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Killer Adopted Son: Heartbreaking incident from Sarangarh-Bilaigarh...! Adopted son killed his elderly mother...this is how the secret was revealed
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Killer Adopted Son : सारंगढ़-बिलाईगढ़ से हृदय विदारक घटना…! दत्तक पुत्र ने कर दी अपनी बुजुर्ग मां की हत्या…ऐसे खुला राज

सारंगढ़/बिलाईगढ़, 21 जुलाई। Killer Adopted Son : छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने मां-बेटे के रिश्ते को कलंकित कर दिया। यहां एक दत्तक पुत्र ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर बुजुर्ग मां की हत्या की सुपारी दी। सुपारी किलरों ने बेटे और बहू की मौजूदगी में महिला की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। क्या है पूरा मामला? यह वारदात सरसींवा थाना क्षेत्र के पड़रीपाली गांव की है। मृतका मंझली बाई को उसके गोद लिए बेटे भजनलाल (48 वर्ष) और बहू नोनी बाई (45 वर्ष) ने योजनाबद्ध तरीके से मौत के घाट उतार दिया। भजनलाल ने पहले फर्जी तरीके से मां की जमीन अपने नाम करवा ली थी। जब मंझली बाई को इसका पता चला तो उन्होंने थाने और कलेक्टर कार्यालय में इसकी शिकायत की थी। इससे नाराज बेटे और बहू ने उसे सबक सिखाने के लिए कई बार मारपीट की और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। थाने में नहीं हुई कार्रवाई हत्या से एक-दो दिन पहले बुजुर्ग महिला ने थाने में बेटे-बहू की शिकायत भी की थी। लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी बीच, बेटे ने मां की हत्या की साजिश रची और गांव के दो युवकों को ₹40,000 की सुपारी दे दी। हत्या का वीभत्स तरीका 16 जुलाई की रात, सुपारी किलर राज कुर्रे (20 वर्ष) और साजन दास (24 वर्ष) ने भजनलाल और नोनी बाई की मौजूदगी में बुजुर्ग महिला की गला दबाकर हत्या कर दी। अगले दिन बेटे ने इस मौत को सामान्य बताकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने से मौत की पुष्टि हुई, जिसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर बेटे से कड़ी पूछताछ की। आखिरकार भजनलाल टूट गया और हत्या की साजिश कबूल कर ली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुला राज एएसपी निमिषा पांडेय ने बताया कि 17 जुलाई (Killer Adopted Son) की सुबह महिला की मौत की खबर गांववालों को मिली। पहले इसे सामान्य मौत माना गया लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गले पर चोट के निशान मिले। इसके बाद पुलिस को हत्या का शक हुआ पुलिस ने महिला के बेटे 19 जुलाई को हिरासत में लिया सख्ती से पूछताछ के बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है। चार आरोपी गिरफ्तार

Manager Murder: Big revelation in the murder of petrol pump manager in Raipur...! The murder knife was ordered from Flipkart...6 accused arrested
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Manager Murder : रायपुर में पेट्रोल पंप मैनेजर की हत्या में बड़ा खुलासा…! Flipkart से मंगाया गया था मर्डर वाला चाकू…6 आरोपी गिरफ्तार…यहां देखें VIDEO

रायपुर, 20 जुलाई। Manager Murder : राजधानी रायपुर में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें पेट्रोल पंप मैनेजर की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और इसके लिए आरोपियों ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट से चाकू मंगवाया था। इस मामले में पुलिस ने फ्लिपकार्ट और डिलीवरी सर्विस ‘इलेक्ट्रिक रन’ से जुड़े करीब आधा दर्जन कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना मंदिर हसौद थाना क्षेत्र की है और इससे ऑनलाइन हथियार खरीददारी को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। दरअसल, मामला 16 जुलाई की रात का है। दो युवक कुनाल तिवारी (24) और समीर टंडन (22), जो कि अभनपुर के रहने वाले हैं, बाइक से पेट्रोल पंप पहुंचे। उन्होंने 50 रुपए का पेट्रोल डलवाया। इसके बाद मैनेजर से पैसे छीनने की कोशिश की। जब मैनेजर ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो आरोपियों ने पहले से मंगवाया तेजधार चाकू निकालकर उसके गले पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ऑनलाइन ऑर्डर से हत्या की तैयारी पूछताछ में सामने आया कि हत्या में इस्तेमाल चाकू फ्लिपकार्ट से ऑनलाइन ऑर्डर किया गया था, जो कि इलास्ट्रीक रन कोरियर के माध्यम से डिलीवर हुआ। आरोपी कुनाल तिवारी के मोबाइल से चाकू ऑर्डर करने के सबूत मिले। इतना ही नहीं, आरोपियों ने दो अन्य घातक चाकू भी फ्लिपकार्ट से मंगवाए थे। घटना का CCTV वीडियो भी सामने आया है, जिसमें हमलावरों की हरकतें साफ दिखाई दे रही हैं। यही वीडियो पुलिस की जांच में अहम भूमिका निभा रहा है। लापरवाही में शामिल कंपनियों पर कार्रवाई पुलिस जांच में सामने आया कि डिलीवरी करने वाली कंपनियों (Manager Murder) के कर्मचारियों को पार्सल के बारकोड से पता था कि पैकेज में चाकू है, फिर भी उन्होंने उसे डिलीवर किया। पहले से ही रायपुर पुलिस ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और डिस्ट्रीब्यूटर्स को निर्देश जारी किए थे कि ऐसे घातक हथियारों की डिलीवरी न की जाए। बावजूद इसके, फ्लिपकार्ट और इलास्ट्रीक रन के मैनेजर, डिस्ट्रीब्यूटर और कर्मचारी चेतावनी के बावजूद लापरवाही बरतते रहे। पुलिस कार्रवाई इस मामले में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 125(बी), 3(5) बी.एन.एस. के तहत अपराध दर्ज किया है। फिलहाल 6 कर्मचारियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। आगे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

Suspicion of Illicit Relationship: A woman was tied to a pole and beaten on suspicion of illicit relationship...! The crowd remained spectators... a woman was brutally attacked in the village
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Suspicion of Illicit Relationship : अवैध संबंध के शक में महिला को खंभे से बांधकर पीटा…! भीड़ बनी रही तमाशबीन…गांव में महिला पर बर्बर हमला

पश्चिम गोदावरी/आंध्र प्रदेश, 16 जुलाई। Suspicion of Illicit Relationship : आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला को अवैध संबंध के संदेह के चलते खंभे से बांधकर सरेआम पीटा गया। यह शर्मनाक घटना जिले के पलकोडेरु मंडल के मोगल्लू गांव में हुई। क्या है पूरा मामला? पुलिस के अनुसार, पीड़िता एक समुद्री खाद्य (सी फूड) कंपनी में काम करती है और अविवाहित है। वह उसी कंपनी में काम करने वाले डोंगा सुब्बाराव नामक व्यक्ति के साथ कार्यरत थी। सुब्बाराव की पत्नी और उसके परिजनों को संदेह था कि दोनों के बीच अवैध संबंध हैं। इसी शक के आधार पर सुब्बाराव की पत्नी और परिवार की अन्य महिलाओं ने बुधवार को महिला को जबरन उसके घर से बाहर निकाला, खंभे से बांधा और उसकी पिटाई कर दी। तमाशबीन रही भीड़ घटना के दौरान गांव में दर्जनों लोग मौजूद थे, लेकिन कोई भी महिला की मदद के लिए आगे नहीं आया। पीड़िता बार-बार चीखती रही, मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन भीड़ मूक दर्शक बनी रही। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सूचना मिलते ही पलकोडेरु थाने के सब-इंस्पेक्टर रवि वर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत महिला को बचाया और भीमावरम के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही, घटना में शामिल कई महिलाओं को हिरासत में लिया। एसआई रवि वर्मा ने बताया कि पूरे मामले की गहन जांच जारी है, और अपराध में शामिल अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है। मानवाधिकार और कानून व्यवस्था पर सवाल यह घटना एक बार फिर सामाजिक न्याय, महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। किसी भी संदेह या आपसी विवाद को कानून हाथ में लेकर हल करने की बजाय, स्थानीय पंचायत या पुलिस से समाधान लेना ही एक सभ्य समाज का तरीका है। मोगल्लू गांव में महिला (Suspicion of Illicit Relationship) के साथ जो कुछ भी हुआ, वह कानून और इंसानियत दोनों के खिलाफ है। पीड़िता की मदद के बजाय तमाशा देखने वाली भीड़ भी इस अमानवीयता की दोषी मानी जा सकती है। पुलिस की तत्परता ने पीड़िता को राहत पहुंचाई है, लेकिन यह घटना महिला सुरक्षा को लेकर एक गहरी चिंता जरूर पैदा करती है।

Killer Mother: A heart wrenching incident...! Mother gave birth to a newborn in a moving bus...immediately after that she threw the child out of the window...painful death of the innocent
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Killer Mother : दिल दहला देने वाली घटना…! मां ने चलती बस में दिया नवजात को जन्म…तुरंत बाद खिड़की से फेंका…मासूम की दर्दनाक मौत

मुंबई, 16 जुलाई। Killer Mother : महाराष्ट्र के परभणी जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 19 वर्षीय महिला ने चलती लग्जरी स्लीपर बस में बच्चे को जन्म दिया, लेकिन उसके तुरंत बाद महिला और उसके साथ मौजूद एक व्यक्ति, जो खुद को उसका पति बता रहा था, ने नवजात शिशु को बस की खिड़की से बाहर फेंक दिया, जिससे बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। यह भयावह घटना सुबह करीब 6:30 बजे परभणी के पाथरी-सेलु रोड पर हुई। एक सतर्क नागरिक ने देखा कि बस की खिड़की से कपड़े में लिपटी कोई चीज फेंकी गई। पास जाकर देखने पर पता चला कि वह एक नवजात बच्चा था। नागरिक ने तुरंत पुलिस की 112 हेल्पलाइन पर कॉल कर सूचना दी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ड्राइवर ने खिड़की से कुछ फेंके जाने की बात देखी थी और जब उसने पूछताछ की, तो साथ बैठे व्यक्ति (शेख) ने कहा कि उसकी पत्नी को बस यात्रा के कारण उल्टी हो रही थी, इसलिए उसने कपड़ा फेंका है। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस टीम ने तुरंत बस का पीछा किया और बस को रोका। पूछताछ के बाद महिला और शेख को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने नवजात को इसलिए फेंका क्योंकि वे उसका पालन-पोषण नहीं कर सकते थे। दोनों आरोपी परभणी के निवासी हैं और पिछले डेढ़ साल से पुणे में रह रहे थे। उन्होंने खुद को पति-पत्नी बताया, लेकिन कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। महिला को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। पाथरी पुलिस थाने में उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 94 (3), (5) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो जन्म छिपाने और शव को गुप्त रूप से ठिकाने लगाने से संबंधित है। वर्तमान स्थिति आरोपियों को नोटिस जारी कर दिया गया है। मामले की जांच (Killer Mother) अभी जारी है। यह घटना ना केवल कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती है, बल्कि समाज की संवेदनशीलता और मानवता पर भी सवाल खड़े करती है। अगर आपके आसपास कोई महिला ऐसी कठिन परिस्थिति में हो, तो कृपया उसकी मदद करें, ऐसी त्रासदियों से बचने के लिए जागरूकता और सहानुभूति दोनों बेहद ज़रूरी हैं।

Punishment for Murder: Heartbreaking...! Mother who killed 3 children sentenced to death...! There was no remorse on the mother's face after the incident...the testimony of the saved son became decisive...watch the video here
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Punishment for Murder : हृदयविदारक…! 3 बच्चों की हत्या करने वाली मां को मौत की सजा…! घटना के बाद मां के चेहरे पर कोई ग्लानि नहीं…बच गया बेटे की गवाही बनी निर्णायक…यहां देखें Video

औरैया, 11 जुलाई। Punishment for Murder : साल 2020 में उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में घटी एक दिल दहला देने वाली घटना में अदालत ने बड़ा फैसला सुनाया है। अपने ही चार मासूम बच्चों को नदी में फेंकने वाली महिला प्रियंका को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। इस हृदयविदारक घटना में 3 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि एक बच्चा चमत्कारिक रूप से बच गया था। उसी बच्चे की गवाही ने मां को आज कानून के कठघरे में खड़ा कर दिया। क्या था पूरा मामला साल 2020 में प्रियंका के पति अवनीश की करंट लगने से मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद प्रियंका ने अपने चचेरे देवर आशीष के साथ संबंध बना लिए। लेकिन जब आशीष ने बच्चों को अपनाने से इनकार कर दिया, तब प्रियंका ने अमानवीय कदम उठाया। उसने अपने चार बच्चों को नदी में फेंक दिया, जिसमें तीन की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक बच्चा किसी तरह बच गया। बेटे की गवाही बनी निर्णायक जिंदा बचे बच्चे ने समय के साथ साहस दिखाते हुए अदालत में अपनी मां के खिलाफ गवाही दी। उसने बताया कि किस तरह उसकी मां ने उसे और उसके भाई-बहनों को खुद अपने हाथों से नदी में फेंका। इस गवाही को अदालत ने निर्णायक सबूत माना। अदालत का फैसला सभी साक्ष्य, गवाहों और मेडिकल रिपोर्ट्स को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने प्रियंका को दोषी ठहराया और इस कृत्य को समाज के लिए “अत्यंत जघन्य अपराध” करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई। कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा कि “मां जैसे पवित्र रिश्ते को कलंकित करने वाली यह घटना सभ्य समाज को झकझोर देने वाली है।” फैसले के बाद यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग कह रहे हैं कि “जिसने जन्म दिया, उसी ने जीवन छीन लिया, इससे बड़ा अपराध कुछ नहीं हो सकता।” समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना बताती है कि पारिवारिक टूटन, सामाजिक असुरक्षा और मानसिक अवसाद किस हद तक एक महिला को क्रूरता के कगार तक पहुंचा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, पारिवारिक काउंसलिंग और प्रशासनिक हस्तक्षेप की इस समय सख्त जरूरत है। यह फैसला न सिर्फ एक अपराध (Punishment for Murder) के खिलाफ न्याय है, बल्कि पूरे समाज को यह संदेश भी देता है कि कानून किसी भी रिश्ते की आड़ में अपराध करने वालों को बख्शता नहीं है।

Dirty Harassment: Big punishment for not being able to pay the debt...! Forced to do 'oral sex' by stripping naked in the car...video also made
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Dirty Harassment : कर्ज न चुका न पाने की बड़ी सजा…! कार में नंगा करके ‘ओरल सेक्स’ को किया मजबूर…Video भी बनाया

महाराष्ट्र, 11 जुलाई। Dirty Harassment : महाराष्ट्र में दो नाबालिग लड़कों को कर्ज न चुका पाने पर अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ा। उन्हें कार में ओरल सेक्स करने के लिए मजबूर किया गया। इतना ही नहीं, आरोपियों ने इस शर्मनाक हरकत का वीडियो भी बनाया। इस घटना के खुलासे के बाद हड़कंप की स्थिति है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। पीड़ितों को कराया अस्पताल में भर्ती यह घटना महाराष्ट्र के परभणी जिले में हुई। पीड़ित लड़कों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां उनका शारीरिक और मानसिक इलाज चल रहा है। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। इनमें अप्राकृतिक यौन संबंध, अपहरण, मारपीट और गलत तरीके से बंधक बनाने जैसे आरोप शामिल हैं। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट भी लगाया है। जानकारी के मुताबिक, दो युवा लड़कों ने एक व्यक्ति से कुछ पैसे उधार लिए थे। जब लड़के पैसे नहीं लौटा पाए, तो पैसे उधार देने वाले व्यक्ति ने उन्हें एक कार में बंधक बना लिया। चलती कार में पहले उन्हें नग्न किया गया और फिर दोनों किशोरों को एक-दूसरे के साथ मुख मैथुन करने के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने गौतम दिलीप गोस्वामी को किया गिरफ्तार आरोपियों ने मुख मैथुन का वीडियो भी बनाया। जानकारी के मुताबिक, इस अपमानजनक घटना का शिकार बने दो लड़कों में से एक 19 साल का है और एक नाबालिग है। इस मामले में पुलिस ने गौतम दिलीप गोस्वामी उर्फ ​​ऋतिक (25) नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गौतम पर लड़कों को पैसे उधार देने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, अन्य आरोपियों की पहचान पंजूभाई गोस्वामी और अन्य दो की पहचान देराज और भरत के रूप में हुई है। उनकी तलाश जारी है। नाबालिग लड़के (Dirty Harassment) की मां ने एलटी मार्ग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें मां ने बताया है कि गौतम गोस्वामी पिछले शुक्रवार को उनके बेटे और उसके दोस्त को बहला-फुसलाकर ले गया था। गंदी हरकत के बाद आरोपी ने धमकी दी कि अगर उधार लिए पैसे नहीं लौटाए तो वीडियो ऑनलाइन अपलोड कर दिया जाएगा। पुलिस के मुताबिक, आरोपी लड़कों को पुणे भी ले गया। वहां उन्हें एक कमरे में बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान उनके साथ मारपीट भी की गई। लड़कों को तभी छोड़ा गया जब उन्होंने पैसे वापस करने का वादा किया।

Killer Bride: Uncle-niece's tainted relationship...! The bride along with her lover uncle killed her husband...the incident was carried out just 45 days after marriage
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Killer Bride : फूफा-भतीजी का कलंकित रिश्ता…! दुल्हन ने अपने प्रेमी फूफा के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या…शादी के महज 45 दिन बाद ही घटना को दिया अंजाम

औरंगाबाद, 10 जुलाई। Killer Bride : बिहार के औरंगाबाद जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। शादी के मंडप में सात फेरे लेते वक्त जहां हर कोई जिंदगी भर साथ निभाने की कसमें खाता है, वहीं 27 साल की गुंजा सिंह ने उसी मंडप में अपने पति प्रियांशु उर्फ छोटू की हत्या की साजिश रच डाली। वजह? 60 साल के अपने फूफा जीवन सिंह के साथ 15 साल पुराना प्रेम संबंध। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने गुंजा और दो शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फूफा जीवन सिंह अभी फरार है। आइए, जानते हैं इस खौफनाक कहानी की पूरी सच्चाई। मंडप में शुरू हुई हत्या की साजिश 21 मई 2025 को प्रियांशु और गुंजा की शादी हुई थी। लेकिन गुंजा का मन इस शादी में बिल्कुल नहीं था। उसका दिल तो अपने फूफा जीवन सिंह पर आ चुका था, जिसके साथ उसका 15 साल से प्रेम संबंध चल रहा था। गुंजा ने पुलिस को बताया, “मैं बचपन से फूफा के घर रहती थी। वहीं पढ़ाई की। धीरे-धीरे हम करीब आए और प्यार हो गया। मुझे पता था कि वो मुझसे उम्र में दोगुने हैं, लेकिन प्यार में उम्र कहां मायने रखती है?” गुंजा के मुताबिक, उसकी बुआ को कभी इस रिश्ते का शक नहीं हुआ। लेकिन अप्रैल 2025 में बुआ ने दोनों को एक साथ देख लिया। बात परिवार तक पहुंची, और गुंजा के पिता ने आनन-फानन में उसकी शादी प्रियांशु से तय कर दी। गुंजा ने विरोध किया, लेकिन समाज और परिवार की इज्जत के आगे उसे झुकना पड़ा। मंडप में वरमाला डालते वक्त ही उसने ठान लिया था कि वह प्रियांशु के साथ नहीं रहेगी और उसकी हत्या करवा देगी। झारखंड से बुलाए शूटर शादी के बाद भी गुंजा और जीवन सिंह का मिलना-जुलना जारी रहा। गुंजा ने बताया, “मैं फूफा से मायके, ससुराल, या उनके घर पर मिलती थी। एक दिन उनके मुंह से निकला कि प्रियांशु को रास्ते से हटा देते हैं। मैंने भी हामी भर दी।” इसके बाद जीवन सिंह ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए झारखंड से दो शूटरों, जयशंकर चौबे और मुकेश शर्मा, को हायर किया। 24 जून 2025 की रात को साजिश को अंजाम देने का मौका आया। प्रियांशु वाराणसी के चंदौली में अपने रिश्तेदार के घर से ट्रेन से लौट रहा था। उसने अपनी लोकेशन गुंजा को फोन पर बताई, और गुंजा ने यह जानकारी शूटरों तक पहुंचाई। नवीनगर थाना क्षेत्र के लेंबोखाप गांव के पास शूटरों ने प्रियांशु की बाइक रुकवाई और उस पर चार गोलियां दाग दीं। गोली लगने के बाद प्रियांशु जख्मी हो गया। गांव के दो लड़के, जो उसे स्टेशन लेने गए थे, उसे अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस की जांच में हुआ सनसनीखेज खुलासा इस हत्याकांड ने औरंगाबाद पुलिस को सकते में डाल दिया। SP अंबरीश राहुल के निर्देश पर एक विशेष जांच दल (SIT) गठन किया गया। SIT ने CCTV फुटेज, कॉल डिटेल्स, और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की। शुरुआत में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। प्रियांशु को लेने गए दो लड़कों से घंटों पूछताछ हुई, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस ने प्रियांशु के फोन की जांच की। कॉल डिटेल्स से पता चला कि वह लगातार गुंजा से संपर्क में था। जब पुलिस ने गुंजा की कॉल डिटेल्स खंगाली, तो एक नंबर पर 50 से ज्यादा बार बात होने का खुलासा हुआ। यह नंबर जीवन सिंह का था। गुंजा से फोन मांगने पर उसकी आनाकानी ने पुलिस का शक गहरा कर दिया। हिरासत में लेने के बाद गुंजा ने सारी सच्चाई उगल दी। उसने हत्या की साजिश और अपने फूफा के साथ 15 साल पुराने रिश्ते को कबूल किया। SP अंबरीश राहुल ने बताया, “गुंजा ने अपने फूफा जीवन सिंह के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। शूटरों को सिम कार्ड जीवन सिंह ने उपलब्ध करवाया था। गुंजा और दोनों शूटर जयशंकर चौबे और मुकेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। जीवन सिंह की तलाश जारी है।” समाज में बढ़ता नैतिक पतन यह मामला औरंगाबाद में रिश्तों (Killer Bride) के कत्ल की एक और कड़ी है। हाल के महीनों में जिले में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते को प्रेम प्रसंग ने तार-तार कर दिया। इससे पहले भी औरंगाबाद में एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को गाड़ी से कुचलकर मार डाला था। संक्षेप में मुख्य बिंदु विषय विवरण हत्या की तारीख 24 जून 2025 मृतक प्रियांशु कुमार सिंह आरोपी पत्नी गुंजा सिंह, उसका फूफा जीवन सिंह मोटिव 15 साल पुराना अवैध रिश्ता गिरफ्तार गुंजा, जयशंकर, मुकेश फरार जीवन सिंह (फूफा), दो शूटर कानूनी धारा हत्या, षड्यंत्र, IPC और अन्य संगीन अपरा

POCSO Case: Shameful attitude towards menstruation...! Girls' underwear checked in school...Principal and peon arrested
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POCSO Case : मासिक धर्म को लेकर शर्मनाक रवैया…! स्कूल में की गई बच्चियों के अंतर्वस्त्रों की जांच…प्रिंसिपल और चपरासी गिरफ्तार

मुंबई, 10 जुलाई। POCSO Case : महाराष्ट्र के ठाणे जिले के शाहापुर स्थित आर.एस. दमानी निजी स्कूल में मंगलवार को कक्षा 5 से 10 की नाबालिग छात्राओं से मासिक धर्म की जांच के नाम पर विवादास्पद और शर्मनाक कार्रवाई की गई, जिसके बाद अभिभावकों में भारी आक्रोश मचा हुआ है। घटना का क्रम स्कूल के बाथरूम में खून के धब्बे पाए जाने के बाद, प्रिंसिपल ने छात्राओं को हॉल में बुलाया और प्रोजेक्टर पर इन धब्बों की तस्वीरें दिखाई। कक्षा 5 से 10 की छात्राओं को दो समूहों में बांटा गया, जो मासिक धर्म से गुजर रही थीं और जो नहीं थीं। 10–12 वर्षीय कुछ लड़कियों का तब ‘जांच’ के लिए अंतर्वस्त्र के ज़रिए परीक्षण किया गया। एक लड़की सैनिटरी नैपकिन इस्तेमाल करती मिली, तो प्रिंसिपल ने उसके ऊपर आरोप लगाते हुए उसे कड़ी डांट लगाई और अन्य छात्राओं के सामने अपमानित किया। कानूनी कार्रवाई & गिरफ्तारी बुधवार को एक अभिभावक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। प्रिंसिपल और महिला चपरासी को गिरफ्तार किया गया, जबकि चार अन्य शिक्षकों व दो ट्रस्टियों समेत कुल आठ लोगों पर कार्रवाई हुई है। आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 74‑76 (महिला की लज्जा भंग/नग्नता के प्रयास) और पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। कुल छह आरोपियों (प्रिंसिपल, चपरासी, दो शिक्षकों, दो ट्रस्टियों) के खिलाफ पोक्सो के तहत मामला दर्ज हुआ । अभिभावकों की प्रतिक्रिया घटना की जानकारी मिलने के बाद कई अभिभावक नाराज़ होकर स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अभिभावक बोले कि इस तरह की जांच से छात्राओं की मानसिक पीड़ा और शर्मिंदगी हुई है, उन्हें जरूरत थी सेक्स एजुकेशन की, न कि अपमानित करने की । आगे की कार्यवाही पोलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की भूमिका स्पष्ट हो रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सभी आरोपी पोक्सो एवं IPC धाराओं के तहत सजा के लिए कठोर कार्रवाई का सामना करेंगे । यह घटना बच्चों का मनोवैज्ञानिक और शारीरिक (POCSO Case) सम्मान भंग करने वाली है। मासिक धर्म पर खुलकर चर्चा और सेक्स एजुकेशन की आवश्यकता से इनकार संभव नहीं है। दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा के साथ स्कूलों में बच्चों की गरिमा पर आधारित नीतियाँ लागू करने पर समाज और प्रशासन का ध्यान जाना चाहिए।

Child Communication: Big revelation in Durg Child Communication Home...! Officer had unnatural sexual relations with a boy...accused arrested
Chhattisgarh, Crime

Child Communication : दुर्ग बाल संप्रेषण गृह में बड़ा खुलासा…! अधिकारी ने लड़के के साथ बनाए अप्राकृतिक यौन संबंध…आरोपी गिरफ्तार

दुर्ग, 09 जुलाई। Child Communication : दुर्ग जिले के पुलगांव स्थित बाल संप्रेषण गृह में पदस्थ परिवीक्षा अधिकारी रामकुमार सूर्यवंशी को एक अपचारी बालक से अननेचुरल सेक्स (अप्राकृतिक यौन शोषण) के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी अधिकारी को पाॅक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। क्या है मामला? जानकारी के अनुसार, पीड़ित बालक हत्या के एक मामले में पिछले 35 महीनों से बाल संप्रेषण गृह में बंद है। वह दूसरे जिले का निवासी है। बीते सप्ताह जब न्यायालय की टीम निरीक्षण के लिए संप्रेषण गृह पहुंची, तब बालक ने टीम को अपने साथ हुई आपबीती की जानकारी दी। पीड़ित ने क्या बताया? बालक ने बताया कि अधिकारी रामकुमार सूर्यवंशी ने उसे उसके भाई से मिलाने का झांसा देकर यौन शोषण किया। इस गंभीर आरोप के सामने आने के बाद न्यायालय की टीम ने तत्काल इसकी सूचना दुर्ग पुलिस को दी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सूचना मिलते ही दुर्ग पुलिस ने पॉक्सो एक्ट व अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया और रामकुमार सूर्यवंशी को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजते हुए जेल भेज दिया है। प्रशासन में हड़कंप इस घटना के सामने आने के बाद जिला प्रशासन और बाल संरक्षण तंत्र (Child Communication) में हड़कंप मच गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में तेजी लाई जा रही है। बाल संप्रेषण गृह की सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। मामला बेहद संवेदनशील है और बाल अधिकारों से जुड़ा हुआ है। सभी पक्षों की गहन जांच के बाद ही अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा। पुलिस व न्यायालय की कार्रवाई जारी है।

Private School: Heart wrenching incident...! Inhumanity with a 5 year old girl... Beating her mercilessly and trying to hang her by tying a belt around her neck... School operator absconding
Crime, National

Private School : हृदय विदारक घटना…! 5 साल की बच्ची से अमानवीयता…बेदम पिटाई कर गर्दन में बेल्ट बांधकर फांसी लगाने की कोशिश…स्कूल संचालक फरार

मधेपुरा/बिहार, 08 जुलाई। Private School : बिहार के मधेपुरा जिले से एक निर्मम और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शंकरपुर थाना क्षेत्र के मौरा कबियाही पंचायत अंतर्गत नया गांव स्थित एक निजी स्कूल में 5 साल की मासूम बच्ची के साथ बेरहमी की सारी हदें पार कर दी गईं। स्कूल संचालक के भतीजे पर बेल्ट से पीटने, गर्दन से टांगने की कोशिश करने और सीरिंज की सुई से घायल करने का आरोप लगा है। फिलहाल पीड़िता की हालत गंभीर है और उसे जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मासूम पर दरिंदगी घटना शनिवार को न्यू पब्लिक स्कूल, शंकरपुर में हुई। परिजनों के अनुसार, बच्ची को बेल्ट से पीटा गया, फिर बेल्ट से गर्दन में बांधकर टांगने की कोशिश की गई, हाथ और पैर में सीरिंज की निडिल चुभोई गई। घटना के बाद से स्कूल में ताला बंद है, और आरोपी फरार है। हालत नाज़ुक, इलाज जारी बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। पीड़िता की बुआ रीना देवी ने बताया कि बच्ची की मां उस समय हटिया में अपनी दुकान पर थी, जब स्कूल संचालक अनिल यादव बच्ची को गंभीर हालत में दुकान के पास छोड़कर भाग गया। अब तक नहीं हुई FIR इस मामले में अभी तक शंकरपुर थाना को आवेदन प्राप्त (Private School) नहीं हुआ है। थाना प्रभारी रौशन कुमार ने बताया कि आवेदन मिलने पर जांच और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आखिर एक निजी स्कूल में बच्चों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी किसकी है? प्रशासन की निगरानी क्यों नाकाफी साबित हो रही है? आरोपी खुलेआम फरार है, पर कार्रवाई अब तक क्यों नहीं? यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल (Private School) उठाती है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा के प्रति सामाजिक संवेदनशीलता को भी कठघरे में खड़ा करती है। पीड़िता के परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है। प्रशासन और समाज को अब जवाब देना होगा।