिल करने का लक्ष्य रखा। चार साल में उनकी इंजीनियरिंग की पांच शाखाएं पूरी करने की इच्‍छा है। इनमें इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कंप्यूटर, इंस्ट्रूमेंटेशन एंड ऑटोमेशन और केमिकल शामिल हैं। पिता इंजीनियर मां डॉक्‍टर निर्भय के पिता धवल ठक्‍कर इंजीनियर और मां डॉक्टर हैं। निर्भय ने अपनी स्कूली शिक्षा इंटरनेशनल जनरल सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (आईजीसीएसई) के तहत की। यह तेजी से सीखने वालों को कम समय में स्कूली शिक्षा पूरी करने का मौका देता है। निर्भय अनुसंधान और उत्पाद विकास पर काम करने के लिए प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), गांधीनगर से जुड़े। वह रक्षा क्षेत्र में अगली पीढ़ी की तकनीक पर काम करना चाहते हैं। वह 10 इंजीनियरिंग डिग्रियों के अलावा पीएचडी भी करना चाहते हैं। उन्हें वर्ल्ड एजुकेशन कांग्रेस की ओर से यंग अचीवर अवार्ड मिला था। इस तरह पार की सीढ़‍ियां निर्भय ने पुरस्कार लेते वक्‍त कहा था कि उनका मानना है कि अगर आप जो पढ़ रहे हैं उसे समझते हैं तो आप किसी भी परीक्षा को पास कर सकते हैं। रटने से कभी भी मदद नहीं मिलती है। इसी तरह उन्‍होंने अपनी स्कूली शिक्षा और जूनियर कॉलेज पास किया। छठी कक्षा तक वह सीबीएसई स्कूल में थे। उस स्कूल में कक्षा VI की पढ़ाई पूरी होने तक स्‍टूडेंट को किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति नहीं थी। ऐसे में उन्‍होंने स्कूल बदलने का फैसला किया। उन्‍होंने एक प्राइवेट कैंडिडेट के तौर पर आईजीसीएसई स्कूल में प्रवेश लिया। इससे उन्‍हें एक वर्ष में पांच ग्रेड (BIG Success Story) पास करने में मदद मिली। कोई नहीं होता है कमजोर निर्भय ठक्‍कर के मुताबिक, कोई स्‍टूडेंट तेज या कमजोर नहीं होता है। सबका दिमाग एक जैसा होता है। बात सिर्फ इतनी होती है कि उसको किस तरह प्रोग्राम किया जाता है। वह और ज्‍यादा छात्रों तक इस समझ को विकसित करना चाहते हैं।

Murder: Dead body of a young man found soaked in blood...murdered with a sharp weapon...created a stir
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Murder : खून से सनी मिली युवक की लाश…धारदार हथियार से की हत्या…मचा हड़कंप

जबलपुर, 17 सितंबर। Murder : जबलपुर के रांझी में शनिवार की शाम को खून से सनी एक लाश मिलने के बाद से हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही ASP प्रदीप के साथ एफएसएल की टीम और रांझी पुलिस स्टाफ मौके पर पहुंचा और देखा कि एक युवक खून से सनी अवस्था में मृत पड़ा हुआ है। मृतक युवक का नाम राज बहादुर सोलंकी है जो की प्राइवेट जॉब करता था और बीती कुछ दिनों से अकेला ही घर पर रह रहा था। पुलिस की जांच में सामने आया है कि किसी धारदार हथियार से राजबहादुर की हत्या की गई है। पुलिस ने शव का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया है साथ इस पूरी हत्याकांड की जांच भी शुरू कर दी है। कुछ माह पहले बेटी की कैंसर से हुई मौत जानकारी के मुताबिक मृतक राज बहादुर सोलंकी का पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद हो रहा चल रहा था। कुछ माह पहले ही उसकी बड़ी बेटी का कैंसर से देहांत हो गया था। जबकि दो बेटी मृतक की पत्नी के साथ रह रही थी। राज बहादुर सोलंकी घर पर अकेला ही रह रहा था। हत्याकांड की सूचना मिलने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शेन्ड़े सहित स्टॉप मौके पर पहुंचा और इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस को शक है कि पड़ोस में रहने वाली ही एक महिला संभवत इस हत्याकांड में शामिल हो सकती है इसलिए उसे हिरासत में भी पुलिस ने दिया है। हालांकि एएसपी का कहना है कि अभी इस विषय में इन्वेस्टिगेशन की जा रही है जल्द ही इस हत्याकांड का खुलासा कर लिया जाएगा। संपत्ति को लेकर हत्याकांड राजबहादुर सोलंकी हत्याकांड को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शनिवार की शाम को रांझी थाना पुलिस को सूचना मिली कि बढ़ा पत्थर चौकी स्थित आमानाला के पास रहने वाला एक युवक अपने घर में मृत अवस्था में पड़ा हुआ है और उसके शरीर से खून बह रहा है। घटना की सूचना मिलते ही एएसपी मौके पर पहुंचे और आसपास के रहने वाले लोगों से पूछताछ भी की। प्रथमदृष्टया बताया जा रहा है कि संभवत संपत्ति को लेकर यह हत्याकांड हो सकता है। मृतक के पास काफी बड़ा मकान था जिस पर वह अकेला रह रहा था। इसके अलावा पड़ोस में रहने वाली एक महिला की भी मृतक राज बहादुर के मकान पर नजर थी। फिलहाल पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Pitru Paksha 2023: Pitru Paksha is from 28th September...Plant these 5 trees and plants on this day...Why? Know here
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Pitru Paksha 2023 : 28 सितंबर से है पितृ पक्ष…इस दिन लगाएं ये 5 पेड़-पौधे…क्यों? यहां जानें

नई दिल्ली, 14 सितंबर। Pitru Paksha 2023 : सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। पितृपक्ष की शुरुआत प्रत्येक वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा के साथ होती है साथ ही आश्विन मास में इसका समापन होता है। पितृपक्ष को पितरों का तर्पण और श्राद्ध कर्म आदि करने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस वर्ष पितृपक्ष की शुरुआत 28 सितंबर 2023 से हो रही है, जिसका समापन 14 अक्टूबर 2023 को होगा। बेलपत्र बेलपत्र भगवान शिव जी को प्रिय है। शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। यदि आप पितृपक्ष के दौरान बेलपत्र का पौधा अपने घर पर लगाते हैं, तो इससे पूर्वजों की आत्मा को तृप्ति मिलती है। वहीं अमावस्या के दिन भगवान शिव को बेलपत्र और गंगाजल अर्पित करने से पितरों को मुक्ति प्राप्त होती है। तुलसी का पौधा तुलसी को सनातन धर्म में बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना गया है। यदि पितृपक्ष के दौरान तुलसी का पौधा लगाया जाता है और उसकी अच्छे से देखभाल की जाती है। तो निश्चित रूप से पितरों का आशीर्वाद व्यक्ति पर बना रहता है। वहीं, नियमित रूप से तुलसी में जल अर्पित (रविवार और एकादशी तिथि को छोड़कर) करने और उसकी पूजा करने से पितरों को तृप्ति मिलती है। अशोक का पेड़ अशोक का पेड़ भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इसे घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है, साथ ही पितृ दोष की समस्या से भी व्यक्ति को छुटकारा मिलता है। ऐसे में पितृपक्ष के दौरान घर में अशोक का पेड़ जरूर लगाना चाहिए। बरगद का पेड़ हिंदू धर्म में बरगद के पेड़ को आयु देने वाला माना गया है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष होता है तो उसे बरगद का वृक्ष लगाने से लाभ मिल सकता है। वहीं, बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर भगवान शिव की पूजा करने और पेड़ की परिक्रमा करने से पितरों को मुक्ति मिल सकती है। पीपल का पेड़ पीपल के पेड़ का भी सनातन धर्म में विशेष महत्व है। इसे बेहद ही पवित्र माना गया है। इस पेड़ में सभी देवी-देवताओं और पितरों का वास माना गया है। इसीलिए पीपल के पेड़ की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में पीपल के पेड़ के नीचे नियमित रूप से दीपक जलाएं और उसमें जल डालें। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही पीपल का पेड़ लगाने से व्यक्ति को लाभ मिल (Pitru Paksha 2023) सकता है। डिसक्लेमर : ‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’

Women Reservation Bill: Historic decision...only 2 votes against...see how many votes in favor
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MLA Salary Hike : मंत्रियों-विधायकों की बल्ले-बल्ले… वेतन में बंपर बढ़ोतरी…यहां CM नहीं लेती हैं वेतन देखें

कोलकाता, 07 सितंबर। MLA Salary Hike : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सरकार के मंत्रियों और विधायकों का वेतन बढ़ाने का ऐलान किया है। कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम ने कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्रियों और विधायकों के वेतन में बड़ी बढ़ोतरी की घोषणा की। इसमें जिसमें प्रत्येक के लिए मासिक वेतन 40,000 रुपये प्रति माह बढ़ाया जाएगा। वेतन वृद्धि तीन तीन श्रेणियाें में हुई कैबिनेट के फैसले के अनुसार वेतन वृद्धि तीन तीन श्रेणियाें में हुई है। इस बढ़ोतरी के बाद विधायक अब 10,000 रुपये की मौजूदा राशि के बजाय 50,000 रुपये प्रति माह के मासिक वेतन के हकदार होंगे। राज्य के मंत्रियों का मासिक वेतन 10,900 रुपये से बढ़ाकर 50,900 रुपये कर दिया गया है। कैबिनेट मंत्रियों के मामले में यह राशि 11,000 रुपये से बढ़ाकर 51,000 रुपये कर दी गई है। कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री और विधायक मासिक वेतन के अलावा जो अन्य अतिरिक्त भत्ते और भत्ते पाने के हकदार हैं, वे वही रहेंगे। प्रति महीने मिलेंगे 1.21 लाख रुपये राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि वेतन, भत्ते और भत्तों सहित विधायकों को मिलने वाला वास्तविक मासिक भुगतान अब 81,000 रुपये प्रति माह की मौजूदा दर से बढ़कर 1.21 लाख रुपये हो जाएगा। इसी तरह, अब से मंत्रियों को मिलने वाला वास्तविक मासिक भुगतान 1.10 लाख रुपये प्रति माह से बढ़कर लगभग 1.50 लाख रुपये प्रति माह हो जाएगा। सीएम ममता बनर्जी ने राज्य विधानसभा में बढ़े हुए वेतन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वेतन बढ़ाने का निर्णय इस तथ्य के मद्देनजर लिया गया है कि पश्चिम बंगाल में विधायकों का वेतन अन्य राज्यों के विधायकों की तुलना में बहुत कम है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि मंत्री और विधायकों के लिए ये बढ़ा हुआ वेतन राज्य सरकार के कर्मचारियों को और अधिक परेशान करने के लिए बाध्य है, जो लंबे समय से केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर बढ़े हुए महंगाई भत्ते और उस पर मिलने वाले बकाया की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नहीं लेती हैं वेतन विधायकों और मंत्रियों की वेतन वृद्धि से मुख्यमंत्री पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मुख्यमंत्री के वेतन में कोई संशोधन नहीं होगा क्योंकि वह लंबे समय से कोई वेतन नहीं ले रही हैं। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में वेतन वृद्धि को जरूरी बताते हुआ है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा के विधायकों का वेतन अन्य राज्यों की तुलना (MLA Salary Hike) में बहुत कम है। इसलिए यह निर्णय लिया गया है।

Misal Settlement Recorded Online: Now you will get misal settlement record in one click on mobile
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Misal Settlement Recorded Online : अब मोबाईल पर एक क्लिक में मिलेगा मिसल बंदोबस्त रिकार्ड

रायपुर। Misal Settlement Recorded Online : राजधानी और जिले के लोगों को जमीन रिकार्ड की एक ऑनलाइन सुविधा से और जोड़ दिया गया है। प्रशासन के इंतज़ाम से अब मिसल बंदोबस्त रिकार्ड एक क्लिक पर मोबाईल में मिल जाएगा। जिला प्रशासन ने रायपुर जिले का मिसल बंदोबस्त ऑनलाइन पोर्टल शुरू कर दिया है। इस पोर्टल से अब लोग आसानी से अपने जमीनों का रिकार्ड मोबाईल पर ही देख सकते है और उसे डाउनलोड कर सकेंगे। कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे के मुताबिक दस्तावेजी जरूरतों के लिए वर्ष 1929-1945 के पुराने मिसल बंदोबस्त रिकार्ड की जरूरत पड़ती है और उन्हें इसके लिए कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते है, परन्तु अब यह रिकार्ड ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध है। लोग इसे अब अपने मोबाईल पर ही देख और डाउनलोड कर सकते है। कलेक्टर ने यह भी बताया कि डाउनलोड किए गए दस्तावेज प्रिंट भी लिए जा सकते है। मोबाईल पर ऐसे लिंक और अपलोड करें मिसल रिकार्ड मिसल बंदोबस्त संबंधी समस्त रिकार्ड पोर्टल का लिंक https:/revenue.cg.nic.in/missal/ है जिसमें प्रदान की गई व्यवस्था में रिकॉर्ड खोजे ग्राम वार एवं रिकॉर्ड खोजे नाम वार के माध्यम से सामान्य जन अपने कंप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से वर्ष 1929-1945 के अपने रिकॉर्ड आसानी से प्राप्त कर सकते है। मिसल बंदोबस्त रिकार्ड ऑनलाइन चेक करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट https:/revenue.cg.nic.in/missal/ पर जाएँ। होम पेज पर आपको पूछी गयी जानकारियों जैसे- जिला, तहसील, राजस्व नंबर, प.ह.नं, गांव, अभिलेख का चुनाव करें। सभी पूछी गयी जानकारियों को दर्ज कर के खोजें पर क्लिक कर दें। अब आपकी स्क्रीन पर मिसल बंदोबस्त रिकार्ड लिस्ट खुल जाती है। खुले हुए पेज में नाम ढूंढे और उसके आगे सलेक्ट लिखा होगा वहां क्लिक करें। लाभार्थी लिस्ट को डाउनलोड भी कर सकते हैं व प्रिंट के ऑप्शन पर जा कर प्रिंटआउट भी निकाल सकते हैं।