Education

Teachers Adjustment: Breaking...Adjustment of surplus teachers started...! Transparent process in presence of Collector in Korba...Teacher expressed satisfaction
Chhattisgarh, Education

Teachers Adjustment : ब्रेकिंग…अतिशेष शिक्षकों का समायोजन शुरू…! कोरबा में कलेक्टर की मौजूदगी में पारदर्शी प्रक्रिया…शिक्षिका ने जताई संतुष्टि

कोरबा, 31 मई। Teachers Adjustment : राज्य शासन के निर्देशानुसार कोरबा जिले में अतिशेष प्रधान पाठकों और सहायक शिक्षकों की काउंसिलिंग प्रक्रिया शुक्रवार को राजीव गांधी ऑडिटोरियम, ट्रांसपोर्ट नगर में शुरू हुई। कलेक्टर अजीत वसंत की उपस्थिति में चल रही इस प्रक्रिया का उद्देश्य शिक्षकविहीन और एकल शिक्षकीय विद्यालयों में नियमित शिक्षकों की पदस्थापना सुनिश्चित करना है। वरिष्ठता के आधार पर हो रही है काउंसिलिंग प्रथम चरण में वरिष्ठ प्रधान पाठकों की काउंसिलिंग की गई, जिन्होंने सूचीबद्ध रिक्त स्कूलों में से अपनी पसंद का विद्यालय चुना। इसके बाद सहायक शिक्षकों की काउंसिलिंग प्रक्रिया जारी रही, जिसमें वे भी निर्धारित सूची से विद्यालयों का चयन कर रहे हैं। पारदर्शिता और त्वरित पदस्थापना कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने कहा कि काउंसिलिंग पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित की जा रही है और चयन के साथ ही नवीन पदस्थापना आदेश तत्काल जारी किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी। शिक्षकों की प्रतिक्रिया प्राथमिक शाला जेंझरा की शिक्षिका (Teachers Adjustment) देकुमारी साहू ने नवीन विद्यालय ढेलवाडीह में स्थानांतरण को लेकर संतोष जताते हुए कहा, ‘मैं खुश हूं कि मुझे अपनी पसंद का विद्यालय मिला। अब मैं बच्चों को और अच्छे से पढ़ा सकूंगी।’ इस प्रक्रिया से न केवल शिक्षकों का सही समायोजन हो रहा है, बल्कि लंबे समय से खाली पड़े स्कूलों को भी स्थायी शिक्षक मिलने जा रहे हैं, जिससे जिले की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार होगा।

School Admission Festival 2025 : Big Breaking...! New beginning of education... School admission festival from this day... See order copy here
Chhattisgarh, Education

School Admission Festival 2025 : बिग ब्रेकिंग…! शिक्षा की नई शुरुआत…इस दिन से शाला प्रवेश उत्सव…यहां देखें आदेश Copy

रायपुर, 29 मई। School Admission Festival 2025 : छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने आगामी शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के लिए शाला प्रवेश उत्सव के आयोजन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यह उत्सव 16 जून 2025 से प्रत्येक स्तर पर आयोजित किया जाएगा। शाला प्रवेश उत्सव की तिथि: तैयारी के मुख्य बिंदु: प्रवेश उत्सव के दौरान की जाने वाली कार्यवाहियां: ये अफसर करेंगे निरीक्षण संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मिशन समन्वयक, प्राचार्य डाईट, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक शालाओं का सतत निरीक्षण करेंगे एवं आवश्यकतानुसार अकादमिक मार्गदर्शन करेंगें। जारी आदेश में प्रवेश उत्सव भलीभांति संपन्न हो इस दष्टिकोण से जिला, ब्लॉक एवं संकुल स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने कहा गया है। प्रवेश उत्सव के दिन न्योता भोज का करेंगे आयोजन शाला परिवार की ओर से जनप्रतिनिधि, शाला विकास समिति, पालक एवं गणमान्य नागरिकों को शाला प्रवेश उत्सव हेतु आमंत्रित करना। निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, निःशुल्क गणवेश, सायकल का वितरण पात्र हितग्राहियों को किया जाना। नन्हें-मुन्हें नवप्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर अभिनंदन करना।प्रवेश उत्सव के दिन न्योता भोज का आयोजन करना होगा। बोर्ड परीक्षा/स्थानीय परीक्षा में मेधावी अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित करना। शाला परिवार के द्वारा उत्कृष्ट पालकों का सम्मान करना। इन निर्देशों के माध्यम से छत्तीसगढ़ शासन का उद्देश्य है कि विद्यार्थियों को स्वच्छ और सुंदर वातावरण में गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान की जाए। स्कूल शिक्षा विभाग इस दिशा में लगातार कार्य कर रहा है।

CBSE: Education in mother tongue...! CBSE's new initiative will change the standards of primary education... see the new guidelines issued here
Education, Raipur

CBSE : मातृभाषा में शिक्षा…! प्री-प्राइमरी से कक्षा 5वीं तक की पढ़ाई…? सीबीएसई की नई पहल…जारी की नई गाइडलाइन यहां देखें

रायपुर, 26 मई। CBSE : सीबीएसई ने एक महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किया है, जिसके तहत सभी संबद्ध स्कूलों को राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचा (NCF-2023) के तहत प्राथमिक और प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर मातृभाषा या स्थानीय भाषा को माध्यम के रूप में अपनाने का निर्देश दिया गया है। यह पहल 2025-26 शैक्षणिक सत्र से लागू होगी। इसका उद्देश्य बच्चों के शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देना है। CBSE के जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि 3 से 11 साल तक के बच्चों यानी प्री-प्राइमरी से कक्षा 5वीं तक की पढ़ाई मातृभाषा में कराई जाएगी। सर्कुलर में कहा गया है कि बच्चे अपने घर की भाषा में जल्दी और गहराई से कॉन्सेप्ट को समझ पाते हैं। मुख्य बिंदु मातृभाषा को माध्यम बनाना प्रारंभिक और प्राथमिक शिक्षा में मातृभाषा या घरेलू भाषा को माध्यम के रूप में अपनाया जाएगा। कक्षा 3 से 5वीं तक के छात्रों के लिए भी मातृभाषा में पढ़ाई की सलाह दी गई है, हालांकि यहां माध्यम बदलने का विकल्प खुला रखा गया है। यह पहल बच्चों के शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा (CBSE) देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें उनकी मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करके उनकी समझ और आत्मविश्वास को मजबूत करेगी।

MBM University: Cabinet minister's granddaughter accused of cheating...! Uproar in university... political stir intensifies
Education

MBM University : कैबिनेट मंत्री की पोती पर नकल का आरोप…! विश्वविद्यालय में हंगामा…राजनीतिक हलचल तेज

जोधपुर, 23 मई। MBM University : राजस्थान के जोधपुर स्थित एमबीएम विश्वविद्यालय में बीई सिविल इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष की परीक्षा के दौरान एक हाईप्रोफाइल नकल प्रकरण सामने आया है। परीक्षा में कैबिनेट मंत्री की पोती को नकल करते हुए पकड़ा गया। बताया जा रहा है कि छात्रा ने कैलकुलेटर के कवर पर पेंसिल से कुछ लाइनें लिखकर लाई थी। घटना का विवरण परीक्षा के दौरान फ्लाइंग टीम के दो शिक्षकों ने जांच की। जांच में कैलकुलेटर के कवर पर लिखी गई लाइनें दिखाई दीं। अन्य शिक्षकों ने भी इसकी पुष्टि की। नकल का केस दर्ज कर छात्रा को नियमानुसार दूसरी कॉपी दी गई। परीक्षा कक्ष में मौजूद छात्रों ने भी इसकी पुष्टि की है। विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया मामले के सामने आने के बाद विवि प्रशासन पूरे दिन लीपापोती करता रहा। अब विवि ने एक कमेटी गठित की है जो छात्रा का पक्ष सुनेगी और इसके बाद ही अंतिम फैसला होगा। सूत्रों का कहना है कि मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण छात्रा को क्लीन चिट मिल सकती है। राजनीतिक प्रतिक्रियाएं मामले के तूल पकड़ने के बाद सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री से कैबिनेट सब कमेटी के अध्यक्ष पद से मंत्री को हटाने की मांग की है। वहीं, कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि यह राजनीतिक दबाव बनाने का मामला है, जानकारी उन्हें उनके पुत्र से मिली है। छात्रों का विरोध देर शाम विश्वविद्यालय (MBM University) के मुख्य द्वार पर छात्रों ने प्रदर्शन किया और सख्त कार्रवाई की मांग की। यह घटना विश्वविद्यालयों में नकल की गंभीरता और प्रशासन की जिम्मेदारी को उजागर करती है। आगे की कार्रवाई विश्वविद्यालय की कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।

Madrasa Board: Big news...Revolutionary change in Madrasa education...! Hindi, English, Science and Computer are compulsory...Important step of the government...See here in sequence
Education, National

Madrasa Board : बड़ी खबर…मदरसा शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव…! हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान और कंप्यूटर अनिवार्य…सरकार का अहम कदम…यहां देखें क्रमवार

लखनऊ, 21 मई। Madrasa Board : उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। योगी सरकार मदरसों को आधुनिक बनाने के लिए एक नई योजना पर काम कर रही है, जिसके तहत यूपी बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन एक्ट, 2004 में संशोधन प्रस्तावित है। इस बदलाव से मदरसों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। नया पाठ्यक्रम : हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान और कंप्यूटर नई योजना के तहत मदरसों में अब हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान और कंप्यूटर जैसे विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इससे छात्रों को आधुनिक शिक्षा मिलेगी और वे बेहतर रोजगार के अवसरों के लिए तैयार होंगे। मदरसा एक्ट में प्रस्तावित संशोधन उत्तर प्रदेश सरकार मदरसा एक्ट में संशोधन की योजना बना रही है, जिसके तहत केवल कक्षा 12 तक की शिक्षा देने वाले मदरसों को ही मान्यता प्राप्त होगी। इससे उच्च स्तर की धार्मिक डिग्रियों जैसे कमिल और फाजिल की मान्यता समाप्त हो जाएगी। यह कदम सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उठाया जा रहा है, जिसमें कहा गया था कि मदरसों को उच्च शिक्षा देने का अधिकार नहीं है क्योंकि यह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) अधिनियम का उल्लंघन है। मदरसों का औपचारिक शिक्षा प्रणाली में समावेशन सुप्रीम कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया है कि मदरसों में पढ़ रहे छात्रों को औपचारिक शिक्षा प्रणाली में शामिल किया जाए। इससे छात्रों को बेहतर शैक्षिक अवसर मिलेंगे और वे समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकेंगे। यह पहल उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो छात्रों को बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करेगी। प्रस्तावित सुधारों की मुख्य बातें

Right to Education: Right to education became the basis of rationalization...! Education department removed the misconceptions
Education, Raipur

Right to Education : शिक्षा का अधिकार बना युक्तियुक्तकरण का आधार…! शिक्षा विभाग ने भ्रांतियों को किया दूर

रायपुर, 20 मई। Right to Education : छत्तीसगढ़ में प्राथमिक शिक्षा प्रणाली को सशक्त और समावेशी बनाने के लिए शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया जारी है। इस संबंध में कुछ शिक्षकीय संगठनों द्वारा उठाई गई आपत्तियों और सवालों के जवाब में शिक्षा विभाग ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से शिक्षा के अधिकार अधिनियम, 2009 (RTE Act) के अनुरूप की जा रही है। विभाग ने यह भी दोहराया कि इसका उद्देश्य शिक्षकों की संख्या को घटाना नहीं, बल्कि उन्हें तर्कसंगत रूप से स्कूलों में पुनः तैनात करना है, जिससे सभी बच्चों को समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार मिल सके। शिक्षा का अधिकार अधिनियम है युक्तियुक्तकरण की आधारशिला शिक्षा विभाग का कहना है कि 2008 के स्कूल सेटअप की आज की परिस्थितियों में प्रासंगिकता नहीं रही, क्योंकि 2010 से पूरे देश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हो चुका है। इस अधिनियम के अनुसार: बहुकक्षा शिक्षण को बताया व्यावहारिक समाधान बहु-कक्षा शिक्षण की आलोचनाओं के जवाब में विभाग ने कहा है कि यह पद्धति न केवल प्रशिक्षित शिक्षकों के लिए संभव है, बल्कि इसका प्रशिक्षण भी दिया गया है। विभाग के अनुसार राज्य के लगभग 30,700 प्राथमिक विद्यालयों में से 17,000 से अधिक में छात्र-शिक्षक अनुपात 20:1 से कम है, जो दर्शाता है कि शिक्षक संख्या पर्याप्त है। एकल-शिक्षकीय स्कूलों की आशंका को बताया निराधार कुछ संगठनों द्वारा यह आशंका जताई गई थी कि 60 से कम छात्र संख्या वाली स्कूलें एकल शिक्षक पर आधारित हो जाएंगी, जिसका खंडन करते हुए विभाग ने स्पष्ट किया कि: उद्देश्य है समान अवसर और संसाधनों का वितरण शिक्षा विभाग ने दोहराया कि युक्तियुक्तकरण का मकसद हर स्कूल में समान गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करना है। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कहीं भी छात्र-शिक्षक अनुपात अधिनियम के मानकों से नीचे न जाए। मुख्य बिंदु संक्षेप में: शिक्षा विभाग का यह प्रयास छत्तीसगढ़ में प्राथमिक शिक्षा (Right to Education) की दिशा को संतुलित, न्यायसंगत और कानूनी रूप से सक्षम बनाने की एक महत्त्वपूर्ण पहल है, जो राज्य के नौनिहालों को बेहतर भविष्य की नींव देने में मदद करेगा।

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Love Triangle Drama Video : मंडप में फेरा…बाहर खड़ा बवाल…प्रेमिका ने पकड़ी प्रेमी की बेवफाई रंगे हाथ…!

भुवनेश्वर, 17 मई| Love Triangle Drama Video : ओडिशा के भुवनेश्वर में रविवार रात एक शादी में जमकर हंगामा हुआ। यहां एक युवती ने समारोह के बीच मंच पर पहुंचकर दूल्हे पर धोखा देने का आरोप लगा दिया। इसके बाद हड़कंप मच गया और अंत में पुलिस को दखल देना पड़ा। पुलिस ने दूल्हे को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता के फोन कॉल और मैसेज देखे जा रहे हैं, आरोपों में दम हुआ तो पुलिस दूल्हे को गिरफ्तार कर, उसके खिलाफ मामला दर्ज कर सकती है। घटना धौली थाना क्षेत्र की है। यहां एक प्रसिद्ध विवाह मंडप में शादी हो रही थी। संगीत, रोशनी और मेहमानों के बीच दूल्हा-दुल्हन की जोड़ी स्टेज पर बैठी थी, तभी एक युवती पुलिस के साथ वहां पहुंची और सीधा मंच पर चढ़कर दूल्हे को सबके सामने घेर लिया। युवती ने लगाया धोखा देने का आरोप युवती ने आरोप लगाया कि दूल्हा उसका पूर्व प्रेमी है, जिसने कई साल तक उसके साथ संबंध बनाए और शादी का वादा किया। लेकिन बाद में अचानक उससे संपर्क तोड़ (Love Triangle Drama Video)दिया और चुपचाप किसी और से शादी कर ली। जानकारी के अनुसार, युवती ने दावा किया कि दोनों ने आपस में निजी रूप से शादी की कसमें भी खाई थीं। वह काफी भावुक हो गई और कहने लगी कि दूल्हे ने उसे धोखा दिया है और उसे झूठे वादों में रखकर उसकी जिंदगी से खिलवाड़ किया है। पुलिस ने दर्ज किया मामला घटना के बाद विवाह स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। रिश्तेदार और मेहमान हैरान रह गए। पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और माहौल को संभालते हुए दूल्हे को स्टेज से हटाकर हिरासत में लिया गया। इस मामले में अब लिंगराज थाने में शिकायत दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने युवती के आरोपों के आधार पर शादी का झूठा वादा और विवाह के नाम पर शारीरिक शोषण जैसी धाराओं में मामला दर्ज किया है। युवक ने जवाब नहीं दिया तो पुलिस के पास पहुंची युवती युवती ने शादी से पहले दूल्हे से संपर्क करने की कई कोशिशें की थीं, लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला। मजबूर होकर उसने कानूनी रास्ता अपनाया और पुलिस की मदद से रिसेप्शन में (Love Triangle Drama Video)पहुंची। पुलिस अब कॉल रिकॉर्ड, चैट मैसेज और गवाहों के बयान खंगाल रही है ताकि युवती के दावों की पुष्टि की जा सके। अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो दूल्हे को गंभीर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

Pension of Legislators: Increase in salary and allowances of Chhattisgarh MLAs...! Notification issued in the gazette... see here
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List of Hospitals : ब्रेकिंग…! छत्तीसगढ़ सरकार को राहत…इन अस्पतालों में मिलेगा मुफ्त इलाज…यहां देखें List

रायपुर, 13 मई। List of Hospitals : छत्तीसगढ़ शासन ने शासकीय सेवकों और उनके आश्रित परिजनों के इलाज के लिए कुल 155 अस्पतालों को मान्यता दी है। इनमें राज्य में स्थित 114 और राज्य के बाहर के 41 अस्पताल शामिल हैं। यह मान्यता चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रदान की गई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने राज्य शासन के सभी विभागों, राजस्व मंडल बिलासपुर के अध्यक्ष, सभी विभागाध्यक्षों, संभागायुक्तों और कलेक्टरों को मान्यता प्राप्त अस्पतालों की सूची प्रेषित की है। यह सूची चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई है, और शासकीय कर्मियों के इलाज के लिए इन अस्पतालों को मान्यता प्राप्त है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित विभाग या चिकित्सा शिक्षा विभाग से संपर्क किया जा सकता है।

CG Tahsildar Transfer: Transfer order issued for Tehsildars, two relieved, see list
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Transffer In Education Department : छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग में बड़ा प्रशासनिक बदलाव…एक साथ कई अधिकारियों का ट्रांसफर…ये है List…

रायपुर/दुर्ग, 10 मई| Transffer In Education Department : छत्तीसगढ़ के शिक्षा विभाग में आज बड़ा फेरबदल हुआ है। राज्य सरकार ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में पदस्थ शिक्षकों और व्याख्याताओं के स्थानांतरण के आदेश जारी किए हैं। यह निर्णय विभागीय कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। इस सूची में दुर्ग, रायगढ़, बिलासपुर, बेमेतरा, मुंगेली सहित कई जिलों के वरिष्ठ शिक्षक, व्याख्याता एवं प्रधानपाठक शामिल (Transffer In Education Department)हैं जिन्हें नवीन कार्यस्थल पर तत्काल प्रभाव से कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों की मानें तो यह स्थानांतरण प्रक्रिया केवल प्रशासनिक नहीं बल्कि प्रदर्शन आधारित समीक्षा का भी हिस्सा है, जिससे योग्य और समर्पित शिक्षकों को बेहतर अवसर मिल सके। प्रमुख नामों में शामिल हैं: विष्णु शंकर साहू – सुरखीकला से खपरी, अंजोरा हेमलता – धमधा से मोहंदी पूर्णिमा ठाकुर – पाटन से कोलिहापुरी वंदना यादव – कबीरधाम से दुर्ग अपेक्षा अग्रवाल – मुंगेली से बिलासपुर (अन्य नाम ऊपर विवरण में देखें) शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह ट्रांसफर लिस्ट शिक्षकों के कार्यप्रदर्शन, क्षेत्रीय आवश्यकताओं और प्रशासनिक संतुलन को ध्यान में रखकर बनाई गई (Transffer In Education Department)है। इसके माध्यम से शैक्षणिक गुणवत्ता को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में कदम बढ़ाया गया है।

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Brahma Kumaris Organization : मीडिया…विश्व शांति और सद्भाव का संवाहक…! ज्ञान सरोवर सम्मेलन में उभरी मीडिया की जागरूक और उत्तरदायी छवि

माउंट आब, 03 मई। Brahma Kumaris Organization : माउंट आबू के ज्ञान सरोवर में ब्रह्माकुमारी संगठन के मीडिया प्रभाग द्वारा ‘वैश्विक शांति व सद्भाव के अग्रदूत के रूप में मीडिया की भूमिका’ विषय पर चार दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि उद्योग व खेल राज्यमंत्री के.के. विश्नोई ने मीडिया की भूमिका की सराहना की। प्रमुख वक्ताओं में ब्रह्माकुमारी संगठन की मुख्य प्रशासिका बीके मोहिनी, संयुक्त प्रशासिका बीके सुदेश, जयपुर विधायक डॉ. गोपाल शर्मा और प्रो. डॉ. संजय द्विवेदी शामिल रहे। सभी ने शांति, आत्मज्ञान व सकारात्मक पत्रकारिता पर बल दिया। बीके मृत्युंजय ने राजयोग को आत्म-शक्ति और शांति की कुंजी बताया। सम्मेलन में देशभर से आए वरिष्ठ मीडियाकर्मियों व ब्रह्माकुमारी सदस्यों ने विचार साझा किए। लोकतंत्र की आत्मा और शांति का वाहक उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि उद्योग व खेल राज्यमंत्री के.के. विश्नोई ने कहा कि मीडिया आज जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण और वैश्विक शांति जैसी चुनौतियों से निपटने में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने मीडियाकर्मियों की निस्वार्थ सेवा की सराहना करते हुए कहा कि वे विषम परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। ब्रह्माकुमारी संगठन की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मोहिनी ने मीडियाकर्मियों से आग्रह किया कि वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं। संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके सुदेश ने भारत में शांति के स्वराज्य की पुनर्स्थापना की आवश्यकता पर बल दिया। जयपुर विधायक डॉ. गोपाल शर्मा ने कहा कि एक सभ्य और सशक्त समाज की स्थापना के लिए स्वाभिमान का होना आवश्यक है। माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के प्रो. डॉ. संजय द्विवेदी ने आत्मा के सत्य को जानने और लोकतंत्र की आत्मा की गहराई से समझ विकसित करने की आवश्यकता जताई। राजयोग व पत्रकारिता: शांति स्थापना के दो सशक्त माध्यम रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो. डॉ. मानसिंह परमार ने कहा कि भारत विश्व को शांति का संदेश देने वाला देश है। ब्रह्माकुमारी संगठन के अतिरिक्त सचिव बीके मृत्युंजय ने कहा कि यदि व्यक्ति अपने मन को परमात्मा की शक्तियों से भर दे, तभी वह वैश्विक शांति और सद्भावना का संवाहक बन सकता है। उन्होंने सभी को दिनचर्या में नियमित रूप से राजयोग का अभ्यास करने की सलाह दी। मल्टी मीडिया प्रमुख और प्रभाग अध्यक्ष बीके करूणा, उपाध्यक्ष बीके आत्मप्रकाश, राष्ट्रीय संयोजक बीके शान्तनू, बीके निकुंज, बीके सुशांत, बीके सरला, जयपुर क्षेत्रीय संयोजिका बीके चंद्रकला, डॉ. बीके रीना, और दिल्ली से आए समाचार पत्र के एक्जीक्यूटिव चीफ एडीटर विष्णु प्रकाश त्रिपाठी सहित कई वरिष्ठ व्यक्तियों ने भी अपने विचार रखे। अंत में, शिक्षा प्रभाग की उपाध्यक्षा बीके शीलू बहन ने सभी प्रतिभागियों को राजयोग का अभ्यास कराते हुए गहन शांति की अनुभूति कराई।