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Pahalgam Terror Attack: BJP Rajya Sabha MP's dangerous statement...! What did he say on Pahalgam terrorist attack...? Listen to the video here
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Pahalgam Terror Attack : बीजेपी के राज्यसभा सांसद खतरनाक बयान…! पहलगाम आतंकी हमले पर क्या कहा…? यहां सुनें Video

नई दिल्ली, 24 मई। Pahalgam Terror Attack : हरियाणा के बीजेपी के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकियों का मुकाबला महिलाओं को करना चाहिए था। उनका कहना था कि महिलाएं हाथ जोड़ने की बजाय मुकाबला करती तो कम लोग मरते। यह बयान भिवानी में देवी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया गया। इस दौरान विधायक कपूर बाल्मीकि, विधायक घनश्याम सर्राफ और जिला प्रधान वीरेंद्र कौशिक सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। रामचंद्र जांगड़ा का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने इसकी आलोचना की है। उनके इस बयान को महिलाओं के प्रति असंवेदनशील और आपत्तिजनक माना जा रहा है। हाथ जोड़ने की बजाय मुकाबला करती रामचंद्र जांगड़ा ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर महिलाओं के अहिल्याबाई और झांसी की रानी बनकर मुकाबला करने की बात कही। महिलाएं हाथ जोड़ने की बजाय मुकाबला करती तो कम लोग मरते। संगोष्ठि के बाद रामचंद्र जांगड़ा पहलगाम आतंकी हमले के आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के सवाल को टाल गए। उन्होंने कहा कि भले आरोपी ना पकड़े गए पर हमारी सेना ने उनके ठिकानों और आकाओं को नेस्तनाबूद किया है। दीपेंद्र हुड्डा पर बोला जबर्दस्त हमला इसके साथ की सांसद जांगड़ा ने कहा कि कल रोहतक मीटिंग में कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र हुड्डा और डीसी के बीच प्रोटोकॉल को लेकर हुई बहस पर दीपेंद्र को अहंकारी कहा। उन्होंने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा समय पर मीटिंग में आते तो डीसी उन्हें रिसीव जरूर करते। वहीं कुरूक्षेत्र में कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा से बीजेपी पार्षद द्वारा मारपीट करने को सांसद जांगड़ा ने गलत बताया। उन्होंने कहा कि भले अरोड़ा कांग्रेस विधायक हों, पर (Pahalgam Terror Attack) उनकी बात सही थी कि बैठक में प्रतिनिधि ना आएं।

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BJP Leader Scandal Video :  BJP Neta मनोहरलाल धाकड़ का अत्यंत अश्लील VIDEO सोशल मीडिया पर वायरल…यहां देखें सड़क की हाई सिक्योरिटी CCTV में कैद शर्मनाक मंजर…

मंदसौर, 23 मई| BJP Leader Scandal Video :  मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले से गुजरने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (NH-8) पर एक हैरान कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो एक्सप्रेसवे पर लगे हाई-सिक्योरिटी सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है, जिसमें एक सफेद कार में बैठे एक व्यक्ति को एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा गया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वीडियो में नजर आने वाला व्यक्ति भाजपा नेता मनोहर धाकड़ है, जिनकी पत्नी मंदसौर के वार्ड क्रमांक 8 से जिला पंचायत सदस्य (BJP Leader Scandal Video)हैं। घटना के वायरल होने के बाद से नेता का मोबाइल फोन बंद आ रहा है और वे फिलहाल सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं हैं। क्या है वीडियो में? बताया जा रहा है कि सफेद बलीनो कार (MP14CC4782) को एक्सप्रेसवे किनारे रोक कर, एक महिला मित्र के साथ संबंध बनाने जैसी आपत्तिजनक गतिविधियां की (BJP Leader Scandal Video)गईं। यह कृत्य न सिर्फ कानूनी रूप से सार्वजनिक स्थल पर अश्लीलता की श्रेणी में आता है, बल्कि आम जनता और हाईवे सुरक्षा की भावना के खिलाफ भी है। जनता में नाराज़गी और सवाल: इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने सवाल उठाए हैं कि क्या हाईवे जैसे सार्वजनिक स्थान अब ऐसे आचरण के लिए “सेफ ज़ोन” बनते जा रहे (BJP Leader Scandal Video)हैं? क्या जनप्रतिनिधियों से ऐसी उम्मीद की जाती है? पार्टी की चुप्पी, प्रशासन की जांच: भाजपा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं पुलिस और हाईवे प्रबंधन से जुड़े अधिकारी इस वीडियो की सत्यता की जांच में जुटे हैं।

Kamal Raghuvanshi: Political earthquake…! Video of BJP leader's shameful act at a wedding ceremony goes viral… watch here
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Kamal Raghuvanshi : राजनीतिक भूचाल…! शादी समारोह में BJP नेता की शर्मनाक हरकत का VIDEO वायरल…यहां देखें

सिवनी मालवा/नर्मदापुरम, 20 मई। Kamal Raghuvanshi : मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आने के बाद भाजपा में हड़कंप मच गया है। वायरल वीडियो में भाजपा नेता कमल रघुवंशी एक शादी समारोह के दौरान अशोभनीय हरकत करते नजर आ रहे हैं, जिससे जिले ही नहीं, प्रदेशभर में भाजपा की किरकिरी हो रही है। यह वीडियो आज सुबह से ही सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और पार्टी के अंदर असंतोष और नाराजगी का माहौल बन गया है। वीडियो में कमल रघुवंशी की कथित तौर पर ऐसी गतिविधियां सामने आई हैं जो एक जनप्रतिनिधि की गरिमा के खिलाफ मानी जा रही हैं। बीजेपी में मचा राजनीतिक भूचाल वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं तक मामला पहुंच गया है। सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने वीडियो की गंभीरता को देखते हुए रिपोर्ट तलब की है और पार्टी अनुशासन समिति को मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने इस व्यवहार को पार्टी की छवि पर धब्बा बताया है। उधर, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी नेता कमल रघुवंशी ने सफाई दी। उन्होंने डांसर को घर की बेटी बताया। साथ ही कहा, जिन लोगों यह अच्छा नहीं लगा, वह कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन मेरा मन पवित्र है। लोगों को गलत अर्थ नहीं निकालना चाहिए। कमल रघुवंशी की इस हरकत पर बीजेपी नेताओं ने भी आपत्ति जताई है। कहा, ऐसी घटनाओं से पार्टी की छवि खराब होती है। नगर मंडल अध्यक्ष अभिषेक शर्मा ने वीडियो की जांच कराने की बात कही है। जबकि, बीजेपी पार्षद दीपक बाथव ने उन्हें पार्टी से निकाले जाने की मांग की है। कांग्रेस का हमला मामले को लेकर विपक्ष भी हमलावर हो गया है। कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए सवाल उठाया है कि क्या ऐसे ही लोगों को पार्टी समाज के आदर्श के रूप में प्रस्तुत करती है? कांग्रेस ने सीधे मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग की है। पार्टी की साख पर असर विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के सार्वजनिक मामलों (Kamal Raghuvanshi) से न केवल पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचता है, बल्कि जनता का भरोसा भी कमजोर पड़ता है। आगामी निकाय चुनावों और पंचायत स्तर पर इस मुद्दे का असर देखने को मिल सकता है।

Action by MP Govt: Supreme Court strict...! Now these 3 IPS officers will investigate Vijay Shah's statement...SIT formed on HC's instructions...Watch Video
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Action by MP Govt : सुप्रीम कोर्ट सख्त…! अब ये 3 IPS अफसर करेंगे विजय शाह के बयान की जांच…HC के निर्देश पर बनी SIT…देखें Video

भोपाल, 20 मई। Action by MP Govt : मध्य प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद राज्य के वन मंत्री विजय शाह के विवादित बयान की जांच के लिए सोमवार देर रात तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। यह कदम उस बयान को लेकर उठाया गया है, जिसने हाल के दिनों में राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीव्र विवाद पैदा कर दिया है। एसआईटी में शामिल अधिकारी गठित एसआईटी में तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया है: इन अधिकारियों को जल्द से जल्द मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्देश में कहा था कि मामले की पारदर्शी जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए। राजनीतिक हलचल तेज मंत्री विजय शाह ने हाल ही में एक सार्वजनिक मंच से ऐसा बयान दिया था जिसे संविधान, कानून व्यवस्था और सामाजिक सद्भाव के विरुद्ध माना जा रहा है। उनके इस बयान को लेकर कई सामाजिक संगठनों और विपक्षी दलों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए विवादित बयान ने राजनीतिक हलकों में तूफान खड़ा कर दिया है। बयान के बाद कांग्रेस ने विजय शाह से तुरंत इस्तीफे की मांग की, वहीं बीजेपी ने स्थिति को संभालने के लिए माफी और संवाद का रास्ता अपनाया। विवाद बढ़ता देख विजय शाह ने सार्वजनिक रूप से अपने बयान पर खेद जताया और माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। हालांकि, विवाद थमता नजर नहीं आया, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी की ओर से डैमेज कंट्रोल की कोशिशें तेज कर दी गईं। विपक्ष सरकार (Action by MP Govt) पर मंत्री को बचाने का आरोप लगा रहा है, वहीं सरकार का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरी गंभीरता से पालन किया जाएगा। बहरहाल, अब सबकी निगाहें एसआईटी की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो तय करेगी कि मंत्री विजय शाह पर आगे क्या कार्रवाई होगी। सदस्य का संक्षिप्त परिचय वाहिनी सिंह2014 बैच की आईपीएस अधिकारी, वर्तमान में डिंडौरी की एसपी। चाइल्ड व ड्रग ट्रैफिकिंग पर प्रभावी काम किया है। डिजिटल साक्ष्यों की समझ और कोर्ट में उन्हें साबित करने की क्षमता के लिए जानी जाती हैं। एसआईटी की एकमात्र महिला सदस्य हैं। प्रमोद वर्मा (एसआईटी प्रभारी)2001 बैच के आईपीएस अधिकारी, वर्तमान में सागर रेंज के आईजी। नक्सल ऑपरेशन और साइबर क्राइम जांच में विशेषज्ञ। अनुशासनप्रिय और सख्त छवि वाले अधिकारी, जिन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय से उत्कृष्ट सेवा पदक मिल चुका है। इन्हें एसआईटी का नेतृत्व सौंपा गया है। कल्याण चक्रवर्ती2010 बैच के आईपीएस, भोपाल मुख्यालय में SAF के डीआईजी के रूप में तैनात। जी-20 जैसे अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की सुरक्षा में अनुभव। कानून-व्यवस्था की मजबूत समझ के लिए जाने जाते हैं।

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Gold Price : सोना हो गया इतना महंगा…एमसीएक्स पर भाव ₹93,317 प्रति 10 ग्राम…जानें चांदी का हाल…

नई दिल्ली, 19 मई| Gold Price : घरेलू वायदा बाजार में सोमवार को सुबह के सत्र में सोने की कीमतों में 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। पहले मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर गोल्ड 5 जून अनुबंध सुबह 9:10 बजे के करीब 0.95 प्रतिशत बढ़कर ₹93,317 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। इसके बाद सुबह 10 बजकर 46 मिनट पर सोने का भाव 0.85 प्रतिशत की बढ़त के साथ 93230 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। इसी समय चांदी की कीमत भी 0.41 प्रतिशत की उछाल के साथ 95,712 रुपये प्रति किलोग्राम थी। सोने-चांदी की कीमत में उतार-चढ़ाव लगातार जारी है। ग्लोबल लेवल पर भी सोना मजबूत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ धमकियों पर अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट के कमेंट से सुरक्षित निवेश की मांग में बढ़ोतरी होने के बाद ग्लोबल लेवल पर सोने की कीमतों में भी बढ़ोतरी दर्ज की (Gold Price)गई। हालांकि घरेलू लेवल पर देखा जाए तो बीते एक हफ्ते में सोने की कीमतों में काफी कमी आई है। इस अवधि मे 24 कैरेट सोने की कीमत में करीब 4000 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी आई है। सोना नई ऊंचाई को छूएगा, क्यों है ऐसा अनुमान गोल्डमैन सैक्स रिसर्च का कहना है कि सोना व्यापारियों, निवेशकों और केंद्रीय बैंकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यह कीमती धातु, जिसका इस्तेमाल हजारों सालों से वित्तीय परिसंपत्ति के रूप में किया जाता रहा है, में जबरदस्त तेजी और भारी गिरावट का खतरा बना रहता (Gold Price)है। लेकिन कमोडिटी की अस्थिरता के बावजूद, सोने ने हाल के वर्षों में बार-बार रिकॉर्ड बनाए हैं। गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि मार्च से, निवेशक अर्थव्यवस्था की सेहत और बाजार की अस्थिरता के बारे में चिंताओं के चलते सोने में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं। लंबी अवधि में, उम्मीद है कि केंद्रीय बैंकों की बहु-वर्षीय मांग से कीमतों में तेजी आएगी। सोने की कीमत का पूर्वानुमान इन दो कारकों के आधार पर है जो धातु को नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचाएंगे।

Rebellion: BJP revolts against its own government...! Angry MLAs are opening a front... signs of sabotage... JP Nadda reprimanded VD Sharma
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Rebellion : BJP की अपनी ही सरकार पर बगावत…! नाराज़ विधायक खोल रहे मोर्चा…भीतरघात की आहट…JP नड्डा ने VD शर्मा को फटकारा

भोपाल, 19 मई। Rebellion : मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) एक अजीब और असहज स्थिति का सामना कर रही है। राज्य की सत्ता में होने के बावजूद, पार्टी के कई विधायक लगातार अपनी ही सरकार के खिलाफ बयानबाज़ी कर रहे हैं, जिससे न केवल प्रशासनिक अस्थिरता का संकेत मिल रहा है, बल्कि पार्टी की छवि को भी झटका लग रहा है। इस बढ़ती नाराज़गी और अनुशासनहीनता को लेकर BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा को सीधा निर्देश दिया है। सूत्रों के मुताबिक, नड्डा ने फोन पर कहा कि जो विधायक अनर्गल और सार्वजनिक रूप से सरकार विरोधी बयान दे रहे हैं, उन्हें तुरंत सख्त संदेश दिया जाए। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ बना चिंगारी हाल ही में कुछ मंत्रियों और विधायकों द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर दिए गए विवादित बयानों ने इस अंदरूनी कलह को और उजागर कर दिया। इस ऑपरेशन को लेकर पार्टी के भीतर ही भ्रामक और तीखे बयान सामने आए, जिससे नेतृत्व की रणनीति पर सवाल खड़े हुए। खुले मंचों से इन मंत्रियों ने की आलोचना पिछले कुछ महीनों में कई विधायक सार्वजनिक रूप से सरकार की कार्यप्रणाली, योजनाओं और अफसरशाही की आलोचना करते दिखाई दिए हैं। कुछ विधायकों ने अपने क्षेत्रों की उपेक्षा, योजनाओं में भ्रष्टाचार और अफसरों की मनमानी को लेकर मंचों से ही अपनी नाराज़गी जताई है। गुना से BJP MLA पन्ना लाल शाक्य ने बुधवार को मीडिया से कहा कि स्थानीय प्रशासन उन्हें गंभीरता से नहीं लेता। सिर्फ कुछ खास लोगों की ही सुनी जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि वे SC वर्ग से हैं, इसलिए उनकी आवाज दबाई जाती है। शिवपुरी MLA देवेंद्र जैन ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। इसमें एक SDM भी शामिल था। सरकार ने SDM को हटा दिया, लेकिन जैन और कार्रवाई चाहते हैं। पिछोर MLA प्रीतम लोधी लगातार स्थानीय प्रशासन और प्रभारी मंत्री के खिलाफ आवाज (Rebellion) उठा रहे हैं। पार्टी ने उन्हें नोटिस भी दिया, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। सोहागपुर MLA विजयपाल सिंह और मऊगंज MLA प्रदीप पटेल ने भी कई स्थानीय मुद्दों पर प्रशासन की आलोचना की है। पटेल ने आरोप लगाया कि उन्हें पुलिस से धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर छह घंटे तक विरोध प्रदर्शन भी किया। पूर्व गृह मंत्री और खुरई MLA भूपेंद्र सिंह ने शुक्रवार को BJP और कांग्रेस दोनों के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि वे ‘तंत्र-मंत्र’ के जरिए उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं। वे उनके क्षेत्र में विकास कार्यों को रोकना चाहते हैं। ये तो कुछ हालिया घटनाएं हैं, ऐसी लिस्ट बहुत लंबी है। पार्टी के लिए शर्मिंदगी की वजह पार्टी नेतृत्व को यह चिंता सता रही है कि ऐसी बयानबाज़ी से जनता में विकास कार्यों और सरकार की नीयत पर सवाल उठने लगे हैं। पार्टी को चुनावी साल में ऐसी स्थितियों से बचना है, ताकि विपक्ष को मुद्दा न मिले। सख्ती के संकेत वीडी शर्मा को यह निर्देश मिला है कि वे विधायकों (Rebellion) को अंदरूनी बैठक में अपनी बात कहने के लिए प्रेरित करें, और मीडिया या पब्लिक प्लेटफॉर्म पर ‘सरकार विरोधी बयान’ देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। सूत्र बताते हैं कि जल्द ही ऐसे नेताओं को समझाइश या चेतावनी दी जा सकती है।

Party Delegation: Dispute over all-party delegation...! Government denies Congress' allegations...'If names were not asked for, how can they be rejected...?' Kiren Rijiju's reply to Congress
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Party Delegation : सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर तकरार…! सरकार ने कांग्रेस के आरोपों को नकारा…’नाम मांगे ही नहीं, तो रिजेक्ट कैसे…?’ किरेन रिजिजू का कांग्रेस को जवाब

नई दिल्ली, 19 मई। Party Delegation : केंद्र सरकार और कांग्रेस के बीच एक बार फिर तीखी बयानबाज़ी शुरू हो गई है। इस बार मामला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को लेकर उठे विवाद का है, जिसमें कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सरकार ने उनसे चार सांसदों के नाम मांगे, लेकिन बाद में तीन नाम खारिज कर दिए। कांग्रेस का दावा है कि ये प्रतिनिधिमंडल पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर जैसे गंभीर मुद्दों पर विदेश यात्रा के लिए बनाया जा रहा था, और इसपर चर्चा के लिए उन्हें उम्मीदवारों के नाम भेजने को कहा गया था। हालांकि, अब इस मुद्दे पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने पहली बार इस मामले में सफाई दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसी पार्टी से आधिकारिक तौर पर नाम नहीं मांगे, बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को केवल सूचनात्मक तौर पर प्रतिनिधिमंडल के बारे में अवगत कराया गया था। रिजिजू ने कहा– “यह पूरी प्रक्रिया केवल शिष्टाचार के तौर पर थी। हम कांग्रेस की आंतरिक प्रक्रियाओं में दखल नहीं देते। हमने न तो नाम मांगे और न ही किसी को रिजेक्ट किया।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी पार्टी से नाम पूछने की परंपरा पहले कभी नहीं रही, और इस बार भी ऐसा नहीं किया गया। क्या है मामला कांग्रेस का आरोप (Party Delegation) है कि सरकार ने चार सांसदों के नाम मांगे थे, लेकिन उनमें से तीन को नकार दिया गया, जो कि पार्टी के अपमान के समान है। इस पर अब सत्तापक्ष ने पलटवार करते हुए कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक भ्रम फैलाने की कोशिश है। राजनीतिक माहौल गरमाया इस मुद्दे को लेकर संसद से लेकर मीडिया तक हलचल तेज हो गई है। जहां कांग्रेस इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अपमान बता रही है, वहीं केंद्र इसे अनावश्यक विवाद करार दे रहा है। बता दें कि, यह विवाद ऐसे समय पर उभरा है जब संसद सत्र और आगामी चुनावी माहौल में सरकार और विपक्ष के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है।

India-Pak Ceasefire: Controversial statement of BJP MLA...! He said this on India-Pak ceasefire... Listen to the video here
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India-Pak Ceasefire : BJP विधायक का विवादास्पद बयान…! भारत-पाक सीजफायर पर कह गए ये बात…यहां सुनिए VIDEO

भोपाल, 18 मई। India-Pak Ceasefire : मध्य प्रदेश के मनगवां विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक नरेंद्र प्रजापति ने हाल ही में एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को संयुक्त राष्ट्र (UN) के आदेश के तहत बताया। यह बयान विवाद का कारण बना है, क्योंकि भारत सरकार ने पहले ही स्पष्ट किया था कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय दबाव के बिना यह निर्णय लिया गया था। बहरहाल, रीवा जिले के मनगवां से विधायक नरेंद्र प्रजापति का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। विवादास्पद बयान विधायक नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर UN के आदेश पर हुआ। इस बयान से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इससे पहले भी BJP के अन्य नेताओं ने इस तरह के विवादास्पद बयान दिए हैं। विधायक की सफाई बयान के बाद विधायक ने सफाई दी कि उनके शब्दों का गलत अर्थ निकाला गया है। उन्होंने कहा कि उनका आशय कुछ और था और बयान को संदर्भ से बाहर पेश किया गया। राजनीतिक प्रतिक्रिया विपक्षी दलों ने इस बयान को लेकर BJP पर निशाना साधा है। पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष कविता पांडेय ने कहा, बीजेपी एमएलए ने जिस तरीके से यह बयान दिया है, उससे स्पष्ट है कि सरकार ने दबाववश यह सब दावे किए हैं। मंत्री-विधायक ही सरकार की पोल खोल रहे हैं। उनका कहना है कि यह बयान सरकार की विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों (India-Pak Ceasefire) पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। MLA का विवादों से है पुराना नाता बता दें कि, नरेंद्र प्रजापति रीवा जिले की रिजर्व सीट मनगवां से 2023 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। भाजपा नेतृत्व ने सिटिंग एमएलए पंचूलाल प्रजापति की टिकट काटकर उन्हें चुनाव लड़ाया था। नरेंद्र पेश से इंजीनियर हैं, लेकिन विवादों से पुराना नाता रहा है। पिछले साल मुख्यमंत्री के बैठक की तस्वीर पर सफेदा पोतकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी, जिससे उनकी काफी किरकिरी हुई। अब सीजफायर पर बयान देकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है।

Politics on National Herald: Bag vs Bag...! In response to Priyanka's 'Palestine', Bansuri's 'Herald's loot' bag... JPC heated up
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Politics on National Herald : बैग vs बैग…! प्रियंका के ‘फिलिस्तीन’ के जवाब में बांसुरी का ‘हेराल्ड की लूट’ बैग…JPC में गरमाया माहौल…यहां बांसुरी को सुनें VIDEO

नई दिल्ली, 22 अप्रैल। Politics on National Herald : नेशनल हेराल्ड केस को लेकर देश की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है। मंगलवार को बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और साथ ही कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा को भी करारा जवाब दिया। बांसुरी स्वराज ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को लेकर हो रही संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचीं। इस दौरान वह एक खास बैग लेकर आईं, जिस पर साफ-साफ लिखा था – “नेशनल हेराल्ड की लूट”। प्रियंका गांधी के ‘फिलिस्तीन बैग’ का जवाब? बांसुरी स्वराज का यह कदम कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के उस बैग के जवाब के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने ‘फ्री फिलिस्तीन’ लिखा संदेश लेकर बैठक में शिरकत की थी। उस घटना ने पहले ही राजनीतिक हलकों में बहस को जन्म दे दिया था, और अब बांसुरी के इस बैग ने इस बहस को नया मोड़ दे दिया है। बांसुरी स्वराज का बयान “यह पहली बार है जब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ, मीडिया, में भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। ईडी द्वारा दायर आरोपपत्र कांग्रेस की वर्षों पुरानी कार्यशैली और विचारधारा को बेनकाब करता है। सेवा की आड़ में वे सार्वजनिक संस्थानों का दुरुपयोग कर निजी संपत्ति बनाते रहे हैं।” क्या है ‘नेशनल हेराल्ड मामला’ ‘नेशनल हेराल्ड केस’ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गांधी परिवार और कांग्रेस से जुड़े नेताओं पर आरोप लगाया है कि उन्होंने यंग इंडिया नामक कंपनी के जरिए नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़ी करोड़ों की संपत्तियों का गलत तरीके से अधिग्रहण किया। इस मामले में ईडी ने हाल ही में ₹752 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। राजनीतिक निहितार्थ बीजेपी का कहना है कि बांसुरी स्वराज का प्रतीकात्मक विरोध कांग्रेस की “भ्रष्ट परंपरा” पर करारा प्रहार है। कांग्रेस की ओर से अभी इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन अंदरूनी हलकों में इसे “राजनीतिक नाटक” करार दिया जा रहा है। बैठकों में बैगों पर लिखे संदेश अब सिर्फ सामान ले जाने का ज़रिया नहीं, बल्कि राजनीतिक विचारधारा और बयानबाज़ी का नया मंच बन चुके हैं। बांसुरी स्वराज और प्रियंका गांधी के बैग राजनीतिक लड़ाई का नया रूप हैं – प्रतीकों की लड़ाई।

CG ki Politics: On Congress's crushing defeat, MLA Kuldeep Juneja said this big thing for PCC chief Deepak Baij... watch the video here
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Action Against Kuldeep : कुलदीप जुनेजा के खिलाफ होगी कार्रवाई… अमरजीत भगत के खिलाफ भी उठी कार्रवाई की मांग

रायपुर, 28 फ़रवरी। Action Against Kuldeep : उत्तर के पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के खिलाफ कांग्रेस कार्रवाई करेगी। ये फैसला कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया है। दरअसल, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के खिलाफ कुलदीप जुनेजा का सार्वजनिक बयान सामने आया था। इसके बाद से प्रदेश पदाधिकारियों ने बैठक में कार्रवाई की मांग रखी। अब आगे की कार्रवाई के लिए AICC को अनुशंसा भेजी जाएगी। बैठक में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के पार्टी विरोधी बयान पर भी कार्रवाई की मांग उठी थी हालांकि इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया। वहीं बिलासपुर के दोनों जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी और विजय पाण्डेय को शो-कॉज नोटिस भेजने का फैसला लिया गया है। कुलदीज जुनेजा ने कहा था कि नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को नहीं, हमारे मौजूदा संगठन को हार मिली है। साथ ही पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को लेकर कहा कि, 4 चुनाव हार के बाद भी यदि इस्तीफा मांगा जाए तो शर्म की बात है। नैतिकता नाम की भी कोई चीज होती है, दीपक बैज को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। कांग्रेस संगठन में जल्द बदलाव बहुत जरूरी है। पार्टी ने भेजा था शो-कॉज नोटिस पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा को पीसीसी ने शो-कॉज नोटिस भेजा है। पार्टी ने उन्हें सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर पार्टी विरोधी बयान देने के लिए यह नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि, प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। कुलदीप जुनेजा को 3 दिनों के भीतर लिखित में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। बैठक में इन मुद्दों को लेकर हुई चर्चा कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में चल रही इस बैठक में नगरीय निकाय चुनाव में मिली हार और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की परफॉर्मेंस को लेकर समीक्षा की गई है। बैठक में पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के निवास पर पुलिस की रैकी का मामला भी उठाया जाएगा, साथ ही कोंटा और सुकमा के राजीव भवन निर्माण पर ED की कार्रवाई और प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू के दिए गए जवाब के बाद आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।इन मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की रणनीति तैयार की जाएगी। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व मंत्री उमेश पटेल और दोनों प्रभारी सचिव समेत तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद हैं।