जबलपुर, 27 अप्रैल। Killer Husband : पटवारी पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी, इसके बाद शव को बोरे में भरकर बांध में फेंक दिया। फिर वह थाने गया और अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। आरोपी पटवारी ने 22 अप्रैल की रात को अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी।
कुंडम थाना पुलिस ने बताया कि आरोपी पति ने पत्नी की गला घोट कर हत्या कर दी थी, क्योंकि पत्नी रिश्तेदारी शादी और दूसरे फंक्शन में उसे और उसके डेढ़ साल के बेटे को साथ ले जाने के लिए जिद करती थी। यह पूरा मामला 22 23 अप्रैल की दरमियानी रात का बताया जा रहा है।
घेरलू विवाद बना हत्या की वजह
पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 16 अप्रैल को रिश्तेदारी में शादी थी, लेकिन उसने अपनी पत्नी सरला को साथ नहीं ले गया। इस बात पर दोनों में झगड़ा हुआ, और पांच दिनों से सरला उससे विवाद कर रही थी। इसी कलह के चलते उसने हत्या का प्लान बनाया। उसने यूट्यूब पर सर्च किया कि बॉडी को पत्थर से बांधकर पानी में फेंक दो, ताकि वह ऊपर ना आए। पुलिस ने बताया कि रंजीत ने मोबाइल को रास्ते में फेंका, ताकि पुलिस गुमराह होती रहे।
पूछताछ में रंजीत ने पुलिस को बताया कि 22 अप्रैल की रात 9 बजे वह घर आया तो पत्नी ने फिर झगड़ा किया। पिता ने समझाकर शांत किया। रात 11 बजे कमरे में फिर कहासुनी हुई। उसने गला घोंटकर पत्नी की हत्या कर दी और फिर उसने शव को सफेद पॉलीथिन में डाला और सभी के सो जाने का इंतजार किया। तड़के 3 बजे आरोपी ने पत्नी के शव को बाइक पर बांधा और घर से 5 किलोमीटर दूर सीतापुर डैम ले गया, इस बीच उसने ग्रामीणों की चहलकदमी को देखा और शव को पानी में चट्टानों के बीच झाड़ियों से ढ़ंक दिया।
आरोपी ने पत्नी का मोबाइल घर से कुछ दूर रास्ते में फेंक दिया था, ताकि पुलिस को मोबाइल की लोकेशन घर से दूर मिले। लगा कि वह कहीं चली गई है। 23 अप्रैल की सुबह 11 बजे कुंडम थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस को सरला की फोटो देते हुए बताया कि 22 अप्रैल की रात वह बिना कुछ बताए अपना मोबाइल लेकर कहीं चली गई है, जबकि उनका तीन साल का बच्चा घर पर ही है।
कोविड के दौरान हुआ था प्यार
आरोपी रंजीत मार्को मूलतः कुंडम तहसील के ग्राम चौरई का रहने वाला है। उनके पिता, रामसिंह, चौरई के पास एक गांव में सचिव हैं। रंजीत की सरला से पहली मुलाकात 2019 में एक शादी समारोह के दौरान हुई थी। सरला सिवनी जिले के घंसौर की निवासी थीं। दोनों ही एक ही समाज के हैं। रंजीत इंदौर में बीए की पढ़ाई कर रहे थे, जबकि सरला भी यहीं से बीकॉम कर रही थी। इंदौर में दोनों की मुलाकातें होने लगीं। 2021 में कोविड के दौरान परिवार के कुछ लोगों की मौजूदगी में दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद रंजीत को पटवारी के पद पर नौकरी मिल गई। रंजीत पहले डिंडौरी मुख्यालय पर कार्यरत थे। बाद में उन्होंने अपना ट्रांसफर शहपुरा तहसील करवा लिया।
इस गांव से उनकी दूरी 30 किलोमीटर है। रोजाना उन्हें अप-डाउन करना पड़ता था। शादी के एक साल बाद विवाद उत्पन्न हुआ। शादी के शुरूआती दिनों में, रंजीत जबलपुर या भोपाल जाने के दौरान सरला को साथ ले जाता था। दो साल बाद, सरला ने 1 बेटे को जन्म दिया। उन्हें रंजीत से यह नाराजगी थी कि वे अब कभी भी रिश्तेदारी में जाते समय उन्हें साथ नहीं ले जाते थे। पिता ने भी रंजीत को समझाया कि बहु को साथ ले जाना चाहिए, लेकिन रंजीत नजरअंदाज करते रहे। घटना के एक सप्ताह पहले भी, पति-पत्नी के बीच झगड़ा (Killer Husband) हुआ था। उस समय, रंजीत ने सरला पर हाथ उठाया था।