Kawardha Flag Case: Mohd Akbar surrounded with evidence...! Muslims were kind in giving grants...Hindus were involved in the action...see who got kheer and who got sticks respectivelyKawardha Flag Case
Spread the love

रायपुर, 29 दिसंबर। Kawardha Flag Case : कवर्धा में दो साल पहले हुए झंडा कांड की गूंज एक बार फिर सुनाई दी। राष्ट्रवादी जन विचार मंच के कैलाश चंद्रवंशी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे मो. अकबर को सबूतों के साथ घेरा। मोहम्मद अकबर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने पूर्व मंत्री अकबर के बयान को लेकर कहा है कि शमशान की जमीन पर शो रूम बनना, गौठान की जमीन पर मुसलमानो का कब्जा और उनके द्वारा मुसलमानों को ही ज्यादा से ज्यादा अनुदान देना क्या दर्शाता है।

माहौल बिगाड़ने का आरोप

कवर्धा झंडा कांड में जेल गए कवर्धा राष्ट्रवादी जनविचार संघ से जुड़े कैलाश चन्द्रवंशी शनिवार को मीडिया से रूबरू हुए।उन्होंने कवर्धा में बाहर से आए घुसपैठिए पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कवर्धा में मुस्लिम समुदाय के बाहर से आए व्यक्तियों का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ा गया है। कवर्धा बुगरी रोड के अटल आवास में दर्जनों की संख्या में बाहर से आए लोगों ने कब्ज़ा किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

चंद्रवंशी ने आरोप लगाया कि बाहर से आए दर्जनों लोगों का 2-3 साल में ही राशन कार्ड दे दिया गया है। जनपद पंचायत, श्मशान घाट की जमीन, कई शासकीय जमीनों पर पिछले 3 सालों में कब्ज़ा हुआ। आदिवासी महिला के साथ मारपीट लिया, लेकिन थाने में कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके साथ बेरला के चिल्फी में गोठान के जमीन पर मस्जिद बनाने का आरोप लगाया।

अधिकांश मुस्लिम समुदाय को दिया स्वेच्छानुदान

कैलाश चंद्रवंशी ने कहा कि पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने मार्च 2022 में 286 लोगों को स्वेच्छा अनुदान दिया, जिसमें रायपुर स्थित मोदहापारा के मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल थे। उन्होंने अपने कृत्य के लिए पूर्व मंत्री मोहम्मद अक़बर को जनता से माफी मांगने को कहा।

चंद्रवंशी ने कहा कि, ग्राम पंचायत बचेडी, वि.ख. स. लोहारा के मतदाता सूची में अज्ञात बाहरी लोगो का नाम मोहम्मद जहीर, रसीद चौहान, हाजीबुल्ला खान, तय्यब खान, अब्दुल सलाम के नामो को ग्राम पंचायत एवं बीएलओ के प्रस्ताव के बगैर मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन में जोड़ा गया है। उपरोक्त सभी ग्राम पंचायत के निवासी नहीं है, न ही इन्हें गांव में देखा गया। ग्राम पंचायत मे प्रस्ताव पास कर उपरोक्त नामो की जांच की ( Kawardha Flag Case) मांग की है।

देखिये कॉपी

You missed