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Ruckus in Congress: Ruckus in Chhattisgarh Congress...! 2 senior leaders clashed on stage...deep impact on the party's image...see viral VIDEO
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Ruckus in Congress : छत्तीसगढ़ कांग्रेस में घमासान…! मंच पर भिड़े 2 वरिष्ठ नेता…पार्टी की छवि पर गहरा असर…देखें वायरल VIDEO

रायपुर, 22 जुलाई। Ruckus in Congress : छत्तीसगढ़ कांग्रेस इन दिनों गंभीर आंतरिक संकट से गुजर रही है। पार्टी के दो वरिष्ठ पदाधिकारियों रायपुर शहर जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे और संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला के बीच सार्वजनिक मंच पर हुई तीखी नोकझोंक और अशोभनीय व्यवहार का वीडियो सामने आने के बाद प्रदेश कांग्रेस की साख को जबरदस्त झटका लगा है। मंच पर अपशब्दों का आदान-प्रदान यह विवाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की ईडी गिरफ्तारी के विरोध में आयोजित नाकाबंदी कार्यक्रम के दौरान हुआ। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि, दोनों नेताओं के बीच काफी तीखी बहस हुई। मंच पर ही अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल हुआ। स्थिति शारीरिक झड़प तक पहुंचने वाली थी, लेकिन कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव कर हालात संभाले। जनता और विश्लेषकों की तीखी प्रतिक्रिया इस घटना के सामने आने के बाद, राजनीतिक विश्लेषकों और आम नागरिकों ने कांग्रेस की आंतरिक स्थिति और अनुशासन पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के चलते पार्टी की लोकप्रियता और भरोसे को गहरा आघात पहुंचा है। यह विवाद ऐसे वक्त पर हुआ है जब, पार्टी पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रही है। चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी, कवासी लखमा, और कई वरिष्ठ IAS अधिकारियों के खिलाफ चल रही जांचों से पार्टी की साख पहले ही कमजोर हो चुकी है। राहुल गांधी और पार्टी का शीर्ष नेतृत्व अक्सर संविधान, नैतिकता और अनुशासन की बात करता है। लेकिन छत्तीसगढ़ कांग्रेस के भीतर उभरती ये तस्वीरें इन मूल्यों को सार्वजनिक रूप से चुनौती देती हैं। सवालों के घेरे में प्रदेश कांग्रेस की चुप्पी अब तक प्रदेश कांग्रेस की ओर से इस पूरे विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है। यदि जल्द ही स्थिति पर नेतृत्व द्वारा नियंत्रण नहीं किया गया, तो आगामी चुनावों में इसका राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के भीतर का यह टकराव (Ruckus in Congress) अब पार्टी के लिए सिर्फ आंतरिक मामला नहीं, बल्कि एक सार्वजनिक संकट बन गया है। यह घटना दिखाती है कि कांग्रेस को यदि अपनी साख बचानी है, तो उसे न केवल ईडी और भ्रष्टाचार के आरोपों से लड़ना होगा, बल्कि अपने भीतर की अनुशासनहीनता और गुटबाजी से भी निपटना होगा।

Liquor Scam: Big news from Raipur…! Bhupesh Baghel's son Chaitanya Baghel appeared in Chhattisgarh liquor scam… judicial remand extended till September 15
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Chhattisgarh Liquor Scam : चैतन्य बघेल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत…ED रिमांड के बाद अदालत ने भेजा जेल

रायपुर, 22 जुलाई। Chhattisgarh Liquor Scam : छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया। ईडी की पांच दिन की रिमांड पूरी होने के बाद अदालत में पेशी हुई, जहां विशेष न्यायाधीश डमरूधर चौहान की अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। क्या है मामला? ईडी ने 18 जुलाई को चैतन्य बघेल को भिलाई से गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से जुड़ी काली कमाई में से 16.70 करोड़ रुपए प्राप्त किए, जिसे उन्होंने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया। मामले में चैतन्य को 5 दिन की ईडी रिमांड पर भेजा गया था, जो सोमवार को समाप्त हुई। अदालत में पेशी और आदेश रिमांड पूरी होने के बाद चैतन्य बघेल को विशेष पीएमएलए कोर्ट रायपुर में पेश किया गया। न्यायाधीश डमरूधर चौहान ने सुनवाई के बाद चैतन्य को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। अब चैतन्य बघेल को जेल भेजा गया है, जहां वे न्यायिक हिरासत में रहेंगे। इस मामले को लेकर राजनीतिक घमासान (Chhattisgarh Liquor Scam) जारी है। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक साजिश बताया है, वहीं भाजपा का कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है। इससे पहले चैतन्य की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस ने राज्य के 33 जिलों में दो घंटे का चक्काजाम कर विरोध जताया था।

Rapist Councillor: Serious allegation of rape on Congress councillor in Kanker...! FIR registered on victim's complaint...accused absconding
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Rapist Councillor : कांकेर में कांग्रेस पार्षद पर दुष्कर्म का गंभीर आरोप…! पीड़िता की शिकायत पर FIR दर्ज…आरोपी फरार

कांकेर, 22 जुलाई। Rapist Councillor : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक बार फिर जनप्रतिनिधि पर आपराधिक आरोप लगे हैं। कांकेर नगर पालिका क्षेत्र के उदयनगर वार्ड से कांग्रेस पार्षद त्रिलोक सिंह ठाकुर पर एक विधवा महिला ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। महिला की शिकायत पर कांकेर कोतवाली पुलिस ने IPC की धारा 376 (दुष्कर्म) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। क्या है मामला? कोतवाली थाना प्रभारी मनीष नागर के अनुसार, 20 जुलाई को पीड़िता ने लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया है कि 2025 के स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान उसकी त्रिलोक सिंह ठाकुर से पहचान हुई थी। धीरे-धीरे यह जान-पहचान नजदीकी संबंधों में बदल गई। महिला का आरोप है कि पार्षद ने शादी का वादा करते हुए शारीरिक संबंध बनाए। शिकायत के अनुसार, समय बीतने के साथ पार्षद का व्यवहार बदलता गया। हाल ही में महिला को पता चला कि त्रिलोक सिंह की शादी कहीं और तय कर दी गई है। जब उसने इस पर सवाल किया तो पार्षद ने नजरअंदाजी और दूरी बनानी शुरू कर दी। आहत महिला ने आखिरकार पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। FIR दर्ज, आरोपी फरार राजनीतिक हलकों में हलचल यह मामला सामने आने के बाद स्थानीय राजनीतिक गलियारों में हलचल है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

Congress Chakka Jam: Congress's Chakka Jam in Chhattisgarh...! Protests across the state against the arrest of Bhupesh Baghel's son
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Congress Chakka Jam : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का चक्काजाम…! भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेशभर में प्रदर्शन

रायपुर, 22 जुलाई। Congress Chakka Jam : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में सोमवार को छत्तीसगढ़ की सड़कों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। पार्टी ने राज्य के सभी 33 जिलों में दो घंटे का चक्काजाम किया। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और सरगुजा संभागों में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे और ED और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी और ED का आरोप 18 जुलाई को ED ने भिलाई से चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया। आरोप है कि वह छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले में शामिल है और उसे करीब 16.70 करोड़ रुपए की अवैध रकम मिली, जिसे रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया गया। रायपुर की विशेष अदालत ने उसे 22 जुलाई तक ED की पांच दिन की रिमांड पर भेजा है। सरकार अहमदाबाद से चल रही है : भूपेश बघेल चक्काजाम के दौरान रायपुर में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ में आर्थिक नाकेबंदी सफल रही है। यहां विष्णुदेव की सरकार अहमदाबाद से चलाई जा रही है। सरकार को रमन सिंह कार्यकाल के मुख्य सचिव रहे अमन सिंह और अडाणी ग्रुप चला रहे हैं। ये लोग छत्तीसगढ़ की जल-जंगल-जमीन को लूटने की साजिश कर रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के आने के बाद बस्तर, हसदेव, तमनार और सरगुजा जैसे आदिवासी इलाकों में पेड़ों की अवैध कटाई हुई, लेकिन किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। जिलों में विरोध के दृश्य: कांग्रेस की मांग कांग्रेस का कहना है कि चैतन्य बघेल को राजनीतिक षडयंत्र (Congress Chakka Jam) के तहत फंसाया गया है और केंद्र सरकार की एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। पार्टी ने मांग की है कि ED की कार्रवाई को रोका जाए और चैतन्य बघेल को तुरंत रिहा किया जाए।

Ex CM Bhupesh Baghel got angry on ED's press note...! Said this by sharing the screenshot... see here
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Ex CM भूपेश बघेल ED के प्रेस नोट पर भड़के…! स्क्रीनशॉट शेयर कर कही ये बात…यहां देखिए

रायपुर, 22 जुलाई। Ex CM : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को 18 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई। चैतन्य को रायपुर स्थित विशेष न्यायालय (PMLA) में पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 जुलाई तक ईडी रिमांड में भेजा गया है। चार दिन की चुप्पी के बाद ईडी ने 21 जुलाई को इस गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से की। ईडी का कहना है कि चैतन्य बघेल पर 16.70 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है, जो कथित शराब घोटाले से अर्जित धन था। जांच एजेंसी के अनुसार, इस रकम को उन्होंने रियल एस्टेट परियोजनाओं में निवेश कर वैध दिखाने की कोशिश की। भूपेश बघेल का तीखा हमला पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेटे की गिरफ्तारी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा: “ED अब भाजपा की एजेंसी बन गई है। यह कार्रवाई पूरी तरह से राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है। भाजपा लोकतांत्रिक संस्थानों का खुला दुरुपयोग कर रही है।” भूपेश बघेल ने यह सवाल भी उठाया कि अगर उनके बेटे की गिरफ्तारी में कोई गंभीरता थी, तो ईडी ने चार दिन तक इस सूचना को सार्वजनिक क्यों नहीं किया? अब तक की जांच पर एक नजर राजनीतिक हलचल तेज चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया तूफान आ गया है। कांग्रेस ने इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है, जबकि भाजपा इसे “कानून के शासन की जीत” बता रही है। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है, खासकर जब चैतन्य की रिमांड खत्म होने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। छत्तीसगढ़ का यह शराब घोटाला केवल आर्थिक अपराध तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि अब यह राजनीतिक संग्राम में बदल चुका है। चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से ईडी की कार्रवाई और भाजपा-कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर और तेज हो गया है। जांच एजेंसी की अगली कार्रवाई और कोर्ट की सुनवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।

Supreme Court gives a shock to Bhupesh Baghel...! Anticipatory bail plea rejected... See here what the court said...?
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CG Liquor Scam : बेटे चैतन्य बघेल से मिलने ED दफ्तर पहुंचे भूपेश बघेल…! यहां देखें VIDEO

रायपुर, 20 जुलाई। CG Liquor Scam : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल रविवार को रायपुर स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) कार्यालय पहुंचे। वे अपने बेटे चैतन्य बघेल से मिलने गए, जिन्हें 18 जुलाई को शराब घोटाले मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। चैतन्य इस समय 22 जुलाई तक ईडी रिमांड पर हैं और उनसे पूछताछ जारी है। इस दौरान भूपेश बघेल के साथ उनकी बेटी और बहू भी मौजूद रहीं। परिवार को ईडी दफ्तर में कुछ समय के लिए मिलने की अनुमति दी गई, जहां चैतन्य को एक अलग कमरे में रखा गया है। नई दिल्ली रवाना होंगे भूपेश बघेल ईडी दफ्तर में बेटे से मुलाकात के बाद भूपेश बघेल आज रात नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। वहां वे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से इस पूरे घटनाक्रम पर चर्चा करेंगे। सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस मामले को राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में देख रही है और रणनीतिक प्रतिक्रिया की तैयारी में है। कांग्रेस का आरोप इस मामले को लेकर शनिवार, 19 जुलाई को कांग्रेस ने राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी, जिसमें भूपेश बघेल समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। प्रेस वार्ता में बघेल ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि, “यह गिरफ्तारी कोई कानूनन प्रक्रिया नहीं, बल्कि राजनीतिक बदले की कार्रवाई है। विपक्ष की आवाज़ को दबाने के लिए ईडी और अन्य एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।” कांग्रेस नेताओं ने यह भी दावा किया कि 2024 लोकसभा चुनावों में भाजपा की हार के बाद केंद्र सरकार अब विपक्षी नेताओं के परिवारों को निशाना बना रही है। क्या है शराब घोटाला मामला? छत्तीसगढ़ में शराब कारोबार (CG Liquor Scam) में बड़े स्तर पर कथित भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ED) सक्रिय है। इसी कड़ी में चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया गया है। ईडी का आरोप है कि चैतन्य का प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इस घोटाले से संबंध है, हालांकि कांग्रेस इस दावे को राजनीतिक षड्यंत्र बता रही है।

Instagram Reels Viral : With what authority did he do this...? Politics heated up due to the hospital inspection 'reel' of the health minister's son... watch the video here
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Instagram Reels Viral : किस अधिकार से किया ये…? स्वास्थ्य मंत्री के पुत्र की अस्पताल निरीक्षण ‘रील’ से गरमाई राजनीति…यहां देखें VIDEO

रांची, 20 जुलाई। Instagram Reels Viral : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी एक बार फिर सियासी विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। इस बार मामला उनके बेटे कृष अंसारी से जुड़ा है, जिनका एक इंस्टाग्राम रील वायरल हो गया है। वीडियो में कृष अंसारी रांची के पारस अस्पताल का ‘निरीक्षण’ करते हुए, मरीजों से बातचीत करते और अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखते नजर आ रहे हैं। रील के वायरल होते ही प्रदेश की सियासत गरमा गई है। क्या है मामला? वायरल वीडियो में कृष अंसारी के साथ एक बॉडीगार्ड और कुछ दोस्त भी नजर आ रहे हैं। वे अस्पताल में घूमते हुए मरीजों की समस्याएं सुनते दिखते हैं। इसके अलावा, एक अन्य दृश्य में कृष मंत्री आवास पर आम लोगों से मिलते और उनकी समस्याएं सुनते नजर आते हैं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो आते ही सवाल उठने लगे कि मंत्री का बेटा किस अधिकार से सरकारी अस्पताल का निरीक्षण कर रहा है? विवाद के बाद पोस्ट हटाया गया विवाद बढ़ता देख कृष अंसारी ने वह वीडियो इंस्टाग्राम से हटा लिया है, लेकिन तब तक यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो चुका था। विपक्ष ने इसे सत्ता के दुरुपयोग का मामला बताते हुए राज्य सरकार पर हमला बोला है। स्वास्थ्य मंत्री ने दी सफाई स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बेटे का बचाव करते हुए कहा, “कृष अपने एक शिक्षक की तबीयत खराब होने के कारण अस्पताल गया था। वहां कुछ आदिवासी मरीजों की मदद के उद्देश्य से वह रुका। इसमें कोई गलत बात नहीं है। यह सेवा भाव है, राजनीति नहीं।” मंत्री ने आगे कहा कि विपक्ष खासकर बीजेपी इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “अगर कोई भलाई का काम करता है, तो उसकी सराहना होनी चाहिए, आलोचना नहीं।” बीजेपी ने किया सरकार पर हमला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस घटना को गंभीर प्रशासनिक लापरवाही करार दिया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि, “संवैधानिक पद पर बैठे मंत्री का बेटा किसी भी सरकारी संस्था का निरीक्षण नहीं कर सकता। यह नियमों का उल्लंघन है और सत्ता के दुरुपयोग का खुला मामला है।” क्या कहता है नियम? सरकारी संस्थानों का निरीक्षण, मूल्यांकन या जनसुनवाई (Instagram Reels Viral) जैसी प्रक्रिया केवल अधिकृत सरकारी अधिकारी या निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के अधिकार क्षेत्र में आती है। बिना अधिकृत पद या आदेश के इस प्रकार की गतिविधि करना प्रशासनिक आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है।

Chaitanya Baghel: 'Bhupesh's son's' investment expansion...! Evidence of financial transactions found in pen drive from Charton India...Video
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Chaitanya Baghel : ‘भूपेश के बेटे’ का निवेश विस्‍तार…! चार्टन इंडिया से पेन‑ड्राइव में मिले वित्तीय लेन‑देन के सबूत…Video

रायपुर, 19 जुलाई। Chaitanya Baghel : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की कथित निवेश गतिविधियों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि उन्होंने देश के कई राज्यों में बड़े स्तर पर निवेश किया है, जिनके सबूत उनके करीबियों द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं। एक पेन‑ड्राइव में वित्तीय लेन‑देन की “व्यापक जानकारी” मिली है, जो जांच एजेंसियों के लिए बेहद अहम हो सकती है। जांच की पड़ताल में सामने आया भूपेश बघेल के बेटे पर इल्जाम है कि उन्होंने बिना सार्वजनिक मंजूरी या पारदर्शिता के कई राज्यों में निवेश किया, उसकी जानकारी उनके नजदीकी लोगों द्वारा एक पेन‑ड्राइव में दी गई है। कथित तौर पर इसमें निवेश की तारीखें, राशि, लाभ‑हानि और लेन‑देन से जुड़े दस्तावेज शामिल हैं, जो इस पूरे शंघर्ष को स्पष्ट रूप में उजागर कर सकते हैं। कौन से राज्य प्रभावित? बताया गया है कि भूपेश बघेल के बेटे के निवेश कथित रूप से दिल्ली, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य प्रदेश में फैले हुए हैं। कई मामलों में कंपनियों या संपत्तियों के नाम पर परिवार का प्रत्यक्ष स्वामित्व नहीं दिख रहा, जिससे मामला और भी संदेहास्पद बन गया है। इन जानकारियों के आधार पर जांच एजेंसियों को शक है कि यह मामला सिर्फ निवेश का नहीं, बल्कि संभावित मनी लॉन्ड्रिंग और बेनामी संपत्ति से भी जुड़ा हो सकता है। पेन-ड्राइव में है आपको बता दें कि, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को चैतन्य को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने चैतन्य को 5 दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया है।

Chaitanya Baghel: 'Bhupesh's son's' investment expansion...! Evidence of financial transactions found in pen drive from Charton India...Video
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Ex CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को 5 दिन की ED रिमांड…! कोर्ट ने दी पूछताछ की अनुमति…यहां देखें VIDEO

रायपुर, 18 जुलाई। Ex CM : छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले से जुड़े मामले में गिरफ्तार किए गए चैतन्य बघेल को रायपुर की विशेष अदालत ने 5 दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को शुक्रवार को भिलाई स्थित निवास से ईडी ने हिरासत में लिया था। कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें रायपुर लाया गया और अदालत में पेश किया गया, जहां ईडी ने 7 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन अदालत ने 5 दिन की मंजूरी दी। क्या हुआ कोर्ट में? ईडी ने कहा कि चैतन्य से शराब घोटाले की फंडिंग, फर्जी कंपनियों से लिंक, और प्रवर्तन के जरिए धन शोधन की जांच करनी है। बचाव पक्ष ने गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताते हुए विरोध किया। सुनवाई के बाद कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड मंजूर की। भूपेश बघेल ने कहा कि, “जन्मदिन के दिन बेटा गिरफ्तार हुआ। ये जांच नहीं, बदले की राजनीति है। अब ईडी क्या पूछेगी?

Raid at Ex CM House: Big political upheaval in Chhattisgarh...! Congress workers gather at Ex CM Baghel's residence... watch video here
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Raid at Ex CM House : छत्तीसगढ़ में बड़ा राजनीतिक भूचाल…! Ex CM बघेल के निवास पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जमावड़ा…यहां देखें Video

भिलाई/रायपुर, 18 जुलाई। Raid at Ex CM House : छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर उबाल आ गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास पर तीसरी बार छापा मारा है। यह कार्रवाई 3200 करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाले और महादेव सट्टा एप मामले से जुड़ी बताई जा रही है। ईडी के अधिकारी शुक्रवार सुबह तीन गाड़ियों में सवार होकर सीआरपीएफ जवानों के साथ भूपेश बघेल के निवास पहुंचे। टीम ने घर को चारों ओर से घेर लिया और दस्तावेजों की गहन पड़ताल शुरू की। बताया जा रहा है कि यह छापा सिर्फ भूपेश बघेल के निवास तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके करीबी सहयोगियों के ठिकानों पर भी समानांतर छापामारी चल रही है। अब तक की बड़ी बातें भूपेश बघेल ने ईडी छापे को बताया राजनीतिक साजिश ईडी की कार्रवाई के तुरंत बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, “आज विधानसभा सत्र का आखिरी दिन है। अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठना था। भिलाई निवास में साहेब ने ईडी भेज दी है।” उनके इस बयान को एक राजनीतिक इशारा माना जा रहा है, जिससे केंद्र सरकार और ईडी की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं। भिलाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जमावड़ा ईडी की दबिश की खबर फैलते ही भूपेश बघेल के समर्थन में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उनके निवास के बाहर जुटने लगे। नारेबाजी शुरू हो गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया। स्थिति को देखते हुए सीआरपीएफ की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात कर दी गई हैं। घोटाले से जुड़ा पृष्ठभूमि ईडी की कार्रवाई (Raid at Ex CM House) अभी जारी है। सूत्रों के मुताबिक, इस बार की जांच पूर्व सीएम के डिजिटल डिवाइसेज और वित्तीय दस्तावेजों पर केंद्रित है। कांग्रेस ने इस छापेमारी को “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” करार देते हुए दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की तैयारी भी शुरू कर दी है।