लखनऊ, 18 नवबंर। ED Big Action : सपा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत ईडी ने उनकी करीब 73 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। सीबीआई ने इस मामले में विनय तिवारी और उनकी पत्नी रीता तिवारी समेत कंपनी के निदेशकों के खिलाफ दिल्ली में 19 अक्टूबर 2020 को FIR दर्ज की थी।क्या है पूरा मामला?
विनय तिवारी की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेस लिमिटेड पर बैंकों के कंसोर्टियम का करीब 1129.44 करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है। बैंकों की शिकायत पर CBI मुख्यालय ने केस दर्ज किया था। यह FIR बैंक आफ इंडिया की शिकायत पर दर्ज की गई थी। ED ने भी विनय तिवारी समेत कंपनी के समस्त निदेशक, प्रमोटर और गारंटर के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।किन संपत्तियों को किया जब्त
ईडी ने विनय तिवारी की गोरखपुर, महराजगंज और लखनऊ स्थित कुल 27 संपत्तियों को जब्त किया है। जिन संपत्तियों पर कार्रवाई की गई है उनमें कृषि योग्य भूमि, व्यवसायिक कांप्लेक्स, आवासीय परिसर, आवासीय भूखंड आदि शामिल हैं।कौन हैं विनय शंकर तिवारी
विनय शंकर तिवारी पूर्वांचल के बाहुबली नेता स्वर्गीय हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं। वे साल 2017 में बसपा के टिकट पर भी गोरखपुर की चिल्लूपार सीट से विधायक चुने गए। इससे पहले इनके पिता हरि शंकर तिवारी लगातार 22 साल इसी सीट से विधायक रहे थे। वह साल 1997 से लेकर 2007 तक वह लगातार प्रदेश सरकार (ED Big Action) में कैबिनेट में मंत्री भी रहे।