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Mass Killing of Dogs: Horrifying incident...! This is not 1-2...more than 25 innocent animals were brutally killed...watch the video here
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Mass Killing of Dogs : खौफनाक वारदात…! ये 1-2 नहीं…25 से ज़्यादा निर्दोष बेजुबानों की निर्मम हत्या…यहां देखें VIDEO

राजस्थान, 07 अगस्त। Mass Killing of Dogs : राजस्थान के झुंझुनूं जिले से एक ऐसी खौफनाक वारदात सामने आई है जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। नवलगढ़ क्षेत्र के कुमावास गांव में एक बंदूकधारी दरिंदा पिछले दो दिन से खुलेआम घूम-घूमकर कुत्तों को गोली मार रहा है। 2 और 3 अगस्त की रातें इस गांव के लिए किसी काले साए से कम नहीं थीं। गांव की गलियों में खून बहता रहा और जानवर एक-एक कर दम तोड़ते रहे। हथियार लेकर घूमता व्यक्ति ये कोई एक-दो जानवरों की हत्या नहीं है, पूरा मामला 25 से ज्यादा बेजुबानों की निर्मम हत्या से जुड़ा है। जैसे ही कुत्ता नजर आया, बदमाश ने बिना कुछ सोचे फायरिंग शुरू कर दी। सनसनी तब फैली जब इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे एक व्यक्ति हथियार लेकर घूम रहा है और कुत्तों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहा है। वीडियो के वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई और हेड कॉन्स्टेबल शुभकरण को तत्काल जांच के लिए मौके पर भेजा गया। गांव पहुंचने पर दृश्य और भी भयानक निकले। जगह-जगह खून से सने कुत्तों के शव पड़े मिले। कुछ अभी भी तड़प रहे थे। ग्रामीण है खूनी खेल का मास्टरमाइंड पुलिस जांच में सामने आया कि इस खूनी खेल का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि डुमरा गांव का रहने वाला श्योचंद बावरिया है। उसने ही अपनी बंदूक से कुत्तों की जान ली। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और गिरफ्तारी की तैयारी चल रही है। गांव में आक्रोश इधर गांव में तनाव है, आक्रोश है और डर भी। लोगों का कहना है कि इस तरह की बेरहमी उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। बच्चों और बुजुर्गों में डर का माहौल है, आज कुत्ते मरे हैं, कल किसी इंसान को गोली मार दी गई तो? गांव की पूर्व सरपंच सरोज झांझड़िया ने इस पर मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने एसपी से मुलाकात कर पूरे मामले की शिकायत की और बताया कि आरोपी श्योचंद ने जानबूझकर ये हत्याएं की हैं। उसका दावा कि कुत्तों ने उसकी बकरियों को मारा था, बिलकुल झूठा है। न तो किसी की बकरी मरी और न ही किसी पर कुत्तों ने हमला किया। झूठे बहाने से मुआवजा मांगने का आरोप पूर्व सरपंच का यह भी कहना है कि आरोपी और उसके कुछ साथी एक साजिश के तहत यह सब कर रहे हैं। उन्होंने शक जताया कि यह गैंग करीब 5 महीने पहले भी गांव में आया था और अब दोबारा आकर खौफ फैलाने की कोशिश कर रहा है। उनका मकसद है, पहले जानवरों को मारो, फिर झूठा बहाना बनाकर मुआवजा मांगो। इस पूरी वारदात ने न सिर्फ झुंझुनूं बल्कि पूरे राजस्थान को हिला कर रख दिया है। जानवरों की इतनी निर्मम हत्या, वह भी खुलेआम, कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रही है। लोग पूछ रहे हैं, अगर अब भी गिरफ्तारी नहीं हुई, तो अगला निशाना कौन होगा? पुलिस कह रही है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन गांव वालों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। जब तक श्योचंद सलाखों के पीछे नहीं पहुंचता, कुमावास की रातें चैन से नहीं कटेंगी।

Uttarakhand Tragedy: Struggle to save oneself from the flood...! People crawling through mud and stones... this scene brought tears to the eyes... watch the video here
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Uttarakhand Tragedy : सैलाब से खुद को बचाने की जद्दोजहद…! कीचड़ और पत्थरों के बीच से रेंगते इंसान…यह दृश्य आंखें नम कर गया…यहां देखें VIDEO

देहरादून, 06 अगस्त। Uttarakhand Tragedy : उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में आज दोपहर कुदरत ने एक बार फिर अपना कहर बरपाया। हर्षिल घाटी के समीप बसे धराली गांव में बादल फटने की घटना ने पूरे इलाके को तबाही की गिरफ्त में ले लिया। तेज़ बारिश के बाद अचानक आए मलबे और बेकाबू जलधारा ने गांव के घरों को नष्ट कर दिया। 50 से अधिक लोग अब भी मलबे में फंसे होने की आशंका से हर तरफ मातम पसरा हुआ है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, पूरा गांव कुछ ही पलों में मिट्टी, पत्थरों और पानी के सैलाब में तब्दील हो गया। जहां कभी बच्चों की हंसी गूंजा करती थी, अब वहां चीख-पुकार और बेजान खामोशी छाई है। नदी किनारे बसा पूरा धराली गांव दब गया इसी विनाश के बीच एक भावुक कर देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति मलबे के ढेर से किसी तरह खुद को बाहर निकालता दिखाई देता है। कीचड़ और पत्थरों के बीच से रेंगते हुए, दर्द में डूबा यह शख्स झाड़ियों की ओर बढ़ता है, जबकि ऊपर खड़े लोग उसे देखकर दुआ करते हैं, चीखते हैं, “ज़िंदा है… ज़िंदा है!” यह दृश्य, एक ओर जहां आंखें नम कर गया, वहीं दूसरी ओर राहतकर्मियों को और लोगों के ज़िंदा होने की उम्मीद भी दे गया। SDRF, NDRF और सेना की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और लगातार राहत-बचाव अभियान चला रही हैं। लेकिन भारी मलबा, टूटी सड़कें और तेज बारिश उनकी राह में सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। रेस्क्यू ऑपरेशन में समय के साथ संघर्ष तेज़ हो रहा है, और हर मिनट कीमती साबित हो रही है। प्रदेश सरकार ने इस घटना को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई है और मुख्यमंत्री ने प्रभावितों के लिए तत्काल राहत और मुआवजे की घोषणा की है। स्थानीय प्रशासन लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहा है। यह त्रासदी एक बार फिर बताती है कि हिमालयी क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन और अनियंत्रित विकास किस तरह जानलेवा रूप ले सकते हैं। विनाश का वीडियो कीचड़ से रेंगते हुए निकलता शख्स

Independence Day 2025: Police officers and jawans of Chhattisgarh will be honored on Independence Day...see list here
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Sexual Harassment : डिप्टी कमिश्नर पर यौन उत्पीड़न और अनैतिक व्यवहार के गंभीर आरोप…लेकिन विशाखा कमेटी के 6 सदस्य निलंबित…? चौंकाने वाले तथ्य आए सामने

मथुरा, 06 अगस्त। Sexual Harassment : राज्य कर विभाग में तैनात डिप्टी कमिश्नर कमलेश कुमार पांडेय पर अधीनस्थ महिला अधिकारी ने यौन उत्पीड़न और अनैतिक व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए थे। जांच में ये आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए। इसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और उन्हें संयुक्त आयुक्त, बांदा कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। विशाखा समिति के 6 सदस्यों को भी निलंबित शिकायत की जांच विशाखा (आंतरिक परिवाद) समिति को सौंपी गई थी। समिति पर आरोप हैं कि उसने आरोपी अधिकारी को बचाने की कोशिश की और अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं किया। इसके चलते समिति के छह सदस्यों को भी निलंबित किया गया है निलंबित समिति सदस्य जांच अधिकारी नियुक्त इस मामले में राज्य कर विभाग द्वारा विशेष सचिव कृतिका ज्योत्सना को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। वे आरोपी अधिकारी और समिति सदस्यों दोनों के खिलाफ निष्पक्ष और विस्तृत जांच करेंगी ताकि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उचित प्रशासनिक कार्रवाई की जा सके। इस घटना ने महिला सुरक्षा, (Sexual Harassment) सरकारी कार्यस्थल पर नैतिक व्यवहार और विशाखा समिति जैसे संवेदनशील मामलों में प्रक्रियात्मक निष्पक्षता जैसे मुद्दों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

News for Consumer: LPG Gas…Indane-Bharat Gas…HP Gas Important news for all cylinder consumers...! e-KYC is mandatory till 15th August...otherwise gas supply will be stopped...see online and offline rules and regulations here
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News for Consumer : LPG गैस…Indane-Bharat Gas…HP Gas सभी सिलेंडर उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण खबर…! 15 अगस्त तक अनिवार्य है e-KYC…अन्यथा बंद हो जाएगी गैस सप्लाई…यहां देखें ऑनलाइन और ऑफलाइन के नियम कायदे

नई दिल्ली, 04 अगस्त। News for Consumer : घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर उपभोक्ता के लिए यह खबर बेहद महत्वपूर्ण है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एलपीजी वितरण व्यवस्था को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से e-KYC (इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी) को अनिवार्य कर दिया है। क्या है नया नियम? क्यों जरूरी है e-KYC? फर्जी गैस कनेक्शनों पर रोक लगेगी। सब्सिडी का लाभ सही लाभार्थी को मिलेगा। डिजिटल ट्रैकिंग आसान होगी। गैस वितरण प्रणाली पारदर्शी और सुरक्षित बनेगी। कैसे करें e-KYC? e-KYC करने के दो तरीके हैं: किन राज्यों में हो रही शुरुआत? हालांकि यह निर्देश संपूर्ण भारत के लिए लागू है, लेकिन कुछ राज्य जैसे: इन राज्यों में पहले चरण में अभियान तेजी से चलाया जा रहा है, क्योंकि यहां सब्सिडी वाले कनेक्शनों की संख्या अधिक है। क्या होगा अगर समय पर नहीं कराया e-KYC? 15 अगस्त 2025 के बाद सिलेंडर की डिलीवरी रोक दी जाएगी। सब्सिडी अस्थायी रूप से निलंबित कर दी जाएगी। e-KYC पूर्ण होने के बाद ही सेवा पुनः चालू होगी।

Naga Sadhu: Tandava in the temple premises...! Naga Sadhu attacked the priest with an axe on his private parts...condition critical...watch the video here
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Naga Sadhu : मंदिर परिसर में तांडव…! नागा साधु ने पुजारी पर फरसे से गुप्तांग पर किया जानलेवा हमला…हालत नाजुक…यहां देखें VIDEO

सीतापुर, 04 अगस्त। Naga Sadhu : जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र के शाहमहोली गांव स्थित एक प्राचीन मंदिर में रविवार को खौफनाक वारदात सामने आई, जिसने पूरे क्षेत्र को दहशत में डाल दिया। नागा वेशधारी एक युवक साधु ने मंदिर के पुजारी शैलेश सिंह पर फरसे और त्रिशूल से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। सबसे निर्मम बात यह रही कि हमलावर ने पुजारी के गुप्तांग पर भी वार किया, जिससे उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। क्या हुआ मंदिर में? प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नागा साधु हरगांव की ओर से आया था और पुजारी के साथ किसी बात को लेकर बहस हुई। बहस ने अचानक हिंसक रूप ले लिया और साधु ने फरसे और त्रिशूल से हमला शुरू कर दिया। घटना के समय मंदिर में मौजूद लोग डरे-सहमे तमाशबीन बने रहे। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि लोग घटना को होते देख रहे थे, मगर किसी ने भी हमलावर को रोकने की हिम्मत नहीं की। वीडियो वायरल होने के बाद सामने आया मामला घटना के दो दिन तक स्थानीय प्रशासन ने मामले को दबाए रखा। हालांकि, एक युवक द्वारा बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद यह मामला सामने आया। वीडियो में पुजारी पर हथियारों से हमला होता साफ दिखाई दे रहा है। हैरत की बात यह है कि मंदिर परिसर से सिर्फ 200 मीटर की दूरी पर शाहमहोली पुलिस चौकी स्थित है, फिर भी पुलिस को घटना की भनक तक नहीं लगी। या फिर जानबूझकर अनदेखी की गई, यह भी चर्चा का विषय है। स्थानीय लोगों में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर भारी आक्रोश है। जांच के निर्देश मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से बयान जारी किया गया है। जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि वायरल वीडियो को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली देहात थाने को जांच और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। अभी तक हमलावर साधु की शिनाख्त और गिरफ्तारी को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। इलाके में भय घटना के बाद से ही शाहमहोली गांव और आसपास के क्षेत्र में भय और नाराजगी का माहौल है। स्थानीय लोग यह जानना चाहते हैं कि साधु के वेश (Naga Sadhu) में आया युवक कौन था, उसके पास खतरनाक हथियार कैसे आए।

8th Pay Commission: Latest update on 8th pay...! Government's salary hike roadmap is clear...notification soon...see here the list of old vs new estimated basic salary
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8th Pay Commission : 8वें वेतन पर ताज़ा अपडेट…! सरकार का वेतन वृद्धि रोडमैप स्पष्ट…अधिसूचना जल्द…यहां देखें पुराने vs नए अनुमानित बेसिक वेतन की List

नई दिल्ली, 03 अगस्त। 8th Pay Commission : 8वें वेतन पर राज्यसभा में सांसद सागरिका घोष के प्रश्न का उत्तर देते हुए वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने स्पष्ट किया कि आधिकारिक अधिसूचना अब तक जारी नहीं हुई है, लेकिन प्रक्रिया ज़ोर-शोर से चल रही है। कानूनी रूप से आयोग की अधिसूचना जारी होने के बाद ही इसके अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति होगी। Terms of Reference पर मंथन जारी सरकार ने गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, DoPT, और राज्य सरकारों से आयोग की कार्य-परिसीमा (ToR) पर सुझाव मांगे, जिन्हें मंत्री ने प्रमुख हितधारकों के रूप में संबोधित किया। ToR तय करेगा कि आयोग वेतन-ढाँचा, भत्तों (DA, HRA, TA), पेंशन, अधिशेष पर बहाल प्रभाव (retrospective effect), आदि की समीक्षा किस आधार पर करेगा। सामान्य तौर पर आयोग को ToR प्राप्ति के बाद 18–24 महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपना अनिवार्य होता है, इस अवधि का अनुमान अक्टूबर 2026 से मार्च 2027 के बीच रखा गया है। सरकारी बजट 2025‑26 में वेतन-समायोजन के लिए कोई एलोकेशन नहीं की गई है, क्योंकि रिपोर्ट अभी तक तैयार नहीं हुई है। एक Kotak Institutional Equities के अनुमान अनुसार, आयोग की प्रतिफल सिफारिशें संभवतः देर से वर्ष 2026 तक सरकार को समर्पित की जा सकती हैं, जिससे इसे लागू करने की प्रक्रिया अप्रारंभिक FY27 तक खिंच सकती है। कर्मचारियों और पेंशनरों के हित में प्रत्याशा राष्ट्रीय परिषद और संयुक्त परामर्शदात्री मशीनरी (National Council – Joint Consultative Machinery) ने अनुरोध किया है कि महंगाई एवं जीवन-यापन के आधार पर वेतन संरचना में व्यापक और व्यावहारिक बदलाव लागू किए जाएं; सिर्फ फिटमेंट फैक्टर वृद्धि पर्याप्त नहीं है। वर्तमान न्यूनतम वेतन ₹18,000 है, यदि फिटमेंट फैक्टर 3.0 लागू होता है, तो यह बढ़कर ₹54,000 हो सकता है; लेकिन DA रीसेट करने से वास्तविक वेतन वृद्धि सीमित रह सकती है। संभावित लाभ और आर्थिक प्रभाव अपडेट के अनुसार लगभग 50 लाख केंद्र सरकार कर्मचारी और 65 लाख पेंशनर 8वें आयोग के अनुरूप लाभ कमा सकते हैं। एक रिपोर्ट अनुमान लगाती है कि 8वें आयोग के कार्यान्वयन से कुल ₹3‑3.15 लाख करोड़ तक का वित्तीय लाभ आर्थिक रूप से प्रवाहित हो सकता है, जो खपत सुधार सकते हुए अर्थव्यवस्था को एक बड़ी स्थिरता देगा। संक्षिप्त रूप-रेखा चरण स्थिति / अपेक्षित कार्रवाई Adhoc Inputs गृह, रक्षा, DoPT और राज्यों से ToR पर सुझाव अपेक्षित हैं आधिकारिक अधिसूचना जारी जारी होते ही अध्यक्ष-मंचरी की नियुक्ति और आयोग का गठन ToR तय होने पर आयोग कार्य प्रारंभ सामान्यतः चार माह में प्रस्‍तावित रिपोर्ट प्रस्तुत संभवतः मार्च 2026 तक; पूरी सिफारिश FY27 तक लागू अंतिम अमल रिपोर्ट मंजूर होते ही पिछली तारीख से अग्रिम प्रभाव लागू पुराने vs. नए (अनुमानित) बेसिक वेतन (रूपये प्रति माह) Pay Level 7वें वेतन आयोग (पुराना बेसिक) 8वां (1.92×) 8वां (2.28×) 8वां (2.57×) Level 1 ₹ 18,000 ₹ 34,560 ₹ 41,040 ₹ 46,260 Level 2 ₹ 19,900  ₹ 38,208 ₹ 45,372 ₹ 51,143 Level 5 ₹ 29,200 ₹ 56,064 ₹ 66,576 ₹ 75,044 Level 7 ₹ 44,900 ₹ 86,208 ₹ 1,02,372 ₹ 1,15,393 Level 10 ₹ 56,100 ₹ 1,07,712 ₹ 1,27,908 ₹ 1,44,177 Level 15 ₹ 1,82,200 ₹ 3,49,824 ₹ 4,15,416 ₹ 4,68,254 Level 18 ₹ 2,50,000 ₹ 4,80,000 ₹ 5,70,000 ₹ 6,42,500 कैसे हुई गणना: पुराना बेसिक × अनुमानित फ़िटमेंट फैक्टर = नया अनुमानित बेसिक

PMDDKY: Under the Pradhan Mantri Dhan-Dhanya Krishi Yojana, special agriculture camps will be organised. The Agriculture Department will organise awareness camps to expand the Rabi area and increase pulses and oilseeds productivity.
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Installment of PM-Kisan Yojana : किसान कृपया ध्यान दें…! पीएम किसान योजना की किस्त खाते में नहीं पहुंची…चिंता न करें…यहां एक क्लिक में जान लीजिए

नई दिल्ली, 02 अगस्त। Installment of PM-Kisan Yojana : शुक्रवार 2 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से पीएम-किसान योजना की 20वीं किस्त जारी कर दी है। इस किस्त में लगभग ₹20,500 करोड़ की राशि DBT (डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर) के माध्यम से देश के करीब 9.7 करोड़ पात्र किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई। किसे मिलेगा लाभ? योजना के तहत सालाना ₹6,000, तीन किस्तों (₹2,000‑₹2,000‑₹2,000) में किसानों के खाते में भेजे जाते हैं। केवल वही किसान आज की 20वीं किस्त का लाभ उठा पा रहे हैं, जिनका, e‑KYC पूरा है, आधार अपने बैंक खाते से लिंक है, भूमि रिकॉर्ड व जमीन दस्तावेज (land seeding) अपडेट हैं। अपना स्टेटस कैसे चेक करें? पैसे अकाउंट में नहीं आए? क्या करें? e‑KYC अधूरा/प्रक्रिया दलदली आधार‑बैंक अकाउंट लिंक व IFSC/CIF में समस्या भूमि रिकॉर्ड (land seeding) सही न होना रजिस्ट्रेशन पेन्डिंग (जल्दी रिपोर्ट दब गयी) मोबाइल नंबर अपडेट नहीं, OTP नहीं आता, मैसेज नहीं मिलते सुधार के चरण जांचें अगर पैसा नहीं पहुंचा-आप कर सकते हैं माध्यम विवरण Email (ICT) [email protected], (यूज़र‑प्रदान) ईमेल [email protected] से संपर्क उपयुक्त नहीं, कृपया उपरोक्त ICT ईमेल पर ही लिखें। ([turn1search8]) हेल्पलाइन नंबर्स 155261 (राष्ट्रीय helpline), 1800115526 (toll‑free), 011‑23381092 / 23382401 ([turn1search8], [turn1search1]) CSC केंद्र या स्थानीय कृषि विभाग e‑KYC या बैंक/भूमि अद्यतन हेतु इस प्रकार, आपका पैसा आने की प्रक्रिया में है। यदि चाहें तो मैं e‑KYC, स्टेटस चेक स्क्रीनशॉट, या नरीक्षित किसान लिस्ट से संबंधित और जानकारियाँ भी दे सकता हूँ।

Parvati River: Heartbreaking tragedy in Sheopur...! Surrounded by floods while returning home from the field... When he saw that death was certain, he hugged his son like this
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Parvati River : श्योपुर में दिल दहला देने वाली त्रासदी…! खेत से घर लौटते समय बाढ़ में घिरे…जब मौत होना निश्चित देखा तो बेटे से ऐसे लिपटे

श्योपुर, 01 अगस्त। Parvati River : श्योपुर ज़िले के आमलदा गांव में मंगलवार सुबह जो दृश्य सामने आया, उसने इंसानियत को भीतर तक झकझोर दिया। राजू यादव, एक साधारण किसान, और उसका मासूम बेटा शिवम, दो दिन से लापता थे। पर आज जब ग्रामीणों ने उन्हें खेत की मिट्टी में पड़ा पाया, पिता-पुत्र एक-दूसरे से लिपटे हुए मिले, मानो जीवन की आख़िरी सांस तक एक-दूसरे को थामे हुए थे। यह कोई साधारण हादसा नहीं, यह पिता की ममता और बलिदान का अमर प्रतीक बन गया। यह घटना श्योपुर देहात थाना क्षेत्र के आमलदा गांव में हुई, जहां पिता-पुत्र खेत में पाइप लेने गए थे। अचानक पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से वे फंस गए और डूब गए। ग्रामीणों ने बताया कि नदी के जलस्तर की जानकारी पहले से होती तो शायद जान बचाई जा सकती थी।  पार्वती नदी की बाढ़ बनी काल शनिवार रात से ही इलाके में भारी बारिश के कारण पार्वती नदी उफान पर थी। राजू यादव और उसका बेटा शिवम खेत से घर लौट रहे थे, तभी बाढ़ के पानी ने उन्हें घेर लिया। बताया जा रहा है कि पिता ने अंत तक बेटे को बचाने की कोशिश की, लेकिन जब लहरें बेकाबू हुईं तो राजू ने अपने बेटे को सीने से कसकर पकड़ लिया, शायद यह जानते हुए कि वे लहरों से नहीं बच सकते, पर अपनी गोद में बेटे को अंतिम सुकून दे सकते हैं। गांव में पसरा मातम ग्रामीणों ने जब दोनों के शव देखे, तो हर आंख भर आई। राजू का शव बेटे को छाती से लगाए मिला, मानो अब भी उसकी रक्षा कर रहा हो। यह दृश्य गांव के हर इंसान के दिल में हमेशा के लिए गया। यह हादसा (Parvati River) नहीं, एक पिता के अटूट प्रेम की गाथा है। प्रशासन से मदद की मांग ग्रामीणों और परिजनों ने सरकार से राजू यादव के परिवार (Parvati River) को आर्थिक सहायता और शिवम की याद में गांव में स्मारक बनाने की मांग की है। प्रशासन ने भी दुख जताते हुए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।

Example of Friendship: People tried to stop him but the person kept dancing in front of the funeral procession... watch the video here
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Example of Friendship : लोगों ने रोकने की कोशिश की लेकिन व्यक्ति ने शवयात्रा के सामने जमकर नाचता रहा…यहां देखिए VIDEO

मंदसौर/मध्य प्रदेश, 01 अगस्त। Example of Friendship : मंदसौर जिले के जवासिया गांव में कैंसर से ग्रसित 71 वर्षीय सोहनलाल जैन की मृत्यु के बाद उनकी अंतिम इच्छा पर अम्बालाल प्रजापत ने ऐसा कर दिखाया जो दिलों को छू गया। जैन ने 9 जनवरी 2021 को अपने दो दोस्तों अंबालाल और शंकरलाल को एक पत्र लिखकर कहा था कि उनकी अंतिम यात्रा में डीजे बजते हुए अर्थी के आगे नाचकर विदाई दें- कोई रोना-धोना नहीं, खुशी-खुशी विदाई देना। अंतिम इच्छा और दोस्ती का गहरा रिश्ता सोहनलाल ने पत्र में बताया, यदि मैंने गलती की हो, तो क्षमा करना… और अंतिम यात्रा में आंसू नहीं बल्कि उत्सव भावना होनी चाहिए। दोस्ती की शुरुआत गांव के प्रभात फेरी (सुबह की सैर) से हुई, दोनों पिछले कई दशकों से ज़िंदगी की हर सुबह साथ बिताते थे। जैन के निधन के बाद, 30 जुलाई को उनके अंतिम संस्कार के समय प्रजापत ने अर्थी के आगे नाचना शुरू किया, जबकि गांववालों ने इसे न करने को कहा। लेकिन उन्होंने कहा- यह मेरे दोस्त की अंतिम इच्छा थी। उन्होंने संवेदनशील आँसू भरे स्वर में कहा, मन में पीड़ा थी, लेकिन मैं दोस्ती की वचनबद्धता निभाना चाहता था। सोशल मीडिया पर वायरल इस अनूठे और दिल को छू लेने वाले दृश्य का वीडियो सोशल मीडिया (Example of Friendship) पर वायरल हुआ, जिसे देखकर हजारों लोग भावुक हुए। कई यूजर्स ने इसे दोस्ती की उदाहरण बताया- एक दोस्त ने अंतिम वादा निभाया।

Annual Income Certificate: Oh... Annual income is just ₹3...! Farmer gets the title of 'poorest'... Farmer's income recorded as ₹0.25/month in income certificate... See here
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Annual Income Certificate : ओह…सालाना आमदनी महज ₹3…! किसान को मिला ‘सबसे गरीब’ का तमगा’…आय प्रमाण पत्र में किसान की आमदनी ₹0.25/माह दर्ज…यहां देखें

सतना, 28 जुलाई। Annual Income Certificate : मध्य प्रदेश के सतना जिले से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिले की कोठी तहसील के नयागांव निवासी किसान रामस्वरूप (45) को जारी एक आय प्रमाण पत्र में उनकी सालाना आय सिर्फ 3 रुपये दर्ज की गई, जिससे उन्हें इंटरनेट पर ‘भारत का सबसे गरीब व्यक्ति’ करार दिया गया। 25 पैसे प्रति माह की कमाई का दावा 22 जुलाई को तहसीलदार सौरभ द्विवेदी के हस्ताक्षर से जारी इस प्रमाण पत्र में रामस्वरूप की मासिक आय 25 पैसे बताई गई थी। सोशल मीडिया पर यह प्रमाण पत्र वायरल होते ही लोगों ने सरकार और सिस्टम पर जमकर निशाना साधा। ट्विटर (अब X) पर इसे हजारों बार शेयर किया गया और मीम्स की बाढ़ आ गई। प्रशासन की सफाई ‘लिपिकीय त्रुटि’ जैसे ही मामला सुर्खियों में आया, जिला प्रशासन हरकत में आया। तहसीलदार सौरभ द्विवेदी ने सफाई देते हुए कहा, “यह एक लिपिकीय त्रुटि थी, जिसे सुधार लिया गया है। नया आय प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है।” 25 जुलाई को रामस्वरूप को नया प्रमाण पत्र दिया गया, जिसमें उनकी वार्षिक आय 30,000 रुपये (अर्थात 2,500 रुपये प्रति माह) दर्ज की गई। कांग्रेस का हमला इस मामले पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी सरकार पर जोरदार हमला बोला। पार्टी ने मूल प्रमाण पत्र की तस्वीर ट्विटर (X) पर साझा करते हुए लिखा: “मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के शासन में, हमें भारत का सबसे गरीब आदमी मिला! वार्षिक आय: मात्र 3 रुपये!” कांग्रेस ने कटाक्ष करते हुए सवाल उठाया, “क्या यह चौंकाने वाला नहीं है? लोगों को गरीब बनाने का मिशन? क्योंकि अब कुर्सी खुद कमीशन खा रही है।” बहरहाल,, इस घटना ने एक बार फिर सरकारी दस्तावेजों की विश्वसनीयता (Annual Income Certificate) और प्रशासनिक दक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी त्रुटियाँ केवल ‘टाइपो’ नहीं, बल्कि गहरी लापरवाही और निरीक्षण की कमी का नतीजा होती हैं।