Chhattisgarh

Big revelation after Drugs Queen Navya's arrest...! Drugs Queen's very special high profile party organiser arrested
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Drugs Queen नव्या की गिरफ़्तारी के बाद बड़ा खुलासा…! ड्रग्स क्वीन के बेहद खास हाई प्रोफाइल पार्टी आयोजक गिरफ्तार

रायपुर, 04 सितंबर। Drugs Queen : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पुलिस ने नव्या मलिक ड्रग्स केस में चार और आरोपियों को पकड़ा है। थाना गंज में दर्ज एम.डी.एम.ए. तस्करी मामले में पुलिस ने चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो प्रमुख नाम विधि अग्रवाल और ऋषीराज टंडन शामिल हैं, जो शहर में आयोजित होने वाले पार्टियों और इवेंट्स के मुख्य आयोजक व मैनेजर बताए जा रहे हैं। गिरफ्तार सोहेल खान और जुनैद अख्तर नव्या मलिक तथा अयाज परवेज के साथी है। सभी आरोपियों को न्यायालय से पुलिस अभिरक्षाा में लेकर बैकवर्ड व फाॅरवर्ड लिंकेजेस के संबंध में पूछताछ की जा रही है। अब तक 9 आरोपी गिरफ्तार इस कार्रवाई के साथ ही अब तक इस केस में मुख्य आरोपी नाव्या मलिक सहित कुल 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने इनके पास से नशीली दवाइयां, मोबाइल फोन, नकदी और एक वाहन समेत कुल करीब 20 लाख रुपये मूल्य का सामान जब्त किया है। प्रकरण की पृष्ठभूमि: 23 अगस्त 2025 को थाना गंज क्षेत्रांतर्गत देवेंद्र नगर ओवरब्रिज के पास, पुलिस ने एक कार में सवार तीन आरोपियों, हर्ष आहूजा, मोनू विश्नोई, और दीप धनोरिया – को पकड़ा था। इनके पास से 27.58 ग्राम एम.डी.एम.ए. ड्रग, एक कार, ₹85,300 नकद, और 5 मोबाइल फोन बरामद किए गए थे। इस पर थाना गंज में अपराध क्रमांक 222/25, धारा 21(सी), 29 NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। कड़ी पूछताछ में सामने आए नाम मुख्य आरोपी नाव्या मलिक और अयान परवेज़ से पूछताछ में पता चला कि यह पूरा नेटवर्क एक संगठित ड्रग कार्टेल की तरह काम कर रहा है, जो शहर में होने वाली पार्टियों में एम.डी.एम.ए. सप्लाई करता है। पूछताछ में सामने आए नामों के आधार पर पुलिस ने सोहेल खान, जुनैद अख्तर, विधि अग्रवाल ऋषीराज टंडन को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की रणनीति पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर चलाए जा रहे “ऑपरेशन निश्‍चय” के तहत रायपुर पुलिस द्वारा नशे के विरुद्ध अभियान को आक्रामक रूप से अंजाम दिया जा रहा है। इस कार्रवाई में Anti Crime & Cyber Unit तथा थाना गंज पुलिस की संयुक्त टीम ने अहम भूमिका निभाई है। आगे की कार्रवाई: सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत (Drugs Queen) में लेकर उनसे बैकवर्ड व फॉरवर्ड लिंकेजेस के आधार पर पूछताछ की जा रही है। पुलिस की टीमें अन्य संभावित सप्लायर व नेटवर्क के सदस्यों की तलाश में जुटी हुई हैं। जल्द ही और भी खुलासे होने की उम्मीद है। गिरफ्तार आरोपी

Children Ashram: Big news from Sukma Bal Ashram...! Only salt served in students' food... Superintendent in charge suspended
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NHM कर्मियों की हड़ताल पर सख्त रुख…! 25 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त…यहां देखें Copy

रायपुर, 04 सितंबर। NHM छत्तीसगढ़ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा 18 अगस्त 2025 से की जा रही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। हड़ताल के चलते राज्यभर के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं और मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सूत्रों के अनुसार, 13 अगस्त को आयोजित कार्यकारिणी समिति की बैठक में कर्मचारियों की 10 मांगों में से 5 मांगें मानते हुए शासन द्वारा आवश्यक आदेश पहले ही जारी किए जा चुके थे। शेष मांगों पर विचार-विमर्श अभी शासन स्तर पर जारी था। बावजूद इसके, कर्मचारी हड़ताल पर अड़े रहे। हड़ताल के दौरान कई बार नोटिस जारी कर कर्मचारियों को कार्य पर लौटने के लिए कहा गया। 29 अगस्त को स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया ने एक सख्त आदेश जारी कर सभी हड़ताली कर्मचारियों को तत्काल ड्यूटी पर लौटने को कहा था। आदेश में यह भी स्पष्ट था कि अनुपालन न करने की स्थिति में संबंधित कर्मियों की सेवाएं समाप्त की जा सकती हैं। सरकार ने इस आदेश की अवहेलना को नियम विरुद्ध आचरण करार देते हुए जनहित के विरुद्ध बताया है। शासन का कहना है कि जनसेवा से जुड़ी व्यवस्थाओं में बाधा डालना स्वीकार्य नहीं है और ऐसे कृत्यों को दण्डनीय माना जाएगा। फलस्वरूप, स्वास्थ्य विभाग ने (NHM) आंदोलन में शामिल 25 अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है। साथ ही अन्य मामलों पर भी विभागीय जांच एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।

Ministers Appointmen: Hearing in High Court on the appointment of 14 ministers in Chhattisgarh cabinet…! Time sought for study… next hearing on this day
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Ministers Appointmen : छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में 14 मंत्रियों की नियुक्ति पर हाईकोर्ट में सुनवाई…! अध्ययन के लिए मांगी मोहलत…इस दिन अगली सुनवाई

रायपुर, 03 सितंबर। Ministers Appointmen : छत्तीसगढ़ में मौजूदा सरकार द्वारा 14 मंत्रियों की नियुक्ति को लेकर उठे संवैधानिक सवाल पर मंगलवार को हाईकोर्ट में अहम सुनवाई हुई। मामला विधानसभा की संख्या के अनुपात में मंत्रियों की अधिकतम सीमा से जुड़ा हुआ है, जिसे लेकर एक जनहित याचिका दायर की गई थी। क्या कहती है याचिका? कांग्रेस कार्यकर्ता वासुदेव चक्रवर्ती द्वारा दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 164(1ए) के तहत, 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा में अधिकतम 13 मंत्री ही हो सकते हैं। लेकिन मौजूदा सरकार ने 14 मंत्रियों की नियुक्ति की है, जो याचिकाकर्ता के अनुसार, असंवैधानिक है। कोर्ट की टिप्पणी और निर्देश मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा और न्यायमूर्ति बीडी गुरु की खंडपीठ ने मामले को गंभीर मानते हुए याचिकाकर्ता को सुप्रीम कोर्ट में लंबित एक समान मामले का अध्ययन करने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया है। अदालत ने साफ किया कि इससे पहले कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा। राज्य सरकार का पक्ष राज्य सरकार की ओर से पेश वकीलों ने कहा कि यह मसला पहले से ही सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार के समय से संबंधित मामला 22 जुलाई 2020 से सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, और अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं आया है। सरकार का तर्क था कि जब तक सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामला निपटता नहीं, तब तक इस विषय में कोई ठोस फैसला उपयुक्त नहीं होगा। याचिकाकर्ता की दलील वासुदेव चक्रवर्ती का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट का मामला खारिज हो चुका है, और इस पर पुनः कार्यवाही नहीं हो रही। हालांकि राज्य सरकार ने इसका खंडन करते हुए सुप्रीम कोर्ट के अद्यतन दस्तावेज पेश किए और कहा कि मामला अब भी लंबित है। कोर्ट की संतुलित टिप्पणी मुख्य न्यायाधीश ने स्पष्ट किया कि, हम इस मामले में तुरंत फैसला सुना सकते थे, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट में यही विषय लंबित है, तो अंतिम निर्णय वहीं से आना बेहतर होगा। पिछली सुनवाई में अदालत ने याचिकाकर्ता से उनके सामाजिक कार्यों का शपथपत्र भी मांगा था। अगली सुनवाई अदालत ने कहा कि अगली सुनवाई तीन सप्ताह बाद की जाएगी, जब तक याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट के संबंधित मामले का अध्ययन कर अपने पक्ष के साथ उपस्थित हो।

Mahabharata on Nails: Shri Ganesh writes the story of 'Mahabharata' on the finger nail...! Amazing work of Dr. Ankush Dewangan from Bhilai city
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Mahabharata on Nails : उंगली के नाखून पर ‘महाभारत’ की गाथा लिखते श्री गणेश…! भिलाई शहर से डॉ. अंकुश देवांगन की अद्भुत कृति

भिलाई, 03 सितंबर। Mahabharata on Nails : छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर से एक बार फिर कला की दुनिया में ऐसा नाम उभरा है, जिसने देश ही नहीं, दुनिया को अपनी सूक्ष्म कला से चकित कर दिया है। सूक्ष्मकला के जादूगर डॉ. अंकुश देवांगन ने भगवान श्री गणेश की ऐसी अद्वितीय प्रतिमा तैयार की है, जो एक चना दाने के बराबर है और जिसे उन्होंने अपने ऊंगली के नाखून पर स्थापित किया है। इस प्रतिमा में भगवान गणेश महाभारत की गाथा लिखते नजर आ रहे हैं। मूर्ति इतनी सूक्ष्म है, फिर भी सभी अवयव अत्यंत स्पष्ट हैं, भगवान की आंखें, सूंड, हाथों में कलम और मोदक, और गोद में महाभारत की पुस्तक, हर तत्व बारीकी से तराशा गया है। पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा डॉ. अंकुश देवांगन सिर्फ कलाकार नहीं, बल्कि सामाजिक सरोकारों से जुड़े एक संवेदनशील सृजनशील व्यक्तित्व भी हैं। वे कहते हैं कि गणेश प्रतिमाओं के बड़े पैमाने पर विसर्जन से जल प्रदूषण होता है, जिससे प्रकृति को नुकसान पहुंचता है। इसी संदेश को समाज तक पहुँचाने के लिए वे सूक्ष्म मूर्तियों का निर्माण करते हैं, ताकि कला और आस्था के बीच पर्यावरण संरक्षण का संतुलन बना रहे। सिर्फ सूक्ष्म नहीं, भव्यता में भी निपुण भले ही सूक्ष्म कला में उन्हें लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान मिल चुका है, लेकिन उनकी कला सिर्फ छोटे आकार तक सीमित नहीं है। वे भव्य मूर्तियों और स्थायी कलाकृतियों के भी सर्जक हैं। राष्ट्रीय मंच पर छत्तीसगढ़ की पहचान ललित कला अकादमी, संस्कृति मंत्रालय, नई दिल्ली में डॉ. अंकुश देवांगन छत्तीसगढ़ के पहले बोर्ड सदस्य बने हैं। यह उपलब्धि न केवल उनकी कला के प्रति समर्पण को दर्शाती है, बल्कि प्रदेश के लिए भी गौरव का विषय है। डॉ. अंकुश देवांगन की यह सूक्ष्म प्रतिमा केवल एक कलाकृति नहीं, बल्कि संवेदनशीलता, चेतना और कला की पराकाष्ठा का प्रतीक है। उनके जैसे कलाकार ही आने वाली पीढ़ियों को यह सिखाते हैं कि कलात्मक अभिव्यक्ति के साथ प्राकृतिक संरक्षण भी संभव है। भिलाई की धरती से निकला यह नाम आज कला जगत में मिसाल बन (Mahabharata on Nails) चुका है। कुछ प्रमुख कृतियाँ

Politics heated up over NHM workers' strike...! TS Singhdev's statement exposed Congress...PCC chief defended...Listen to the video here
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NHM कर्मियों की हड़ताल पर गरमाई सियासत…! टीएस सिंहदेव के बयान ने खोली कांग्रेस की पोल…PCC चीफ ने किया बचाव…यहां सुनिए VIDEO

रायपुर, 03 सितंबर। NHM कर्मियों की हड़ताल आज 17वें दिन भी जारी है। नियमितीकरण समेत 10 प्रमुख मांगों को लेकर आंदोलनरत कर्मियों को अब राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिलने लगा है। मगर इसी बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव का एक बयान कांग्रेस के लिए सियासी मुश्किलें बढ़ा रहा है। कांग्रेस पर सिंहदेव का ‘सीधा वार’ टीएस सिंहदेव का एक वायरल वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। वीडियो में सिंहदेव स्पष्ट रूप से स्वीकार करते नजर आ रहे हैं कि कांग्रेस ने 2018 के चुनावी घोषणा पत्र में NHM कर्मियों के नियमितीकरण का वादा किया था, जिसे सरकार रहते पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा, हमसे वादा किया गया था, लेकिन वह वादा पूरा नहीं हुआ। शायद यही कारण था कि हम चुनाव हार गए और सरकार चली गई। सिंहदेव के इस बयान से कांग्रेस नेतृत्व असहज नजर आ रहा है, क्योंकि यह टिप्पणी पार्टी की नाकामी को खुद उसके ही वरिष्ठ नेता की ओर से उजागर करती है। राजनीति की नई करवट जहां एक ओर NHM कर्मी 18 अगस्त से अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं, वहीं अब इस आंदोलन को सियासी समर्थन भी मिलने लगा है। भाजपा सांसद विजय बघेल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर NHM कर्मियों की मांगों को ‘न्यायोचित’ बताया। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कर्मियों से मुलाकात कर उनके आंदोलन को समर्थन दिया। लेकिन सियासत तब और तेज हो गई जब कैबिनेट मंत्री टंक राम वर्मा ने टीएस सिंहदेव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, कांग्रेस की हार के पीछे सिर्फ एक वादा नहीं, बल्कि रेत, कोयला और पीएससी जैसे कई घोटाले भी कारण थे। कांग्रेस में भी मतभेद  टीएस सिंहदेव के बयान से उपजी असहजता को कांग्रेस ने संभालने की कोशिश की। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने बयान का बचाव करते हुए कहा, हमने पहले ही स्वीकार किया है कि कुछ कमियां रह गई थीं। बाबा साहेब (टीएस सिंहदेव) ने वही बात दोहराई है जो हमने भी मानी है। यहां यह बताना जरूरी है कि, 2023 की विधानसभा चुनाव हार के लगभग डेढ़ साल बाद कांग्रेस फिर से अपने अधूरे वादों की गूंज से जूझ रही है। NHM कर्मियों की मांगें अभी भी जस की तस हैं, लेकिन राजनीति बयानबाज़ी तेज होती जा रही है।

Fire in Babylon Tower: A huge fire broke out in the Babylon Tower at night...! No loss of life...the team that arrived on time averted a major tragedy...see the video here
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Fire in Babylon Tower : रात को बेबीलोन टावर में लगी भीषण आग…! प्राण हानि नहीं…समय पर पहुंची टीम ने टाल दी एक बड़ी त्रासदी…यहां देखें VIDEO

रायपुर, 03 सितंबर। Fire in Babylon Tower : राजधानी रायपुर के व्यस्ततम तेलीबांधा इलाके में स्थित बेबीलोन टावर में मंगलवार रात अचानक भीषण आग लग गई। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। फायर ब्रिगेड और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन देर रात तक जारी है। आग की लपटों और धुएं से टॉवर में अफरा-तफरी मच गई। छत और ऊपरी मंजिलों पर फंसे लोगों को बचाने के लिए देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। इस दौरान 47 लोगों की जान बचाई गई, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। नीचे के फ्लोर से शुरू हुई आग प्राप्त जानकारी के अनुसार, आग टावर के निचले फ्लोर में लगी, जो देखते ही देखते ऊपरी मंजिलों तक फैल गई। आग की सूचना मिलते ही टावर की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई, जिससे आग और ज्यादा फैल न सके। फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमों ने मौके पर पहुंचकर तत्काल स्मोक सप्रेशन और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। टावर पूरी तरह पैक था, ऐसे में कई लोग अंदर फंसे हुए थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। साफुकेशन के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई, लेकिन मास्क और ऑक्सीजन सिलेंडरों की मदद से राहत कार्य जारी है। 7 मंजिला टावर में रेस्टोरेंट में फंसे लोग बेबीलोन टावर कुल 7 फ्लोर का है। सूत्रों के अनुसार, टॉप फ्लोर पर स्थित रेस्टोरेंट में कई लोग मौजूद थे, जिनके फंसे होने की सूचना है। दमकल विभाग की टीमें ऊपरी मंजिलों तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। हादसे की गंभीरता को देखते हुए रायपुर एसपी और कलेक्टर खुद मौके पर पहुंच गए हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन ने आसपास की इमारतों को भी खाली करवा दिया है, ताकि किसी प्रकार का बड़ा नुकसान न हो। स्थिति नियंत्रण में, कोई हताहत नहीं अब तक किसी प्राण हानि की खबर नहीं है। फायर ब्रिगेड की ओर से बताया गया है कि स्थिति लगभग नियंत्रण में है, लेकिन पूरी इमारत की तलाशी और वेंटिलेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

Children Ashram: Big news from Sukma Bal Ashram...! Only salt served in students' food... Superintendent in charge suspended
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ED Raids : ब्रेकिंग…ED की छापेमारी से हड़कंप…! रायपुर-दुर्ग-बिलासपुर में एक साथ रेड…एग्रीकल्चर कारोबारियों पर ईडी का शिकंजा

रायपुर, 03 सितंबर। ED Raids : राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में आज सुबह से ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) की बड़ी कार्रवाई जारी है। रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर और मुंगेली में ईडी की टीमें एक साथ सक्रिय हैं और विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई मुख्य रूप से एग्रीकल्चर से जुड़े कारोबारियों के परिसरों पर की जा रही है। रायपुर के शंकर नगर क्षेत्र में विनय गर्ग नामक कारोबारी के निवास पर भी ईडी की टीम ने दबिश दी है। बताया जा रहा है कि ईडी की इस कार्रवाई में करीब 8 अधिकारी और सशस्त्र बलों के जवान शामिल हैं। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह रेड किस घोटाले या वित्तीय अनियमितता के सिलसिले में की जा रही है। अधिकारी इस विषय में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं कर रहे हैं। राजधानी रायपुर में भी कई अन्य ठिकानों पर छापेमारी चल रही है और खबर लिखे जाने तक सभी जगहों पर कार्रवाई जारी है। इस मामले से जुड़ी ज्यादा जानकारी का इंतजार है। ईडी की अगली प्रेस विज्ञप्ति या बयान के बाद ही पूरी तस्वीर साफ हो सकेगी।

Be Careful: Dead cockroach found in biryani...! Action taken on this reputed restaurant on consumer's complaint
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Be Careful : बिरयानी में निकला मरा कॉकरोच…! उपभोक्ता की शिकायत पर इस प्रतिष्ठित रेस्टोरेंट पर कार्रवाई

अम्बिकापुर, 02 सितम्बर। Be Careful : शहर के प्रतिष्ठित होटल ग्रांड बसंत रेस्टोरेंट में परोसी गई वेज बिरयानी को लेकर बड़ा मामला सामने आया है। गुतुरमा, सीतापुर निवासी उपभोक्ता अमित गुप्ता द्वारा बिरयानी में मरा हुआ कॉकरोच पाए जाने की शिकायत पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रेस्टोरेंट का औचक निरीक्षण किया। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो 1 सितंबर को उपभोक्ता अमित गुप्ता ने व्हाट्सएप और फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट कर यह गंभीर आरोप लगाया कि ग्रांड बसंत रेस्टोरेंट में परोसी गई वेज बिरयानी में स्वास्थ्य के लिए खतरनाक कॉकरोच मिला है। वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया। खाद्य नमूने जांच के लिए भेजे गए निरीक्षण के दौरान टीम ने वेज बिरयानी और वेज करी के खाद्य नमूने विधिवत रूप से जप्त किए। सभी नमूने राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, रायपुर भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 तथा नियम 2011 के तहत आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण में रेस्टोरेंट के रसोईघर की स्थिति भी संतोषजनक नहीं पाई गई। टीम ने पाया कि, कीट प्रबंधन (Pest Control) की कोई व्यवस्था नहीं थी, पानी परीक्षण नहीं कराया गया था, स्टाफ के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र अनुपलब्ध थे, व्यक्तिगत स्वच्छता के मानक भी नजरअंदाज किए जा रहे थे। इन खामियों को देखते हुए रेस्टोरेंट प्रबंधन को ‘इम्प्रूवमेंट नोटिस’ जारी किया गया है। आगे की कार्रवाई होगी रिपोर्ट के आधार पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि रेस्टोरेंट से मांगे गए जवाब और लैब रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी। ग्राहकों की स्वास्थ्य सुरक्षा (Be Careful) को लेकर प्रशासन ने त्वरित कदम उठाया है, लेकिन इस घटना ने यह भी उजागर किया कि बड़े रेस्टोरेंट भी स्वास्थ्य और स्वच्छता मानकों की अनदेखी कर रहे हैं। अब सबकी निगाहें प्रयोगशाला रिपोर्ट और विभागीय कार्रवाई पर टिकी हैं।

Coal Levy Scam: The heat of coal scam reached doctors...! Dr. Pehlajani on ED's radar...interrogated for hours
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Coal Levy Scam : डॉक्टरों तक पहुंची कोल स्कैम की आंच…! ED की रडार पर डॉ. पहलाजानी…घंटों पूछताछ

रायपुर, 02 सितंबर। Coal Levy Scam : बहुचर्चित कोल लेवी घोटाले की जांच अब एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। अब तक राजनीतिक और नौकरशाही हलकों में घूम रही जांच की सुई अब राजधानी के बड़े निजी अस्पतालों की ओर मुड़ गई है। ईडी ने सोमवार को माता लक्ष्मी अस्पताल, अनुपम नगर के संचालक डॉ. नीरज पहलाजानी से अस्पताल परिसर में ही कई घंटों तक पूछताछ की। ईडी की पूछताछ का मुख्य बिंदु  सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ का केंद्र रहा, कोल स्कैम के आरोपी सूर्यकांत तिवारी (SKT) द्वारा वितरित किए गए एक करोड़ रुपये। ईडी को संदेह है कि इस रकम में से 40 लाख रुपये सौम्या चौरसिया के पति सौरभ चौरसिया को हैंडओवर किए गए, जिसमें डॉ. पहलाजानी की भूमिका की जांच की जा रही है। नोटिस और दस्तावेजों की मांग ईडी ने पहले ही डॉ. नीरज पहलाजानी को नोटिस भेजकर मामले में जानकारी और दस्तावेज मांगे थे। पूछताछ के दौरान कुछ सवालों पर डॉ. पहलाजानी ने दो दिन का समय मांगा है और कहा है कि वह जानकारी बुधवार तक उपलब्ध कराएंगे। ईडी को पिछले छापों में ऐसे दस्तावेज़ मिले थे, जिनसे यह संकेत मिला कि कोल लेवी के घोटाले की मनी लॉन्ड्रिंग में कई प्रोफेशनल्स की भूमिका रही है। इससे यह भी सामने आ रहा है कि स्कैम के पैसे को निजी अस्पतालों और अन्य प्रोफेशनल चैनलों के जरिए लेयर किया गया। अस्पतालों पर जांच से मची हलचल यह पहली बार है जब ईडी की जांच किसी बड़े निजी अस्पताल तक पहुंची है। शहर में डॉक्टरों की कमाई और उनसे जुड़े वित्तीय लेन-देन अक्सर चर्चा में रहते हैं, लेकिन अब कोल स्कैम में नाम आना चिकित्सा क्षेत्र की प्रतिष्ठा पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। छत्तीसगढ़ में कोल परिवहन और खनन से जुड़े इस घोटाले में करोड़ों रुपये की अवैध वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। ईडी अब तक कई राजनीतिक नेताओं, अफसरों और व्यापारियों पर कार्रवाई कर चुकी है। डॉ. नीरज पहलाजानी से पूछताछ और उनके द्वारा मांगा (Coal Levy Scam) गया समय, इस बात का संकेत है कि जांच एजेंसी अब स्कैम में जुड़े हर प्रोफेशनल लिंक को परत-दर-परत उजागर करना चाहती है। इससे यह साफ है कि कोल स्कैम सिर्फ एक राजनीतिक या प्रशासनिक घोटाला नहीं, बल्कि व्यवसायिक और चिकित्सा जगत तक अपनी जड़ें फैला चुका है।

Controversy over the Chowpatty built near the School College...! Memorandum submitted to the Environment Minister...Demand for removal of Chowpatty intensifies
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School College के पास बनी चौपाटी पर विवाद…! पर्यावरण मंत्री को सौंपा गया ज्ञापन…चौपाटी हटाने की मांग तेज

रायपुर, 02 सितंबर। School College : दानी गर्ल्स स्कूल व डिग्री गर्ल्स कॉलेज मार्ग पर बनाई जा रही चौपाटी को लेकर विरोध तेज हो गया है। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इसे न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक बताया, बल्कि छात्राओं की सुरक्षा के लिए भी खतरा करार दिया है। इसी मुद्दे को लेकर पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी को ज्ञापन सौंपा गया है। कन्हैया अग्रवाल और डॉ. डेग्वेकर की आपत्ति: प्रदेश कांग्रेस महामंत्री कन्हैया अग्रवाल और बुढ़ापारा नागरिक विकास समिति के अध्यक्ष डॉ. अजीत डेग्वेकर ने बयान जारी कर कहा कि, बुढ़ातालाब और बुढ़ा गार्डन रायपुर की ऐतिहासिक धरोहर हैं। यह क्षेत्र योग, मॉर्निंग वॉक, व अन्य स्वास्थ्य गतिविधियों के लिए नागरिकों का पसंदीदा स्थान रहा है। चौपाटी के निर्माण से न सिर्फ पर्यावरण असंतुलित हुआ है बल्कि आमजन के स्वास्थ्य और शांति पर भी असर पड़ा है। निर्माण के बावजूद विरोध जारी महापौर मीनल चौबे ने पहले भी नगर निगम आयुक्त को निर्माण रोकने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी रहा और कुछ दुकानों ने संचालन भी शुरू कर दिया। ताजा कार्रवाई में महापौर ने इन दुकानों को सील करवाया है, लेकिन स्थानीय नागरिकों की मांग है कि यह अस्थायी नहीं, स्थायी रोक होनी चाहिए। पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, जल स्रोतों से 15 मीटर के दायरे में कोई निर्माण नहीं किया जा सकता। चौपाटी से तालाब में गंदगी फैलेगी, पानी प्रदूषित होगा, और जलीय जीवों का जीवन संकट में पड़ेगा। नागरिकों का कहना है कि स्कूल-कॉलेज और छात्रावास के आसपास ऐसी गतिविधियाँ छात्राओं की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकती हैं। ज्ञापन में प्रमुख माँगें पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी ने (School College) इस ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए आश्वस्त किया है कि पर्यावरण संरक्षण विभाग द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।